हेलो दोस्तों, सभी भाभियाँ और गर्ल्स अपनी छूट में उंगलियाँ और दोस्त लंड हिलने के लिए तैयार हो जाए. मैं मेरी इस कहानी की हेरोयिन भाभी के बारे में बता डू.
वो एक 36 साल की गोरी-चित्ति और एक सेक्सी फिगर की मालकिन है. उन्हे अगर कोई लड़का एक बार देख ले, तो उनसे नज़र ना हटाए. मैं एक 24 साल का लड़का हू, और मैं राँची से हू. तो चलिए अब स्टोरी पे आते है.
एक रात ऐसे ही मुझे नींद नही आ रही थी. तो मैं ऑनलाइन छत रूम में गया. वाहा मुझे रॅंडम्ली एक भाभी मिली. भाभी का नाम सुषमा था, और उनकी उमर 36 साल थी, और वो हयदेराबाद से थी. ये सारी डीटेल्स उनसे बात करते वक़्त बताई उन्होने मुझे.
हमारे बीच फिर अची बातें होने लगी, और हम काफ़ी कंफर्टबल हो गये एक-दूसरे के साथ. फिर एक दिन हमारी बातें चल रही थी, तो मैने उनसे उनकी मॅरीड लाइफ के बारे में पूच लिया. इस्पे वो एक-दूं शांत हो गयी, और कुछ बोली नही. फिर मेरे थोड़े ज़ोर देने पे उन्होने मुझे बताया, की उनकी मॅरीड लाइफ बहुत बेकार चल रही थी.
वो एमोशनली ओर फिज़िकली बहुत अकेली थी अपनी लाइफ में. उनके हज़्बेंड अब उनके साथ सेक्स नही कर पाते थे, और उन दोनो के बीच का प्यार एक-दूं ख़तम हो गया था. और इसी कारण उनकी अक्सर काफ़ी लड़ाइयाँ होती थी.
वो किसी से अपनी फीलिंग्स शेर नही कर पाती थी, और अंदर से एक-दूं खुद को अकेला महसूस करने लगी थी. फिर उन्होने बताया की वो काफ़ी सालों से सेक्स के लिए प्यासी तड़प रही थी, और अनसॅटिस्फाइड थी.
उनकी सारी बातें सुन कर मुझे भी तोड़ा बुरा फील हुआ, तो फिर मैने उन्हे शांत करवाया. वो मेरे साथ काफ़ी कंफर्टबल फील करने लगी थी, और इसी बीच हमने अपनी एमाइल्स एक्सचेंज कर ली कॉंटॅक्ट करने के लिए एक-दूसरे से.
नेक्स्ट दे मॉर्निंग में मुझे उनका हणगौत्स में मेसेज आया-
सुषमा: ही, गुड मॉर्निंग.
मे: गुड मॉर्निंग.
सुषमा: क्या कर रहे हो?
मे: बस अभी सो कर उठा था. आप बताओ क्या कर रहे हो?
सुषमा: लगता है कल रात मैने कुछ ज़्यादा ही परेशन कर दिया तुम्हे इतनी लाते तक जगाए रख कर.
मे: अर्रे नही-नही ऐसी कोई बात नही है. मुझे लाते सोने की आदत है.
सुषमा: अछा जी, चलो ठीक है फिर.
मे: जी.
सुषमा: ठीक है, मुझे काम है. मैं चलती हू, बाद में बात करेंगे.
मे: ओखय बाइ.
इतना बोल कर वो ऑफलाइन चली जाती है, और मैं भी अपने काम में बिज़ी हो जाता हू. इस तरह रोज़ हमारी बातें होने लगी, और हम दोनो बहुत ज़्यादा क्लोज़ हो गये एक-दूसरे के. एक रात हम छत कर रहे थे, तो उन्होने मुझसे पूछा-
सुषमा: अछा तुम्हारी कोई गफ़ है क्या?
मे: नही.
सुषमा: क्यूँ?
मे: बस यू ही.
सुषमा: ऐसे ही नही हो सकता, बताओ ना क्या रीज़न है? तुम इतने आचे हो, मेच्यूर हो फिर कोई गफ़ क्यूँ नही है? मैने सोचा यही सही मौका है इसको पाटने का, तो फिर मैने बोला-
मे: मुझे गर्ल्स में इंटेरेस्ट नही है. बस इसलिए सिंगल हू अभी तक.
सुषमा: अछा, गर्ल्स में इंटेरेस्ट नही है, तो फिर किसमे इंटेरेस्ट है?
मे: मुझे भाभियाँ और मेच्यूर औरते ज़्यादा पसंद है.
सुषमा: ह्म, तो ये बात है. बताओ फिर कैसी पार्ट्नर चाहिए तुम्हे?
मे: आपके ही जैसे. सच बोलू तो आप ही मुझे पसंद हो.
सुषमा: अछा जी, मैं कैसे पसंद आ गयी, ऐसा क्या है मुझमे? अभी तक तो तुमने मुझे देखा भी नही है? फिर कैसे पसंद आ गयी मैं?
मे: आपसे बात करने के बाद जब से आपको आचे से जाना है, तब से मैं आपको पसंद करने लगा. और रही बात आपको देखने की, तो ई बिलीव की सारी औरते खूबसूरत होती है खुद में ( फ्लर्ट करते हुए कहा).
आप भी अकेले हो अपनी ज़िंदगी में, और मैं भी सिंगल हू. तो क्यूँ ना हम दोनो एक-दूसरे का सहारा बन जाए.
सुषमा: फ्लर्ट तो अछा कर लेते हो तुम.
इतना बोल कर उसने मुझे अपनी एक पिक सेंड कर दी. क्या बतौ मेरी तो आखें खुली की खुली रह गयी. जैसी ही मैने उसकी पिक देखी, क्या कमाल की लग रही थी. वो साउत की आक्ट्रेस स्नेहा की तरह थी, एक दूं उसके जैसे फिगर. मुझे तो लग ही नही रहा था, की वो 36 साल की थी.
सुषमा: अब बताओ कैसी हू मैं (विंक वाली एमोजी के साथ)?
मे: क्या सच में ये तुम हो? मुझे तो भरोसा नही हो रहा. तुम तो बिल्कुल किसी 26 साल की लड़की लग रही ही.
सुषमा: कुछ भी, मुझे इंप्रेस करने के लिए बोल रहे हो. ई नो मैं उतनी भी सुंदर नही हू.
मे: अर्रे ट्रस्ट मे, बहुत ही खूबसूरत हो तुम. तुम्हारा पति सच में लकी, बुत अनलकी है, जो इतनी खूबसूरत वाइफ से प्यार नही करता. अगर तुम मेरी बीवी होती तो मैं…
सुषमा: अछा, क्या करते फिर?
मे: तुम्हे अपनी बाहों में भर कर जी भर कर तुम्हे प्यार करता. तुम्हारी केर करता, और तुम्हे कभी डोर नही जाने देता
सुषमा: सच में?
मे: ह्म, बस तुम राज़ी हो जाओ तो.
सुषमा: मैं भी चाहती हू की कोई मुझे पागलों की तरह चाहे. मुझसे प्यार करे, मेरे इस जिस्म को अपना बनाए. क्या मैं तुमपे भरोसा कर सकती हू?
मे: जी, कभी ट्रस्ट नही तोड़ूँगा तुम्हारा.
ऐसे ही हमारी बातें चलती रही. फिर उसके बाद एक दिन उसने मिलने का प्लान बनाया. वो हयदेराबाद से थी, और मैं राँची से, तो हमने डिसाइड किया की मैं उसके पास हयद जौंगा. ताकि उसे भी कोई प्राब्लम ना हो.
तो उसने बोला की नेक्स्ट मंत उसके घर वाले किसी फंक्षन के लिए गाओं जेया रहे थे 1 वीक के लिए, और उसी बीच उसके बेटे का एग्ज़ॅम भी था. तो वो कुछ बहाना बना कर अपने बेटे के साथ रुक जाएगी.
इसके आयेज क्या हुआ, ये आपको मैं अगले पार्ट में बतौँगा. तब तक के लिए कैसी लगी मेरी स्टोरी, आप मुझे फीडबॅक दे सकते हो मेरी एमाइल ईद पे: बुन्नयड537@गमाल.कॉम
उमीद है की आपको कहानी इंट्रेस्टिंग लगी होगी. आपकी जितनी मेल्स आएँगी, अगला पार्ट उतनी ही जल्दी आएगा. तो स्टोरी पढ़ कर मैल ज़रूर करे. अगर लिखने में कोई मिस्टेक हो गयी हो, तो माफ़ कर देना.