दोस्तों मेरा नाम उदय है. मैं बीकानेर से हू. मेरी उमर 20 साल है, और मैं कॉलेज में पढ़ता हू. हाइट मेरी 5’8″ है, और लंड मेरा 6 इंच का है. किसी भी लड़की या औरत को अगर मुझसे चुदाई करवानी हो, तो मुझे कॉंटॅक्ट करे. चलिए अब मैं अपनी कहानी पर आता हू.
मेरी फॅमिली में मैं, मम्मी, पापा, और मेरी बड़ी बेहन है. मेरी बेहन की शादी पिछले साल ही हुई थी, और उसके बाद मैं, मम्मी, और पापा ही घर में रह गये है. अब मैं आपको मेरी मम्मी के बारे में बता देता हू.
मेरी मम्मी 43 साल की है, लेकिन उनको देख कर कोई नही कह सकता की उनकी इतनी उमर होगी. उन्होने अपने आप को इतना फिट रखा हुआ है, की वो 30-35 की लगती है. जिम जेया-जेया के मा ने गांद और बूब्स बड़े कर रखे है, और कमर पतली. उनको देख कर किसी भी मर्द का दिल दोल जाए ऐसी है वो.
मा का फिगर तकरीबन 36-30-36 होगा. रंग मा का गोरा है, और नैन-नक्श खूबसूरत. सीधी-सीधी बात करू, तो मा ‘मलाइका अरोरा’ जैसी लगती है.
मेरे दाद इससे बिल्कुल उल्टे है. दाद की आगे 47 साल है, और वो अपनी आगे से ज़्यादा लगते है. इतने सालों में अगर दाद ने कुछ अछा किया है, तो वो है बिज़्नेस. पैसा तो बहुत कमाया दाद ने लेकिन फिटनेस नही रख पाए. दाद का रंग सावला है, और पेट निकला हुआ है. वो आद्रक की तरह ऊबड़-खाबड़ शरीर वाले इंसान बन चुके है.
शायद इसी वजह से वो सब हुआ, जो मैं आपको बताने जेया रहा हू. दोस्तों अगर बीवी हॉट हो, और हज़्बेंड दिखने में अछा ना हो, तो लोग बीवी पर पूरी लाइन मारने लग जाते है. मुझे हमेशा लगता था की चाहे जैसे भी हो, मेरी मों दाद से बहुत प्यार करती है, और वो कभी उन्हे धोखा नही देगी. लेकिन मों ने दिया धोखा.
मम्मी की एक छ्होटी बेहन है, जो उनसे सिर्फ़ 2 साल छ्होटी है. वो भी हमारे ही शहर में मॅरीड है, तो उनका अक्सर हमारे घर आना-जाना रहता है. मौसी हमेशा अपने हज़्बेंड के साथ आती है, और बातें करके और खा-पी कर चली जाती है. इस बीच कभी मुझे ये नही लगा की मम्मी का चक्कर मौसी के हज़्बेंड यानी उनके जीजू के साथ चल रहा था. लेकिन एक दिन मुझे पता चल गया.
आयेज बढ़ने से पहले मैं आपको मौसी के हज़्बेंड, यानी की मौसा जी के बारे में बता देता हू. उनके हज़्बेंड का नाम निखिल है, और बंदे की ज़बरदस्त पर्सनॅलिटी है. निखिल अंकल 46 साल के है, लेकिन दिखने में वो 25-30 के लगते है. हालाकी मौसी ने अपने आप को आचे से मेनटेन नही किया हुआ.
जब भी मैं उनको देखता था तो मुझे लगता था की मम्मी और निखिल अंकल की जोड़ी बननी चाहिए थी. अंकल की हाइट 5’11” है, और बॉडी फिट है. उनमे वो सब क्वालिटीस है जिससे जवान लड़की भी पट्ट जाए. फिर एक दिन मैने कुछ देखा.
मौसी और मौसा जी दोनो घर आए हुए थे. उनके बच्चे फॉरिन में थे, तो बस वो दोनो ही आते थे. फिर हमने खाना खाया, और बातें की. मम्मी किचन में काम कर रही थी. उन्होने पाजामी-सूट पहना हुआ था, और उसमे वो बहुत सेक्सी लग रही थी. तभी मौसा जी हाथ ढोने उठे, और किचन की तरफ चले गये.
उनके 2 मिनिट बाद मुझे भी बातरूम जाना था, तो मैं भी बातरूम की तरफ चल पड़ा. हमारा बातरूम किचन के बाद आता है, तो किचन के सामने से होके जाना पड़ता है. मैं जैसे ही किचन के पास से गुज़रा, तो मुझे उनकी आवाज़े सुनाई दी.
मम्मी: जीजू क्या कर रहे हो, कोई देख लेगा.
मौसा जी: कोई नही देखेगा, सब बातों में बिज़ी है. आज बहुत दीनो बाद मौका मिला है, तोड़ा प्यार तो करने दो.
मैं ये सुन कर वही रुक गया. मुझे समझ नही आ रहा था की वो अंदर क्या कर रहे थे. फिर मैने किचन से बाहर दीवार से लग कर अंदर झाँका. अंदर का सीन देख कर मेरी आँखें अपने आप पर यकीन नही कर पा रही थी. अंदर मौसा जी मम्मी को पीछे से हग करके खड़े थे, और उनके हाथ मम्मी के बूब्स पर थे.
मौसा जी मम्मी के एक शोल्डर से बाल हटा कर उस पर किस कर रहे थे. मम्मी उनको रोक नही रही थी. ये देख कर मैं समझ गया की उन दोनो में कुछ तो चल रहा था. लेकिन मुझे इस बात का अंदाज़ा नही था, की ये सब कब और कैसे शुरू हुआ. मम्मी मौसा जी को माना कर रही थी, लेकिन मौसा जी थे, जो मानने को तैयार ही नही थे.
तभी मौसा जी ने मम्मी को अपनी तरफ घुमा लिया, और दोनो एक-दूसरे की आँखों में आँखें डाल कर देखने लगे. दोनो ऐसे देख रहे थे एक-दूसरे को, जैसे बरसो से प्रेमी हो. उन दोनो की साँसे उत्तेजना से तेज़ थी. फिर मौसा जी अपना फेस आयेज बढ़ने लगे, और मम्मी के होंठो पर किस करने लगे.
तभी मम्मी ने अपना हाथ उनके होंठो पर रख दिया, और बोली-
मम्मी: जीजू बस, अब और नही.
मौसा जी: साली साहिबा, अभी तो मैने कुछ किया ही नही. तुम शायद भूल गयी हो की साली आधी घरवाली होती है. तो आधी घरवाली होने का फ़र्ज़ निभाओ.
ये बोल कर मौसा जी ने मम्मी का हाथ हटाया, और अपने होंठ मम्मी के होंठो से चिपका दिए. अब वो पागलों की तरह मम्मी के होंठ चूसने लगे. मम्मी भी अपने साली होने का पूरा फ़र्ज़ निभा रही थी.
किस करते हुए मौसा जी मम्मी की पीठ पर हाथ फेर रहे थे. फिर धीरे-धीरे उनका हाथ पीठ से कमर पर, और फिर कमर से मम्मी की गांद पर चला गया. जैसा की मैने आपको बताया है की मम्मी की गांद बहुत सेक्सी है. जब मौसा जी ने अपना हाथ उनकी गांद पर रख कर उसको मसला, तो इधर मेरा भी लंड खड़ा हो गया.
मौसा जी उपर से मम्मी के होंठो का रस्स चूस रहे थे, और नीचे से मम्मी की गांद दबा रहे थे, और गांद के चियर में अपने हाथ घुसा रहे थे. तभी स्लॅब से प्लेट गिर गयी, और दोनो अलग हो गये. मम्मी ने मौसा जी को बाहर भेज दिया. उनको बाहर आते देख मैं बातरूम की तरफ चल दिया.
इसके आयेज क्या हुआ, ये आपको कहानी के अगले भाग में पता चलेगा. यहा तक कहानी का मज़ा आया हो, तो इसको शेर ज़रूर करे.