फिर जेथलाल मासूम बन के बबिता को बोला: प्लीज़ बबिता जी, मान जाइए ना. ये बहुत बड़ी पार्टी है, और बड़ा ऑर्डर है 10 क्रोरे का. इसमे मुझे 2 क्रोरे का फ़ायदा होगा. तो अगर आप ये करेंगी तो में आपको पुर 10 लाख दूँगा. प्लीज़.
बबिता (मॅन में): अर्रे वाह, क्या स्कीम है. 10 लाख, वो भी एक बार सेक्स करने के. वो कालिया इएर मुझे कभी 10 लाख कमा के नही देगा, और मुझे सॅटिस्फाइ भी नही कर पाएगा. मैं इन लोगों से चुड लेती हू. जेता जी को 2 क्रोरे मिल रहे है, तो वो मुझे और ज़्यादा पैसे भी दे देगा.
फिर बबिता नाटक करने लगी और बोली: ची, जेता जी आप पैसों के लिए मुझे कुछ भी करने को बोलॉगे. आपसे ये उमीद नही थी. मैं सोसाइटी में सब को बता दूँगी आपके बारे में.
जेथलाल: बबिता जी प्लीज़ मान जाइए ना, बहुत बड़ी डील है. अगर आप बोलो तो मैं आपको 25 लाख दूँगा, प्लीज़.
बबिता: नो मीन्स नो जेता जी.
जेथलाल: बबिता जी 50 लाख दूँगा, बस खुश?
बबिता (सोचते हुए): ये हुई ना बात की 50 लाख भी मिलेंगे, और सॅटिस्फॅक्षन भी मिलेगा, वाह.
ठीक है जेता जी मगर ये लास्ट बार है, ठीक है? वो भी आपके बड़े ऑर्डर के लिए.
जेथलाल: थॅंक योउ बबिता जी. मैं आपका ये एहसान कभी नही भूलूंगा.
और उसके बाद दोनो आके मुकेश और भोगीलाल के पास बैठ जाते है.
मुकेश: क्या हुआ जेथलाल?
जेथलाल: बबिता जी मान गयी है, पर लास्ट बार है ठीक है?
मुकेश और भोगीलाल दोनो मॅन में खुश होते हुए.
मुकेश: अर्रे हा-हा जेथलाल, सिर्फ़ एक ही बार होगा.
बबिता जेथलाल की चेर के पास खड़ी थी, और मुकेश उसके पास गया, और उसका हाथ पकड़ के अपनी और खींच के अपनी गोद में बिता कर उसे किस करने लगा. लेकिन बबिता उसके लिए तैयार नही थी, और वो उसका साथ नही दे रही थी. पर मुकेश उसे किस करते हुए उसके बड़े-बड़े बूब्स ज़ोर-ज़ोर से दबा रहा था.
इससे बबिता को बहुत दर्द हो रहा था, और मूह से आ आह श एस कर रही थी. अब भोगीलाल भी उसके पीछे आ गया, और उसकी गांद और बूब्स दबाने लगा. साथ में वो गांद पे स्पॅंक मारने लगा. जेथलाल का लंड बबिता तो देख कर खड़ा हो गया, पर वो काबू करके बैठा था.
अब मुकेश ने बबिता की त-शर्ट, जीन्स, और ब्रा-पनटी खींच के फाड़ दी, और बबिता के बूब्स ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा, और भोगीलाल उसकी गांद पे ज़ोर-ज़ोर से स्पॅंक करने लगा. बबिता की हालत बहुत खराब थी, और मूह से निकल रहा था-
बबिता: अया आह तोड़ा धीरे करो. बहुत दर्द हो रहा है.
मुकेश: चुप बैठ रंडी, अपने बाप को छोड़ना मत सीखा.
और ऐसे करके उसके मूह पे एक तमाचा मारा जिससे बबिता का गाल पूरा लाल हो गया था. भोगीलाल ने भी अपनी 2 उंगलियाँ अपने थूक से गीली करके बबिता की गांद में डाल दी, जिससे बबिता को बहुत दर्द हुआ, और उसकी आँखों से आँसू आने लगे. ये देख के जेथलाल को बहुत बुरा भी लग रहा था, और मज़ा भी आ रहा था.
अब मुकेश और भोगीलाल दोनो ने आपने कपड़े निकाल दिए थे, और दोनो के बहुत बड़े लंड थे. मुकेश का 9.3 इंच और भोगीलाल का 8.7 इंच. ये देख के बबिता दर्र गयी और उसकी गांद फटत गयी थी.
बबिता: सॉरी मैं नही कर सकती. मुझे जाने दो प्लीज़. मैं आपके हाथ जोड़ती हू प्लीज़.
अब मुकेश और भोगीलाल दोनो ने बबिता तो नीचे बिता दिया, और अपने बड़े-बड़े लंड लेके उसके पास गये, और बबिता को बोला-
मुकेश: ले रंडी इसे चूस और अपने मलिक तो शांत कर.
और ऐसा बोल के अपना लंड उसके मूह में मारा. बबिता ने अपना मूह नही खोला तो भोगीलाल ने ज़ोर से उसके बूब्स दबाए, जिससे उसके मूह से चीख निकली, और उसी बीच मुकेश ने अपना लंड उसके मूह में डाल दिया. मुकेश का लंड इतना बड़ा था की बबिता के मूह में भी नही समा रहा था, और उसकी आँखों से आँसू आ गये.
भोगीलाल ने अपना लंड बबिता का हाथ में थमा दिया, और बबिता उसे हिलने लगी, और ये सब जेथलाल देख के अपना लंड पंत में से निकाल कर हिला रहा था. उसका लंड भी 9 इंच का था.
मुकेश: आ क्या चूस्टी है रंडी, वाह मज़ा आ रहा है. और चूस बहनचोड़.
ऐसे गालियाँ दे रहा था. तभी उसकी नज़र जेथलाल पे पड़ी, और बोला-
मुकेश: अर्रे जेथलाल, उधर क्या लंड हिला रहा है. इधर आ और इसे छोड़ ना भाई.
ये सुनते ही जेथलाल बहुत खुश हो गया और मॅन में सोचा: अर्रे वाह आज मेरी सालों पुरानी बबिता तो छोड़ने की इक्चा पूरी होगी.
फिर वो भी अपनी पंत निकाल कर आ गया, और अपना लंड बबिता के हाथ में थमा दिया. बबिता कभी मुकेश का लंड मूह में लेती, और भोगीलाल और जेथलाल का हिलती, और कभी भोगीलाल का मूह में लेती, और मुकेश और जेथलाल का हिलती. मतलब एक का मूह में लेती, बाकी दोनो के हिलती.
फिर भोगीलाल बबिता के पीछे गया, और अपना बड़ा सा लंड बबिता की छ्होटी सी छूट में डालने लगा. पर अंदर ही नही जा रहा था. तभी उसने देखा ही उधर आयिल की बॉटल पड़ी थी, तो उसे लेके तोड़ा आयिल अपने लंड पे, और तोड़ा बबिता की छूट और गांद में डाला. अब उसने ट्राइ किया तो उसका सूपड़ा बबिता की छूट में चला गया, और उधर उसकी आँखों से आँसू आ गये.
पर वो चीख भी नही सकती थी, क्यूंकी जेथलाल का लंड उसके मूह में था, और भोगीलाल उधर झटके मारने लगा. फिर कुछ समय के बाद बबिता को आराम मिला. अब उसे भी मज़ा आने लगा था. उसके मूह से आवाज़े आ रही थी आ श एस फक मे हार्डर.
मुकेश ने बबिता तो अपने लंड पे बिता दिया नीचे लेट गया. बबिता उसके लंड पे उछालने लगी और भोगीलाल और जेथलाल का लंड चूसने लगी. मुकेश बबिता के बूब्स चूस रहा था. तभी मुकेश ने जेथलाल को इशारा किया. फिर जेथलाल बबिता के पीछे गया और बबिता की गांद में 2 उंगली डाल के अंदर-बाहर करने लगा.
अब थोड़ी देर बाद जेता ने अपने लंड पे आयिल लगाया और तोड़ा बबिता की गांद पर लगाया. फिर घुटनो पर बैठ के अपना लंड बबिता की गांद पर सेट करने लगा, और बड़ी मुश्किल के बाद अपने लंड का सूपड़ा अंदर डाला. बबिता की गांद वर्जिन थी, तो उसे बहुत दर्द हुआ, और उसके मूह से निकला-
बबिता: अर्रे जेता जी मुझे जाने दो. गांद मत मारो. मैने कभी नही मरवाई है. प्लीज़ रहने दो.
पर जेता नही माना, और उसने ज़ोर से झटका मारा और बबिता की गांद की सील टूट गयी, और उसमे से बहुत खून बहने लगा था. उसके मूह से ज़ोर से आवाज़ निकली “आह फटत गयी”. ये आवाज़ बहुत ज़ोर से थी और गोडोवन् के बाहर तक चली गयी थी. मुकेश और भोगीलाल ये सुन के दर्र गये.
मुकेश: अर्रे रंडी, मदारचोड़, धीरे चीख ना तोड़ा.
अब जेथलाल और मुकेश दोनो बबिता को ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगे, और जेथलाल पीछे से स्पॅंक मारने लगा था. इससे बबिता को और मज़ा आने लगा था.
बबिता: अर्रे मदारचोड़ो, छोड़ो मुझे. मैं तुम्हारी रंडी हू. दूं नही है छूतियों, सालों, बहनचोड़ो, छोड़ो मुझे.
भोगीलाल: रुक बेहन की लोदी.
और ये बोल के बबिता को गोद में उठा के अपना लंड उसकी छूट में डाल दिया. फिर खड़े-खड़े उसको ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा और मुकेश पीछे से उसकी गांद मारने लगा. ऐसे ही दोनो बेरेहमी से बबिता को छोड़ रहे थे, और जेथलाल बबिता के बूब्स चूस रहा था.
अब 30 मिनिट हो गये थे, और बबिता 4 बार झाड़ चुकी थी, और भोगीलाल भी झड़ने के करीब था. वो ज़ोर-ज़ोर से बबिता को उपर-नीचे कर रहा था, और कुछ धक्को के बाद वो झाड़ गया. फिर बबिता को नीचे उतार के हाँफने लगा. अब जेथलाल नीचे लेट गया, और बबिता को उसके उपर बिता दिया, और नीचे से तेज़-तेज़ धक्के मारने लगा.
मुकेश उसके पीछे बैठ गया, और उसकी गांद मारने लगा. अब बबिता की हालत खराब थी, और अब वो 5
बार झाड़ चुकी थी, और मुकेश और जेथलाल भी झड़ने के करीब थे. उन दोनो ने बबिता को नीचे बिताया, और बबिता ने दोनो के लंड हिला-हिला कर झाड़वा दिए. वो उनका स्पर्म चाट गयी और उनके लोड चूस कर सॉफ कर दिए. अब चारो बहुत खुश थे, स्पेशली बबिता. क्यूंकी उसे 50 लाख मिलने वाले थे, और वो सॅटिस्फाइ भी हो गयी थी. अब मुकेश और भोगीलाल ने घड़ी में देखा तो 1:00 बाज गया था.
मुकेश: वाह जेथलाल, दोस्त हो तो तुम्हारे जैसा. वाह, मज़ा आ गया. और ये तुम्हारा अग्रीमेंट, लो साइन कर लो. हमे लाते हो रहा है.
जेता ने वो अग्रीमेंट साइन कर लिया, और मुकेश ने बबिता का नंबर माँग लिया. फिर वो कपड़े पहन के चले जाने लगे. तभी उसे याद आया तो अपने आदमी को कॉल करके बबिता को कॉल दिया और बोला-
मुकेश: तुम्हारा साइज़ बता दो, मेरा आदमी अभी कपड़े दे जाएगा.
बबिता ने कॉल पर साइज़ बता दिया, और कॉल रख दिया. अब मुकेश और भोगीलाल चले गये, और जेता ने भी अपने कपड़े पहन लिए थे, और वो बहुत खुश था. एक तो उसको ऑर्डर मिला, उपर से बबिता जैसा माल मिला छोड़ने को. बबिता वॉशरूम चली गयी, उसकी छूट और गांद सॉफ करने और नहाने.
इतने में वो आदमी आया और 5-6 जोड़ी महँगे सेक्सी कपड़े और कुछ बिकीनिस दे गया. फिर वो चला गया. अब बबिता बाहर आई और देखा तो बहुत खुश थी. फिर उसने ब्लॅक कलर की ब्रा पनटी पहन ली और एक ऑरेंज कलर का वन पीस पहन लिया, और जाते-जाते जेथलाल को किस करने लगी और बोली-
बबिता: थॅंक योउ जेता जी आज तो मज़ा गया. ये मेरी लाइफ का सबसे बेस्ट दिन है.
जेथलाल: अर्रे थॅंक योउ तो मुझे बोलना चाहिए. आपकी वजह से ही तो मुझे ये ऑर्डर मिला है. थॅंक योउ.
और बबिता ऑटो पकड़ के घर चली गयी.
अब ये स्टोरी में इतना ही, और जल्द ही लौटूँगा नयी स्टोरी के साथ. थॅंक योउ गाइस, बाइ. [email protected]