ही गाइस, मेरा नाम भुवनेश है. मैं महाराष्ट्रा, मुंबई का रहने वाला हू. मंक में अची ख़ासी जॉब है मेरी, उमर 26 है, और सिंगल हू. एक दिन मैं और मेरा एक दोस्त ऐसे ही बैठे थे, और वो कोई अप उसे कर रहा था. तो मैने उससे पूछा-
मे: क्या कर रहा है?
तो उसने बताया: ये नयी सोशियल नेटवर्किंग अप है, जहा मैं किसी से बात कर रहा हू.
मैने पूछा: कों सी अप?
तो उसने कहा: फ़ीनिक्ष अप नाम की अप है, तू भी डाउनलोड कर ले प्ले स्टोर से.
और मैने वैसा ही किया. घर जाके मैने फ़ीनिक्ष अप डाउनलोड कर ली, और मैने आस-पास के लोगों को रिक्वेस्ट्स भेजना स्टार्ट कर दिया. फिर कुछ ही देर में एक लड़की सेजल (नामे चेंज्ड) ने मेरी रिक्वेस्ट आक्सेप्ट कर ली. प्रोफाइल देखी तो पता चला वो भी मुंबई से थी. मैने देर ना करते हुए मेसेज कर दिया-
भुवनेश: हे!
सेजल: ही.
भुवनेश: हाउ अरे योउ? फ्रॉम वेर अरे योउ?
सेजल: ई आम फाइन. मैं मुंबई से हू, और तुम?
भुवनेश: मैं भी मुंबई से हू. आप क्या करती हो?
तो उसने बताया
सेजल: मेरी ग्रॅजुयेशन कंप्लीट हो गयी है. अभी जॉब ढूँढ रही हू.
तो मैने उनको कहा: मेरी कंपनी जहा मैं वर्क करता हू, वाहा है प्लेसमेंट. अगर आपको चाहिए तो ई कॅन दो सम्तिंग.
सेजल: ओह ग्रेट! कों सी कंपनी में काम करते हो आप?
मैने मेरी कंपनी का नाम बताया, तो वो शॉक हो गयी, और उसने कहा-
सेजल: अगर कुछ होगा तो प्लीज़ बताना.
मैने उससे रेज़्यूमे लिया, आंड फिर हमने नंबर एक्सचेंज किए. अब हमारी बात कभी व्हातसपप पर, कभी फ़ीनिक्ष अप पर होने लग गयी. आंड धीरे-धीरे हम कब बेस्ट फ्रेंड्स बन गये पता ही नही चला.
उसी दौरान मेरी कंपनी से उसको इंटरव्यू के लिए भी बुलाया गया, और वो सेलेक्ट भी हो गयी. आंड को-इन्सिडेंटली हमारा ऑफीस सेम फ्लोर पर था.
ऑफीस के बाद हम कॉफी शॉप्स और रेस्टोरेंट्स जाने लग गये. मैं कभी-कभी उसको घर पे ड्रॉप भी कर दिया करता. काफ़ी कम वक़्त में हम काफ़ी क्लोज़ आ गये, और वो मेरे घर पर भी आने लगी. मैं भी कभी-कभार उसके घर जाने लगा.
हमारी फॅमिलीस भी हमे आचे से जानने लगे. एक दिन हम ऐसे ही किसी रेस्टोरेंट में बैठे हुए थे, आंड सेजल ने मुझसे कहा-
सेजल: भुवनेश, चल ना कही घूमने चलते है. काफ़ी दिन हो गये, कही गये नही.
तो मैने कहा: हा यार, जाते है. बुत ऑफीस में काम भी बहुत है.
उसने कहा: प्लीज़ चलते है ना, काम तो होता ही रहेगा.
मैं उसको माना नही कर पाया, और हाअ कर दी.
भुवनेश: जाना कहा है?
सेजल: गोआ चले?
भुवनेश: नही यार, कही और चलते है.
बुत उसको गोआ ही जाना था.
तो मैने कहा: चल ठीक है, गोआ ही चलते है नेक्स्ट वीक.
आंड उसने मुझे हग कर लिया, जो की अनएक्सपेक्टेड था मेरे लिए. मैने ज़्यादा ध्यान नही दिया, और बुकिंग्स वग़ैरा का डिसाइड करने लगे. कुछ दीनो में हमने सारी बुकिंग्स कर ली. ऑफीस में बहाने भी बना दिए. घर पर बताया की ऑफीस के काम से कुछ दिन देल्ही जेया रहा हू.
सब कुछ सेट था, अभी बस अगले दिन निकलना था. हम दोनो एक-दूसरे से थाने में मिले. ट्रेन रिज़र्वेशन्स कर ली थी ऑलरेडी, तो कोई दिक्कत नही थी. ट्रेन में चढ़ते ही सेजल का बिहेवियर ही चेंज हो गया. वो दोस्त से सीधा गर्लफ्रेंड जैसे बिहेव करने लग गयी, जो मुझे लगा प्रोटेक्टिव हो रही थी ज़्यादा. मुझे भी मज़ा आ रहा था.
फिर कुछ घंटो में हम गोआ पहुँचे. वाहा हम फटाफट अपने रूम में पहुँचे. काफ़ी गरम था गोआ, तो मैने नहा लिया पहले, और चेंज कर लिया. तब तक उसने भी नहा लिया. मैं उसको देखता ही रह गया दोस्तों.
पानी धीरे-धीरे उसके बदन पर तपाक रहा था. मैने कभी सेजल को ग़लत नज़र से देखा नही था. मेरे लिए वो बेस्ट फ्रेंड से बढ़ कर कुछ नही थी. पर उसको ऐसे देख कर मेरे मॅन में भी कुछ हुआ.
लेकिन मैने आपनी फीलिंग्स को दबा दिया, और सर झुका के वाहा से निकल गया. उसके बाद वो भी रेडी हो गयी. दोस्तों उसने शॉर्ट्स पहनी थी, और एक ब्लॅक कलर की त-शर्ट, हल्की सी लिपस्टिक, और कोई बहुत ही अछा पर्फ्यूम था. बड़ी ही खूबसूरत लग रही थी वो, और वो अचानक से मेरे करीब आ गयी और बोली-
सेजल: कैसी लग रही हू?
मैं शॉक हो गया था, और झीजकते-झीजकते कहा: अची लग रही हो.
तभी डोरबेल बाजी, और देखा कोई लड़का खड़ा था जो गाड़ी लेके आया था, जो हमने आते ही रेंट कर ली थी. हम नॉर्थ गोआ में रुके थे, वाहा काफ़ी सारे बीचस है. कुछ देर हमने रेस्ट की, और शाम होते ही हम बीच के लिए निकले, जो 20 मिनिट डोर था.
बीच जाते ही वाहा हम बैठे, काफ़ी सारी बातें की लाइफ को लेके आंड एट्सेटरा एट्सेटरा पर. सेजल कुछ अलग ही बिहेव कर रही थी. वो मेरे कंधे पर सर रख कर शांति से बैठी रही, और जब मैने पूछा क्या हुआ, तो कुछ नही कहा उसने.
कुछ देर बाद मैने ही कहा: कही चल के खाना खाते है.
आंड वो भी मान गयी. फिर हम वही से किसी आचे रेस्टोरेंट में गये और खाना खाया. सेजल अब भी शांत थी, और कुछ नही कह रही थी. डिन्नर करते ही हम वाहा से निकले, और स्कूटी पर घर जेया ही रहे थे की सेजल ने मुझे ज़ोर से हग किया पीछे से.
मैने पूछा: क्या हुआ?
उसने कहा: कुछ नही.
और ज़ोर से पकड़ कर मेरे कान में बोली-
सेजल: भुवनेश, “ई लोवे योउ बेबी”.
ये सुन के मैं पूरा शॉक में चला गया, और गाड़ी साइड में रोक दी. मैं उसकी तरफ देखने लगा. पर वो वापस शांत हो गयी. मैं भी ज़्यादा फोर्स ना करते हुए वापस घर की तरफ गाड़ी लेने लगा. हमने पुर रास्ते कुछ बात नही की, और घर पहुँचते ही मैने उससे पूछा-
भुवनेश: क्या तुमने जो कहा वो वापस कहोगी?
उसने ज़ोर से मुझे हग किया, और मेरी नेक पर बीते करके कहा: बेबी, ई लोवे योउ.
मुझे कुछ समझ ही नही आ रहा था. वो इतनी हॉट लग रही थी. फिर मैने भी “ई लोवे योउ टू” कह दिया, आंड वो मुझसे लिपट कर पागलों की तरह मुझे किस करने लग गयी.
मैं भी उसको दीवार की तरफ पकड़ कर किस करने लगा, और उसकी नेक को बीते करने लगा और सूंघने लगा. हम दोनो पागलों की तरह एक-दूसरे को बीते कर रहे थे, किस कर रहे थे. उसी वक़्त उसने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी शॉर्ट्स के बटन पर रखा, जैसे वो मुझे कह रही हो ये बटन खोल दो अब.
और मैने वैसा ही किया. मैने उसकी शॉर्ट्स का बटन खोला, और मेरा हाथ अंदर डाल के उसकी छूट को सहलाने लगा. वो और पागलों की तरह मुझे किस करने लगी. वो एक ही झटके में मेरी जीन्स निकाल के मेरे लंड को सहलाने लगी.
मैने भी उसकी शॉट निकाल के मेरी उंगलियाँ उसकी छूट में डाल दी, और वो काँप उठी. फिर वो मेरा हाथ पकड़ के मुझे रूम में ले गयी, और मुझे बेड पर दाखेल दिया. मैं भी उसका ये वाइल्ड रूप बहुत एंजाय कर रहा था. वो मेरे पास आई, और मुझे बीते करके कहा-
सेजल: आज तू कुछ भी कर सकता है मेरे साथ, कुछ भी.
और वो मेरे मूह में जीभ डाल के किस करने लगी, और किसी रंडी की तरह मुझे देखने लग गयी. उसने मुझे खड़े होने को कहा, और खुद बेड पर टाँग फैला के बैठ गयी. मैं समाज गया था, की वो क्या चाहती थी.
फिर मैं भी धीरे-धीरे उसको छेड़ते-छेड़ते अपना मूह उसकी छूट पर लगा के चाटने लगा, और वो ज़ोर-ज़ोर चिल्लाने लगी.
सेजल: चाट मेरी छूट को, और ज़ोर से आह, आहह बेबी और ज़ोर से आहह. ई लोवे योउ बेबी, बहुत दीनो से वेट कर रही थी. अपना बना ले मुझे आज, चाट इस छूट को, ये तेरी ही है.
भुवनेश: हा बेबी, ये मेरी ही है.
और मैने धीरे से उसकी छूट काट ली. इससे वो मछली की तरह तड़पने लगी
सेजल: मुझे पता नही था तू इतना अछा चातेगा. आज से तू रोज़ मेरी चूत चातेगा. इसके बदले तुझे जो चाहिए मैं रोज़ दूँगी.
और ये सब सुन के मैने अपनी स्पीड और बढ़ा दी. वो पागलों की तरह गालिया देने लगी, और सिसकियाँ भरने लगी-
सेजल: बेबी आ, आहह मेरे राजा, चाट इस छूट को मेरी जान.
और कुछ ही देर में वो झाड़ गयी. उसने तुरंत मेरे लंड को पकड़ा, और लॉलिपोप की तरह चूसने लगी. कुछ देर चूसने के बाद उठ के मुझे किस करने लगी, और कहने लगी-
सेजल: अब छोड़ दे.
फिर वो मेरे कान के पास आके बोली: प्लीज़ फक मे बेबी.
और मैं भी जोश में आ गया. फिर उसको लिटा के मैने उसकी छूट में लंड डाल दिया एक-दूं से. वो थोड़ी चिल्लाई. उसको दर्द हो रहा था, पर कुछ धक्को के बाद ही उसको मा आने लगा. अब उसका चिल्लाना सेक्स वाय्स में कॉनवर्ट होने लग गया.
सेजल: छोड़ो मुझे आहह, फक मे बेबी, और ज़ोर से आहह. कितना बड़ा लंड है तुम्हारा. बेबी पूरा अंदर डाल दो.
भुवनेश: ठीक है मेरी जानू.
सेजल: आ मेरा बेबी, और ज़ोर से फक मे बेबी. छोड़ मुझे कुत्ते, और ज़ोर से छोड़. आज से मेरी छूट तेरी, छोड़ मुझे, फक मे बेबी आहह.
मैने मेरी धक्को की स्पीड और बढ़ा ली, और उसको और ज़ोर से छोड़ने लग गया. वो और चिल्लाने लगी. वो कभी मेरे कान काट-ती, तो कभी मेरी नेक. और मैं और स्पीड बढ़ा देता.
कुछ ही देर में वो झाड़ गयी. बुत मैं उसको छोड़ता ही जेया रहा था. वो 2 बार झाड़ चुकी थी, और तक चुकी थी. बुत मैं कहा रुक रहा था. बस उसको छोड़ता ही जेया रहा था, और कुछ ही मिनिट्स में झड़ने भी वाला था.
मैने उसको कहा: बेबी ई म कमिंग.
उसने कह: आज तुम्हारे लिए गिफ्ट है. अंदर ही निकाल दो.
और ये सुनते ही मैं और जोश में आ गया. फिर कुछ ही देर में मैने उसके अंदर ही अपना पानी छ्चोढ़ दिया, और उसकी साइड पर गिर गया.
अगले पार्ट में आपको बतौँगा की हमने कैसे और 5 दिन गोआ में अलग-अलग तरह से चुदाई की.