हेलो व्यूवर्स, मेरा नाम राजेश है, और मैं देल्ही न्क्र में रहता हू. यार मेरी पहली स्टोरी है, और इसमे मैने अपनी कांवली दीदी को छोड़ा है. तो चलिए शुरू करते है कहानी को.
मेरे घर में हिना नाम की एक लड़की काम करती है. उसकी आगे लगभग 30-35 की होगी. उसके दो बच्चे है, और एक नशेड़ी पति है. तो एक दिन हिना दीदी कपड़े धो रही होती है, और मैं किसी काम से उस तरफ गया रहता हू.
उस तरफ जाते ही मेरी नज़र उनकी ब्रेस्ट की तरफ पड़ती है, और मुझे उनके छ्होटे चूचों की झलक मिलती है. लेकिन उन्होने ब्रा पहनी होती है, इसलिए मेरे को पूरा नज़ारा नही मिल पता है. और फिर मैं वाहा से चला जाता हू. अब आयेज चलते है.
एक दिन मैं पॉर्न देख रहा होता हू, और मेरा 8 इंच का लंड खड़ा होता है, और मेरी पंत के अंदर से सॉफ दिख रहा होता है. उसी टाइम हिना भी झाड़ू कर रही होती है, और वो मुझे उस हालत में देख लेती है. मेरा खड़ा हुआ लंड देख कर वो भी गरम होना चालू हो जाती है.
फिर वो दूसरे रूम में जेया कर अपनी छूट और बूब्स को मसालने लगती है. मेरा जब काम ख़तम हो गया था, तब मैं उस रूम में गया, और मैने उन्हे देख लिया. वो तब भी मेरा नाम लेकर मज़े ले रही होती है. तभी उनका ध्यान जब मेरे उपर आया, तो वो शर्मिंदा हो गयी.
हिना: सॉरी राजेश, मैने तुम्हारा खड़ा हुआ लंड देख लिया था, और मैं गरम हो गयी थी.
राजेश: ठीक है ना दीदी, कोई बात नही.
हिना: तुम प्लीज़ ये बात किसी को बताना मत. अगर किसी को पता चल गया, तो मेरा नाम खराब हो जाएगा.
राजेश: हा ठीक है. लेकिन एक ही शर्त पे मैं ये बात किसी को नही बतौँगा. और शर्त ये है, की आप मुझे ब्लोवजोब दोगे.
हिना, जो की पहले से गरम हुई थी, वो मेरी बात सुन कर बोली-
हिना: अर्रे बिल्कुल मैं दूँगी.
और उसी वक़्त बिना कोई टाइम वेस्ट किए वो अपने घुटनो पर बैठ गयी. उसके घुटनो पर बैठते ही मैने अपना लंड बाहर निकाल कर उसके सामने कर दिया. उसने मेरा लंड पकड़ा, और उसको मूह में डाल कर चूसना शुरू कर दिया.
हिना: आ आ क्या बड़ा लंड है आ. बहुत मज़ा आ रहा है इसको चूसने में.
कुछ देर में ही मैं अपने चरम पर पहुँच गया, और अब मेरा होने वाला था. तब मैने उसको बोला-
राजेश: मेरा होने वाला है आ.
हिना: निकाल दो मेरे मूह के अंदर ही.
फिर मैं आ आ करते हुए उसके मूह में ही झाड़ गया, और हिना का मूह अपने माल से भर दिया. हिना तुरंत पुर माल को पी लेती है. फिर अगले दिन मैं फिरसे हॉर्नी हो रहा था, और दीदी उस वक़्त झाड़ू कर थी. तभी मैं जाके उसको स्पॅंक कर देता हू.
दीदी शर्मा के मुझे बोलती है: छोड़ना है तो छोड़ ले ऐसे ही. मेरे को अपना काम करना है.
मैं खुश हो जाता हू, और तुरंत उसकी लेगैंग्स उतार के, पनटी फाड़ के, लोड्ा उसकी छूट में डाल देता हू. और वो ज़ोर से चिल्ला पड़ी. उसकी छूट बड़ी टाइट थी, क्यूंकी उसका नशेड़ी पति उसको छोड़ता नही था .
हिना: हा मुझे रंडी बना के छोड़. मुझपे रहम मत कर, बस छोड़ दे. मुझे प्रेगञेन्ट कर दे, मैं प्रेग्नेंट होना चाहती हू. प्लीज़ कर दे मुझे प्रेग्नेंट.
मैं ये सब सुन कर और हॉर्नी हो गया. मैने उसको पूरा नंगा कर दिया, और उसको रंडी की तरफ छोड़ा. मेरा होने ही वाला था उतने में मैने अपना लंड उसकी छूट से निकाला और उसके मूह में डाल दिया. फिर मैने उसके मूह में ही अपना माल छ्चोढ़ दिया.
हिना: बहुत मज़ा आया आज
तो.
राजेश: हा, बहुत मेरी रंडी.
हिना: तुम्हारी कोई फॅंटेसी है क्या?
राजेश: हा है ना. मुझे आपको आपके दोनो बच्चो के सामने छोड़ना है.
हिना ये सुन कर बहुत हैरान हो गयी.
हिना: ये क्या बोल रहे हो? ऐसा नही हो सकता.
राजेश: प्लीज़ ना दीदी प्लीज़.
हिना: ठीक है रूको, मैं प्रबंध करती हू.
अगले दिन दीदी अपने दोनो बच्चो को लेके आती है. एक लड़का था, और एक लड़की, और दोनो में दो साल का अंतर था. अब दीदी उन दोनो को समझती है-
हिना: मैं और दीदी एक काम करेंगे, और तुम दोनो को हमे देखना पड़ेगा.
उन दोनो ने हा बोल दिया. लेकिन जब मैने बच्चो के मासूम चेहरे देखे, तो मेरा दिल ही नही किया उनके सामने करने का. इसलिए मैं दीदी को दूसरे रूम में ले गया.
अब मैने हिना के कपड़े उतारने चालू कर दिए. हिना अब मेरा लंड अपने मूह में लेती है, और ब्लोवजोब देना चालू करती है. मैं उनके बाल पकड़ लेता हू, और उनके मूह में धक्के मारना शुरू कर देता हू.
ये सीन बहुत ही ज़्यादा अछा था, और मैं और उत्तेजित हो गया. मैं ज़ोर-ज़ोर से दीदी का मूह छोड़ रहा था. दीदी की साँस रुक रही थी, और उनके मूह से थूक बाहर आ रही थी.
कुछ देर दीदी का मूह छोड़ने के बाद मैने दीदी को खड़े-खड़े ही घोड़ी बना लिया. मैने उनके हाथ दीवार पर रखवा कर उन्हे झुका लिया. इससे उनकी गांद बाहर आ गयी. बड़ी पसंद थी मुझे दीदी की गोल-गोल और सॉफ्ट गांद.
फिर मैं घुटनो पर बैठा, और मैने अपना मूह दीदी की गांद मैं डाल लिया. क्या मादक खुश्बू आ रही थी दीदी की गांद में से. फिर मैने दीदी की छूट पर अपनी जीभ फेरनी शुरू कर दी. वो आ आ कर रही थी, और अपनी गांद हिला-हिला कर छूट चटवा रही थी.
कुछ देर मैने ऐसे ही उसकी छूट का मज़ा लिया. फिर मैं खड़ा हुआ, और उसके चूतड़ पकड़ कर आचे से मसले, और थप्पड़ मार-मार कर लाल कर दिए. फिर मैने अपना लंड उसकी छूट पर सेट किया, और रगड़ने लगा. वो मुझे लंड जल्दी अंदर डालने को बोलने लगी.
फिर मैने एक ही झटके में अपना पूरा लंड दीदी की छूट में डाल दिया. दीदी की आ निकली, और मैने धक्के मारने शुरू कर दिए. फिर मैं मज़े से उसकी छूट छोड़ने लगा, और वो आ आ करके छुड़वाने लगी. बहुत मज़ा आ रहा था.
फिर मैने आयेज झुक कर उसके चूचे पकड़ लिए, और धक्को की स्पीड बढ़ा दी. वो मज़े से बोलने लगी-
हिना: आह आ मज़ा आ रहा है. और ज़ोर से छोड़ो. बना लो आज मुझे अपनी रंडी.
मैने उसी पोज़िशन में उसको 25 मिनिट तक चोदा, और फिर उसकी चूत में ही अपना पानी निकाल दिया.
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