हेलो दोस्तों, मैं विश्वास अपनी कहानी के अगले पार्ट के साथ वापस आया हू. अगर आपने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो पहले जाके उसको पढ़े. उमीद है आपको पहले पार्ट में मज़ा आएगा.
पिछले पार्ट में मैने आपको बताया, की मेरे पापा की डेत के बाद मा काफ़ी ओपन हो गयी थी. फिर एक दिन मैं कॉलेज में च्छुटी होने की वजह से जल्दी घर आ गया, तो मैने मों को किसी के साथ बेडरूम में देखा.
मेरी मों आधी नंगी थी, और कोई आदमी उनके साथ था. पहले मुझे लगा की वो आदमी शर्मा अंकल थे, लेकिन जब मैने उसका चेहरा देखा, तो मैं हैरान रह गया. अब आयेज बढ़ते है.
शर्मा अंकल की बिके देख कर मुझे लग रहा था, की वो शर्मा अंकल होंगे. लेकिन वो तो उनका बेटा था. अब आयेज बढ़ने से पहले मैं आपको शर्मा जी के बेटे के बारे में बता देता हू.
शर्मा जी का बेटा मुझसे बड़ा था, और कॉलेज ख़तम कर चुका था. उसका नाम वरुण था. वो शर्मा जी के साथ कभी-कभी हमारी केबल चेक करने आता था. उसकी उमर तकरीबन 24 साल की थी, और हाइट 5’11” थी. वो दिखने में अछा और तगड़ा था. उसने जिम करके बॉडी बनाई हुई थी. अब स्टोरी पे चलते है.
मम्मी बेड पर टांगे खोल कर बैठी थी, और शर्मा जी का बेटा उनकी तरफ बढ़ रहा था. उसके हाथ में चॉक्लेट सरप की बॉटल थी. फिर वो जाके मों के पास बैठ गया. मों उसको देख कर मुस्कुरा रही थी. वो उसको ऐसे देख रही थी, जैसे उनको चूड़ने की बहुत जल्दी हो.
फिर वरुण ने मों की टांगे पकड़ी, और उनको खींच कर मों को बेड पर सीधा लिटा लिया. लेट-ते हुए मों ने अपनी टांगे जोड़ ली थी. फिर वरुण ने उनकी टांगे फिरसे खोली, और अपना मूह मों की छूट के पास ले गया.
उसके बाद वो चॉक्लेट सरप को मों की छूट पर डालने लगा. मों का हाथ फिरसे उनकी छूट पर आ गया, और वो चॉक्लेट सरप को अपनी छूट पर मलने लग गयी. फिर उन्होने वरुण को बोला-
मों: देख अब तो चॉक्लेट लग गयी है तेरी फॅवुरेट छूट पर. यही चाहता था ना तू, मेरी छूट को चॉक्लेट फ्लेवर में चाटना. ले मैने तेरे लिए अपनी छूट चॉक्लेट से भर दी. अब जल्दी से इसको चूसना शुरू कर.
मों के ये कहते ही, वरुण ने अपना मूह मेरी मों की छूट पर लगाया, और उसको चूसने लग गया. वरुण का मूह छूट पर लगते ही मों ने अपनी आँखें बंद कर ली. उन्होने अपना एक हाथ वरुण के सर पर रख लिया.
अब वरुण मों की छूट पर जीभ नीचे से उपर फेरते हुए उनकी छूट पर लगी चॉक्लेट को चाट रहा था. उसको कितना स्वाद आ रहा था, ये तो उसके चाटने की आवाज़ से पता चल रहा था. फिर मों ने जो हाथ उसके सर पर रखा था, वो उस पर ज़ोर देके वरुण के सर को अपनी छूट में दबाने लग गयी.
मा कामुक आहें भर रही थी. उनकी आहें सुन कर मुझे बहुत गुस्सा और जलन फील हो रही थी. गुस्सा इसलिए आ रहा था, क्यूंकी मेरी मों ऐसी हरकत कर रही थी. जलन इसलिए हो रही थी, क्यूंकी मैं सोच रहा था, की वरुण कितना किस्मत वाला था, और काश मैं वाहा उसकी जगह पर होता.
फिर मों ने वरुण के बालों पर अपना शिकंजा कसा, और उसको वही रोक दिया. उसके बाद वो अपनी गांद हिलने लगी. इससे उनको मस्ती चढ़ने लगी. कुछ देर छूट चुसवाने के बाद, जब छूट पर लगी सारी चॉक्लेट वरुण सॉफ कर चुका था, मा ने वरुण को अपने उपर खींच लिया. फिर उसने अपने होंठ वरुण के होंठो से मिला दिए, और वरुण के मूह पर लगा चॉक्लेट वाला अपना पानी चूसने लगी.
उनकी किस तकरीबन 10 मिनिट तक चलती रही. फिर मों ने अपनी बाकी की निघट्य भी उतार दी. अब वरुण के सामने मेरी मों नंगी लेती थी. मों के रस्स से भरे बूब्स देखते ही वरुण उन पर टूट पड़ा. वो मों के एक बूब को हाथ में लेके मसालने लगा, और दूसरे को मूह में लेके चूसने लग गया.
वो ऐसे चूस रहा था, जैसे कोई भूखा बच्चा दूध पीने के लिए अपनी मा के निपल्स पर टूट पड़ता है. जब तक मों के दोनो बूब्स लाल नही हो गये, वो कभी एक चूस्टा, और कभी दूसरा.
कुछ देर बूब्स चूसने के बाद वरुण बेड से नीचे उतरा, और अपने कपड़े उतारने लगा.
एक-एक करके उसने अपने सारे कपड़े उतार दिए, और मा के सामने नंगा हो गया. जैसे ही उसका मोटा लंड मा के सामने आया, मा के चेहरे पर बहुत खुशी आ गयी. मा जल्दी से बेड से नीचे उतरी, और घुटनो के बाल वरुण के सामने बैठ गयी. अब मा उसके सामने ऐसे बती थी, जैसे कोई भीख माँगने वाला होता है.
फिर वरुण ने अपना लंड हाथ में लिया, और मा के होंठो पर रगड़ने लगा. मा बड़ा खुश हो रही थी उसके ऐसा करने से. जब वो अपने लंड से मा के मूह पर थप्पड़ मारता, तो मा बड़े हॉर्नी एक्सप्रेशन्स देती.
फिर मा ने वरुण का लंड पकड़ा, और उस पर नीचे से उपर एक जीभ फिराई. मा की सॉफ्ट जीभ से वरुण के बदन में सनसनी होने लग गयी. मा लंड चाट-ते हुए वरुण की तरफ देख रही थी, और वरुण ने मज़े से अपनी आँखें बंद कर रखी थी.
फिर मा ने वरुण का लंड अपने मूह में डाल लिया, और उसको चूसना शुरू कर दिया. मा के लंड चूसने के स्टाइल को देख कर मुझे ‘अबेलला डेंजर’ की याद आ गयी. वो ज़ोर-ज़ोर से उसका लंड चूस रही थी, और लंड चूस्टे हुए बड़े हॉर्नी फेस से वरुण की तरफ देखती थी. वरुण बस आँखें बंद कर मा के लंड चूसने का मज़ा ले रहा था.
लगभग 5 मिनिट बाद वरुण ने अपनी आँखें खोली. फिर उसने मा के बाल पकड़े, और अपनी कमर आयेज-पीछे करके मा के मूह में लंड अंदर-बाहर करना शुरू किया. वो पूरा लंड मा के गले तक ले जेया रहा था, और मा के मूह से बहुत सारा थूक बाहर आ रहा था.
फिर वरुण ने अपनी स्पीड बधाई, और ज़ोर-ज़ोर से मा का मूह छोड़ने लगा. अब मा की साँस रुक रही थी, लेकिन वो मज़े से उसका लंड चूसने का मज़ा ले रही थी. कुछ देर ऐसा ही चला. फिर वरुण ने मा के मूह से लंड बाहर निकाल लिया.
उसके बाद क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर आपको कहानी का मज़ा आ रहा हो, तो अकेले-अकेले इसका मज़ा ना ले, इसको अपने फ्रेंड्स के साथ भी शेर करे. कहानी पढ़ने के लिए धन्यवाद.