ही फ्रेंड्स, मैं यश आज अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आप सब के सामने हाज़िर हू. उमीद है आपको पिछला पार्ट पसंद आया होगा. जिन लोगों ने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, प्लीज़ पहले जाके वो पार्ट ज़रूर पढ़ ले.
पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा, की मैं सोई हुई मनीषा भाभी के बदन को प्यार करने लगा. फिर वो जाग गयी, और मैने उनकी छूट की ज़बरदस्त चुदाई की. पहले-पहले वो माना कर रही थी, लेकिन जब उनको मज़ा आने लगा, तो वो भी मेरा साथ देने लगी. अब आयेज बढ़ते है.
हमारी चुदाई ख़तम हो चुकी थी, और हम दोनो बेड पर नंगे पड़े थे. हम दोनो की साँसे चढ़ रही थी, और दोनो को चरम सुख मिल चुका था. फिर भाभी बोली-
भाभी: यश तू तो बड़ा मस्त छोड़ता है रे. इतने टाइम में मेरे पति ने मुझे इतना मज़ा नही दिया, जितना तूने मुझे एक बार में दे दिया है. अब मुझे पता चला की मेरी सहेलियाँ क्यूँ कहती है की चुदाई में बहुत मज़ा है.
भाभी: मुझे ऐसा कभी फील ही नही हुआ था आज तक. शायद तेरे भैया ने कभी मेरी सही से चुदाई की ही नही. लेकिन आज तुझसे चुड कर मुझे जन्नत जैसा मज़ा मिला है. मुझे अब तक लगता था की मुझमे ही कोई प्राब्लम है, जो चुदाई करवाने के बाद भी मुझे मज़ा नही आता. आज के बाद तू जब चाहे मुझे छोड़ सकता है.
मैं: आपका भी जब दिल करे आप मुझसे बोल देना भाभी. आपका ये देवर आपको चरमसुख का पूरा मज़ा देगा.
फिर मैं उठा, और मैने अपने कपड़े पहन लिए. भाभी भी उठी, और बातरूम जेया कर छूट सॉफ की. फिर वो भी कपड़े पहन कर काम में मेरी हेल्प करने लगी. थोड़े टाइम में उनके घर की सेट्टिंग करवा कर मैं अपना घर वापस आ गया.
उस दिन रात को मुझे भाभी के ही ख़याल आते रहे. उनके नंगे बदन के बारे में सोच कर मैं लंड मसालने लगा. मेरा उनको दोबारा छोड़ने का दिल कर रहा था, लेकिन मैं बार-बार उनके घर जाता तो घर वालो को शक हो जाता.
अगले दी सुबा-सुबा भाभी हमारे घर आई. वो कुछ लेने आई थी, और उन्होने आज भी निघट्य पहनी हुई थी. भाभी को देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया. उन्होने भी मुझे देख कर स्माइल की. फिर जब वो जाने लगी, तो उनकी गांद देख कर मेरा गांद मारने को दिल करने लगा.
उसी दिन मैने अपने फोन पर गांद चुदाई की वीडियो देखी. वीडियो में लड़का लड़की की वाइल्ड चुदाई कर रहा था. मेरा भी दिल भाभी की वाइल्ड चुदाई का करने लगा. फिर मैने भाभी को मेसेज किया, और कहा की दीवाली वाली रात सब के सोने के बाद हम चुदाई करेंगे. भाभी ने भी हामी भर दी.
अगला दिन दीवाली का दिन था. घर पर काफ़ी मेहमान आ-जेया रहे थे. मुझे तो भाभी का इंतेज़ार था. फिर भाभी हमे दीवाली विश करने आई. उनके हज़्बेंड आज दूसरे शहर काम के लिए गये थे. भाभी ने लाल रंग की सारी पहनी हुई थी, जिसमे वो पटाखा लग रही थी.
आप सन्नी लीयोन की लाल सारी वाली पिक्चर्स देख ले, आपको अंदाज़ा हो जाएगा की मेरी भाभी कितनी सेक्सी लग रही थी. अब मुझे बस शाम का इंतेज़ार था. शाम को घर में पूजा हुई, और उसके बाद खाने की तैयारी होने लगी.
मैने चुपके से सब के खाने में नींद की मेडिसिन मिला दी, ताकि सब जल्दी सो जाए. फिर सब ने खाना खाया. उसके बाद सब पटाखे चलाने बाहर चले गये. कुछ ही देर में सब को नींद आने लगी, और सब अपने-अपने रूम में सोने चले गये.
अब मेरा रास्ता खुला था. मैने आराम से जाके भाभी के घर का दरवाज़ा नॉक किया. भाभी ने जैसे ही दरवाज़ा खोला, उनको देख कर मेरा मॅन खुश हो गया. वैसे तो गोरे रंग वाली औरत पर लाल सारी अची लगती ही है. लेकिन अगर वो औरत के नैन-नक्श और फिगर मस्त हो, तो क्या ही बात है.
मैं अंदर गया, और मैने दरवाज़ा बंद कर दिया. फिर मैं भाभी की तरफ मुड़ा, तो उन्होने मुझे स्माइल करके आँख मार दी. मैं आयेज बढ़ा, और भाभी को अपनी बाहों में भर लिया. फिर हम दोनो के होंठ मिले, और मैं उनके होंठ चूसने लगा.
होंठ चूस्टे हुए मैं उनके चूतड़ दबाने लगा. इससे भाभी गरम होने लगी. मैने उनकी सारी का पल्लू खींचा, और उसको उनके कंधे से निकाल दिया. भाभी की सारी लिपस्टिक उनके होंठो से मैने चूस ली थी.
फिर मैं उनकी क्लीवेज में मूह मारने लगा. मैने उनका ब्लाउस इतनी ज़ोर से कंधे पर से खींचा, की वो फटत गया. फिर मैने पूरा ब्लाउस फाड़ कर उनके जिस्म से अलग कर दिया. ये देख कर भाभी बोली-
भाभी: आज तो बड़े जोश में लग रहे हो.
मैं: भाभी आपको देख कर तो मुर्दा ज़िंदा हो जाए. मुझे तो बस जोश चढ़ा है.
वो मुस्कुराइ, और मैने ब्रा के उपर से उनके बूब पर दाँत काट लिए. इससे उनकी आहह निकल गयी. फिर मैने उनकी ब्रा निकली, और निपल्स चूसने लगा. निपल्स चूस्टे-चूस्टे मैं उनकी सारी को कमर से नीचे धकेलने लगा.
धीरे-धीरे उनके निपल्स लाल हो गये, और उनकी सारी फिसल कर उनकी गांद तक आ गयी. फिर मैने उनकी सारी और पेटिकोट साथ में उतार दिए. अब भाभी सिर्फ़ पनटी में मेरे सामने थी. मैने उनकी घुमाया, और पनटी के उपर से उनकी गांद में मूह मारने लगा.
दोस्तों ऐसा करने से लड़कियाँ/औरतें बहुत खुश होती है. फिर मैने उनको बेड पर चढ़ कर घोड़ी बनने को कहा. जैसे ही वो घोड़ी बनी, मैने उनकी पनटी उतार दी. अब उनकी सेक्सी गांद मेरे सामने नंगी थी. ऐसा लग रहा था, जैसे कोई केक की प्लेट मेरे सामने हो, और वो केक खाने की पर्मिशन भी मिल गयी हो.
दोस्तों मैं जानता हू की माहौल बड़ा गरम सा हो गया है. लेकिन इसके आयेज की कहानी आपको नेक्स्ट पार्ट में पढ़ने को मिलेगी. अगर आपको कहानी पसंद आ रही हो, तो इसको अपने फ्रेंड्स के साथ ज़रूर शेर करे. कहानी पढ़ने के लिए आप सब का बहुत धन्यवाद. इस गरमा-गरम कहानी का अगला पार्ट जल्दी ही आएगा.