उस वाली भाभी की कार में चुदाई की कहानी

हे फ्रेंड्स, मैं हू नितिन. मैं हायाउस्टन, उस से हू. मेरी उमर 28 साल है, और मैं अभी सिंगल हू. हमारी फॅमिली तब से उस मैं है जब से मैं 2 साल का था. मेरी हाइट 6 फुट है, और रेग्युलर जिम जाने की वजह से मेरी बॉडी भी अची बनी हुई है. ओवरॉल बोलू तो मैं एक हॅंडसम नृ बॉय हू.

मेरी फॅमिली में मों-दाद, एक बड़ा भाई और भाभी है. मेरा बड़ा भाई 32 साल का है. उसका नाम प्रिन्स है. प्रिन्स की शादी पिछले साल ही हुई है एक उस की लड़की से. उस लड़की, यानी की मेरी भाभी का नाम अमीलिया क्यूंकी हम बहुत सालों से उस में रह रहे है, तो भाभी को हमारे घर में अड्जस्ट करने में कोई दिक्कत नही हुई.

अब मैं आपको अमीलिया भाभी के बारे में बता देता हू. अमीलिया भाभी एक इंग्लीश लड़की है. उसकी हाइट 5’7″ है, और बाल गोलडेन. फिगर उसका 36-28-36 है. देखने में वो कमाल की है, और आँखें उसकी नीली है. इंडियन लड़के तो वैसे ही ऐसी लड़कियों पर मरने को तैयार रहते है.

मैने भाभी के बारे में कभी उल्टा सीधा नही सोचा था, जब तक की वो दिन नही आया. तो चलिए मैं आपको बताता हू, की वो दिन कों सा था, और उस दिन क्या हुआ.

मेरा भाई दिखने में ठीक ताक है. वो ज़्यादा अग्रेसिव नही है, और ना ही जिम वग़ैरा करता है. उसकी हाइट 5’10” है, और पेट तोड़ा बाहर है. मुझे उसकी शादी पर ये समझ में नही आया, की अमीलिया जैसी लड़की ने भाई के लिए हा कैसे बोल दी.

फिर इन दोनो की शादी हो गयी. कुछ दिन बाद इनके झगड़े शुरू हो गये. जब मम्मी-पापा झगड़े की वजह पूछते, तो वो दोनो कुछ नही बताते. धीरे-धीरे झगड़े बढ़ते गये, लेकिन रीज़न किसी को समझ में नही आ रहा था.

फिर एक दिन पापा ने मुझे कहा की मैं अमीलिया भाभी से बात करू. उनकी बात मान कर मैने सोचा की घर में बात करना ठीक नही रहेगा. तो मैने भाभी को मेरे साथ डिन्नर जाने के लिए पूछा. वो भी मान गयी.

फिर शाम को मैं गाड़ी लेके रेडी था. मैने भाभी को कॉल की, और वो घर से बाहर आई. उन्होने वाइट कलर की स्लीव्ले ड्रेस पहन रखी थी. क्या कमाल लग रही थी वो, की मैं देखता ही रह गया.

उपर से उनकी बूब्स तक चेस्ट नंगी थी, और बाजू भी नंगी थी. नीचे से ड्रेस उनके घुटनो से कम से कम 4 इंच उपर थी, और मुझे उनकी मिल्की ठिग्स दिख रही थी. फिर उन्होने गाड़ी का डोर ओपन किया, और आके मेरे साथ बैठ गयी.

सीट पर बैठने की वजह से उनकी ड्रेस थोड़ी और उपर हो गयी, जिससे उनकी जांघें और ज़्यादा दिखने लगी. मेरी नज़र बार-बार उनकी लेग्स पर ही जेया रही थी. उपर से उनकी क्लीवेज, जिसमे मूह डाल कर चूसने का दिल कर रहा था.

फिर हम चल पड़े, और 15 मिनिट में रेस्टौरेंट पहुँच गये. वाहा जाके हमने डिन्नर माँगाया, और खाना शुरू किया. फिर मैने बात स्टार्ट की. बात इंग्लीश में हुई थी, लेकिन यहा मैं हिंगलिश में लिख रहा हू.

मैं: और भाभी कैसी हो? क्या चल रहा है लाइफ में?

भाभी: ठीक हू, और सब ठीक ही चल रहा है.

मैं: एक बात पूचु?

भाभी: हा पूछो.

मैं: आप इतनी स्वीट है, और इतनी ब्यूटिफुल. आपका और भैया का झगड़ा क्यूँ होता है?

भाभी: तुम्हे ये अपने भाई से पूछना चाहिए.

मैं: देखिए भाभी, इंडियन में कहते है, की भाभी का सबसे पहला दोस्त ससुराल में उसका देवर होता है. तो उस हिसाब से मैं आपका सबसे अछा दोस्त हुआ. आप मुझे अपने हज़्बेंड का भाई मत समझिए, अपना दोस्त मान कर बताइए, की प्राब्लम क्या है.

भाभी: नितिन बात ऐसी है, की शादी के बाद एक लड़की की काई ज़रूरते होती है. लेकिन तुम्हारा भाई वो ज़रूरते पूरी नही कर पाता. अब मैं क्या करू इसके लिए?

मैं: ज़रूरते मतलब कों सी ज़रूरते?

भाभी: फिज़िकल सॅटिस्फॅक्षन.

मैं: ओह, ओक.

भाभी: मैं जब भी उसको ये बात बोलती हू, तो वो मुझसे लड़ने लग जाता है. बताओ अब मैं क्या करू.

ये बोल कर वो रोने लग गयी. मैं उसके पास जाके बैठा, और उनको चुप करवाने लग गया. फिर मैं बोला-

मैं: इसमे आपकी तो कोई ग़लती नही है भाभी. ज़रूर भैया में ही कोई प्राब्लम होगी. वरना इतनी खूबसूरत लड़की को देख कर तो अंधे का भी खड़ा हो जाए.

ये सुन कर वो हासणे लग गयी.

वो बोली: तुम बहुत आचे हो नितिन.

मैं: थॅंक योउ भाभी.

फिर हमने डिन्नर पूरा किया, और वापस आके गाड़ी में बैठ गये. तभी भाभी बोली-

भाभी: नितिन.

मैं: जी.

भाभी: क्या मैं सच में इतनी खूबसूरत हू, की अंधे का भी खड़ा हो जाए?

मैं: हा भाभी, क्यूँ? क्या आपको मेरी बात पर डाउट है?

भाभी: अछा तो फिर तुम्हारा भी खड़ा होता होगा?

मैं ये सुन कर चुप हो गया, और इधर-उधर देखने लगा. फिर वो बोली-

भाभी: बताओ नितिन, मैने कुछ पूछा है तुमसे.

मैं सोच रहा था की क्या बोलू. पर फिर मैने उनको बोल ही दिया-

मैं: अब आप इतनी ब्यूटिफुल हो, तो खड़ा तो होगा ही.

भाभी: मुझे प्यार करने का दिल करता है तुम्हारा.

मैं: वो तो करेगा ही.

भाभी: तो कर लो ना, रोका किसने है?

बस ये बोल कर उन्होने अपनी आँखें बंद कर ली, और अपना मूह आयेज की तरफ कर दिया. मैं समझ गया, की वो मुझे किस करने के लिए बोल रही थी. पहले मैने सोचा की ये अपने भाई के साथ धोखा होगा. लेकिन फिर मैने सोचा की किसी बाहर के आदमी से भाभी चुडवाएगी तो उससे बढ़िया मैं ही छोड़ लू.

और वैसे भी भाभी को सॅटिस्फाइ करके मैं अपने भाई का घर ही बचा रहा था. ये सब सोच कर मैने अपने होंठ भाभी के होंठो के साथ मिला दिए. हम दोनो की किस स्टार्ट हो गयी. बड़े ही रसीले लिप्स थे मेरी भाभी के. मेरा भाई अनलकी है, जो इनका मज़ा ना ले सका.

फिर मैने भाभी की कमर में हाथ डाला, और उन्हे अपनी तरफ खींच कर प्यार करने लगा. मैने उनकी गर्दन पर किस किए, और उनकी क्लीवेज में मूह डाल कर चाटने लगा. भाभी मदहोश हो रही थी, और मुझे अपनी बाहों में दबा रही थी. बड़ी ज़बरदस्त खुश्बू आ रही थी उनके बदन में से.

फिर मैने उनकी ड्रेस नीचे से उपर उठाई, और पनटी के उपर से उनकी गांद दबाने लग गया. हमारी गाड़ी पार्किंग में खड़ी थी, तो आस-पास कोई था नही. मैने भाभी को अपनी गोद में बिता लिया, और उसके बूब्स दबाने लग गया. भाभी ने अपनी ड्रेस उतार दी, और अब वो हुस्न की मल्लिका मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और पनटी में थी.

भाभी ने मरून रंग की नेट वाली ब्रा-पनटी पहनी थी. और वो इतनी सेक्सी लग रही थी की मैं क्या बतौ. फिर मैने अपनी सीट पीछे की, और कपड़े उतारने शुरू किए. मैने अपनी शर्ट खोल दी, और भाभी ने मेरी जीन्स और अंडरवेर उतार दिया.

मेरा बड़ा और मोटा लंड देख कर वो खुश हो गयी. उन्होने मेरे लंड पर अपनी जीभ फिरनी शुरू कर दी. फिर उन्होने मेरा लंड अपने मूह में डाल लिया, और उसको चूसने लग गयी. बड़ी मस्त फीलिंग आ रही थी. एक तो लड़की इतनी हॉट, और उपर से कुटिया की तरह मेरा लंड चूस रही थी.

फिर मैने भाभी के बालों को पकड़ा, और उसको उपर खींच लिया. अब हम दोनो किस कर रहे थे. मैने भाभी की गांद पर से पनटी को पकड़ा, और उसको उतार दिया. फिर मैने लंड भाभी की छूट पर सेट किया, और लंड सेट होते ही नीचे होके उन्होने लंड अपने अंदर ले लिया.

क्या गरम और टाइट छूट थी. लंड अंदर लेते ही भाभी ने मेरे होंठ काट लिए. हमारी किस और वाइल्ड हो गयी, और भाभी मेरे लंड पर गांद उपर-नीच करने लगी. मैं भी उनके चूतड़ पकड़ कर उनको उपर-नीचे होने में सपोर्ट कर रहा था. हम लगातार किस करते जेया रहे थे.

फिर हमारी किस टूटी, और भाभी सीधी हो गयी. उन्होने अपनी ब्रा उतार दी, और मेरे हाथ अपने बूब्स पर रखवा लिए. अब मैं उनके बूब्स दबा रहा था, और वो मेरे लंड पर उछाल-उछाल कर चुड रही थी.

कुछ देर ऐसे ही करने के बाद मैने उनको नीचे आने को कहा. फिर हम दोनो ने पोज़िशन बदली, और मैं भाभी के उपर आ गया. मैने अपना लंड उनकी छूट में डाल दिया, और ज़ोर-ज़ोर से उनको मिशनरी पोज़िशन में छोड़ने लगा.

आधे घंटे की चुदाई के बाद मैं उनकी छूट में ही झाड़ गया. हम दोनो एसी के बावजूद पसीने से भीग गये थे. भाभी पूरी तरह संतुष्ट थी. उस दिन के बाद से भैया भाभी में झगड़े होने बंद हो गये. भाभी जब दिल चाहे मुझसे आके चुड लेती थी.

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