पिछले पार्ट में आपने पढ़ा की कैसे मेरी मा को पोलीस वाले अंकल छोड़ देते है, और मम्मी को अपने लंड के माल से नहला के घर के पिछले गाते से भाग जाते है. तो अब आयेज-
कुछ दिन बाद एक रात घर की बेल बजती है. मैं, मम्मी और पापा हॉल में ही बैठे थे. मम्मी गाते खोलती है, और अंकल को देख के खुश हो जाती है. अंकल घर आए थे दारू की बॉटल और एक गिफ्ट बॉक्स मम्मी के लिए ले आते है.
मैं सोच में था की ये बॉक्स में क्या होगा. मुझे लगा फिरसे मम्मी के लिए कोई सेक्सी ड्रेस या सेक्सी सी बिकिनी लाए होंगे. कुछ देर बातें होने के बाद
अंकल पापा के साथ घर के हॉल में पीने बैठ जाते है. ये पीने का प्लान पापा को नशे में डाल कर मम्मी की चुदाई करने का प्लान था.
मुझे मालूम पद चुका था. और इस वजह से मैने जल्दी सोने का नाटक चालू कर दिया. मुझे भी दोनो की चुदाई देखनी थी.
मम्मी दोनो के लिए किचन से नमकीन बना रही थी. फिर कुछ ही देर में मम्मी अंकल और पापा के लिए नमकीन ले आती है.
अब मम्मी ने ब्लाउस भी चेंज कर लिया था. उन्होने डीप नेक ब्लाउस पहन लिया था, ताकि जब मम्मी झुके, तो अंकल को मम्मी के बूब्स दिखे. अब मम्मी भी पापा के बगल वाले सोफे में बैठ जाती है.
तभी अंकल पॉकेट से एक छ्होटा सा रिमोट निकालते है, और उसके बटन दबाने लगते है. जैसे-जैसे अंकल बटन दबा रहे थे, मम्मी मचल रही थी. मैं कुछ समझ नही पा रहा था. फिर मम्मी किचन की तरफ भाग जाती है, और किचन में जाते ही मम्मी आअहह आहह उफ़फ्फ़ के आवाज़ निकालते है.
पापा पूछते है: सब ठीक तो है?
पर मम्मी यही बोलती है की सब ठीक है. अंकल पापा को बहुत दारू पीला रहे थे, और खुद कोक पी रहे थे. अब पापा नशे में धुत हो गये, और अंकल और मम्मी पापा को बेडरूम में ले गये. मैं समझ गया था की चुदाई तो अब चालू होगी. दोनो पापा को रूम में छ्चोढ़ के हॉल में आते है.
सोफे पे बैठते ही अंकल मम्मी को किस करने लगते है, और उनके उस रिमोट का बटन फिरसे दबाने लगते है. मम्मी मचलने लगती है. मछली की तरह तड़प्ते हुए अपने सारे कपड़े उतार देती है. तब मुझे दिखता है की मम्मी ने छूट में रिमोट कंट्रोल वाइब्रटर लगा रखा था.
मैं समझ गया था ये वही गिफ्ट होगा, जो अंकल मम्मी के लिए लाए थे. वाइब्रटर के वजह से मम्मी अब गरम हो चुकी थी. मम्मी अब वाइब्रटर को छूट से निकाल के चूसने लगी. तभी अंकल बोले-
अंकल: अपनी छूट का स्वाद मुझे भी चखाओ.
इतना बोलते ही अंकल ने भी मम्मी की छूट में उंगली डाल दी. मम्मी सीधा अंकल के लिप्स पे अपने लिप्स रख देती है. अंकल भी तेज़ी से मम्मी की छूट में उंगली करते है. कुछ देर बाद दोनो अलग होते है. मम्मी सोफे से उठ के ज़मीन पे बैठ जाती है, और अंकल की पंत उतारती है. अंकल का बॅमबू तंबू की तरह खड़ा हो गया था.
मम्मी बोलती है: चलो जल्दी से इसे मेरे मूह में डाल दो.
इतना बोल के मम्मी घुटनो के बाल बैठ के मूह खोल देती है. अंकल बिना टाइम लगाए मम्मी के मूह में अपना लंड डाल देते है. मम्मी स्टार्टिंग में सिर्फ़ लंड का टोपा चूस रहे थे. तभी अंकल चिल्ला के बोल पड़े-
अंकल: रंडी, कुटिया, पूरा लोड्ा अंदर ले. सिर्फ़ टोपा मत चूस. तेरे पति का तो खड़ा भी नही होता. अब कुटिया तुझे मेरा ही लंड चाहिए होगा.
मम्मी ये सुनते ही चूसने की स्पीड बढ़ा देती है, और पुर घर में मम्मी के चूड़ने की छाप-छाप आवाज़ सुनाई देने लगती है. इतने में मैं भी अपना लंड निकाल लेता हू. मम्मी ने 15 मिनिट तक अंकल का लंड चूसा. और अब अंकल का निकालने वाला था.
अंकल: मालिका डार्लिंग, माल निकालने वाला है, कहा निकालु?
मम्मी: अभी तो रंडी बोल रहा था. माल निकालने की बारी आई तो मालिका डार्लिंग.
अंकल: रंडी तो तू अभी भी है, बोल कहा निकालु.
मम्मी: मूह में निकाल दे.
तभी अंकल झट से मम्मी का सर अपने लंड पे दबा देते है, और अपना सारा माल मम्मी के मूह में डाल देते है. मम्मी सारा माल पे जाती है. फिर दोनो सोफे में बैठ जाते है, और अंकल बोलते है-
अंकल: मालिका डार्लिंग तुम्हे डाइमंड नेकलेस चाहिए?
इतने में मम्मी खुश हो जाती है, और बोलती है-
मम्मी: हा चाहिए.
अंकल: तो एक काम करना पड़ेगा.
मम्मी: कैसा काम?
अंकल: वही जो तू करती है. चूड़ना पड़ेगा तुझे म्ला सिर से.
मम्मी: गन्दू सेयेल दलाल, रंडी समझा है मुझे? तेरा लेती हू क्यूंकी तेरा लंबा और मोटा है. इसका मतलब ये नही तू मुझे रंडी बना के किसी से भी चुडवाएगा.
अंकल: सोच ले, डाइमंड नेकलेस मिलेगा. म्ला सिर का भी लंड मस्त है, सोच ले.
मम्मी बहुत सोचने के बाद मान जाती है
मम्मी: वो भी घर आके छोड़ेंगे?
अंकल: नही तुझे अपने फार्महाउस में छोड़ेंगे.
मम्मी: फार्महाउस? मुझे तो दर्र लग रहा है.
अंकल: टेन्षन मत लो मेरी जान. म्ला सिर के साथ मैं भी वाहा रहूँगा.
मम्मी: तब ठीक है.
अंकल: तो मेरी जान कल चले फार्महाउस?
मम्मी: नही कल नही, परसो को मेरे पति अपने गाओं जेया रहे है. 2 दीनो के लिए पूरी रात चुदाई कर लेना.
अंकल: मैने म्ला सिर को मस्त छूट दिलवाने का वादा किया था. म्ला सिर ने सड़क छाप रंडिया बहुत छोड़ी होंगी. पर तेरी जैसे घरेलू रंडी पहली बार छोड़ने वाले है.
मम्मी शर्मा जाती है.
मम्मी: धात बदमाश
अंकल: चलो मैं चलता हू. परसो फार्महाउस जाने को रेडी रहना.
ये बोल के अंकल चले जाते है. मम्मी भी सो जाती है. मुझे भी परसो का इंतेज़ार था मम्मी की चुदाई देखने का, जब मम्मी 2 लंड लेगी एक साथ.
आयेज की स्टोरी नेक्स्ट पार्ट में. रिव्यू के लिए आप व्क08894@गमाल.कॉम में मैल कर सकते है. उमीद है की आप सब को ये स्टोरी पसंद आई होगी, और आप सब मुझे अपनी फीडबॅक ज़रूर भेजेंगे. तो स्टोरीस पढ़ते रहिए, और मज़ा करते रहिए.