टुटीओन हेलो फ्रेंड्स, ई आम आ ह्यूज लवर ऑफ देसी सेक्स कहानी. ई हॅव रेड मानी स्टोरीस आंड ऑल्वेज़ एंजाय्ड देम.
सो टुडे, ई हॅव थॉट अबौट शेरिंग मी पर्सनल लाइफ एक्सपीरियेन्स वित योउ गाइस.
ई आम फ़राज़, 28 यियर्ज़ ओल्ड, फ्रॉम कराची पाकिस्तान. आंड तीस इस थे स्टोरी ऑफ मी फर्स्ट स्टूडेंट हूम ई फक्ड वाइल टीचिंग फिज़िक्स. सो विदाउट वेस्टिंग टाइम लेट’स गो तो थे स्टोरी.
ये स्टोरी 2013 की है, जब मैं कू से बेसिक फिज़िक्स कर रहा था. मैं फ्रेंड्ली नेचर का हू, तो मोहल्ले के सब लोगों में मेरी अची रेप्युटेशन थी, और मेरा सब के घरों में आना-जाना था.
इस स्टोरी की हेरोयिन का नाम सहर है, जिसकी आगे 19 है, और वो उस टाइम 1स्ट्रीट एअर में थी. उसकी हाइट छ्होटी थी, और वो चब्बी सी थी. उसका फिगर 34-36-34 था. मोहल्ले के सभी लड़के उसको छोड़ने के सपने देखा करते थे.
और क्यूँ ना देखे, वो थी ही ऐसी मस्त माल, की जो देखे फ़ौरन छोड़ना चाहेगा. उसकी मों की मेरी मों से अची बनती थी, तो एक दिन उन्होने मेरे मों से रिक्वेस्ट की, की मैं उनकी बेटी को होमे टुटीओन दे डू. ताकि उसका सब्जेक्ट इंप्रूव हो जाए. और इस तरह से उनी. के बाद रात 8 से 10 मैने उसकी टुटीओन स्टार्ट कर दी थी.
मैं पहले दिन जब उसके घर गया था, तो वो ब्लू कलर की टाइट सलवार कमीज़ में थी. उसमे उसकी क्लीवेज उफ़फ्फ़ क्या दिख रही थी, और बूब्स का बस नही चल रहा था की कमीज़ फाड़ के बाहर आ जाए.
हमने टुटीओन स्टार्ट करी, और ऐसे ही कुछ दिन गुज़रते गये. और हम काफ़ी फ्रेंड्ली और कंफर्टबल हो गये थे. अब वो मेरे बराबर में बैठ के मुझसे क्वेस्चन्स सॉल्व करवाना शुरू हा गयी थी, और इसी बहाने मैं भी अपनी कोहनी से उसके माममे दबा देता था.
मैं उसके पावं अपने पावं से सहलाता रहता था. वो भी कुछ नही बोलती थी, जिससे मेरी हिम्मत बढ़ती गयी. एक दिन मैं अपने मोबाइल में सेक्स की वीडियो सवे करके लेके गया था. फिर मैं गूगले पर सल्यूशन ढूँढने के बहाने मोबाइल उसको देके बाहर चला गया.
मैं उसको च्छूप के देखने लगा. उसने भी गॅलरी में घुस के सारी वीडियो देखनी स्टार्ट कर दी. और साथ-साथ उसने अपनी छूट मसलनी स्टार्ट कर दी. मैने भी मौका सही समझा, और जेया कर उसको पकड़ लिया.
फिर मैने कहा: ये तुम क्या कर रही हो मेरे मोबाइल में. ये करने के लिए दिया था मोबाइल तुम्हे मैने?
वो बेचारी रोना स्टार्ट हो गयी, और बोलने लगी-
सहर: सिर सॉरी, ग़लती हो गयी मुझसे. आयेंडा नही करूँगी. प्लीज़ मुझे माफ़ कर दो.
मैने उसको हग करा, लेकिन वो चुप ही नही हो रही थी. तो मैने उसका फेस पकड़ के लीप किस कर दिया. वो शॉक्ड थी की ये क्या हो गया था. लेकिन मैने उसको नही छ्चोढा, और किस कंटिन्यू रखा.
2 मिनिट की किस के बाद वो भी मेरा साथ देना स्टार्ट हो गयी थी. और अब हम हमारी ज़ुबान एक-दूसरे के मूह में डाल के किस कर रहे थे. मैं एक हाथ से उसके माममे मसल रहा था, और एक हाथ से उसकी छूट सहला रहा था, जो पानी छ्चोढ़ चुकी थी. हम उसके बाद अलग हुए, और कपड़े ठीक करके मैं घर आ गया.
इसके बाद ये हमारा डेली का था, लीप किस्सिंग, माममे दबाना, उसका हॅंजब देना. अब हमे तलाश थी, तो एक मौके की, ताकि हम खुल के चुदाई कर सके. फिर 3 महीने बाद उसके कॉलेज में एग्ज़ॅम्स थे, और उनकी फॅमिली को पुंजब जाना पड़ा.
लेकिन वो एग्ज़ॅम की वजह से नही जेया पाई, और उसकी मों ने उसके खाने-पीने की ज़िम्मेदारी मेरी मों को डेडी थी.
उस दिन उनी से घर आया तो मों ने बताया था उसके घर वाले पुंजब चले गये थे.
मों: जेया कर सहर के साथ ही खाना खा लो, और पढ़ाई के साथ-साथ चेक कर लो, की उसको किसी चीज़ की ज़रूरत तो नही.
मेरे मॅन में तो लड्डू फूटने लग गये. आज मौका मिला था खुल के चुदाई का. मैं जब उसके घर गया, उफफफ्फ़ क्या माल लग रही थी वो ब्लॅक सलवार कमीज़ में.
मैने अंदर जाते ही गाते लॉक किया, और उस पर टूट पड़ा. फिर मैने उसके लिप्स बीते करने स्टार्ट कर दिए, और उसको उठा के बेडरूम मैं ले गया. वाहा जाके मैने उसकी कमीज़ उतार दी. उफ़फ्फ़ क्या लग रहे थी वो लाल ब्रा में एक-दूं आइटम. मैने उसकी ब्रा उतार के उसके माममे चूसने स्टार्ट कर दिए.
कुआ मुलायम माममे थे उसके गोल-मटोल, जुवैसी उफ़फ्फ़. उसके बाद मैने उसकी सलवार उतार के उसकी टाँग खोल के छूट छाती. आज ही उसने क्लीन शेव करी थे छूट मेरे लिए. क्या मज़ा आ रहा था उसकी चिकनी छूट चाटने का.
मैं 5 मिनिट तक उसकी छूट चाट-ता रहा. उसके बाद वो झाड़ गयी, और मैने उसका सारा पानी पी लिया. उसके बाद मैने अपना लंड उसकी छूट पर रख के रब करना स्टार्ट करा, और उसके होंठ चूस रहा था.
सहर: सिर अब कंट्रोल नही होता, प्लीज़ डाल दो अंदर.
मे: तोड़ा सबर मेरी जान, आज तू सिर्फ़ मेरी है.
और मैने उसकी ज़ुबान सक करना स्टार्ट कर दिया. उसके बाद मैने अपना 6 इंच का लंड उसकी छूट पर सेट करके जैसे झटका मारा, तो उसकी चीख नकल गयी ज़ोर की. वो रोना स्टार्ट हो गयी, और बोली-
सहर: सिर प्लीज़ निकालो, मुझे नही करना. बहुत दर्द हो रहा है.
लेकिन मैं अब कहा रुकने वाला था. और मैने एक और झटका मार के आधा लंड उसकी छूट में उतार दिया. मैं उसके होंठ चूस्टा रहा, और आखरी झटका मार के पूरा लंड उसकी छूट में पेल दिया. फिर आहिस्ता-आहिस्ता लंड अंदर-बाहर करना स्टार्ट कर दिया.
5 मिनिट की चुदाई के बाद उसको भी मज़ा आना स्टार्ट हो गया. और अब वो गांद उछाल-उछाल के मेरा साथ दे रही थी. 15 मिनिट की चुदाई में वो 2 बार झाड़ चुकी थी. और अब मेरा भी निकालने वाला था, तो मैने स्पीड तेज़ कर दी.
मैने सारा पानी उसकी छूट में ही निकाल दिया, और उसके उपर लेट गया. उसके बाद हम बातरूम में गये, जहा हमने खुद को सॉफ करा, और मैने एक बार और उसकी चुदाई करी वाहा.
उस दिन के बाद और एक हफ़्ता, जब तक उसके घर वाले नही आए, मैं रोज़ उसकी चुदाई करता रहा.
मैने बहुत मनाया उसको ब्लोवजोब के लिए, लेकिन उसने कभी नही करी. लेकिन उसने प्रॉमिस करा की उसकी एक फ्रेंड करती थी ब्लोवजोब शौंक से, और वो उसको भी हमारे साथ लाना चाहेगी चुदाई के लिए.
वो स्टोरी मैं बाद में सुनौँगा आप लोगों को, अगर मुझे इस स्टोरी पर अची फीडबॅक मिली तो.
ये मेरी पहली स्टोरी थी, अगर कोई मिस्टेक हो गयी हो, तो माफ़ कर देना शुक्रिया.