तो कैसे हो दोस्तों आप सभी? जैसे की आप पहली स्टोरी में पढ़ के आए हो. मैने तनीशा की वर्जिनिटी तोड़ दी, और हमने कैसे थ्रीसम सेक्स किया. अब आयेज की कहानी.
अब कुछ दिन तो ऐसे ही मज़े चलते रहे. हम तीनो एक ही साथ सोते थे. कभी-कभी तो एक ही साथ नहाते थे. हम तीनो बहुत हॅपी फॅमिली की तरह रह रहे थे. तनीशा भी अब सेक्स के लिए पागल हो गयी थी. भले ही उसने 5-6 दिन पहले ही पहली बार चुदाई की थी. अब मेरी मों को और बेहन को आदत हो गयी थी लंड लेने की.
फिर खबर मिली की अगले दिन सरिता आने वाली थी. हम तीनो तो घबरा गये की अब हम उसे कैसे मनाएँगे. हमारे दिमाग़ में कुछ भी नही आ रहा था. फिर अगले दिन सरिता आई. मैं तो उस दिन अपने रूम में ही चला गया.
मैने उसे देखा, तो वो बहुत हॉट थी. वो थोड़ी सावली थी, पर फिर भी बहुत हॉट लगती थी. उसके बूब्स गोल और टाइट थे. वो नॉर्मली टाइट जीन्स या लेगैंग्स पहनती थी. जब वो आई, तो उस दिन मों और बेहन दोनो को नींद नही आई. इसका रीज़न ये था, की उनको लंड नही मिला था. मैं भी दो बार मूठ मार के आया. तब जाके कही मुझे नींद आई.
सुबा जल्दी ही मों सॉफ-सफाई करने के बहाने उपर मेरे रूम में आई. फिर रूम में आ कर सीधा मेरे पास लेट गयी. मैं उस वक़्त सोया हुआ था, और उन्होने मुझे जगाया नही. मैं नॉर्मली शॉर्ट्स में ही सोता था. उन्होने मेरी पंत उतरी, और मेरे सोए हुए लंड से खेलने लगी. कुछ ही सेकेंड्स में मेरा लंड खंबा बन गया.
अब उन्होने जैसे ही मेरे लंड की टिप से जीभ लगाई, मेरी आँखें खुल गयी. मैने बिना सोचे समझे उन्हे पकड़ा, और किस करने लगा. अब मों ने जल्दी ही अपना ब्लाउस उपर किया, और बोली-
मों: ले बेटा पी ले.
मैं भी चुप से दूध पीने लगा. अभी मैं दूध पीना शुरू ही हुआ था, की नीचे से तनीशा की आवाज़ आ गयी. तो मों को जाना पड़ा. अब मैं भी रेडी हो कर कॉलेज चला गया. शाम को तनीशा रूम में आई, और आते ही बोली-
तनीशा: चलो मों ने बुलाया है.
पर वो मुझे किस करती रही. फिर हम नीचे गये. वाहा पर सरिता भी थी. मैं हैरान था, की कही उसको पता तो नही चल गया था, की हम तीनो के बीच में क्या चल रहा था.
फिर मों ने मुझसे पूछा: हम दो दिन बाद घूमने जाईपुर जेया रहे है. तुम चलोगे हमारे साथ?
मों ने मेरी तरफ इशारा किया, तो में समझ गया अब जाईपुर में ही सुहग्रात होगी. फिर मैं उपर चला आया. अगले दिन मों सुबा आई और मुझे बताया-
मों: सरिता भी जाएगी हमारे साथ. वाहा हमे उसे सब कुछ बताना है.
मैने ज़्यादा ध्यान नही दिया और उनके बूब्स दबाने लगा. तभी आवाज़ आई और मों को जाना पड़ा. मेरा लंड पूरा खड़ा हुआ था. फिर मैं च्चत पर बाहर आया तो देखा की सरिता की पनटी वाहा सूख रही थी. मैने इधर-उधर देखा, और उसे लेकर मूठ मारी.
अब सुबा हम जल्दी निकले और रात की ट्रेन बुक की. ट्रेन स्लीपर थी, तो एक बर्त पर हम तीनो बच्चे थे और एक पर मों. कुछ देर तो ऐसे ही बातें चलती रही. उसके बाद रात को सरिता तनीशा सब सो गये. थोड़ी देर बाद एक पैर मेरे मूह पर लगा. देखा तो मों थी. मैं सीधे ही उनके पैर लीक करने लगा.
अब मों ने कहा: यहा पर करना तो मुश्किल है.
फिर मैं और मों नीचे उतरे तो देखा की सब सो रहे थे. मैने सोती हुई तनीशा के पेट को लीक किया, और मों मुझे खींच कर ले गयी. पहले मों और मैं बातरूम गये. जाते ही उन्होने सारी उपर की, और तेज़ी से वही बैठ कर मूतने लगी. जब वो खड़ी हुई तो मैने सीधे ही उनकी छूट पर पीछे से मूह लगा लिया.
मों बोली: ये क्या, सॉफ तो करने दो. पहले ही शुरू हो गये तुम तो.
पर मैं तेज़ छत रहा था. इससे उनकी सिसकियाँ शुरू हो गयी. फिर कुछ देर चाटने का बाद ही उनका पानी निकल गया. अब वो नीचे हो कर मेरा लंड चूसने लगी. बड़े मज़े से लंड चूसा उन्होने. थोड़ी देर बाद मैं भी छूट गया. अब हम जाने लगे. रास्ते में मैने मों से कहा-
मैं: मों, तनीशा प्यासी है. तोड़ा सा उसे भी मज़ा करने दो.
पहले तो उन्होने माना किया. फिर वो मान गयी. वो चुप करके जेया कर अपने बर्त में सो गयी. अब मैने तनीशा को छोड़ने का मॅन बना लिया था. फिर मैने उसे धीरे से उठाया. वो उठ गयी. फिर उसको एक किस करी, और चुप से अपने साथ चलने को बोला.
वो भी मेरे साथ आने लगी, और फिर मैं और वो दोनो बातरूम में घुश गये. बातरूम में जाते ही पहले तो हमने एक-दूसरे के होंठ चूज़. फिर मैं उसके सेक्सी बूब्स लीक करने लगा. उसके बाद मैने उसे सींक पर बिताया, और उसकी लेग्स ओपन करके स्कर्ट में से उसकी छूट चाटने लगा.
वो अभी फ्रेशर थी, तो मोनिंग करने लगी. उसकी आवाज़ ज़्यादा आई, तो मैं हटता, और उसकी छूट में लंड दे कर मूह पर किस करते हुए छोड़ने लगा. उसे दर्द हुआ. उसने चिल्लाने की कोशिश की, पर नही चिल्ला पाई. फिर मैं उसे तेज़ी से छोड़ता रहा.
कुछ देर बाद उसका पानी छूट गया. अब उसने मेरा लंड चूसा, और मैने उसके मूह पर पानी छ्चोढ़ दिया. फिर मैने खुद ही छत कर उसका मूह सॉफ किया. हम दोनो को इसमे बहुत मज़ा आया. फिर मैने उसे किस किया, और हम चुप-छाप जेया कर वाहा लेट गये.
वो अपने बर्त में सो गयी. फिर मैं उपर चढ़ा अपने बर्त में. उपर चढ़ते हुए मेरा पैर सरिता की बूब्स से टच हो गया. उसके बूब्स बहुत टाइट थे, और में अब चुप-छाप जेया कर सो गया.
अब आयेज देखते है की क्या सरिता मान जाती है या नही. बाकी की कहानी अगली स्टोरी में. स्टोरी अची लगी हो तो अपना रिप्लाइ ज़रूर दे. कॉमेंट्स या एमाइल पर ज़रूर मेसेज करे. और मुझे अगली सीरीस किस टॉपिक पर बनानी चाहिए ज़रूर बताए. मेरी मैल ईद है-