ही फ्रेंड्स, मेरा नाम मीनाक्षी है. प्यार से सब मुझे मीनू बुलाते है, तो आप भी मुझे मीनू बुला सकते है. आज जो कहानी मैं आपको बताने जेया रही हू, वो एक बिल्कुल सॅकी कहानी है. तो चलिए शुरू करते है.
ये तब की कहानी है जब मैं 1स्ट्रीट एअर में हुई थी. उस वक़्त मेरी उमर 19 साल की थी. मेरी हाइट 5’5″ की है, और उस वक़्त मेरा फिगर 32-28-34 था. मेरा रंग गोरा है, और कॉलेज जाते ही मुझे काई लड़कों ने प्रपोज़ किया.
कॉलेज जाते हुए अभी मुझे कुछ ही दिन हुए थे, की मुझे एक हॅंडसम सा लड़का दिखाई दिया. उस लड़के को देखते ही मैं उसपे फिदा हो गयी. जब मैने अपनी फ्रेंड्स को उसके बारे में बताया, तो उन्होने कहा की वो लड़का प्रोफेसर था.
उनका नाम अमन था, और वो ड्रॉयिंग टीचर थे. सिर्फ़ उनको देखने के लिए मैने ऑप्षनल सब्जेक्ट में ड्रॉयिंग चूज़ की. फिर मैं रोज़ उनको देखने लगी.
मुझे लगने लगा की मैं उनसे प्यार कर बैठी थी. मैं जान-बूझ कर उनकी क्लास में बार-बार सवाल पूछती थी, और उनको स्माइल करके देखती थी. शायद उनको भी ये एहसास हो गया था, की मैं उन पर मॅर चुकी थी. फिर कुछ दिन ऐसे ही चलता रहा.
एक दिन मैने सोचा क्यूँ ना थोड़ी देर पहले जाके उनकी क्लास में बैठ जौ, ताकि मुझे उनके साथ अकेले में टाइम स्पेंड करने को मिल जाए. जब मैं उनकी क्लास में एंटर करने लगी, तो वो किसी से फोन पर बात कर रहे थे.
सिर बोल रहे थे: प्लीज़ यार, मेरे साथ ऐसा मत करो. मुझे बीच में छ्चोढ़ कर मत जाओ. मैं तुम्हारे बिना नही रह पौँगा.
और तभी फोन कट गया. मैं समझ गयी, की दूसरी साइड पर कोई लड़की होगी, जो ब्रेकप करना चाहती होगी. और सिर ये नही चाहते होंगे. फिर मैं क्लास में नही गयी, और जब बेल हुई तभी क्लास में गयी.
मुझे लगा की सिर को मेरे प्यार की ज़रूरत थी. लेकिन मैं ये नही सोच पा रही थी, की उनको कैसे बतौ की मैं उनसे कितना प्यार करती थी. फिर मेरे दिमाग़ में एक आइडिया आया. मैने सोचा की जिस दिन रिटन टेस्ट होगा, उस दिन मैं टेस्ट की जगह अपनी फीलिंग्स लिख कर सिर को दे दूँगी.
फिर 2 दिन बाद टेस्ट हुआ. टेस्ट के दौरान मैं सिर को ही देख रही थी, और मैने अपने दिल की सारी फीलिंग्स उस टेस्ट में लिख दी. फिर मैने टेस्ट सिर को पकड़ा दिया. अब बस वेट थी, की वो कब मेरा टेस्ट पढ़े, और मेरे प्यार को आक्सेप्ट करे.
2-3 दिन बीट गये, लेकिन उनकी तरफ से कोई रेस्पॉन्स नही आया. मैने एक दिन पूछा भी, की टेस्ट अभी चेक हुए के नही. जिसपे उन्होने कहा की अभी टाइम लगेगा. फिर एक दिन मैं फिरसे क्लास शुरू होने से पहले वाहा पर पहुँच गयी.
मैने क्लास में एंटर होने की पर्मिशन ली.
मैं: मे ई कम इन सिर?
सिर: एस, कम इन.
फिर मैं अंदर गयी, और डेस्क पे जाके बैठ गयी.
सिर बोले: बच्चे आपकी क्लास में अभी टाइम है. तो आप पहले कैसे आ गये.
मैं: सिर मुझे अपने टेस्ट का रिज़ल्ट पूछना था.
सिर: देखो ये बचकानी हरकते बंद करो. मैं तुम्हारा टीचर हू.
मैं: मैने कब कहा नही हो. लेकिन ये कों सी किताब में लिखा है की टीचर से प्यार नही कर सकते?
ये सुन कर सिर चुप हो गये. फिर मैं खड़ी हुई, और सिर के करीब जाते हुए बोली-
मैं: सिर मेरा प्यार सक्चा है. मैं अपनी लाइफ आपके साथ बिताना चाहती हू. प्लीज़ मेरे प्यार को आक्सेप्ट कार्लो.
ये बोलते हुए मैं बिल्कुल उनके करीब पहुँच गयी. फिर इससे पहले वो कुछ बोलते, मैं उनको किस करने लग गयी. पहले तो उन्होने रेस्पॉंड नही किया, लेकिन 10-15 सेकेंड्स में वो भी मेरा साथ देने लगे.
हमारी किस तकरीबन 5 मिनिट चली, और फिर हम अलग हुए. फिर सिर बोले-
सिर: ई लोवे योउ मीनू.
ये सुन कर मेरी खुशी का ठिकाना नही रहा. फिर वो बोले-
सिर: और ये किस यहा नही. ये कॉलेज है घर नही.
मैं: तो मैं घर आ जाती हू.
सिर ने स्माइल की और बोले: आज शाम 6 बजे आ जाना.
ये सुन कर मैं और खुश हो गयी. फिर शाम को मैने घर पर झूठ बोला, और सिर से मिलने के लिए निकल गयी. मैने टाइट ब्लू जीन्स और वाइट त-शर्ट पहनी थी. उसमे मैं एक-दूं बॉम्ब लग रही थी. मैं सिर को क्लीन-बोल्ड कर देना चाहती थी अपनी ह्टनेस से.
फिर मैने उनके घर जाके बेल बजाई. सिर ने दरवाज़ा खोला. वो घर पर अकेले ही थे. उन्होने शॉर्ट्स आंड त-शर्ट पहनी हुई थी जिसमे वो बहुत हॉट लग रहे थे.
फिर उन्होने मुझे सोफे पर बिताया, और कोल्ड ड्रिंक दी. उसके बाद वो मेरे पास आके बैठ गये. उन्होने अपना एक हाथ मेरे कंधे पर रख लिया, और मेरे बूब पर हल्का-हल्का हाथ फेरने लगे.
इससे मैं माढोढ़ होने लगी, और मैने अपने होंठ उनके होंठो की तरफ बढ़ाए. अब मेरे और उनके होंठ आपस में मिल गये, और हम दोनो किस करने लग गये. तकरीबन 5 मिनिट हमारी किस चलती रही, और इस दौरान सिर ने मेरे बूब्स भी दबाए.
अब मैं पूरी गरम हो चुकी थी, और अपनी सारी लिमिट्स तोड़ देना चाहती थी. मैने सिर को बोला-
मैं: आज मुझे अपना बना लो अमन.
ये सुनते ही सिर ने मुझे अपनी गोद में उठाया, और अंदर बेडरूम में ले गये. उन्होने मुझे बेड पर लिटाया, और मेरी त-शर्ट आंड ब्रा उतार दी. अब मेरे गोरे-गोरे पिंक निपल्स वाले बूब्स उनके सामने थे.
उन्होने मेरे निपल्स को चूसना शुरू कर दिया, और साथ में जीन्स के उपर से मेरी छूट मसालने लग गये. मुझे अपने प्यार से प्यार करके बड़ा मज़ा आ रहा था, और मेरी छूट गीली हो चुकी थी.
फिर सिर मुझे चूमते हुए नीचे गये, और मेरी कमर चूमते हुए मेरी जीन्स निकाल दी. उसके बाद वो मेरी पनटी के उपर से मेरी छूट चूमने लगे. मैं सिसकारियाँ भरने लगी. फिर उन्होने मेरी पनटी निकली, और मेरी छूट चाटने लगे.
मैने कहा: सिर ये मत कीजिए, ये गंदा है.
सिर: मैं जिससे प्यार करता हू, उसका कुछ भी मेरे लिए गंदा नही है.
इससे मेरा प्यार उनके लिए और बढ़ गया. फिर कुछ देर छूट चाटने के बाद वो भी नंगे हो गये. उनका लंड 8 इंच का था. मैने अपनी फ्रेंड से सुना था, की लंड जितना बड़ा हो, उतना मज़ा आता है. तो उनका बड़ा लंड देख कर मैं खुश हो गयी.
उन्होने मुझे उनका लंड चूसने को कहा. मेरा दिल तो नही था, लेकिन मैने अपने प्यार की खातिर उनका लंड मूह में डाल लिया. पहले-पहले मुझे कड़वा लगा, लेकिन फिर मुझे ठीक लगने लगा.
फिर अचानक से सिर ने मेरे बाल पकड़ कर मेरे मूह में धक्के देने शुरू कर दिए. वो बड़ी ज़ोर से धक्के दे रहे थे, जिससे मुझे दर्द हो रहा था. लेकिन मैने वो दर्द से लिया, क्यूंकी मैं नही चाहती थी की उनका मज़ा खराब हो.
कुछ देर मूह छोड़ने के बाद उन्होने मुझे सीधा किया, और मेरी टाँगो के बीच आ गये. मेरी छूट की सील अभी टूटी नही थी. उन्होने अपना लंड मेरी छूट के मूह पर रखा, और ज़ोर का धक्का देके अपना आधा लंड अंदर घुसा दिया.
मुझे बहुत दर्द हुआ, लेकिन मैने अपनी चीख रोक ली. क्यूंकी मैं अपनी जान के लिए कुछ भी कर सकती थी. फिर उन्होने 2-3 और लगा कर अपना पूरा लंड अंदर घुसा दिया. मेरी छूट से खून निकालने लगा, और आँखों से आँसू. लेकिन सिर ने अपना काम जारी रखा.
फिर वो मुझे किस करने लगे, और नीचे से घपा-घाप मुझे छोड़ने लग गये. 5-6 मिनिट बाद मुझे भी मज़ा आना शुरू हो गया, और उनका लंड आराम से अंदर-बाहर होने लगा.
उन्होने अपने धक्के तेज़ कर दिए, जिससे मज़ा और भी बढ़ गया. वो लगातार मुझे 20 मिनिट तक छोड़ते रहे. इस बीच मैं 2 बार झाड़ चुकी थी. फिर उन्होने अपना पानी मेरे अंदर ही निकाल दिया. अब वो मेरे उपर से हॅट गये.
फिर मैने उनको बोला: अमन ई लोवे योउ. पूरी ज़िंदगी मुझे ऐसे ही प्यार करना.
सिर: पूरी ज़िंदगी! अर्रे पूरी ज़िंदगी किसने देखी है. मेरा उसूल है की सिर्फ़ मज़ा करो और आयेज बढ़ो.
मैं: मतलब?
सिर: देखो तुम्हारी छूट की गर्मी ने तुम्हे चूड़ने पर मजबूर कर दिया. और मैने अपने लंड से तुम्हारी छूट शांत कर दी. बस खेल ख़तम. ये जीने-मरने की कसमे मेरी डिक्षनरी में नही है.
मैं: मतलब आप मुझसे प्यार नही करते?
सिर: करता हू ना मेरी जान. तेरा जब दिल चाहे मुझसे आके चुड लेना. लेकिन उससे ज़्यादा कुछ नही. चलो अब दफ़ा हो जाओ यहा से.
और उन्होने मुझे अपने घर से निकाल दिया. तो ये थी मेरी कहानी. इसके बाद मेरा प्यार पर से विश्वास उठ गया, और मैने बस चुदाई की.
कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो तो कॉमेंट में बताए.