सुखी की चूत और गंद चुदाई

ही दोस्तो, उमिद है आपको मेरी “तारक मेहता का ऊलतः चश्मः” चुदाई कहानी का पिच्छला पार्ट पसंद आया होगा. अब आयेज पढ़िए..

अब सुखी ने पहले एक बार बाबा से अपनी छूट छुड़वा ली थी. तभी बाबा बोला-

बाबा: अभी और चुदाई पूजा होनी बाकी है.

ये सुन कर सुखी को दर्र लगने लग गया, क्यूकी उसको नही पता था, की उसके साथ क्या होने वाला था. इतने मे बाबा ने अपने 8 चेलो को बुलाया और एक-एक करके सारे चेलए रूम मे आ गये और सुखी को नंगी खड़ी को देखने लग गये.

उन सब को देख कर सुखी को तोड़ा-तोड़ा समझ मे आ गया था, की वो सब रूम मे क्यू आए थे. उसको पता चल गया था, की जो उसने अभी बाबा के साथ किया था, वही सब उसको उन सब के साथ भी करना था. ये सोच कर सुखी दर्र गयी और बोली-

सुखी: बाबा जी, मई यहा से जेया रही हू. मुझे नही करनी ये चुदाई पूजा-उूजा.

फिर बाबा जी ने सुखी को पकड़ लिया और बोला-

बाबा: तुझे पूजा तो करनी ही होगी.

इस्पे सुखी ने कहा: मई सिर्फ़ दूसरी पूजा करूँगी और कुछ नही करूँगी.

ये बोल कर सुखी ने हाथ जोड़ दिए और बोला-

सुखी: मई तो यहा सिर्फ़ पूजा करने आई थी. ये चुदाई पूजा मुझसे और नही होगी.

बाबा जी ने कहा: तुझे चुदाई पूजा करनी ही होगी सबके साथ.

इस्पे सुखी बोली: मई तो आपके साथ ही कर सकती हू. इन सब के साथ करूँगी, तो मेरी जान निकल जाएगी.

फिर बाबा जी बोले: तुझे इन सब को भी खुश करना होगा. अब सोच ले, की करेगी या नही.

ये सुन कर पहले सुखी ने सोचा, की उसको ये करना ही होगा. फिर उसने सोचा, की वो अपने आप पर कंट्रोल करेगी. और ये सोच कर उसने ना बोल दी.

सुखी की ना सुन कर बाबा ने कहा-

बाबा: देख सुखी मान जेया. अगर तू नही मानेगी, तो ये सब तेरे साथ ज़बरदस्ती भी कर सकते है. लेकिन उससे तेरा बुरा हाल हो जाएगा.

अब सुखी फ़ासस चुकी थी. फिर उसने बाबा से कहा-

सुखी: मेरी दोस्त अंजलि को बुला लो.

बाबा जी ने कहा: वो तो पहले से ही वाहा 4 लोगो से चुड रही है.

ये बात सुन कर सुखी को लगा, की अगर अंजलि 4 लोगो से चुड सकती थी, तो वो भी चुड सकती थी. फिर सुखी ने बाबओ की तरफ देखा और उसके बाद उनके लंड की तरफ देखा. उसको पता चल गया था, की सारे बाबओ का लंड कितना बड़ा था और अब उसके साथ क्या होने वाला था.

सुखी को अब दर्र भी लग रहा था, पर बाद मे सुखी ने सोचा, की चलो कर ही लेती हू. उसको भी लगा, की इसमे उसको मज़ा भी बहुत आएगा. सुखी ने अभी तक बाबा को कोई जवाब नही दिया था, तो बाबा बोला-


बाबा: फिर क्या सोचा तूने, जल्दी बता. वरना हम सब चले रस्सी और डंडा लेके.

इस्पे सुखी ने कहा: नही उसकी ज़रूरत नही है, क्यूकी मई तैयार हू. लेकिन 8 मर्द एक साथ कैसे करेंगे.

तभी बाबा ने कहा: तू फिकर मत कर, ये कर लेंगे. बस तुझे तोड़ा ज़्यादा दर्द होगा.

फिर सुखी बाबा के सामने चली गयी और सब बाबओ ने अपने-अपने कपड़े निकाल फेंके. कपड़े निकलते ही सब बाबओ के लंड सुखी के सामने आ गये. उन लुंडो को देख कर सुखी की गांद फटने लग गयी. लेकिन मॅन ही मॅन मे सुखी को खुशी भी हो रही थी, की उसको इतने लंड मिलने वाले थे.

फिर बाबा ने सुखी को कहा: चल वाहा खड़ी हो जेया और सभी के साथ मज़े कर.

जैसे ही सुखी उनके बीच गयी, तो सब बाबा लोग उसके इर्द-गिर्द आ गये. उन सब ने सुखी को एक घेरे मे कर लिया. अब सुखी एक कुटिया लग रही थी, जिसको चूसने के लिए 8 कुत्ते उसके आस-पास मे थे. कों कैसा था, वो बाद मे पता चलेगा.

फिर एक बाबा सुखी की तरफ आयेज बढ़ा उसके गाल पकड़ लिए. उसने सुखी के गाल खींचे, तो उसका मूह खुल गया. फिर उसने अपने होंठो को सुखी के होंठो के साथ लगा दिया और सुखी के होंठो को चूसने लग गया.

सुखी को मज़ा नही आ रहा था, क्यूकी वो एक-दूं से उसके पास आया था और उसके होंठो को पकड़ कर चूसने लग गया था. फिर थोड़ी देर मे सुखी को मज़ा आने लग गया और सुखी मज़े से उसको होंठ चुसवाने लग गयी.

तभी एक आदमी पीछे से आया और सुखी के दोनो छूतदो को अपने हाथो से मारने लगा. जब उसके हाथ सुखी की गांद पर पड़ने लग गये, तो सुखी को दर्द होना शुरू हो गया था.

सुखी के मूह से दर्द भारी आहें निकलनी शुरू हो गयी थी और उसकी आवाज़ पुर रूम मे गूँज रही थी. उसको कुछ भी पता नही चल रहा था, की उसके साथ क्या हो रहा था. फिर उसने सोचा, की मज़ा ही ले लिया जाए.

ये सोच कर उसने बाबा को अपनी बाहो मे भर लिया और मज़े से उसके होंठ चूसने लगी और अपने होंठो का रस्स उसको पिलाने लगी. थोड़ी देर तक सुखी के होंठो का रस्स पीने के बाद, उस बाबा ने अपने होंठो को सुखी के होंठो से अलग कर लिया.

फिर उसी वक़्त दूसरा बाबा आयेज आया और उसने सुखी के होंठो को चूसना शुरू कर दिया. पीछे से भी सुखी की गांद की पिटाई बंद हो गयी थी. फिर अचानक से उसकी पिटाई फिरसे शुरू हो गयी.

सुखी को पता चल गया था, की इस बार उसकी गांद ज़्यादा दुखने वाली थी, क्यूकी इस बार वाले बाबा का हाथ पहले वाले से ज़्यादा भारी था. इसके बाद बाकी के 4 बाबओ ने भी सुखी की गांद और उसके होंठो के खूब मज़े लिए. उसके बाद उन्होने सुखी को बैठने के लिए बोल दिया.

फिर सुखी अपने घुटनो के बाल बैठ गयी और उसके आस-पास 8 बड़े-बड़े लंड थे. अगर किसी औरत को इतने सारे लंड साथ मे देखने को मिले, तो उसकी गांद फटने लग जाती है. लेकिन सुखी ने पहले से काफ़ी लंड लिए हुए थे, तो उसको दर्र नही लग रहा था.

इसके आयेज क्या होने वाला है, वो आपको अगले पार्ट मे पता चलेगा. अगर आपको स्टोरी पसंद आई हो, तो मुझे मैल करके अपनी फीडबॅक भेजे. कोई आइडिया देना हो, तो भी मुझे मैल करे.