अब सुखी जल्दी से गोडोवन् में गयी, क्यूकी वाहा आमिर अपने आदमी के साथ बैठा था. वाहा जेया कर सुखी उनके सामने खड़ी हो गयी. जब आमिर ने सुखी की तरफ देखा, तो सुखी उसको बोली-
सुखी: सिर आप डील फाइनल कर लो ना.
ये सुन कर आमिर ने कहा: नही जी, ऑर्डर काफ़ी बड़ा है.
फिर सुखी आमिर के पास गयी और बोली-
सुखी: देखिए सोच लीजिए, इससे अछा ऑर्डर नही मिलेगा आपको. कर लीजिए ना फाइनल, कुछ ग़लत नही होगा.
ये सुन कर आमिर ने कहा: देखो ऑर्डर काफ़ी बड़ा है, और इसमे रिस्क भी बड़ा है. अगर कोई ग़लती हो गयी, तो हमारा नाम खराब होगा. फिर भी अगर मैं ऑर्डर देने को रेडी हो जौ, तो मुझे क्या बेनेफिट मिलेगा?
सुखी ने कहा: देखिए सिर, आपको काफ़ी ज़्यादा बेनेफिट मिलने वाला है. और आपको ऑर्डर के बेनेफिट के अलावा भी काफ़ी कुछ मिल सकता है.
तभी आमिर ने कहा: क्या मतलब है आपका? मैं कुछ समझा नही.
तभी सुखी ने अपने हाथ को आमिर के लंड पर रखा, और कहा-
सुखी: आपको बहुत सारा मज़ा भी मिल सकता है. मैं छ्होटे-छ्होटे काम के लिए आपके ऑफीस में आया करूँगी, और हर बार आप काफ़ी ज़्यादा मज़ा ले सकते है.
तभी आमिर के आदमी ने सुखी के बूब्स को पकड़ लिया. फिर वो आमिर को बोला-
आदमी: सिर बिल्कुल सही बात है. ऐसा बेनेफिट तो हमे मिलने ही चाहिए. काफ़ी अछा बेनेफिट है ये तो, और मज़ेदार भी. इसको लेके तो हर बार मज़े ही मज़े होंगे अपने.
फिर सुखी ने आमिर के आदमी को पीछे किया, और कहा-
सुखी: ये सारे बेनिफिट्स मिलने वाले है आपको. तो आप जल्दी से सोच लो, और सोचने के बाद शॉप पर आ जाओ.
ये बोल कर सुखी वाहा से वापस आने लगी, और अपनी गांद मतकाते हुए गोडोवन् से बाहर आ गयी. बाहर जेथलाल बैठा हुआ था. जब उसने सुखी को देखा, तो उससे पूछने लगा-
जेथलाल: क्या हुआ सुखी, वो माने के नही?
सुखी: मैं बात तो करके आई हू. लगता तो है, की वो मान जाएँगे. बाकी देखो क्या होता.
अब जेथलाल और सुखी आमिर के जवाब की वेट कर रहे थे. फिर थोड़ी देर बाद आमिर का आदमी गोडोवन् से बाहर आया. उसने हुमको कहा-
आदमी: सिर ने डील मंज़ूर कर ली है.
फिर उसने सुखी की तताफ इशारा करते हुए कहा-
आदमी: आप इन मेडम को पेपर दे कर भेज देना साइन करवाने के लिए.
ये सुन कर जेथलाल बहुत खुश हो गया, और उसने सुखी की गांद पर थप्पड़ मार दिया. फिर वो बोला-
जेथलाल: ठीक है, कल सुखी आपके पास पेपर लेके आ जाएगी.
आदमी ने कहा: ठीक है.
फिर जल्दी से उसने सुखी को बाइ बोली, और वाहा से चला गया. अब जेथलाल सुखी पर बहुत खुश हो गया था. उसने सुखी को बोला-
जेथलाल: क्या बात है मेरी जान, तूने तो कमाल कर दिया. उनको देने तो नही वाली ना?
तभी सुखी ने कहा: नही जेता जी, मैं आपके अलावा किसी और का लंड नही ले सकती हू.
ये सुन कर जेथलाल को सुखी पर बड़ा प्यार आने लगा. वो सुखी को किस करने लग गया, और सुखी भी उसको किस करने लग गयी. अभी वो आयेज बढ़ने ही वाले थे, की तभी बाघा आ गया. जैसे ही उन दोनो ने बाघा को देखा, तो वो अलग हो गये. फिर सुखी अपना काम करने लग गयी, और जेथलाल भी अपना काम करने लग गया.
अब उधर सुखी के बेटे ने अपने नये बाप की बात मान कर उसका काम कर दिया. काम ख़तम होने के बाद उसने सुखी को मेसेज कर दिया, की जेथलाल का काम हो गया था. फिर सुखी ने भी जेथलाल को बता दिया, की उसका काम हो गया था. और जेथलाल ये सुन कर खुश हो गया.
काम होने के बाद कारण अपने घर जाने लगा. तभी उसने सोचा, की क्यू ना रीता के साथ मज़ा किया जाए. उसने सोचा, की वो रीता के लिए कुछ लेके जाएगा, और फिर रीता उसको खूब मज़ा देगी.
फिर कारण रीता के लिए कुछ लेने के लिए माल में चला गया. माल में कारण को एक और लड़की दिख गयी. वो लड़की भिड़े की बेटी सोनू थी. सोनू वाहा पर शॉपिंग करने आई थी. कारण ने उसको माल में घुसते ही देख लिया था. लेकिन सोनू का ध्यान शॉपिंग पर था, और उसने कारण को नही देखा था.
वाहा पर 2 लड़के और थे, जो सुनो को छेड़ने की ट्राइ कर रहे थे. वो दोनो सोनू का पीछे कर रहे थे, लेकिन सोनू उन पर ध्यान नही दे रही थी. फिर सोनू की शॉपिंग ख़तम हो गयी. और इधर कारण की भी शॉपिंग हो चुकी थी.
शॉपिंग करने के बाद कारण अपनी बिके के पास चला गया. वाहा जाके उसने देखा, की उसकी बिके में कुछ खराबी आ गयी थी. सोनू भी वही पास में ही खड़ी थी, और 2 लड़के उस पर कॉमेंट कर रहे थे. तभी एक लड़का सोनू के पास आया, और सोनू की गांद टच करके चला गया.
कारण ने ये देख लिया, और देखते ही साथ वो सोनू की तरफ बढ़ा. फिर कारण ने जल्दी से सोनू की साइड में किया, और उस लड़के को पकड़ लिया. कारण ने उसको बोला-
कारण: क्या कर रहा है सेयेल!
ये बोल कर कारण ने उसको खूब धोया. फिर वो दोनो लड़के भाग गये, और सोनू ने कारण का शुक्रिया अदा किया. कारण ने कहा-
कारण: अर्रे इसमे शुक्रिया की क्या बात है? ये तो मेरा फ़र्ज़ था.
फिर सुनो बोली: आप मुझे घर पर छोढ़ देंगे?
कारण ने कहा: जी हा, क्यू नही.
फिर कारण ने बिके स्टार्ट की. इस बार बिके भी स्टार्ट हो गयी. फिर कारण ने सोनू को अपने साथ बिके पर बिताया, और उसको उसके घर छोढ़ दिया. उसने बाद कारण अपने घर की तरफ चला गया.
फिर सोनू अपने घर पर एंटर हुई. वो अपने रूम में चली गयी. फिर माधवी को उसने बताया-
सोनू: आज मुझे दो लड़को ने छेड़ा, और परेशान किया.
माधवी: अछा! फिर तूने क्या किया?
सोनू: हमारी सोसाइटी में है ना, वो कारण नाम का लड़का, उसने मुझे उनसे बचा लिया.
सोनू के मूह से कारण की बात सुन कर माधवी को हस्सी आ गयी. क्यूकी वो उसकी मार सकता था, तो उसकी बेटी को भी बचा सकता था. फिर माधवी ने सोचा, की क्यू ना आज कारण को उसकी बहादुरी का इनाम दिया जाए.
तभी उसने अपने मॅन में एक और बात सोची, और सोचने के बार वो सोनू को बोली-
माधवी: कल से तुझे कारण के साथ ही कॉलेज जाना चाहिए. मैं उसको बोल कर आती हू.
सोनू बोली: ठीक है.
फिर माधवी कारण के घर की तरफ चली जाती है. लेकिन वो सिर्फ़ उसको बोलने नही जेया रही होती, बल्कि अपनी मरवाने भी जेया रही थी.
इसके आयेज क्या होने वाला है, वो आपको नेक्स्ट पार्ट में पता चलेगा. आप मुझे फीडबॅक ज़रूर दीजिएगा. और आप आइडियास भी भेज सकते है मुझे.