पिछला भाग पढ़े:- मेरे स्टूडेंट की मम्मी-1
ही दोस्तों, मैं अर्जुन अपनी कहानी के अगले भाग के साथ आप सब के सामने हाज़िर हू. मेरी पिछली कहानी को पसंद करने के लिए आप सब का धन्यवाद. जिन लोगों ने पिछली कहानी नही पढ़ी है, वो प्लीज़ जाके पढ़ ले.
पिछले भाग में आप सब ने पढ़ा, की कैसे पेरेंट्स मीटिंग पर मेरा दिल मेरे एक स्टूडेंट की मम्मी पर आ गया. फिर मैने उसको मेसेज किया, और बातों-बातों में उसको सेक्स रीलेशन के लिए पूछा लिया. उसने कोई जवाब तो नही दिया, लेकिन अगले दिन वो मेरे घर आ गयी. अब आयेज बढ़ते है.
मैं: उर्मिला जी, आप यहा कैसे?
उर्मिला: क्यूँ, नही आ सकती?
मैं: अर्रे नही-नही, ऐसा नही है. युवर मोस्ट वेलकम.
और ये सुन कर वो मुस्कुराने लगी. फिर वो बोली-
उर्मिला: अर्जुन मैने तुम्हारी बात के बारे में काफ़ी सोचा. और मुझे लगता है तुम सही बोल रहे हो. मेरे पति को मुझे कभी खुशी देने नही वाले. तो क्यूँ ना तुम ही मुझे खुश कर दो.
ये सुन कर मेरी खुशी का ठिकाना नही रहा. मेरा लंड मेरी पंत के अंदर खड़ा हो गया.
फिर वो बोली: कल मेरे घर पर कोई नही रहने वाला है. तुम स्कूल से छुट्टी लेके घर आ जाना. फिर वाहा मैं तुम्हे वो सब करने दूँगी, जो तुम करना चाहते हो.
मैं तो सावे आसमान पर उड़ने लगा. ये बोल कर वो जाने लगी. लेकिन मैने उसी वक़्त उसका हाथ पकड़ा, और उसको अपनी बाहों में भर लिया. फिर मैं उसको बोला-
मैं: जानेमन, अब आई हो तो बिना कुछ किए जाने थोड़ी दूँगा तुम्हे.
उर्मिला: अर्रे हट्तो, तुम्हारी मम्मी बाहर ही है.
मैने उसी वक़्त अपने होंठ उसके होंठो से लगा दिए, और उसके होंठ चूसने लगा. 2-3 सेकेंड रेज़िस्ट करने के बाद वो मेरा साथ देने लगी. क्या रसीले होंठ थे यार क्या बतौ मैं. बड़ा मज़ा आ रहा था किस करके उसको. उसके बदन की खुश्बू पागल करने वाली थी.
मैं उसकी कमर को मसल रहा था, जिससे उसकी किस और वाइल्ड हो जाती थी. 10 मिनिट की किस के बाद हम दोनो अलग हुए. हम दोनो की साँस चढ़ि हुई थी. किस टूटने के बाद वो बोली-
उर्मिला: लगता है बहुत मज़ा आने वाला है.
फिर वो चली गयी. अब मैं अगले दिन की वेट करने लगा. मैने शाम को ही रिसेप्षन वाली मेडम को एमर्जेन्सी छुट्टी का बोल दिया. फिर अगले दिन 9 बजे मैं तैयार होके उर्मिला के घर चला गया. वाहा जाके मैने बेल बजाई, और उर्मिला ने दरवाज़ा खोला.
जब मैने उसको देखा, तो मेरी आँखें फाटती की फाटती रह गयी. उर्मिला ने पिंक कलर की शॉर्ट निघट्य पहनी हुई थी. वो निघट्य नीचे से उसके घुटनो तक थी, और उसकी गोरी टांगे नज़र आ रही थी. उपर से निघट्य स्लीव्ले थी, और स्ट्रॅप्स के सहारे शोल्डर्स पर टिकी हुई थी.
उपर से उसकी काफ़ी क्लीवेज नज़र आ रही थी. बाल उसने खोल रखे थे, और होंठो पर रेड लिपस्टिक लगा रखी थी. ऐसा लग रहा था, जैसे वो पॉर्न वीडियोस की कोई सेक्सी हेरोयिन हो, और शूटिंग के लिए रेडी हुई हो.
मैं अंदर गया, और अंदर जाते ही उसको अपनी बाहों में भर लिया. फिर मैने उसको किस करना शुरू कर दिया. तभी वो बोली-
उर्मिला: अर्रे कुछ खा-पी तो लो.
मैं: मैं यहा जिसको खाने आया हू, उसी को खा रहा हू.
ये बोल कर मैने उसको अपनी बाहों में उठा लिया. फिर मैने उससे बेडरूम का रास्ता पूछा, और जल्दी से उसको बेडरूम में ले गया.
बेडरूम में जाते ही मैने उसको बेड पर लिटाया, और उसके उपर चढ़ कर अपने होंठ उसके होंठो से लगा दिए. अब हम दोनो लैला-मजनू की टाराग किस कर रहे थे. किस करने के बाद मैने उसकी गर्दन चूमनि शुरू कर दी, और उसकी क्लीवेज की गर्मी का मज़ा लेने लगा.
फिर मैने उसके शोल्डर्स से निघट्य के स्ट्रॅप्स नीचे कर दिए, और उपर से निघट्य उसके पेट पर कर दी. उसने नीचे ब्रा नही पहनी थी, तो अब उसके सफेद बूब्स पिंक निपल्स वाले मेरे सामने थे. मैने उसका एक बूब अपने मूह में डाल लिया, और दूसरे को चबाना शुरू कर दिया.
वो कामुक आहें भरने लगी, और मेरे सर को अपने बूब्स में दबाने लगी. क्या स्वाद था उसके निपल्स का एक-दूं ज़बरदस्त. औरतें निपल चूसने पर बड़ी उत्तेजित हो जाती है.
फिर मैं घुटनो पर आया, और अपने कपड़े उतारने लगा. तब तक उर्मिला ने भी अपनी निगती निकाल दी, और अब वो सिर्फ़ अपनी पनटी में थी. उसने पिंक पनटी पहनी हुई थी. मैं उसके सामने नंगा हो गया, और मेरा मोटा लंबा लंड देख कर वो खुश हो गयी.
उसने लेते-लेते मेरे लंड को अपने हाथ में लिया, और उसको मसालने लग गयी. मैने भी पनटी के उपर से उसकी छूट पर हाथ रखा, और उसको मसालने लगा. उसकी छूट गीली हो रही थी, और इधर से मेरा लंड प्रेकुं छ्चोढ़ रहा था.
फिर मैने उसकी पनटी भी उतार दी. अब उसकी हल्की ब्राउन और क्लीन-शेव्ड छूट मेरे सामने थी. उसकी छूट को देख कर मैं पागल हो गया, और उस पर टूट पड़ा. मैं कुत्तों की तरह उसकी छूट चाटने लग गया. वो मछली की तरह तड़प रही थी, और मस्त आहें भर रही थी.
जब भी मैं उसके दाने को चूस्टा, वो उछाल पड़ती. फिर वो मुझे छोड़ने के लिए बोलने लगी. मैने अपना लंड उसकी छूट पर सेट किया, और रगड़ते हुए उसको अंदर डालने लगा. जब लंड अंदर जाने लगा, तो उसकी सिसकियाँ ज़ोर से निकालने लगी.
वो बेड की चादर पकड़ कर भींचने लगी. उसको दर्द हो रहा था. लेकिन मुझे तो जन्नत का एहसास मिल रहा था. मैने धक्के मार कर लंड पूरा अंदर कर दिया, और उसकी गरम चूत को छोड़ने लग गया.
आहह, क्या मज़ा आ रहा था. फिर मैं उसके उपर लेट के उसके बूब्स चूस्टे हुए छोड़ने लगा. उसकी छूट आचे से अड्जस्ट होने के बाद उसने भी गांद उठा कर चुदाई में साथ देना शुरू कर दिया. अब मैं तेज़ी से लंड उसकी छूट में अंदर-बाहर कर रहा था. हम दोनो को बड़ा मज़ा आ रहा था.
जब मैं पूरा लंड अंदर डालता, तो लंड उसकी बच्चे-दानी को टच होता. इसका सुखद एहसास उसके मूह से ज़ोर की आहह निकाल देता. मैने जोश में उसकी गर्दन पर 3-4 लोवेबाइट्स भी दे दिए.
40 मिनिट की चुदाई के बाद मैने उसका मूह छोड़ना शुरू किया, और मूह में ही सारा माल निकाल दिया. फिर हम दोनो शांत होके लेट गये.
दोस्तों यहा तक की कहानी आपको कैसी लगी कॉमेंट करके ज़रूर बताए. अगले पार्ट में एक ज़बरदस्त ट्विस्ट आएगा, तो अगले पार्ट की वेट करे.