हेलो फ्रेंड्स, ई आम ध्रुवित फ्रॉम गुजरात. मैं आमेडबॅड का रहने वाला हू. मेरी आगे 19 एअर है, और मैं 1स्ट्रीट एअर में हू. मेरे लंड का साइज़ 9″ है. मैं इस साइट का रेग्युलर रीडर हू, और मेरी ये पहली कहानी है. तो अगर कोई मिस्टेक हो जाए तो पहले ही सॉरी बोल देता हू.
अब मैं आपको मेरी क्लास टीचर के बारे में बताता हू. तो उसका नाम तृप्ति है, और उसकी आगे 37 है.
उसकी गांद थोड़ी बड़ी है, और उसके बूब्स मीडियम साइज़ के है, आंड वो ऑल्वेज़ कुर्ता आंड लेगैंग्स पहनती है. चलो अब स्टोरी पर चलते है.
मैं वॉशरूम में जेया रहा था, तब उसने मुझे गर्ल्स वॉशरूम के तरफ आने का इशारा किया. जब मैं गया तो वो बोली-
मेडम: ये कॉन्सा पीरियड है?
तो मैने बोला: प.त. का.
फिर वो पूछती है: इसके बाद कॉन्सा पीरियड है?
तो मैने बोला: फ्री पीरियड है.
तब उसने मुझे बोला: ठीक है.
और फिर मैं वाहा से निकल ही रहा था, की उसने मुझे पकड़ लिया, और वॉशरूम के अंदर खींच लिया. उसने गाते बंद करके लॉक लगा दिया. रूम बहुत बड़ा था.
मैने उनको बोला: ये आप क्या कर रही है?
तो वो बोलती है: मेरे पति (हज़्बेंड) मेरे को छोड़ते नही है.
फिर मैं बोलता है: आप ये क्या बोल रही है?
वो बोलती है: प्लीज़ मेरी मदद कर दे.
तो मैने पूछा: कैसी मदद?
वो बोलती है: मुझे छोड़ प्लीज़, माना मत करना.
फिर मैं सोचता हू आंड बोलता हू: ठीक है.
वो बोलती है: थोड़ी देर में बुलाती हू तुमको. अभी तुम जाओ. 10 मिनिट्स में बुलाने आती हू.
फिर मैं भी चला गया. 10 मिनिट के बाद वो मेरे को बुला के ले जाती है.
फिर वो बोलती है: कहा चले? कॉलेज के बाहर तो जेया नही सकते. चलो एक काम करते है हम, गर्ल्स वॉशरूम में चले जाते है.
अब मेरे से कंट्रोल नही हो रहा था. मैने उसको कस्स के पकड़ लिया, और मेरे होंठ उसके होंठो पे रख लिए, और उसे चखने लगा. वो भी मेरा साथ देने लगी.
फिर मैं अपनी ज़ुबान से उसे चखने लगा. दोस्तों क्या मज़ा आ रहा था. वो मेरे जीवन का पहला किस था. किस करते-करते मैं उसके बदन को भी इधर-उधर चू रहा था. फिर हमने खड़े होके किस करना शुरू किया.
हमारी हाइट सेम थी. इसलिए मेरा लंड और उसकी छूट एक-दूसरे के सामने आ रहे थे. मैने उसको कस्स के पकड़ा हुआ था. मेरा एक हाथ उसकी कमर के पीछे था. किस करते-करते मैं अपना लंड उसकी छूट के उपर रग़ाद रहा था.
कपड़े होने के बावजूद बहुत मज़ा आ रहा था. फिर किस करते ही मैं उसकी पंत के उपर से उसकी छूट के उपर हाथ फिरा रहा था. वो भी मेरे लंड को पंत के उपर से सहला रही थी.
काफ़ी देर किस करने के बाद, फिर मैं उसके उपर और वो मेरे नीचे थी. मैं उसकी नेक पे किस रहा था. फिर उसके बाद मैने टॉप उठा के उसके बूब्स दबाने शुरू किए. फिर उसके बूब्स मैने अपने मूह में लेके चूसने लगा.
मैं दांतो से उसके बूब्स काट रहा था, और उसे भी मज़ा आ रहा था. उसके मूह से आवाज़े आ रही थी. फिर मैं नीचे आया, और उसके बूब्स को चूसने लगा, और वो तो जैसे पागल हो गयी और बस आहह आहह खा जाओ मुझे यही बोल रही थी.
मैं उसके बूब्स को चूस रहा था, कभी लिप्स को बीते करता, कभी रिघ्त बूब को चूस्टा, कभी लेफ्ट को. फिर मैं नीचे आया और उसके पेट को किस करने लगा, और चूसने लगा. उसकी नाभि तो जैसे जन्नत में थी.
वो बोल रही थी: जान कुछ हो रहा है.
मैने जब अपना हाथ उसकी पुसी पे रखा, तो वो वेट हो गयी थी. मैं उसे सहलाने लगा. उसका भी हाथ मेरे लंड पे चल रहा था, और बड़े प्यार से लंड को सहला रही थी. मैं नीचे आया, और उसकी छूट के अंदर जीभ डाल दी, तो वो झाड़ गयी. और मैं उसका रस्स पीते हुए उसकी पुसी को चूस रहा था. यम्मी रस्स था, और वो तो पागल हो रही थी.
अब मैं 69 में आया, और वो मेरे लंड को सहलाने और हिलने लगी. बुत लंड चूसा नही उसने. लेकिन मैं उसकी पुसी को चूस रहा था. जब 5 मिनिट हो गये चूस्टे हुए, तब वो बोली-
मेडम: आ जान, अब कुछ करो, बहुत खुजली हो रही है.
मैं उठा, उसको नीचे लिटाया, और अपना लंड उसकी छूट पे आचे से लगाया. फिर लंड को उसकी छूट पे सेट किया और हल्का सा पुश किया. बुत लंड अंदर नही गया और साइड में चला गया. फिर मैने दोबारा सेट किया, और उसे बोला-
मैं: इसे पकड़ लो.
उसने पकड़ लिया, और मैने तोड़ा तेज़ पुश किया, और लंड का टॉप उसके अंदर चला गया.
वो चिल्लाई: अया मा मॅर गयी, निकालो इसे.
पर मैने उसके लिप्स के उपर अपने लिप्स रखे, और चूसने लगा उसके लिप्स को, लिप्स को लॉक करके. फिर ज़ोर का पुश किया, और लंड उसके आधा अंदर चला गया. बहुत टाइट फील हो रहा था. वो भी चिल्लाना चाहती थी, बुत चिल्ला नही पाई. उसकी आँखों से आँसू आने लगे, और वो छूटने की कोशिश करने लगी.
फिर मैने बोला: बस जान, जितना दर्द होना था हो गया. अब नही होगा.
और मैं उसके आँसू पीने लगा, और उसके बूब्स को सहलाने लगा. थोड़ी देर ऐसे ही मैने अपना आधा लंड अंदर रखा. फिर जब वो शांत हो गयी, तो एक और धक्का मारा, और पूरा लंड अंदर डाल दिया.
वो चिल्लाई: आ मा मॅर गयी, प्लीज़ बेबी निकाल लो इसे.
बुत मैं नही माना, और धक्के पे धक्का मारने लगा, और साथ में उसके बूब्स को दबाता रहा. थोड़ी देर बाद उसे भी मज़ा आने लगा, और वो भी अपनी गांद को उपर-नीचे करने लगी.
वो बोल रही थी: एस जान, फक मे फास्ट. बहुत मज़ा आ रहा है. मुझे ऐसे ही छोड़ते रहो आअहह एस उम्म्म. ई लोवे योउ जान.
वो ऐसे बोल रही ही थी, और पूरा वॉशरूम हमारी आअहह उहह से गूँज रहा था. बहुत सेक्सी माहौल था. ऐसे ही हम 10-15 मिनिट्स तक चुदाई करते रहे, और वो 2 बार झाड़ चुकी थी. 10-15 मिनिट्स बाद मेरा निकालने वाला था, तो मैने पूछा-
मैं: तृप्ति, खा निकालु?
तो वो बोली: अंदर ही निकाल दो. मैं भी आ रही हू.
और हम दोनो साथ में झाड़ गये. जब मैने लंड बाहर निकाला, तो हमारा वीर्या और उसका खून बाहर आ रहा था. अब मैने उसे नीचे उतरा, और उसको दीवार के सहारे डॉगी स्टाइल मैं उल्टा किया, और अपना लंड उसकी छूट में डाल के ज़ोर-ज़ोर छोड़ने लगा.
वो रो रही थी. उसकी आँखों से आँसू आने लगे. पर मैं नही रुका. उसकी आहें अब कामुक आवाज़ो में बदल गयी, और अब वो मेरा साथ देने लगी. वो गांद हिला-हिला के छुड़वाने लगी, और मैं उसे पेलता रहा.
वो इस दौरान 4 बार झाड़ चुकी थी. अब हम दोनो साथ में झड़ने वाले थे. मैं उसे और तेज़ छोड़ने लगा, और हम दोनो एक साथ झाड़ गये मैने उसकी छूट में ही अपना गरम माल खाली कर दिया और हम वाहा से निकल गये.
किसी को कुछ पता भी नही चला, और बाद मैं हमने कभी भी चुदाई नही की अब. दूसरी स्टोरी जल्दी ही लाने के कोशिश करूँगा. आप कॉमेंट करके बताना आपको स्टोरी कैसी लगी.