ही मेरे सभी मेरे रीडर्स, आप सब को मेरा प्यार भरा हेलो, नांसत्एे, सात श्री अकल, कें छो, कसा काय, चक दे फहते. और आंटी और भाभी की गंद और छूट के भी फहत्ते फहत्ते, तो चलो गाइस अब कहानी शुरू करते है.
तो हुआ ये की मैं इंटरनेट मैं एक राइटर मॅंडी की कहानी पढ़ रा था, उसने अपनी मा राधा की सेक्स अड्वेंचर से भारी हुई स्टोरी को पोस्ट किया हुआ था. जिसके टोटल 4 पार्ट्स थे, तो मैं उसकी स्टोरी पढ़ कर उसे मैल किया.
तो मॅंडी से मेरी बातें होनी शुरू हो गयइ, उसने मुझे राधा की पहले सेक्स लाइफ और अभी करेंट सेक्स लाइफ के बारे मे काफ़ी कुछ डीटेल्स मे ब्टाया.
तो मैने भी फिर मोके पर चौका मारा और मॅंडी से राधा की मैल ईद और उसकी कुछ अची फोटो भी ले ली. अब मैं राधा से बात करने लग गया था.
दोस्तो अब हैरान करने वाली ये बात थी, की राधा को इस बारे मे कुछ पता ही न्ही था. की उसके बेटे ने उसकी चुदाई से भारी हुई पूरी दस्तना इंटरनेट पर पोस्ट कर दी है. मैने भी चान्स मारा और राधा से ओपन्ली सब कुछ पूछने लग गया.
अब राधा भी मुझसे खुल कर बात करने लग गयइ थी, मैने पहले तो उसे मैल किए थे. फिर हम दोनो हणगौट पर छतिंग करने लग गये थे, राधा और मैं रात को 2 बजे तक सेक्स छत करते थे.
फिर राधा ने मुझे अपनी सेल्फ़िएस भी सेंड कर दी थी, कसम से दोस्तो राधा इस आक्च्युयली आ सेक्स दिवा आ सेक्स बॉम्ब. मैने भी अपनी कुछ अची सेल्फ़िएस राधा को दे दी, ताकि हम एक दूसरे को पहचान जाए.
दोस्तो ये जो स्टोरी मैं पोस्ट कर रा हूँ, ये मुझे खुद राधा ने ही खा था की मैं हम दोनो का सेक्स इंटरनेट पर डालूं. पर दोस्तो राधा की फॅमिली गुरुगरम मे रहते है, और मैं यहाँ च्चत्तीसगर्ह मे.
तो मुझे गुरुग्रम तक ट्रॅवेल करना बहोट मुश्किल लग रा था. अब ये करोना की सिचुयेशन ने हुमारा मिलना और भी मुश्किल कर दिया था. पर फिर भी जिनको मिलना होता है, और अपने अंदर से चुदाई की तड़प को कितना भी मिटाना होता है.
वो केसे भी करके मिल ही जाते है, और चुदाई हो ही जाती है. तो मुझे गुरुगरम जा कर राधा से मिलने का मोका मेरे मामा के कारण मिला. मेरे मामा हम लोगो से मिलने और अपने कुछ काम से यहाँ रायपुर आए हुए थे.
फिर अनलॉक होते ही मेरी राधा से बात हुई, की मैं अपने मामा के साथ घूमने के बहाने गाज़ियाबाद अवँगा. उसके बाद मैं व्हन से सीधा गुरुगर्म बाइ बस आ जौंगा.
लॉक्कडोवन् अनलॉक होने के बाद ही मैं ऐसा कर पाया, रायपुर से ग़हज़ियाबाद के लिए ट्रेन्स शुरू हो चुकी थी. तो मैं मामा के साथ गाज़ियाबाद निकल गया और राधा को मैने इनफॉर्म कर दिया था की आईं गाज़ियाबड़ा नेक्स्ट दे पहुच जौंगा.
फिर मामा के घर मे एक दिन रुकने के बाद मैं गुरुग्रम पहुच जौंगा. मैने राधा से अब उसका फोन नंबर ले लिया था, क्योकि बिना फोन नंबर के बहोट प्राब्लम हो स्काती थी.
तो उधेर राधा ने भी अपनी तरफ से सारी प्रेपरेशन कर ली थी, और हम दोनो की किस्मत इतनी अची थी. की राधा का हज़्बेंड राजेश भी कुछ दीनो के लिए अपने बिज़्नेस के काम से आउट ऑफ स्तत्ीओ जा रा था.
तो हम दोनो के पास अछा ख़ासा टाइम था, हम जी भर करके चुदाई कर स्केट थे. और अपने अंदर की हवस को आचे से शांत कर स्केट थे.
तो प्लान के हिसाब से मैं उस दिन गाज़ियाबाद पहच गया, और फिर नेक्स्ट दे मैं गुरुग्रम के लिए निकल गया. मामा के यहाँ घर पर मैने बहाना बना दिया, की मेरा एक दोस्त गुरुग्रम मे रहता है और मैं आज उससे मिलने जा रा हूँ.
इससे उन्हे मेरे उपेर शक न्ही हुआ, मैने मामा के घर से निकलते ही राधा को मेसेज कर दिया. तो उसने मुझ अपने घर का अड्रेस्स दे दिया और वो मुझे बोली.
राधा – देखो मेरे घर के पास एक बड़ा सा लेक है, तो तुम विन पर खड़े हो कर मेरा वेट करना है.
मैं – ठीक है, पर राधा तुम रेड कलर की विदाउट स्लीव वाली सारी पहें कर आना डब्ल्यू सारी तुम्हारी नेवेल से नीचे होनी चाहईीए.
तो वो मान गयइ, गाज़ियाबाद से गुरुरगर्म करीब 1:30 घंटे का सफ़र है. तो मुझे राधा के घर तक पहुहकते हुए दिन का 1 बाज गया, मैने एक स्काइ ब्लू कलर की त-शर्ट पहें र्खी थी.
उसके उपेर एक कंबो कलर की चेक शर्ट पहें रखी थी, अब मैं व्हन लेक के साइड मे पहुच गया और मैने राधा को मिस कॉल कर दी. तो कुछ ही सेकेंड्स मे राधा का मेसेज आया.
राधा – मैं तुम्हे लेने आ र्ही हूँ.
मैं बहोट ज़्यादा एग्ज़ाइट्मेंट मे राधा का वेट कर रा था, पता न्ही पर मेरा दिल ज़ोर ज़ोर से से पंप कर रा था. मैं बहोट नर्वस सा फील कर रा था.
मैने अभी तक कितनी ही आंटी और भाभी को छोड़ा है, पर मैं आज कभी इतना नर्वस न्ही हुआ. जितना आज मैं राधा से फेस तो फेस मिलने का सोच कर फील कर रा था.
पर अब राधा आने वाली थी, लेक के साइड पर एक बेंच र्खा हुआ था. मैं उसी पर बैठा हुआ था, तो तभी मेरे सामने रेड कलर की विट्रा ब्रेज़्ज़ा कार आ रुकी.
फिर उसका विंडो ग्लास नीचे हुआ तो मैने देखा की राधा अंदर बैठी हुई थी. उसने सुन ग्लास्स्सएस पहें रखे थे, और अपने हेर्स ओपन कर र्खे थे.
मा कसम राधा कमाल की खूबसूरत लग र्ही थी, मैं उसे देखता ही रह गया तो राधा ने मेरा नाम पुकारा.
राधा – ही आशीष क्या देख र्हे हो, जल्दी से कार मे बैठो, मैं न्ही चाहती की कोई हम दोनो के यहाँ पर देखे. यहाँ मुझे और राजेश को काफ़ी लोग जानते है.
तो मैं झट से कार का डोर खोल कर अंदर बैठ गया, और राधा ने विंडो ग्लास बंद कर दिया. मैं तो बस राधा को ही देखे जा रा था, उसकी खूबसूरती को मैं जी भर कर देख रा था.
राधा उस रेड कलर की सारी मे कयामत लग र्ही थी, उसने सारी भी नेवेल से नीचे बँधी हुई थी और साथ ही उसने अपना क्लीवेज भी ओपन कर र्खा था.
मैं राधा की सेक्सी बॉडी को घुरे जा रा था, मेरे मूह से एक वर्ड भी न्ही निकल रा हा. फिर राधा ने मुझे खा – क्या आशीष मैने तुम्हे अपनी इतनी फोटोस तो दी है. तो तुम मुझे ऐसे क्या देखे जा र्हे हो कुछ तो बोलो यार?
मैं – राधा बेबी अब मैं क्या बोलूं क्यो की मुझे अभी भी भरोसा न्ही हो रा है, की हम दोनो एक दूसरे के साथ है. आज फिणाली मुझे अपना सपना पूरा होता हुआ नज़र आ रा है.
राधा – हन बेबी मुझे भी विश्वास न्ही हो रा है, की मैं आज तुम्हारे साथ हूँ और हुमारे पास बहोट पास टाइम है जो आज हम एक साथ स्पेंड कर स्केट है.
राधा के इतने बोलते ही मैने अपना हाथ उसके गाल पर र्ख दिया.. और अपने अंघूटते से उसके लिप्स को मैं सहलनाए लग गया. राधा शरमा गयइ और हम दोनो एक दूसरे की आँखों मे देखने लग गये.
फिर मैं आयेज बढ़ा और राधा को लिप्स पर किस कर दिया. राधा ने भी अपने लिप्स ओपने किए और वो मुझे किस करने लग गयइ.
हम दोनो हुमारी किस मे इतना खो गये थे, की हम दोनो अपने अपने होंठो को चूसने के साथ साथ एक दूसरे की जीब को भी चूस र्हे थे. राधा के लिप्स इतने सॉफ्ट और जूस है की मैं आपको अब उसका टेस्ट केसे लिख कर बटुंगा.
हुमारी किस काफ़ी लंबी चली. फिर हम अलग हुए और राधा बोली – आशीष तुम सच मे बहोट ही अछा किस करते हो. ई जस्ट लव्ड और फर्स्ट किस बेबी थॅंक योउ.
मैं – बेबी अभी तो बस शुरुवत है, तुम्हे तो अभी मेरा बहोट कुछ पसंद आने वाला है.
ये बोल कर मैने राधा का हाथ अपने हार्ड लंड पर र्ख दिया. राधा मेरे लंड को जीन्स के उपेर से ही मसलते हुए बोली.
राधा – हन बेबी मेरा मान तो अभी से तुम्हारा लंड बाहर निकल कर चूसने का कर रा है. पर अभी ह्यूम यहाँ से जाना होगा.
फिर राधा ने कार को स्टार्ट किया और हम उसके घर की तरफ चल दिए. मैने राधा से उसके हज़्बेंड के बारे मे पूछा तो वो बोली.
राधा – वो अब चले गये है, इसलिए तो मैं तुम्हे अपने घर ले कर जा र्ही हूँ.
मैने रास्ते मे राधा की बॉडी पर अपना हाथ फेरना शुरू कर दिया, मैं कभी उसकी कमर को सहला रा था तो कभी उसके पेट को सहला रा था.
मैं बीच बिछे मे उसकी नेक पर भी किस कर रा था. उसके हाथो को भी मैं किस कर रा था. राधा मुझे बोली – बेबी प्लीज़ अभी तो सतना बंद करो ना, खुद पर तोड़ा सा कंट्रोल करो ना.
मैं अगले 5 दीनो तक सिर्फ़ तुम्हारी ही हूँ, अब ह्यूम कोई डिस्टर्ब करने वाला न्ही है. प्लीज़ समझो ना बेबी हम बस मेरे घर पर पहुचने ही वेल है.
मैं उसकी बात सुन कर हंस दिया और मैं बोला – लगता है मेरी राधा बेबी नीचे से अपनी टॅंगो के बिछे गीली हो गयइ है, तो उसे एक बार तो देखना बनता ही है.
ऐसे कह कर मैने राधा की सारी और पेटीकोआट के साथ पकड़ा और उसे नीस तक उपेर उठा दिया.
राधा – नो बेबी अभी और कुछ न्ही, मेरी छूट अब तुम मेरे बेडरूम मे ही देखना. छाए वो गीली हो या न्ही, प्लीज़ अब और कोई शैतानी न्ही करोगे तुम प्लीज़ मान जाओ ना प्लीज़.
मैं – ठीक है मान ली मैने तुम्हारी बात.
फिर हम राधा के घर पहुच गये.. और राधा ने कार का हॉर्न बजाया तो अंदर से एक 12-13 साल एक लड़के ने गाते ओपन दिया. फिर राधा से कार घर के अंदर लगा दी.
फिर उसने लड़के ने मुझे देखा और वो बोला – ही आशीष भाईया केसे हो?
मैं – तू मॅंडी है ना?
वो – हन मैं ही हूँ, वो आपके और मम्मी के बिछे का मीडियेटर जिसके कारण आज आप मम्मी से मिल पाए हो.
मैं – थॅंक योउ सो मच ब्रो.
राधा वहीं खड़ी हुमारी बातें सुन र थी.. और शरम के मारे हम दोनो को स्माइल करते हुए देख र्ही थी.
तो दोस्तो ये थी मेरी और राधा के 5 दीनो के सेक्स सीरीस का फर्स्ट पार्ट. ई होप आप लोगो ये सीरीस पसंद आएगी. आप प्लीज़ मुझे मैल करके अपने व्यूस ज़रूर ब्ताना.
अगर रायपुर और उसके आस पास की लॅडीस फ्रीली मुझे मैल कर स्काती है. मैं जल्दी ही इस कहानी के नेक्स्ट पार्ट मे आप से मिलौँगा.
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