सोनू को तो कों नही जानता? उसके वर्जिन शेव्ड छूट, रसीले उसके बूब्स, और उसका कॅसा हुआ बदन कमाल का है. आइए अब बिना कोई टाइम वेस्ट किए कहानी शुरू करते है.
एक रात भिड़े के घर पर सोनू को प्यास लगती है. तो वो पानी पीने उठती है. फिर वो किचन की तरफ जाती है. तभी अचानक सोनू को पीछे से कोई पकड़ लेता है. वो भिड़े होता है.
फिर वो उसका लंड सोनू की गांद से चिपका देता है. सोनू अपनी गांद पर लंड फील कर रही थी, पर वो कुछ बोलती नही. फिर भिड़े उसको बोलता है-
भिड़े: सोनू तुम मेरे रूम में आके सो सकती हो क्या? मैं तुम्हारे रूम में सो जाता हू. मुझे काम है तोड़ा. पेपर बनाना है मुझे टुटीओन के लिए.
सोनू: ठीक है, मैं सो जौंगी बाबा.
और ये बोल कर सोनू भिड़े के रूम में चली जाती है. वाहा जाके वो देखती है माधवी को सोते हुए. उसे देखने मिलता है की माधवी निघट्य में सो रही थी. माधवी को ऐसे देख कर उससे रहा नही जाता है, और वो उसकी निघट्य को खोल देती है.
फिर वो माधवी के बूब्स को प्रेस करने लगती है, और उसे काटने लगती है. माधवी को ये सब फील होना शुरू हो चुका होता है. फिर अचानक वो उठ जाती है. लेकिन उसे लगता है की भिड़े ये सब कर रहा था.
ये सोच कर वो मज़े लेने लगती है. सोनू इस चीज़ का फ़ायदा उठती है, और उसके बूब्स को काटने लगती है. 10 मिनिट तक करने के बाद वो उसको किस करती है. माधवी भी पूरा साथ देती है, और उसके पुर मूह पर किस करती है.
फिर सोनू धीरे-धीरे उसकी छूट की तरफ बढ़ती है, और उसकी जांघों को चूमते हुए उसकी पुसी को पूरा चाट लेती है. सोनू के ऐसा करने से माधवी झाड़ जाती है. फिर सोनू माधवी को फिरसे किस करती है.
किस करते हुए सोनू उसकी पॉकेट से स्पाइक्स वाला वाइब्रटर निकालने लगती है. वो जैसे ही वाइब्रटर निकालती है, अचानक लाइट आ जाती है. माधवी ये देख कर शॉक्ड हो जाती है, की वो सब भिड़े नही सोनू कर रही थी.
फिर माधवी जल्दी से बाथरूम में भाग जाती है. माधवी बातरूम में जाके अपने मॅन में सोचती है-
माधवी (मॅन में): ये क्या हो गया मुझसे? अब मैं क्या करू?
फिर वो सोचती है गुस्से में: सोनू तूने ग़लत किया है. आज तुझे सज़ा मिलेगी.
ये सोच कर उसने बबिता को कॉल की. और फिर अंजलि को कॉल की. फिर वो बाथरूम से निकल गयी. बाहर आके वो हस्स के सोनू को कहती है-
माधवी: सोनू कोई बात नही बेटा.
सोनू: मा मुझसे रहा नही गया आपको ऐसे देख कर.
फिर माधवी लिविंग रूम से चुपके से बबिता और अंजलि को अंदर लाती है.
उसके बाद वो सोनू को बोलती है: चल सो जेया अब.
फिर वो लाइट बंद कर देती है. उसके बाद उसका प्लान स्टार्ट होता है. फिर बबिता और अंजलि उसके रूम में आते है, और सोनू की आँखों, मूह, हाथो, और पैरों में पट्टी बाँध देते है.
सोनू: ये क्या कर रही हो मा?
माधवी: चुप साली, अब देख क्या करती हू मैं तेरे साथ.
माधवी फिर सोनू के सारे कपड़े खोल देती है, और उसके पुर मूह और लिप्स पर किस करती है. वो बुरी तरह से उसको किस करती है, जिससे सोनू को दर्द होने लगता है. फिर माधवी अंजलि और बबिता को इशारा देती है.
तभी बबिता आके सोनू की छूट को चाटने लगती है. उधर अंजलि पहले सारे वाइब्रटर और हंटर निकाल लेती है. फिर वो सोनू के बूब्स को दबाती है. सोनू को दर्द होने लगता है, और वो छ्चोढने की माँग करती है. पर कोई उसकी बात नही मानता. सोनू को मज़ा भी आ रहा होता है.
फिर सब 1 घंटे के बाद बबिता, अंजलि और माधवी का हो जाता है. अंजलि एक स्पाइक्स वाला वाइब्रटर लेती है, और पुर स्पीड पर सोनू की गरम छूट में घुसा देती है. इससे पहले सोनू चिल्लाए, बबिता अपनी गांद के च्छेद से उसके मूह को बंद कर देती है. और माधवी उसके पुर जिस्म को चाट-ती है.
सोनू की तो जैसे कुटिया जैसी हालत हो जाती है. वो तड़प रही थी, और चिल्लाने की कोशिश कर रही थी. पर फिर कुछ देर के बाद सोनू शांत हो गयी. अब सोनू को दर्द और मज़ा दोनो आ रहे थे.
फिर बबिता सोनू के मूह से हॅट गयी. अंजलि ने अपना काम बबिता को दिया, और फिर अंजलि ने अपनी छूट में कुछ लगाया, जिससे बहुत बदबू आ रही थी. उसके बाद अंजलि ने वो छूट सोनू के मूह में लगा दी.
सोनू अंजलि की छूट की उस बदबू को से भी नही पा रही थी. माधवी ने फिर उसके पैरों को उठाया, और उसकी गांद के च्छेद को चाटने लगी जीभ अंदर करके. तभी बबिता हंटर से सोनू को मारने लग गयी उसके शरीर पर, जिससे सोनू तड़प रही थी. सोनू की तो जैसे जान ही निकल गयी थी.
कोई भी तरस नही खा रहा था. फिर 15 मिनिट के बाद माधवी ने एक डिल्डो लिया, और उसकी गांद के च्छेद पे सेट करवाया और वो अंदर चली गयी. बबिता, अंजलि, और सोनू सोचने लग गयी की माधवी अंदर क्या करने गयी थी.
फिर अचानक माधवी एक और डिल्डो ले आई, जिसको देख कर सोनू दर्र गयी. फिर उसने एक डिल्डो के पीछे दूसरा डिल्डो रखा, और ज़ोर से धक्का दिया. इससे डिल्डो पूरा अंदर चला गया, और सोनू की तो जैसे जान निकल गयी हो.
वर्जिन गांद में पहले दिन पूरा अंदर, वो भी 6 इंच. सोनू बेहोश हो गयी. पर जैसे ही माधवी ने डिल्डो निकाला, वो होश में गयी. उसे काफ़ी दर्द हो रहा था. फिर माधवी, अंजलि, और बबिता हॅट गये.
माधवी: आज के लिए इतना काफ़ी है.
अंजलि और बबिता: ठीक कहा आपने.
फिर अंजलि और बबिता अपने-अपने घर वापस चले गये सोनू के बूब्स को दबा करके.
माधवी: अब से बेटी ख़याल रखना.
सोनू की हालत बुरी थी, और वो हिल भी नही पा रही थी. लेकिन मज़ा उसको बहुत आया. अब आयेज की स्टोरी आपको जल्दी ही मिलेगी. कुछ ग़लती हो तो माफ़ कर दीजिए. और कहानी पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद.