ही फ्रेंड्स, मेरा नाम अरमान है. मैं अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आया हू. अगर आपने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो प्लीज़ जाके पहले वो पढ़ लीजिए. उसके बाद आपको ये पार्ट पढ़ने का ज़्यादा मज़ा आएगा. जिन लोगों ने पिछले पार्ट पर अपनी फीडबॅक दी है, उनको दिल से थॅंक्स.
पिछले पार्ट में आपने पढ़ा, की रोशन का कामुक जिस्म देख कर टापू उसकी तरफ आकर्षित हो गया, और रोशन भी टापू का लंड देख कर प्यासी हो गयी. फिर टापू और रोशन की चुदाई हुई, और दोनो ने अपनी हवस शांत की. अब आयेज बढ़ते है.
चुदाई के बाद रोशन और टापू अपने-अपने घर वापस आ गये. रोशन ने जाने से पहले टापू को अपना नंबर दे दिया, और घर जाते ही मेसेज करने के लिए कहा. टापू ने वैसा ही किया, और घर जाते ही मेसेज कर दिया.
उस दिन से दोनो की रोज़ छत होने लगी. दोनो में एक-दूसरे के लिए खूब हवस थी, जो एक चुदाई के मिटने वाली नही थी. दोनो सेक्स छत करने लगे रोज़-रोज़, और फिंगरिंग करके और मूठ मार कर अपनी आग ठंडी करने लगे. आधी रात को भी उनकी वीडियो कॉल पर सेक्स छत होने लगी. फिर एक रोशन ने टापू से कहा-
रोशन: टापू मिलते है ना यार. मेरी छूट तुम्हारा लंड लेने के लिए तरस रही है.
टापू: आंटी मेरा भी लंड आपकी छूट के लिए तड़प रहा है. चलो चुदाई का प्रोग्राम बनाते है.
रोशन: ऐसा करते है, आज शाम को मैं शादी पर जेया रही हू. वाहा पर कुछ करते है.
टापू: शादी में कैसे करेंगे?
रोशन: सेयेल ऐसी जगह पर सेक्स करने का जो मज़ा है, वो और कही नही है.
टापू: चलो मुझे टाइम और वेन्यू भेज दो.
रोशन: ठीक है.
फिर रोशन टापू को टाइम और वेन्यू भेज देती है. टापू वाहा टाइम पर पहुँच जाता है. वाहा जाके टापू रोशन को फोन करता है. रोशन फोन उठती है तो टापू पूछता है-
टापू: कहा हो?
रोशन: पीछे देख.
टापू पीछे देखता है, और उसका मूह खुला का खुला रह जाता है. रोशन ने मरून रंग का लहंगा पहना हुआ था, और वो लहँगे में इतनी सेक्सी लग रही थी, की कोई भी मर्द उसकी खूबसूरती का दीवाना हो जाए. टापू की तो उसको देख कर बोलती ही बंद हो गयी. फिर रोशन उसके पास आई, और बोली-
रोशन: हा तो कैसी लग रही हू मैं?
टापू: बहुत ज़्यादा खूबसूरत.
रोशन: बस मेरी छूट की प्यास बुझा दे.
टापू: यहा, सब के सामने.
रोशन: इरादा तो कुछ ऐसा ही है.
टापू रोशन की बात सुन कर एग्ज़ाइटेड भी हो रहा था, और घबरा भी रहा था, की सब के सामने कैसे और क्या करेंगे वो दोनो. फिर रोशन ने टापू का हाथ पकड़ा, और उसको मॅरेज पॅलेस के अंदर ले गयी. मॅरेज पॅलेस एक 3 मंज़िला बिल्डिंग थी. और उसका ग्राउंड फ्लोर ही बुक्ड था, बाकी 2 फ्लोर खाली थे.
रोशन टापू को लिफ्ट में ले गयी, और लिफ्ट में जाते ही उसने टापू को अपनी बाहों में भर लिया. फिर वो आयेज बढ़ी, और उसने अपने होंठ टापू के होंठो से मिला दिए. टापू भी अब दर्र भूल कर अपने आंटी के होंठो का रस्स पीने लगा.
दोनो की किस वाइल्ड होती जेया रही थी. टापू किस करते हुए अपना एक हाथ रोशन की नंगी कमर पर, और दूसरा हाथ उसकी मोटी गांद पर ले गया. वो किस के साथ उसकी गांद दबाने लग गया. इससे रोशन की किस और वाइल्ड हो गयी.
टापू ने उसका घग्रा उठाया, और उसकी पनटी पर से उसकी गांद दबाने लग गया. इतनी सॉफ्ट गांद को टच करते ही टापू का लंड और सख़्त हो गया. वो उसके होंठो का रस्स चूस्टे हुए उसके सेक्सी बदन को दबाने का मज़ा ले रहा था.
तभी लिफ्ट खुली, और वो उपर वाले हॉल में पहुँच गये. हॉल पूरा खाली था, और फ्रंट साइड पूरी शीशे वाली थी, जहा से नीचे का पूरा नज़ारा दिखता था. नीचे से भी उपर देखा जेया सकता था, लेकिन कोई उपर देख नही रहा था.
रोशन टापू को बिल्कुल आयेज ले आई, जहा से उनको नीचे का सब दिख रहा था, और नीचे से भी सब उन्हे देख सकते थे. वाहा जाके टापू को रोशन ने बोला-
रोशन: देखो, यहा हम करेंगे सब के सामने सेक्स.
टापू: अगर किसी ने देख लिया तो?
रोशन: यही तो अड्वेंचर है. रिस्क में चुदाई करने का मज़ा ही कुछ और है.
ये बोलते ही वो टापू को किस करने लग गयी. टापू भी उसका साथ देने लगा. कुछ देर किस करने के बाद टापू ने अपना मूह रोशन की सेक्सी क्लीवेज में डाल लिया. फिर उसने उसका एक बूब उसकी चोली से बाहर निकाल लिया, और उसको चूसना शुरू कर दिया.
रोशन की हवस की आग बढ़ रही थी, और वो टापू के सर को अपने बूब्स में दबा रही थी. फिर टापू नीचे हुआ, और उसने रोशन के घाग्रा नीचे खींच कर उतार दिया. अब रोशन सिर्फ़ लाल पनटी और चोली में थी.
उसने रोशन की पनटी भी उसी टाइम उतार दी, और उसकी छूट चाटने लग गया. रोशन शीशे की दीवार के साथ चिपक गयी, और टापू का सर अपनी छूट में दबाने लग गयी. बाहर से रोशन की नंगी बॅक देखी जेया सकती थी.
कुछ देर वो मज़े से उसकी छूट चाट-ता रहा. फिर उसने अपनी पंत उतरी, और लंड बाहर निकाल लिया. जब उसने रोशन को नीचे लेटने को कहा, तो रोशन ने माना कर दिया. फिर रोशन घूम गयी, और नीचे का नज़ारा देखने लगी. फिर उसने अपने हाथ शीशे की दीवार पर रखा, और टापू को बोली-
रोशन: अब पीछे से डाल मेरी जान. मुझे भी नीचे का नज़ारा देखना है चूड़ते हुए.
टापू मुस्कुराया, और उसने पीछे से लंड रोशन की छूट पर सेट किया. फिर एक ही झटके में लंड पूरा उसकी छूट में उतार दिया. रोशन की आ निकली, और उसके बूब्स उछाल पड़े.
फिर टापू ने उसके चूतड़ पकड़े, और लंड अंदर-बाहर करते हुए उसको छोड़ना शुरू कर दिया. रोशन आहह आ करते हुए चुदाई और नीचे के नज़ारे का मज़ा लेने लगी. उसका बाहर निकला हुआ एक बूब हवा में उछाल रहा था, और दूसरा चोली के अंदर झटके मार रहा था.
15 मिनिट टापू ऐसे ही उसकी छूट में धक्के मारता रहा. अब उसकी छूट से पानी निकालने लगा, और जांघों पर बहने लगा. टापू की स्पीड तेज़ हो गयी, और उसने आहह आ करते हुए अपना पानी रोशन के अंदर ही निकाल दिया.
दोस्तों कहानी का मज़ा आया हो, तो इसको लीके और कॉमेंट ज़रूर करना.