ही फ्रेंड्स, मैं रिंकू अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आया हू. अगर आपने पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो पहले वो ज़रूर पढ़े. मुझे पूरा विश्वास है की आपको पिछला पार्ट ज़रूर पसंद आएगा.
पिछले पार्ट में आपने पढ़ा की मुझे अपनी साली के लिए वासना चढ़ि हुई थी. लेकिन मेरे साथ मेरी बीवी थी. फिर मैने पास लेती हुई बीवी को पकड़ा, और उसकी तबाद-तोड़ चुदाई करी. चुदाई के बाद मैने अपना माल उसकी पिलाया, और फिर हम दोनो लेट गये. अब आयेज बढ़ते है.
मैने पायल को छोड़ कर माल तो पीला दिया, लेकिन कुछ ही देर में मेरा लंड फिरसे खड़ा हो गया. फिर मैने दोबारा पायल की तरफ देखा, लेकिन वो चुदाई से तक कर गहरी नींद में सो गयी थी. तो मैने उसको जगाना ठीक नही समझा.
मुझे नींद नही आ रही थी, और रह-रह कर अपनी साली के ख़याल मुझे परेशन कर रहे थे. तभी मेरे मोबाइल पर किसी का मेसेज आया. जब मैने मोबाइल देखा, तो वो मेसेज मेरी साली दिव्या का था. वो कह रही थी-
दिव्या: जीजू मैं आपकी वेट कर रही हू. मुझे नींद नही आ रही. अगर आप आ जाओ तो बेहतर होगा.
मेसेज पढ़ने के बाद मैने तुरंत अपनी बीवी की तरफ देखा. फिर मैने चेक करने के लिए उसको आवाज़ लगाई, की वो गहरी नींद में थी के नही. लेकिन ज़ोर से आवाज़ लगाने पर भी वो नही उठी. अब मुझे यकीन था की वो सुबा से पहले नही उठेगी.
मुझे दर्र भी था की अगर मैं साली के साथ पकड़ा गया, तो मेरी ज़िंदगी बर्बाद हो जाएगी. लेकिन इस सब से ज़्यादा अगर मुझे किसी चीज़ का ख़याल था, तो वो थी मेरी साली की छूट, जिसको मैं छोड़ना चाहता था.
फिर मैने सोचा की जो होगा देखा जाएगा. अब तो उसको छोड़ना ही होगा. ये सोच कर मैं धीरे से बेड पर से उतरा, और नंगे पैर ही बाहर जाने लगा ताकि चप्पल की आवाज़ ना आए. रूम से बाहर निकल कर मैने दरवाज़ा आचे से बंद कर दिया.
फिर मैं साली के रूम की तरफ चल पड़ा. उसके रूम का दरवाज़ा लॉक्ड नही था, तो मैं सीधे अंदर चला गया, और अंदर से दरवाज़ा बंद कर लिया. वो सामने बेड पर बैठी थी शॉर्ट्स और त-शर्ट पहन कर. उसको देखते ही मेरे मॅन में लड्डू फूटने लगे.
उसने भी एक समझदार रंडी की तरह मेरा स्वागत अपनी मुस्कान से किया, और बेड से खड़ी हो गयी. फिर मैं उसके पास गया. हम दोनो इतने गरम हुए पड़े थे, की पास आने से ही हम दोनो की साँसे तेज़ हुई जेया रही थी.
तभी मैने उसको अपनी बाहों में लिया, और हम दोनो ने आयेज बढ़ कर अपने होंठ एक-दूसरे के होंठो से जोड़ दिए. शुरू से हमारी किस वाइल्ड हो गयी, और किस करते-करते ही हम दोनो बेड पर लेट गये. अब मैं उसके उपर था, और वो मेरे नीचे. हम दोनो की घुटनो के उपर की बॉडी बेड पर थी, और बाकी नीचे.
मैने उसके दोनो हाथ खोल कर बेड से लगा लिए, और उसके होंठ चूस्टा रहा. वो भी पूरा रेस्पॉन्स दे रही थी. होंठ चूसने के साथ-साथ मैं उसकी गर्दन भी चूम रहा था. क्या सॉफ्ट गाल थे उसके, और क्या स्मूद स्किन थी. बड़ी अची खुश्बू आ रही थी उसमे से.
फिर मैं किस करते हुए नीचे आया, और कमर से उसकी त-शर्ट उठा कर उपर से निकाल दी. अब वो सिर्फ़ शॉर्ट्स और वाइट ब्रा में थी. हाए! एक-दूं मलाई थी साली मेरी. फिर मैने अपना मूह उसकी क्लीवेज में डाल लिया, और उसको चाटने लगा. वो मदहोश हो रही थी, और हल्की आ आ की आवाज़े निकाल रही थी.
मैने उसकी ब्रा खींच कर उसके काससे हुए बूब्स को बाहर निकाला, और उसके निपल्स पर हमला कर दिया. ऐसा लग रहा था, जैसे कोई भूखा बच्चा पागलों की तरह निपल्स चूस रहा हो.
मैं इतनी ज़ोर से उसके निपल्स चूस रहा था, जिससे उसको दर्द हो रहा था. मेरी साली बिल्कुल फूलों की तरह सॉफ्ट थी, और फूलों को रोँदणे में कितना मज़ा आता है, ये कहानी पढ़ने वाला हर मर्द समझ सकता है.
फिर मैं उसके पेट पर जीभ फिरते हुए नीचे आया, और उसकी शॉर्ट्स का बटन और ज़िप खोल कर उसकी शॉर्ट्स उतार दी. अब दिव्या मेरे सामने सिर्फ़ पनटी में थी. मैं इतना जोश में था, की मैने उसकी पनटी फाड़ दी. अब वो स्वर्ग का द्वार मेरे सामने था, जिसको पाने के लिए मैं तड़प रहा था.
मैने उसकी खूबसूरत हल्के बालों वाली छूट पर अपना मूह लगाया, और उसके अमृत-रस्स को चाटने लगा. मैने अपने होंठ उसकी छूट के होंठो पर लगाए, और उसकी छूट चूसनी शुरू की. वो किसी मछली की तरह तड़प रही थी, और छूट चुसाई का मज़ा लेते हुए मेरा सर अपनी छूट में दबा रही थी.
मुझे इतना स्वाद इतने वक़्त में अपनी बीवी की छूट का नही आया, जितना उसकी छूट का आज आ रहा था. छूट चूस्टे हुए ही उसने पानी छ्चोढ़ दिया, और मैने उसका सारा पानी पी लिया. फिर मैने अपने कपड़े उतरे, और मेरा लंड देख कर मेरी साली खुश हो गयी.
वो झट से घुटनो के बाल घोड़ी बैठ गयी, और मेरे लंड को किसी सस्ती रंडी की तरह चाटने लगी. मैने लंड उसके मूह में डाल कर उसका मूह छोड़ना शुरू किया. मैने ज़्यादा उसका मूह नही छोड़ा, और उसको लिटा कर लंड उसकी छूट पर सेट किया.
उसने आँखें बंद कर ली, और मैने धक्का मार कर आधा लंड उसकी छूट में घुसा दिया. इससे पहले उसकी चीख निकले उसने अपने हाथ अपने मूह पर रख लिए. फिर मैने धक्के मार कर पूरा लंड उसकी चूत में घुसाया, और आयेज होके अपने होंठ उसके होंठो के साथ मिला लिए.
अब मैं तबाद-तोड़ स्पीड से धक्के देके अपनी साली की छूट छोड़ने लगा. मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था, और मेरी हवस ठंडी हो रही थी. मैं उसको छोड़ता जेया रहा था, बिना ये देखे, की उसकी आँखों में आँसू थे.
फिर मैने उसके होंठ छ्चोढा, तो वो बोली: बड़ा मज़ा आ रहा है जीजू. और प्यार करो मुझे.
बस फिर क्या था, मैने अपने धक्के और तेज़ कर दिए. उसने अपनी टांगे मेरी कमर पर लपेट ली, और मेरे सर को अपनी आगोश में लेते हुए अपने बूब्स में दबा लिया.
आधा घंटा हमारी चुदाई चली. इस बीच मैने उसको डॉगी-स्टाइल और कॉवगिरल पोज़िशन में भी छोड़ा. उस पूरी रात मैने साली के साथ अपनी हवस मिताई. और उसके बाद वो बस मुझसे ही चुड्ती है.
तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी. अगर कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.