हेलो फ्रेंड्स, कैसे है आप लोग. मुझे आपकी मेल्स मिली. सच बतौन तो मुझे बहुत अछा लगता है जब आप लोग मुझे मैल लिखते है. और अपने दिल की बात मुझसे शेर करते है. आंड प्लीज़ फ्यूचर में भी आप लोग हमेशा मुझे ऐसे ही प्यार करते रहिएगा. चलिया अब मैं अपनी स्टोरी को आयेज बढ़ती हू.
मैने आपको अपनी पिछली स्टोरी में बताया था, की कैसे मैने अपने ससुर को सिड्यूस किया, और उनसे चुडवाया. मैने उनको ये भी बताया की उसका बेटा किसी काम का नही था, और मैं चाहती हू की मेरा ससुर मेरी चूत का ध्यान रखा करे.
मेरा ससुर मुझे छोड़ कर बहुत खुश था, और उसके अंदर की मर्दानगी जाग गयी थी. जो उसकी बुद्धि वाइफ की वजह से ख़तम हो गयी थी. मेरे ससुर अब डेली दिन के समय मेरे पास आ जाते, और मुझे नंगा करते, और मेरे लिए नयी-नयी ड्रेस ले कर आते थे.
और दूसरी तरफ विजय को किशोरे अंकल ने अपने फ्रेंड के पास जॉब कन्फर्म करवा दी थी. अब मेरा रास्ता पूरा क्लियर था, और मैं डेली अपने ससुर के लंड को चूस्टी थी. और मेरा ससुर मेरी छूट चाट-ता और मेरी गांद भी चाटने लगा था.
कभी-कभी मैं भी अपने ससुर की गांद चाटने लगी. क्यूंकी मेरे ससुर को अछा लगता था. उन्हे गंदा सेक्स पसंद था, लेकिन उनकी ये विश हमेशा अधूरी रही थी. लेकिन मुझे छोड़ने के बाद वो हर वो चीज़े करते, जिसकी वो फॅंटेसी करते थे.
एक दिन मेरा ससुर दिन को घर आया, और उसके हाथ में एक गिफ्ट पॅक था. उसने मुझे अपनी बाहों में लेकर किस किया, और बोला-
ससुर: मेरी रानी, मैं तेरे लिए एक गिफ्ट लाया हू. खोल कर देख इसको.
मैने पॅकेट ओपन किया, और देखा पॅकेट में सेक्सी ब्रा पनटी का सेट था. साथ में वाइब्रटर आंड डिल्डो था. मैने अंजान बन कर पूछा-
मैं: पापा ये सब क्या है?
मेरे ससुर ने कहा: मेरी रानी, तूने बताया था ना की तेरी छूट की प्यास नही बुझती है. आज से मैं तेरी डेली प्यास बूझौँगा, और तुम्हे जन्नत की सैर कार्ओौनगा.
मैं: पापा आपको सारा दिन सेक्स की पड़ी रहती है. आपने कभी मेरे और विजय के फ्यूचर के बारे में सोचा है? आपको भी पता है की विजय कुछ नही कमाता है, और दूसरी तरफ मेरी सास भी मुझसे नाराज़ है, और आपका फ्लॅट वो दीदी को देना चाहती है.
मैं: क्या मैं आपकी नही? और जो बच्चा मेरे पेट में है, उसके लिए आपको प्यार नही? अगर आप अपनी प्रॉपर्टी दीदी को दे देंगे, फिर मैं और मेरा बच्चा कहा रहेंगे?
ससुर ने मुझे अपनी बाहों में लेकर चूमते हुए कहा: तू क्यों चिंता करती है? मैं हू ना.
मैं: पापा आप है. लेकिन आपको पता है ना मम्मी (मेरी सास) मुझे पसंद नही करती है?
ससुर(मुझे किस करते हुए): मैं तो तुझे पसंद करता हू ना.
मैं: पापा आप रहने दीजिए (और मैने उसको तोड़ा सा डोर हटाया). मुझे पता है सब मर्दों को बस एक ही चीज़ चाहिए होती है. कोई मेरे बारे में नही सोचता है. और ना ही मेरे बच्चे के बारे में. आप चाहते हो मैं हमेशा रेंट के घर पर राहु.
ससुर ( मुझे फिरसे गले लगाया और मेरे चूचे दबाते हुए कहा): रानी मैं हू ना तेरे साथ. और फिर वो बुधिया क्या कर लेगी?
मैं: उस बुधिया की वजह से ही तो मैं रेंट के घर पर रह रही हू. और आप उसको कुछ बोलते भी नही हो. पापा आप मुझे प्यार करते है ना? सच-सच बताइए.
ससुर: तेरी गांद की कसम. बहुत ज़्यादा करता हू तुझे प्यार.
मैं: तो आप अपनी प्रॉपर्टी विजय के नाम कीजिए, ताकि मेरे आने वाले बच्चे का ज़िंदगी अची बने, और वैसे भी बाप की प्रॉपर्टी में बेटे का हक़ होता है, ना की बेटी का.
फिर मेरे ससुर ने मेरे जीन्स उतरी और खुद नीचे बैठ गये, और मुझे तुर्न कर दिया, ताकि वो मेरी गांद को देख सके. फिर मुझे तोड़ा दीवार की तरफ हल्का सा बेंड करवाया, और मेरी टांगे खोल दी. मेरी गांद को किस करते हुए मेरा ससुर बोला-
ससुर: बहुत मस्त टेस्ट है तेरी गांद का.
और फिर अपनी जीभ से मेरी गांद के होल को चाटने लगा. मुझे भी अछा लग रहा था अपनी गांद चटवाने में, और फिर थोड़ी देर मेरी गांद चाटने के बाद ससुर दीवार के सहारे बैठ गया. मैने अपनी छूट को ससुर के मूह में डाल दिया, और उसको अपनी छूट चटवाने लगी.
फिर थोड़ी देर अपनी छूट चटवाने के बाद, मेरा ससुर बोला: श मेरे रानी, मस्त छूट है तुम्हारी. काश तुम मेरी एक इक्चा पूरी कर दो.
मैं: पापा आप जो कहेंगे मैं करूँगी. लेकिन आप मेरा ध्यान रखेंगे ना?
ससुर ने मेरी छूट को किस करते हुए कहा: हा मेरी रानी, मैं अपनी प्रॉपर्टी विजय के नही, बल्कि तेरे नाम कर दूँगा.
मैं ये बात सुन कर बहुत खुश हुई, और मैं हेस्ट हुए अपनी छूट को अपने ससुर के मूह में रब करने लगी. फिर मैने ससुर के बालों को पकड़ कर बोला-
मैं: ओह पापा, सच में आप ऐसा करोगे?
ससुर: हा मेरे रानी. आख़िर तेरे पेट में मेरे बेटा का बच्चा है. तो अब तेरा ध्यान रखना पड़ेगा ना.
मैने पापा को थॅंक योउ बोला, और छूट को रब किया, और पापा को बोला-
मैं: पापा आप जो कहोगे मैं करूँगी.
ससुर ने कहा: मैं तेरा मूट पीना चाहता हू. मुझे पीला अपना मूट.
मैने ससुर को हेस्ट हुए देखा, और अपनी छूट को तोड़ा उपर किया ससुर के फेस से, और ससुर के मूह में मूतने लगी. मेरा ससुर अब मेरा मूट पीने लगा, और उसके सारे कपड़े भी गीले हो गये. मूट पीने के बाद ससुर जी को और जोश एयेए गया.
फिर वो बोले: क्या गरम-गरम फ्रेश आंड टेस्टी मूट है तेरा मेरी रानी.
और फिर उसने बॉक्स से डिल्डो निकाला, और फिरसे मेरे पीछे आ गया. वो मेरी गांद को चाटने लगा, और डिल्डो मेरी गांद के अंदर डाल दिया धीरे-धीरे से. मुझे दर्द हो रहा था, लेकिन ससुर जी एंजाय कर रहे थे मेरी गांद के च्छेद को पूरा खोल कर.
फिर वो डिल्डो मेरी गांद के अंदर-बाहर करने लगा, और बीच-बीच में ससुर जी मेरी गांद में अपना मूह डाल के उसको चाट-ते. और उसके बाद डिल्डो डाल देते. कुछ देर मेरी गांद के साथ खेलने के बाद ससुर ने मुझे कहा-
ससुर: मेरी रानी, पलंग पर कुटिया बन जाओ.
और मैं बेडरूम में आ कर कुटिया पोज़ में आ गयी. मेरा ससुर मेरे पीछे मेरी गांद और छूट को चाटने लगा. उसने फिरसे मेरी गांद में डिल्डो डाल दिया, और मुझे सीधा पलंग पर लिटा दिया.
मेरी गांद के अंदर डिल्डो पूरा अंदर जेया चुका था. मुझे मज़ा भी आ रहा था, और दर्द भी हो रहा था.
मैं: आ पापा, बहुत दर्द हो रहा है.
ससुर जी: कोई नही, होता है. और अछा है तुझे दर्द हो रहा है तो.
फिर ससुर जी ने वाइब्रटर उठाया, और मेरी छूट के उपर मसालने लगा. और फिर वाइब्रटर को मेरी छूट के अंदर डाल दिया. मेरी चीख निकल रही थी-
मैं: आहह मार डालोगे क्या? बस करो ना प्लीज़, आअहह.
एक तरफ गांद में डिल्डो, और छूट में वाइब्रटर. मेरी हालत खराब हो रही थी.
मैं: उउफफफफफ्फ़, बस करो ना पापा.
लेकिन मेरे ससुर जी को मेरी छूट और गांद के साथ खेलने में बहुत मज़ा आ रहा था. और इधर मेरी फटी पड़ी थी. वाइब्रटर मेरी छूट के अंदर मेरी कक़ची में हल्के-हल्के से झटके दे रहा था, जो एक अलग ही चुदाई का मज़ा और दर्द था.
फिर थोड़ी देर मेरी छूट के साथ खेलने के बाद ससुर जी मेरे मूह के पास आ गये, और अपने लंड से मेरे फेस को मारने लगे.
ससुर: रानी तुझे मेरा बेटा लंड नही दे पता है. इसलिए मैं तुझे आचे से सब चीज़े दूँगा. तेरे सारे होल्स का ध्यान मैं रखूँगा, और तेरे पेट में पल रहे मेरे बेटे के बच्चे का भी.
और फिर ससुर ने अपना लोड्ा मेरे मूह में डाल दिया, और रिमोट से वाइब्रटर को ऑपरेट करने लगे. कभी एक-दूं तेज़ कर देते, और कभी स्लोली.
मैं: ह उहह, पापा मत करो, बहुत दर्द हो रहा है मेरी छूट में अहह.
मेरे तीनो च्छेदो में कुछ ना कुछ डाला हुआ था. मेरी फट रही थी, और मेरे मूह में लोड्ा होने की वजह से मैं कुछ बोल भी नही पा रही थी. बस आहें भर रही थी.
ये मेरी लिए बिल्कुल नया एक्सपीरियेन्स था. मैं जैसे-जैसे नये मर्दों से छुड़वा रही थी, हर कोई अपना बेस्ट मेरी छूट को दे रहा था, और मुझे और मेरी छूट के साथ मेरी गांद भी फाड़ने लगा हुआ था.
वैसे मेरा ससुर था बुद्धा, लेकिन उसके अंदर हवस और उसका एक्सपीरियेन्स मुझे नया मज़ा दे रहा था.
ससुर ने कहा: काफ़ी टाइम हो गया किसी की छूट मारे मेरी रानी. और मेरी बुद्धि वाइफ में अब कुछ नही बचा है. लेकिन तुझे पाने के बाद मेरे अंदर का मर्द फिरसे जवान हो गया है. मैं तेरी सारी ख्वाहिश पूरी करूँगा, और तुझे डेली छोड़ूँगा.
ससुर जी का लोड्ा मेरे मूह में अंदर-बाहर हो रहा था, और नीचे वाइब्रटर मेरी छूट फाड़ रहा था. और कुछ देर में ही मेरी छूट से कम निकल गया. फिर ससुर जी नीचे आए, और मेरे कम को चाटने लगे, और चाट-चाट कर मेरा कम पूरा पी गये.
उसके बाद ससुर जी लेट गये, और मुझे बोला: रानी मेरा लोड्ा चूस.
और फिर मैं कुटिया बन कर ससुर जी के लोड के पास बैठ गयी, और उनका लोड्ा चूसने लगी. अभी मेरी गांद में डिल्डो अंदर ही था, और फिर मैने ससुर जी के लोड को मूह में लिया, और उनके टॅटू को सहलाते हुए मैं लोड्ा चूसने लगी. फिर 5 मिनिट में ससुर जी का कम मेरे मूह में था, और मैने ससुर जी के लंड के उपर पूरा कम निकाल दिया.
फिर दोबारा से उनके लोड को चूस्टे हुए मैं कम को पी गयी. मैं पूरा कम मूह में ले कर पी गयी. अब मेरे ससुर का लोड्ा सिकुड कर छ्होटा सा बेबी बन गया था. लेकिन मैं अब भी उनके लोड को किस कर रही थी हाथ में लेकर.
मैं: पापा मज़ा आया आपको?
ससुर: हा मेरी रानी, बहुत. तुम सच में बहुत बढ़िया हो, और तुम्हे पता है की मर्दों को कैसे खुश रखते है. लेकिन मुझे लगता है मेरा बेटा ही किसी काम का नही है. कोई नही, अब मैं तुझे हमेशा खुश रखूँगा, समझी?
मैने ससुर जी के लोड को हाथ में लिए हुए बोला: हा पापा, आप हो ना मेरे साथ. और मेरा हमेशा ध्यान . ना?
ससुर: हा मेरी रानी, हमेशा रखूँगा.
और फिर मैं 69 पोज़िशन में आ कर ससुर के लोड पे किस करती हुई बोली-
मैं: पापा प्लीज़ अब निकाल दो मेरी गांद से. ये बहुत दर्द हो रहा है.
ससुर जी ने मेरी गीली छूट को किस किया, और मेरी गांद से डिल्डो निकाल दिया. और फिर मैं उठी, और ससुर जी के . पर सर रख कर लेट गयी. और ससुर जी बोले-
ससुर: रानी तुझे पता है, काफ़ी टाइम से मैं पॉर्न मूवीस देखता था, और सोचता था की ये सब कैसे होता है. और हमेशा सोचता था की मेरी वाइफ ने तो कभी मेरी लोड को किस भी नही किया. लेकिन जब तुमने मेरा लोड्ा अपने मूह में ले कर चूसा, मैं बहुत खुश था, की मेरी रानी बहू इतनी हॉट आंड सेक्सी है. और उसको सब पता है, और उसको पसंद भी है.
मैं उन्हे देख कर मुस्कुराते हुआ बोली: आप खुश हो ना, और आपकी सारी इक्चा पूरी हुई है ना?
ससुर जी ने मेरी चूची दबाते हुआ कहा: हा मेरी रानी, बस एक इक्चा और है.
मैने पूछा: पापा बताओ ना.
ससुर जी बोले: मैं तुझे अपने मूट से शवर देना चाहता हू, करोगी?
मैने हेस्ट हुए ससुर के लंड को हाथ में लिया, और सहलाते हुए ससुर को देखा.
फिर धीरे से बोला: दो मुझे शवर.
मेरा ससुर मेरी बात सुन कर खुश हो गया, और फिर हम दोनो उठ कर बातरूम में आ गये, और मैं ससुर के पैरों के पास बैठ गयी. फिर ससुर के लंड और टॅटू को चूसने और सहलाने लगी, और ससुर का लंड खड़ा होगआया था.
फिर वो बोला: रानी मूह खोल अपना.
और फिर पापा मेरे मूह में मूतने लगे, और मेरे फेस पर, मेरे बदन पर गरम-गरम मूट से मुझे नहलाने लगा. मेरे उपर मूतने के बाद ससुर जी पोत के उपर बैठ गये, और मैं ससुर जी के लोड को चूसने लहि.
5-7 मिनिट में ससुर का गरम लावा मेरे मूह में आ गया, और मैने पूरा कम अपने मूह में लिया, और अपने ससुर को मूह खोल कर दिखाने लगी उसका कम.
ससुर जी बोले: पी जा इसको मेरी रानी.
और फिर मैं पुर कम को अंदर करके पी गयी.
मैने ससुर जी को कहा: मज़ा आया मेरे हीरो?
ससुर जी ने कहा: जन्नत का मज़ा है तेरे साथ मेरी रानी. मुझे नही लगता तेरे से बेस्ट कोई हो सकता है. तू सब में बेस्ट है.
मैने ससुर जी को गले लगाया, और हमने एक साथ शवर लिया. शवर लेने के बाद ससुर जी हॉल में बैठ गये कपड़े पहन कर. मैने भी कपड़े पहन कर ससुर जी के लिए छाई बनाई, और ससुर जी को ला कर दी.
छाई पीने के बाद ससुर जी बोले: मेरी रानी, तू चिंता मत कर. मैं कल प्रॉपर्टी के डॉक्युमेंट्स बनने के लिया दे दूँगा तेरे नाम के. और फिर तू आराम से रहना. किसी चीज़ की चिंता मत करना. समझी? मैं हमेशा तेरे साथ हू.
मैं ससुर के साथ चिपक कर बैठ गयी और बोली: अगर वो बुधिया कुछ बोलेगी तो?
ससुर जी मुझे किस करते हुए बोले: तू मेरी रानी है. जो सुख तूने मुझे दिया है आज, वो बुधिया इतने सालों में नही दे सकी. तू उसकी चिंता मत कर. प्रॉपर्टी मेरी है, और फिर तेरे नाम हो जाएगी. ज़्यादा बोलेगी तो देख लेंगे उसको.
और मैं खुश हो कर ससुर जी के गले लग गयी, और उन्हे स्मूच किया. ससुर जी थोड़ी देर में चले गये, और नेक्स्ट दे ससुर जी ने सारे डॉक्युमेंट्स तैयार करवाए, और उसके 2 दिन के बाद ही रिजिस्ट्रार ऑफीस में जेया कर हमने डॉक्युमेंट्स साइन किए. और अब सारी प्रॉपर्टी मेरी हो चुकी थी.
उस दिन ससुर जी से मैने 2 बार गोलडेन शवर लिया, और ससुर जी को बोला-
मैं: पापा आज मेरी आचे से लेना. मेरे सारे होल्स में डिल्डो डालना.
और वही हुआ. फिर उसके बाद ससुर जी का जब मॅन होता वो मुझे छोड़ते और मज़े लेते.
दोस्तों, ई होप आप लोगों को मेरी स्टोरी अची लगी होगी. प्लीज़ प्लीज़ प्लीज़ रिप्लाइ तो मे ओं मी एमाइल
टिल देन बाइ-बाइ. आप लोगों की मैं कंगना छूट.