सिड की वजह से रियांश को एक हफ्ते के लिए सस्पेंड कर दिया गया था. इसलिए रियांश एक हफ्ते के लिए क्लब में काम करने के लिए जेया रहा था. सिड ने क्लब में जब रियांश को देखा, तब रियांश ने उसे पैसों के लिए काम कर रहा हू बोला. उसके बाद से सिड ने कुछ अजीब सा महसूस किया. उसके अगले दिन भी उसका ध्यान काम पर नही लग रहा था. अब आयेज-
शाम को सिड जल्दी ऑफीस से निकल गया, और रेडी हो कर जल्दी ही क्लब पहुँच गया. जब वो क्लब पहुँचा तब रियांश ऑलरेडी वाहा पे ड्रिंक सर्व कर रहा था. अब सिड थोड़ी डोर बैठ कर सिर्फ़ रियांश को देख रहा था. लेकिन रियांश की नज़र सिड पे नही थी.
सिड ने देखा की उस वक़्त दो आदमी आए और रियांश को ड्रिंक बनाने के लिए बोले. जब रियांश ड्रिंक बना कर दिया तब वो आदमी रियांश का हाथ पकड़ कर उसके साथ बदतमीज़ी करने लगे. मगर रियांश ने अपने आप को उनकी बदतमीज़ी से बचाया. फिर उन दो लोगों ने उसे बहुत बुरी तरह गाली दी. मगर रियांश कुछ बोल नही पा रहा था.
सिड समझ रहा था रियांश की मजबूरी की वजह से वो कुछ नही बोल पा रहा था. उस वक़्त सिड को बहुत बुरा लग रहा था, की उसकी वजह से ही रियांश का ये हाल था. जब क्लब बंद होने को आया, तब सिड बाहर जेया कर अपनी कार में बैठा रहा.
फिर जब रियांश क्लब से बाहर आया और अपने दोस्त की बिके से अपने घर जेया रहा था, तब सिड उसका पीछा करने लगा. जब रियांश घर पहुँचा तो सिड ने देखा की उसका घर मीडियम साइज़ का था. सिड उस घर की खिड़की के पास जब गया तो उसने सुना की उसकी मा रियांश को बहुत गालियाँ दे रही थी, और रियांश का रोना भी सुना.
अब सिड अपने फ्लॅट पे आ गया, और खुद को इस प्राब्लम की वजह समझने लगा. सिड अपने आप को दोषी मान कर उदास रहा. उसकी अगली शाम को सिड क्लब पहुँच गया और सीधा रियांश के पास चला गया. उसने रियांश को बुलाया-
रियांश: जी सिर, बोलिए क्या बनौ?
सिड: ई आम सॉरी रियांश. मेरी वजह से तुम्हे आज इतनी परेशानी हो रही है.
रियांश (बात को नज़रअंदाज़ करके): क्या बनौ सिर?
सिड: अछा तो तुम मेरी बात नही सुनोगे? ठीक है.
ये बोल कर सिड वाहा पे बैठा रहा और अपना ड्रिंक पीटा रहा. आज भी वो दो आदमी फिरसे आए क्लब में, और रियांश को ड्रिंक बनाने के लिए बोलने लगे. फिर उसके साथ बदतमीज़ी करने लगे. लेकिन आज सिड वाहा पे बैठा था, और वो उस आदमी को गाली देने लगा. तब मॅनेजर आया तो सिड ने उन दो आदमियों की कंप्लेंट की.
वो दो आदमी चले गये. सिड वाहा पे ही बैठा रहा, मगर रियांश कुछ भी नही बोल रहा था. जब क्लब ख़तम हुआ तो सिड बाहर ही खड़ा था. अब रियांश उसके पास गया.
रियांश: थॅंक्स सिर, आपने मेरी मदद की.
सिड: तुम मेरे एंप्लायी हो. कोई अगर तुम्हारे साथ बदतमीज़ी करेगा, तो छ्चोधुंगा नही.
रियांश: ठीक है सिर, मैं चलता हू.
सिड: तुम मुझे उस दिन के लिए माफ़ कर दो ना.
रियांश: आपको माफी माँगने की ज़रूरत नही है सिर. मैं किसी से भी गुस्सा नही रहता हू. मेरी लाइफ ही ऐसी है.
जब रियांश जाने लगा तब सिड ने उसे पीछे से बुला कर बोला-
सिड: सुनो रियांश, मैं तुम्हे घर छ्चोढ़ देता हू. चलेगा ना?
रियांश: नही सिर, मैं अपने दोस्त के साथ चला जौंगा.
सिड: अगर तुम नही आओगे, तो तुमने माफ़ नही किया ऐसा समझूंगा मैं.
रियांश: आपको मेरी वजह से परेशानी होगी.
सिड: तुम चलो, मैं ठीक हू.
रियांश: ठीक है.
रियांश ने उसके दोस्त को भेज दिया और खुद गाड़ी में बैठ गया. अब दोनो जाने लगे. रास्ते सिड ने बोला-
सिड: मेरी वजह से तुम्हे कितनी प्राब्लम हो रही है ना?
रियांश: मुझे आदत है सिर ये सब की.
सिड: तुम बहुत आचे हो की तुमने मुझे माफ़ कर दिया.
रियांश: मैं सब के साथ ऐसा ही हू.
सिड: मगर मैं बहुत बुरा हू.
रियांश: आप चाहे तो आचे बन सकते है.
सिड: तुम मेरी लाइफ नही जिए हो ना, इसलिए बोल रहे हो.
रियांश: क्या लाइफ है आपकी, बताओ तो?
सिड: यार बचपन से ही मैं मा-बाप का झगड़े देख रहा हू. मेरे पेरेंट्स मुझपे ध्यान देने के जगह अपनी लाइफ पे ध्यान दिए. अब वो दोनो अलग रहते है इसलिए मैं भी अब अलग ही रहता हू, और मैं ये समझता हू की लोगों को सिर्फ़ अपना ही देखना चाहिए. इसलिए मैं ऐसा हो गया पत्थर दिल.
रियांश: मेरे घर में तो सिर्फ़ मेरी सेक्षुवालिटी के बारे में जानते है. फिर भी मेरे मा बाप ही मुझे गालियाँ देते है. मैं कितना भी करू, उनके लिए कम है.
सिड: तो तुम अलग क्यूँ नही रहते?
रियांश: मैं अलग रहूँगा तो किससे? घर में मा बाप गाली करते है. बाहर ऑफीस में सब मेरा मज़ाक बनाते है. आप तो मेरे साथ ज़बरदस्ती भी किए थे.
सिड: ई आम सॉरी रियांश.
रियांश: मैं जितना भागुंगा उतना ही फसूँगा. इसलिए मैं अलग नही बल्कि सब के साथ रह कर खुद को स्ट्रॉंग बनता हू. लेकिन सिर दर्द मुझे भी बहुत होता है.
सिड: तुम्हारे आयेज तो मेरी प्राब्लम भी कुछ नही है यार.
रियांश: आप भी अगर सब के साथ मिल कर रहेंगे तो आपको भी सब पसंद करेंगे.
इतने में रियांश का घर आ गया. जब रियांश सीट बेल्ट निकालने की कोशिश कर रहा था, तब सिड उसकी मदद करने के लिए उसके पास आया. तब दोनो ही बहुत क्लोज़ हो गये, और सिड रियांश के लिप्स पर अपने लिप्स रख के किस करने लगा.
ऐसे ही 2 मिनिट किस के बाद रियांश तोड़ा डोर हो गया, और बिना कुछ बोले ही घर चला गया. सिड के मूह पर एक हल्की सी स्माइल थी. वो समझ नही पा रहा था की ये क्या हुआ था. मगर वो बहुत खुश था.
अब ऐसे ही बाकी के चार दिन चले गये. मगर इन चार दीनो में सिड रोज़ जाता था क्लब में, और सिर्फ़ रियांश को ही देखता था. रियांश भी अब सिड के साथ अची तरह पेश आता था. इसकी वजह से ऑफीस में भी सिड खुश रहने लगा.
जब एक हफ्ते के बाद रियांश ऑफीस आया तो उसने रोहित को सब कुछ बताया तो रोहित चौंक गया. अब सब अछा जेया रहा था की एक दिन फिरसे ऑफीस में प्रेज़ेंटेशन की मीटिंग हुई. उस दिन के लिए रियांश ने अपनी पूरी मेहनत की थी.
मीटिंग में जब रियांश अपनी प्रेज़ेंटेशन स्क्रीन पे लगाया, तब प्रॉजेक्ट के बदले उसके क्लब में ड्रिंक सर्व करने का फोटो सामने आया. तब उसे फिरसे गालियाँ पड़ी. अब रियांश को ऑफीस से निकाल देने का फैंसला हुआ. रियांश जितना भी रोया, गिड़गिडया उसका कोई भी फ़ायदा नही हुआ.
रियांश डाइरेक्ट सिड के कॅबिन में गया, और उसे बोला-
क्या बोला वो जाँएंगे आप अगले पार्ट में. अगर कहानी अची लगी तो अपने कॉमेंट्स मेरी ईद महरकरण64@गमाल.कॉम पर भेजे. धन्यवाद.