तो कैसे हो दोस्तों आप सब लोग? ये एक नयी स्टोरी है, और पुरानी सीरीस भी कंटिन्यू रहेगी. तो चलिए बढ़ते है अपनी स्टोरी पर. मेरे बारे में तो आप सब लोग जानते ही है. मैं एक कॉलेज स्टूडेंट हू.
एक दिन मैं बहुत तका हुआ था. रात को मैने तनीशा को एक बार छोड़ा, पर मेरा काम नही हुआ. उसका हुआ तो वो चली गयी. अब मुझे बहुत नीड आ रही थी, तो मैं जेया कर सो गया.
बेड पर आते ही मुझे गहरी नींद आ गयी, और कुछ आधी रात को मुझे सपना आया. सपने में मैं सुबा उठा. सब कुछ नॉर्मल सुबा की तरह ही था. फिर मैने अपना फोन खोला, तो मैं बिल्कुल चौंक गया, की मेरे वॉलपेपर पर एक नेकेड लड़की की फोटो लगी थी. मैने उसे इग्नोर किया और नीचे गया.
वाहा देखा की मों और तनीशा एक-दूं नंगे घूम रहे थे. मों ने जब मुझे देखा, तो वो मेरे पास आ गयी. फिर मों ने मुझे किस किया, और कहा-
मों: तू पागल है क्या? ये क्या पहना हुआ है? तू भूल गया की कपड़े बस बाहर जाने के लिए पहने जाते है? घर में तो ऐसे ही घूमना होता है.
मैने फिर सीधे अपना बाग उठाया, और बाहर आ गया. मेरे बाग में कुछ बुक्स थी, और पुर बाग में कॉनडम्स भरे थे. ये देख कर मैं तो हैरान था की ये क्या हो रहा था.
फिर मैं बाहर निकला और ऑटो की तरफ गया. वाहा एक आदमी शॉर्ट्स में बैठा हुआ था, और हिला रहा था. मैने डोर से पूछा-
मैं: ये तुम क्या कर रहे हो?
तो वो बोला: किसी औरत का ही वेट कर रहा हू, जो मुझे ब्लोवजोब दे सके.
तभी एक आंटी आई जो की थोड़ी मोटी सी थी. उन्होने बस पेटिकोट और ब्रा पहनी हुई थी. उसको देख कर मैं सोचता रहा की ये क्या हो रहा था. फिर ऑटो ड्राइवर ने उस औरत को इशारा किया और वो उसका लंड चूसने लगी.
मैं ऑटो में बैठा हुआ सब देख रहा था. थोड़ी देर बाद जब उसका छूट गया, तो उसने ऑटो चलाया और आंटी अंदर आ गयी. फिर वो आंटी मेरी तरफ देख कर बोली-
आंटी: क्या बेटा, कही पार्टी में जेया रहे हो, जो ऐसे कपड़े पहने है?
और आंटी मेरे पास आ कर मुझे किस करने लगी. मैने उन्हे पीछे हटाया और चुप बैठा रहा. फिर जैसे ही मेरा स्टॉप आया, मैं वाहा से भाग गया. मैं कॉलेज अंदर आया तो देखा लड़कियाँ बस ब्रा और पॅंटीस में ही थी, और लड़के नंगे घूम रहे थे.
मैं बिल्कुल हैरान था. कॉलेज में मेरा एक दोस्त था. मैने उस दोस्त को कॉल की, तो उसने मुझे क्लास में आने को कहा. फिर मैं क्लास के अंदर गया तो देखा की मेरा वो दोस्त क्लास टीचर की छूट चाट रहा था.
क्लास में कोई नही था, बस कोने में एक दो लड़के एक लड़की के साथ लगे पड़े थे. फिर उसने मुझे बुलाया और कहा-
मेरा दोस्त: आजा तू भी कुछ कर ले.
मैं समझ नही पा रहा था, की ये सब क्या चल रहा था. फिर मैने उससे पूछा-
मैं: ये क्या है?
मेरा सवाल सुन कर वो हस्सा, और अपने काम में लग गया. अब मैं भी कुछ-कुछ समझने लगा था उनको देख कर. और अब मेरा भी मूड हो रहा था. जब मैं क्लास से बाहर निकला, तो मैने देखा की एक टीचर जिसने उपर ब्रा और नीचे छोटी सी स्कर्ट पहनी हुई थी, उसने मुझे बुलाया.
फिर उसने मुझे पूछा: कहा थे तुम? तुमने अपना काम किया या नही?
मैने सोचा: लगता है ये टीचर अभी ठीक है.
फिर वो अचानक मुझे रूम में खींच कर ले गयी. रूम में जाते ही उन्होने मुझे किस करना शुरू किया. मैं भी उन्हे किस करे जेया रहा था, और हमारी किस वाइल्ड होती जेया रही थी.
फिर उन्होने मेरे कपड़े उतार कर फेंके, और अपनी ब्रा भी उतार दी. उसके बाद वो चुप-छाप बेंच पर बैठ गयी और मुझसे कहा-
टीचर: करो स्टार्ट अब अपना काम.
मेरा लंड खड़ा हुआ था. लेकिन मैं शांत था. मुझे नही पता था की क्या करना था, तो मैं चुप खड़ा रहा. फिर टीचर ने मेरी तरफ गुस्से से देखा, और पीछे 4-5 बच्चे थे उनको बुलाया.
उनमे से एक लड़की जो की बिल्कुल नंगी थी, आके टीचर की तरह बैठ गयी. और एक लड़का वाहा खड़ा हुआ था. जब टीचर ने कहा की स्टार्ट करो, तो वो लड़का उस लड़की के बूब्स धीरे से दबाने लगा.
उसके बूब्स दबाने से लड़की सिसकियाँ लेते हुए मज़ा लेने लगी. टीचर ने मेरी तरफ इशारा किया, की जिस तरह वो लड़का उस लड़की के साथ कर रहा था, मैं भी उसी की तरह करू. अब मैं भी उनके बूब्स से खेलने लगा.
उनके बूब्स थोड़े लाइट थे, पर बड़े थे. मैं उन्हे दबाता, फिर उस लड़के की तरफ देखता. अब मैं टीचर के निपल्स काटने लगा, तो वो चिल्लाई. अब वो लड़का उसकी पूरी बॉडी को लीक कर रहा था. फिर मैं भी मेडम की दूध सी बॉडी को चाटने लगा.
मैं कभी उनके पैरों को चाट-ता, तो कभी पेट को. मेडम ने फिर इशारा किया तो मैं उनकी स्कर्ट उठा के उनकी छूट चाटने लगा. अब उन्हे मज़ा आने लगा था. जब मैं बहुत देर तक चाट-ता रहा, तो उनका पानी निकल गया, और वो वाहा से गुड बोल कर चली गयी. अब मैं उन दोनो के पास गया. लड़का उस लड़की की छूट चाट रहा था.
मैने उस लड़की को किस किया, और अपना लंड उसके मूह में दिया. वो सिसकियाँ लेते हुए चूस्टी रही. अब मैं उसका मूह तेज़ी से छोड़ने लगा, और उसके मूह में ही झाड़ गया. झाड़ते ही मेरी आँख खुल गयी, और मैं नींद से जाग गया.
जो शॉर्ट्स मैने पहना हुआ था, वो गीला पड़ा था. उठने के बाद समझ आया की ये सब सच नही सपना था.
अब आयेज की कहानी अगले पार्ट में. देखते है की ये सपना दोबारा आता है या नही. और क्या-क्या होता है सपने में. ई होप आपको स्टोरी अची लगी होगी. अगर लगी हो तो ज़रूर बताए. तभी मैं इससे आयेज बढ़ा पौँगा. स्टोरी के लिए कॉमेंट करे या फिर मैल करे
फमिल्यबॉय488@गमाल.कॉम पर. आपकी फीडबॅक का बेसब्री से इंतेज़ार रहेगा.