हेलो दोस्तों, कैसे है आप लोग? आशा करता हू लड़के अपने लंड को हिला रहे होंगे, और भाभियाँ अपनी छूट को सहला रही होंगी. तो आज की मेरी ये कहानी आप लोगों को और खुश कर देगी.
तो दोस्तों मेरा नाम सागर है, और मैं जाईपुर का रहने वाला हू. मेरी उमर 30 साल है, और मैं दिखने में काफ़ी स्मार्ट हू. मेरा लंड 9 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है, जो किसी भी छूट को चरम सुख दिलाने के लिए काफ़ी है. तो अब सीधा अपनी कहानी पर आता हू.
ये कहानी आज से करीब 5 महीने पुरानी है. मेरे घर के सामने एक न्यू घर बना था, जिसमे एक कपल रहने आया था. उनमे एक वाइफ एक हज़्बेंड और उनके दो बच्चे थे.
भाभी जो थी, वो हद से ज़्यादा खूबसूरत थी, और वो अधिकतर कुरती और स्लेक्ष ही पहनती थी. धीरे-धीरे मैं उनकी तरफ खिचता जेया रहा था.
सुबा को वो जब घर के बाहर झाड़ू लगती, तो मैं उनको देखता, और जब वो झुकती तो उनके बूब्स देखता.
उनका नाम सपना था, और उनको पाना अब मेरा सपना था. सपना भाभी की उमर करीब 33 साल होगी, और वो एक-दूं गोरी थी. जब वो स्लेक्ष पहन कर चलती थी, तो उनकी थाइस एक-दूं मस्त लगती थी. उनके बूब्स 34″, उनकी कमर 30″, और उनकी गांद 36″ की थी.
अब हर रोज़ मैं उनको देखता, और जब च्चत पर उनके कपड़े सूखते, तब मैं बस उनकी ब्रा और पनटी को ही देखता. रोज़-रोज़ उनकी ब्रा पनटी को देख कर मुझे पता चल जाता की आज उन्होने कों सी ब्रा और पनटी पहनी होगी.
मेरा उनको देखना शायद उनको भी पता चल गया था. क्यूंकी कभी-कभी जब वो मेरी मम्मी से बात करती थी गाते पर, और मैं आ जाता, तो वो एक-दूं से अंदर चली जाती.
लेकिन मैने उनको देखना नही छ्चोढा. मेरी गली में लोगों को सिर्फ़ अपने से मतलब है. तो रोड पर कोई नही दिखता है.
उनको देखते-देखते करीब 6 महीने हो गये थे. मैं उनकी याद में मूठ मार देता और सोचता की सपना भाभी की चुदाई करने का सपना कब पूरा होगा.
सपना भाभी के पति एक कंपनी में जॉब करते थे जो शिफ्ट में होती थी. बच्चे स्कूल चले जाते थे. एक बात मैने भी नोटीस की थी की सपना भाभी भी मुझको च्छूप-च्छूप कर देखती थी अपने गाते पर पड़े पर्दों की आड़ में. लेकिन हमारी कभी कोई बात नही हुई.
एक दिन मैं घर पर अकेला था, तो मेरे घर की डोरबेल बाजी. मैने गाते खोला तो सपना भाभी मेरे सामने खड़ी थी. वो एक-दूं से अंदर आई और मैने गाते बंद कर लिया.
उनको इस तरह अपने घर में देख कर मेरे दिल की धड़कन बढ़ गयी.
मैने कहा: भाभी क्या हुआ? कैसे आना हुआ?
तो वो बोली: सब बात यही पूच लोगे या अंदर चलोगे?
मैं उनको अंदर ले आया.
फिर उन्होने कहा: सागर मुझे तुमसे कुछ बात करनी है. मैं काफ़ी टाइम से तुमसे बात करना चाह रही थी, लेकिन हो नही पा रही थी.
मैने कहा: हा भाभी, बोलो.
तो सपना भाभी एक-दूं से बोली: क्या तुम मुझको लीके करते हो?
उनके मूह से ऐसी बात सुन कर मैं एक-दूं से चौंक गया.
मैने कहा: नही भाभी, ऐसी कोई बात नही है.
तो भाभी बोली: मुझे सब पता है, की तुम मुझको च्छूप-च्छूप कर देखते हो. अब बताओ क्यूँ देखते हो?
मैने कहा: हा भाभी, पसंद तो करता हू.
तभी वो बोली: आज तक मुझे बताया क्यूँ नही?
मैने कहा: भाभी दर्र लगता था.
मेरे इतना कहते ही भाभी सोफे से उठी, और अपने होंठो को मेरे होंठो पर रख दिया, और बोली-
भाभी: सागर मैं भी तुमको पसंद करती हू.
और मेरे होंठो को अपने होंठो से रगड़ने लगी. मैने भी उनकी कमर पर अपना हाथ रखा, और सपना को दीवार के सहारे खड़ा कर दिया.
अब मैने सपना भाभी की कुरती उतार दी. उसने पिंक कलर की ब्रा पहन रखी थी. उसके बूब्स आज़ाद होने को तड़प रहे थे.
मैने कहा: भाभी तुम तो एक दूं मस्त माल हो.
तो भाभी बोली: आज से मैं सिर्फ़ तुम्हारा माल हू.
अब मैं नीचे बैठ गया, और सपना के चिकने पेट को चाटने लगा, और उसकी नाभि में अपनी जीभ डाल कर उसको चाटने लगा. सपना भी ज़ोर-ज़ोर से आहें भरने लगी, और मेरे बालों को नोचने लगी.
मैने सपना की स्लेक्ष को हल्का सा नीचे किया, तो वो माना करने लगी.
फिर सपना भाभी बोली: सागर अभी नही, वेट करो उस काम के लिए.
मैने कहा: भाभी तुम्हारी छूट के लिए बहुत तडपा हू. अब और मत तड़पाव.
तो वो बोली: नही, अभी मुझे जाना होगा.
मैने कहा: नही, आज मेरे लंड को शांत करके जाओगी.
तो सपना बोली: हा एक शर्त पर मैं तुम्हारे साथ सेक्स करूँगी.
मैने कहा: शर्त बोलो.
तो वो बोली: क्या तुम सब के सामने मेरे साथ सेक्स कर सकते हो?
मैने भी जल्दी से कह दिया: हा मैं कर लूँगा.
तो वो बोली: ठीक है.
मैने कहा: अब मेरे लंड को अपने मूह में लेकर शांत कर दो.
तो सपना बोली: हा इतना तो कर सकती हू.
मैं सोफे पर बैठ गया, और मैने अपना लोवर उतार दिया. मेरा लंड देख कर भाभी बोली-
भाभी: कितना मोटा है.
अब वो नीचे बैठ गयी, और मेरे लंड को चूसने लगी, और मैं भी उसके बालों को सहलाने लगा.
मैने कहा: भाभी ऐसे मज़ा नही मिल रहा. तुम नंगी हो जाओ.
तो वो बोली: नही.
मैने कहा: सिर्फ़ पनटी ब्रा पहने रहना.
वो बोली: ठीक है.
फिर उन्होने अपनी कुरती और स्लेक्ष उतार दी.
क्या बतौ दोस्तों कितनी चिकनी और मस्त बॉडी थी सपना भाभी की. अब वो मेरा लंड चूसने लगी. थोड़ी देर बाद मैने उनके बाल पकड़े, और ज़ोर-ज़ोर से अपना लंड उनके मूह में डालने लगा.
कुछ समय बाद मैने अपना माल उनके मूह में निकाल दिया, जिससे उनका मूह पूरा भर गया और मेरे माल को वो पी गयी.
मैने कहा: भाभी लगे हाथ मेरा लंड नीचे भी ले लो.
वो बोली: शर्त याद है ना?
मैने कहा: तो ठीक है, मेरी भी एक शर्त है.
सपना बोली: क्या शर्त है?
तो मैने कहा: तुमको रोज़ मेरा लंड मूह में लेना पड़ेगा.
वो बोली: ठीक है.
अब मैने कैसे सब के सामने सपना भाभी की चुदाई की, वो आपको नेक्स्ट पर में पता चलेगा.