ही फ्रेंड्स, मैं लकी अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आ गया हू. उमीद है की आपने पिछला पार्ट पढ़ा होगा. अगर नही पढ़ा है, तो प्लीज़ पहले वो पढ़ ले, ताकि आपको कहानी ठीक से समझ में आ जाए.
पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा था की मैं अपनी बीवी के मोहल्ले में रहने वाली उसकी 2 मूह बोली बहनो से मिला. दोनो तर्की थी, और सेक्सी भी. फिर उनमे से एक सोनिया का मेरे साथ टांका भीड़ गया, और मैं उसके साथ सेक्सी बातें करने लगा.
फिर एक दिन बातों-बातों में मैने उससे छूट को टच करने की बात की, और वो भी मान गयी. उसने मुझे च्चत पर बुला लिया, और मैं भी भाग कर उपर चला गया. अब आहे बढ़ते है.
जब मैं च्चत पर पहुँचा, तो देखा सोनिया वही खड़ी थी. उसने लेगैंग्स और त-शर्ट पहनी हुई थी. उन दोनो बहनो की यही बात मुझे सबसे अची लगती थी, की वो दोनो ऐसे कपड़े पहनती थी, जिसमे से उनकी बॉडी की शेप पूरी दिखती थी. वो उन कड़ों में पूरी सेक्सी लग रही थी.
शाम का टाइम था, और ठंड होने की वजह से आस-पास की च्चत पर कोई नही था. मुझे ये एक मौका दिख रहा था, जिसका मैं पूरा फ़ायदा उठना चाहता था. फिर मैं उसके पास गया, तो उसने अपनी नशीली आँखों से मेरी तरफ देखा.
वो बोली: बड़े प्रूफ चाहिए आपको.
मैं: हा बिल्कुल चाहिए.
सोनिया: कार्लो फिर चेक.
मैं: करो नीचे अपनी लेगैंग्स.
सोनिया: नीचे नही करूँगी, आप अंदर हाथ डाल कर चेक कर लो.
और ये बोल कर उसने अपनी लेगैंग्स का एलास्टिक खींच कर अंदर हाथ डालने की जगह बना दी. मैने जल्दी से अंदर हाथ डाला, तो मेरा हाथ पनटी के उपर से उसकी छूट पर पड़ा.
फिर वो बोली: अब ठीक है, कर लिया चेक?
मैं: यार ऐसे थोड़ी चेक होगा. पनटी के उपर से कैसे पता चलेगा?
सोनिया: आप तो अब अड्वॅंटेज ले रहे हो जीजू.
मैं: जीजू हू तुम्हारा, साली का इतना अड्वॅंटेज तो लेना बनता ही है.
उसने मुस्कुरा कर अपनी पनटी नीचे की, और फिर मेरा हाथ पड़ा सीधा उसकी क्लीन शेव्ड छूट पर. हाथ पड़ते ही उसकी आहह निकल गयी. मैने उसकी छूट मसलनी शुरू कर दी, और उसकी साँसे तेज़ हो गयी.
वो बोली: जीजू क्या कर रहे हो. सिर्फ़ चेक करने की बात हुई थी.
मैं: बड़ी उदास लग रही है तुम्हारी छूट. इसको तोड़ा खुश कर रहा हू.
सोनिया: आ जीजू, क्या कर रहे हो आहह?
मैने उसको दीवार के साथ लगा लिया, और उसकी फिंगरिंग करने लगा फुल स्पीड पर. जब भी मैं उसकी क्लिट को मसलता वो पूरी काँप जाती. अब उसकी आहें तेज़ होने लगी थी. तभी मैने अपने होंठ उसके होंठो से मिला दिए.
अब मैं उसके होंठ चूस रहा था, और साथ में उसकी छूट की फिंगरिंग कर रहा था. वो पूरी गरम हो चुकी थी. कुछ 5 मिनिट में उसका पूरा शरीर काँप गया, और उसकी छूट ने पानी की पिचकारी छ्चोढ़ दी. उसकी छूट से निकले गरम लावे से मेरा हाथ भीग गया.
फिर मैने अपना हाथ निकाला, और उसके बूब्स पर रख कर दबाने लग गया. अब उसकी किस और वाइल्ड हो गयी थी. कुछ देर किस करने के बाद उसने मुझे धक्का देके पीछे हटाया. उसकी आँखों में हवस थी.
फिर वो घुटनो के बाल बैठी, और मेरी पंत खोल कर मेरा लंड बाहर निकाल लिया. उसके बाद उसने मेरा लंड अपने हाथ में लिया, और मेरी तरफ देखते हुए उसको मूह में डाल लिया. अब वो ज़ोर-ज़ोर से मेरा लंड चूसने लग गयी.
बड़ी अची तरह से वो लंड चूस रही थी, और मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. लंड चूस्टे हुए उसकी आँखें मुझे ही देख रही थी. फिर मैने उसके सर पर हाथ रखा, और उसके मूह में धक्के देने लगा. ज़ोर के धक्कों से वो बार-बार चोक हो जाती. कुछ देर लंड चूसने के बाद उसने लंड मूह से निकाला, और बोली-
सोनिया: चलिए जीजू रूम में चलते है.
मैं: घर पे कोई है नही तुम्हारे.
सोनिया: है, लेकिन मेरा रूम सबसे उपर है. तो नीचे जाते हुए सबसे पहले मेरा ही रूम आएगा. और वैसे भी कोई मेरे रूम में नही आता.
फिर हम नीचे उसके रूम में गये. रूम में जाते ही हमने किस करनी शुरू करी, और एक-दूसरे के कपड़े उतारने लग गये. अगले 2 मिनिट में हम दोनो पुर नंगे एक-दूसरे के सामने खड़े थे.
फिर हमने एक-दूसरे को बाहों में लिया, और किस करने लगे. उसके बूब्स मेरी चेस्ट से प्रेस हो रहे थे. मेरा लंड उसके पेट पर प्रेस हो रहा था. दोनो भरे पड़े थे. फिर उसने मुझे बेड पर धक्का दिया, और मेरे उपर आ गयी.
वो मेरे लिप्स से किस करना शुरू हुई, और किस करते-करते नीचे लंड तक आ गयी. फिर उसने लंड को अपनी थूक से गीला किया, और फिर लंड के उपर आके बैठ गयी. उसके बाद उसने लंड को हाथ में पकड़ा, और उसको अपनी छूट पर सेट किया.
फिर वो धीरे-धीरे नीचे बैठी, और मेरा लंड उसकी छूट में समा गया. क्या टाइट छूट थी उसकी, एक-दूं गरम. लंड पूरा अंदर लेके वो मेरे उपर आ गयी, और मुझे किस करने लग गयी.
मैने उसके चूतड़ पकड़े, और उपर की तरफ धीमे धक्के देने शुरू कर दिए. अब मेरा लंड उसकी छूट के अंदर-बाहर हो रहा था. वो आ आ कर रही थी, और हम दोनो को बहुत मज़ा आ रहा था.
धीरे-धीरे मैने उसको छोड़ने की स्पीड तेज़ की. फिर वो पीछे हुई, और उसने अपने हाथ मेरी चेस्ट पर रख लिए. अब वो तेज़ी से अपनी गांद हिला कर चूड़ने लगी. क्या बतौ दोस्तों कितनी कलाकार थी वो लड़की, और कितना मज़ा आ रहा था.
उसके बूब्स मेरे सामने नाच रहे थे, और गांद मेरे लंड पर नाच रही थी. ऐसे ही 15 मिनिट तक मेरे लंड पर उछालने के बाद वो आहह आ करते हुए झड़ने लग गयी. मेरा भी हुआ नही था, तो मैने उसकी गांद पकड़ कर उसको नीचे किया, और ज़ोर-ज़ोर से उसकी छूट में झटके देने लगा.
फिर 5 मिनिट और छोड़ने के बाद मैने अपना लंड उसकी छूट से बाहर निकाला, और माल उसके मूह पर निकाल दिया. फिर 10 मिनिट आराम करने के बाद मैने कपड़े पहने, और वापस आ गया.
इसके आयेज क्या हुआ, वो मैं आपको अगले पार्ट में बतौँगा. कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.