पिछला भाग पढ़े:- साली का असली चेहरा-1
ही फ्रेंड्स, मेरा नाम अनुपम है. मैं 30 साल का हू. उमीद है की आपने मेरी कहानी का पिछला पार्ट पढ़ा होगा. अगर नही पढ़ा, तो पहले जाके प्लीज़ वो पढ़ ले.
पिछले पार्ट में हमने पढ़ा, की कैसे मैने अपनी साली को एक होटेल में 2 आदमियों के साथ एक रूम में चूड़ते देखा. फिर वो दोनो आदमी रूम से बाहर आए, और चले गये. अब आयेज चलते है.
मैने जब दोबारा रूम में देखा, तो महक अभी भी बेड पर पड़ी हुई थी. वो अपनी छूट सहला रही थी, और उसकी छूट से उसका माल बाहर निकल रहा था.
फिर 10 मिनिट बाद वो उठी, और बातरूम में चली गयी. 5 मिनिट में वो तैयार होके बातरूम से बाहर आ गयी. फिर वो जब रूम से बाहर आने लगी, तो मैं जल्दी से वाहा से भाग कर लॉबी में आ गया. फिर जब वो लॉबी में आई, तो मैने उसको डोर से आवाज़ लगाई-
मैं: महक.
उसने मेरी साइड देखा, और मुझे देख कर घबरा गयी.
मैं: ही महक.
महक: जीजू, आप यहा?
मैं: अर्रे मैं तो यहा मीटिंग के लिए आया हू. तुम यहा क्या कर रही हो?
ये पूछने पर उसके चेहरे का रंग उडद गया. फिर उसने जैसे-तैसे बोला-
महक: वो क्या है ना जीजू, मेरी दोस्त का बर्तडे था, तो उससे मिलने आई थी.
मैं: अछा, फिर तो मैं भी चलता हू. खाना वही खा लूँगा.
महक: अर्रे नही जीजू, उसने बर्तडे सेलेब्रेट नही किया.
मैं: क्यूँ?
महक: आक्च्युयली इस साल उसके घर में किसी की डेत हो गयी थी. इसलिए सेलेब्रेट नही किया. लेकिन दोस्त होने के नाते मेरी रेस्पॉन्सिबिलिटी बनती है, की मैं उसको विश करू.
मैं: ओक. अभी कहा जेया रही हो?
महक: मैं बस घर जेया रही हू.
मैं: ओक.
मैने उसको उस दिन जाने दिया, और कुछ नही बोला. फिर कुछ दिन बाद उसका बर्तडे था, इसलिए उन्होने हमे भी पार्टी पर इन्वाइट किया था. फिर मैं और मेरी बीवी वाहा रेडी होके चले गये.
जब हम वाहा पहुँचे, तो महक क्या कमाल की लग रही थी. उसने ब्लॅक स्कर्ट और ग्रीन टॉप पहना था. उसका टॉप स्किन-टाइट था जिसमे से इसकी पूरी शेप नज़र आ रही थी. उपर से उसकी क्लीवेज उसकी खूबसूरती में चार चाँद लगा रही थी.
मेरा तो उसको देखते ही खड़ा हो गया था. मैने जाते ही बार-बार बहाने से उसको चूना शुरू कर दिया. शुरू में तो उसका ध्यान नही गया, लेकिन जब मैने उसकी मोटी गांद दबाई, तब वो समझ गयी की मैं ये जान-बूझ कर कर रहा था.
फिर वो किचन में गयी, तो मैं भी उसके पीछे चला गया. वाहा जाके जब मैं उसके पीछे खड़ा हुआ, तो वो घूमी और बोली-
महक: जीजू आप क्या कर रहे है?
मैं: तुम्हे क्या लग रहा है?
महक: आप मुझे ऐसे नही टच कर सकते.
मैं: अर्रे ये तो तुम्हारा सर्प्राइज़ है. बर्तडे वाले दिन एक बड़ा और मोटा सा लंड.
और ये बोल कर मैने अपना खड़ा हुआ लंड उसके सामने कर दिया. वो पहले तो लंड को देखने लगी.
फिर बोली: पता नही आपको क्या हो गया है.
और ये बोल कर वो किचन से जाने लगी. तभी मैं बोला-
मैं: उस दिन होटेल में जो हुआ मैने देखा था.
महक जाते हुए रुक गयी, और मुझे देखते हुए बोली-
महक: क्या देखा था?
मैं: वही, जो तुम उन 2 आदमियों के साथ उस रूम में कर रही थी.
महक से सुन कर घबरा गयी. फिर वो बोली-
महक: जीजू धीरे बोलो, किसी ने सुन लिया तो पंगा हो जाएगा. चाहिए क्या आपको?
मैने उसके जिस्म को उपर से नीचे देखते हुए कहा: इतना ख़ज़ाना लेके चलती हो, और पूछती हो क्या चाहिए.
ये बात सुन कर उसके चेहरे पर मुस्कान आ गयी. मैने तभी उसको बाहों में पकड़ लिया, और उसके होंठ चूसने लग गया. साथ ही मैने उसकी गांद पर हाथ डाल लिया, और उसको दबाने लगा. 1 मिनिट तक उसने मेरा किस में साथ दिया, और उसके बाद मुझसे डोर होके बोली-
महक: अभी नही जीजू, रात को टेरेस पर मिलना मुझे.
मैने ओक कहा, और वो किचन से चली गयी. अब मुझे रात का ही इंतेज़ार था. अब रात के 11 बाज गये थे, और गेस्ट्स चले गये थे. हम भी जाने लगे थे, की तभी महक बोली-
महक: दीदी-जीजू रात ज़्यादा हो गयी है, तो आप आज रात यही रुक जाओ. सुबा निकल जाना.
उसकी दीदी यानी मेरी बीवी ने हामी भर दी, और मैं तो पहले से रेडी था. फिर हम रूम में जाके 12 बजे तक सो गये. जैसे ही मैने देखा मेरी बीवी सो गयी, मैं धीरे से रूम से निकल कर उपर वाले कमरे में चला गया.
जैसे ही मैने कमरे की लाइट जलाई, महक वाहा बेड पर रेड बिकिनी में लेती हुई थी. वो बोली-
महक: जीजू आपने कितनी देर कर दी.
उसको देख कर मैं अपने आप को रोक नही पाया. मैने अपने कपड़े उतारे अंडरवेर छ्चोढ़ कर, और उसके उपर कूद पड़ा. हम दोनो पागलों की तरह किस करना शुरू कर दिया. मैने उसकी ब्रा उतार दी, और उसके बूब्स चूसने लग गया.
वो आहें भर रही थी, और मेरे सर को अपने बूब्स में दबा रही थी. फिर मैं किस करते हुए नीचे आया, और उसकी पनटी उतार दी. अब उसकी जन्नत का द्वार मेरे सामने था. मैने उसकी छूट पर अपना मूह लगाया, और उसको चाटने लगा. वो आ आ कर रही थी.
पुर 10 मिनिट मैने उसकी छूट छाती. फिर मैने अपना अंडरवेर उतरा, और मेरा लंड उछाल कर बाहर आ गया. मेरा बड़ा लंड देख कर वो हैरान हो गयी, और बोली-
महक: जीजू अगर पहले पता होता की आपका लंड इतना बड़ा है, तो मैं पहले से ही आप से छुड़वा लेती.
मैं: वैसे वो दोनो तुम्हारे बाय्फरेंड्स थे?
महक: अर्रे नही, वो तो पैसे देके बुलाए थे.
फिर मैने अपना लंड खच करके महक की छूट में डाल दिया, और उसको घपा-घाप छोड़ने लग गया. बड़ी गरम छूट थी मेरी साली की. वो मुझे ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने के कह रही थी, और मैं हर धक्के पे अपना ज़ोर बढ़ा देता था.
20 मिनिट उसी पोज़िशन में छोड़ने के बाद मैने उसको घोड़ी बनाया. मैने देखा, की उसकी छूट से उसका माल निकल रहा था, मतलब वो झाड़ गयी थी. फिर मैने पीछे से उसकी छूट में लंड डाल दिया, और उसको किसी रंडी की तरह गांद पर थप्पड़ मार-मार कर छोड़ा.
मैने उसको पूरा तका दिया था, और वो 2 बार झाड़ चुकी थी. फिर मैने अपना लंड उसके मूह में दिया, और 20-30 धक्के मार कर उसके मूह को अपने माल से भर दिया.
उस चुदाई के बाद से वो हमेशा के लिए मेरी रंडी बन गयी. दोस्तों कहानी का मज़ा आया हो, तो फीडबॅक ज़रूर दे.