इस कहानी के किरदार के वेर मई आपको बता हू. इस कहानी के 2-3 पार्ट होंगे.
1) रीता कुमार शर्मा ;- आगे 43 एक पूरी संस्कारी औरत. पति को ही सिर्फ़ टच करने देती है इस टाइप की. मॉडर्न नही है सारी, सूट ही पसंद है. पति और परिवार का पूरा ध्यान रखती है. गोरी है 5:9 की हाइट, बूब्स 38ब, लंबे बाल, ब्स्क पास, फिगर मीडियम है मोटी नही है, सुंदर है.
2) रीता का पति (दाद);- आगे 48, हाइट 5:10, फिट आदमी है गुस्से वाला, मॅनेजर है स्टील प्लांट मे.
3) रीता का बेटा (परितोष शर्मा) ;- आगे 24, 6फीट हाइट लंबा, फिट बॉडी, बॉडी बिल्डर, लंड का साइज़ 7:5 इंच मोटा. जस्ट पास आउट हुआ है कॉलेज से.
4) रीता का जेठ ;- आगे 51, लंबा है 5.10, गोरा, चुदाई का शॉकिन.
5) जेठ की बीवी (रानी कुमार शर्मा);- आगे 47, 5:10 हाइट की थोड़ी मोटी बुत गोरी और संस्कारी. सारी, सूट पसंद है मॉडर्न नही है. रीता को हमेशा परेशन करती है.
6) उनका बेटा ;- (हर्षित शर्मा ):- आगे 21. 6फीट हाइट, बॉडी बिल्डर.
7) उनकी बेटी :-(शालु शर्मा):- जिसकी शादी हो गयी है 2 साल पहले. अब वो देल्ही मे रहती है पति से साथ, वो मॉडर्न है.
7) ससुर ;- रिटाइर्ड हो गये है 80+ अब घर मे ही रहते है.
8) सास ;- घर पर ही रहते है.
घर के सारे लोग भगवान मे मानते है बचो के अलावा. पंडित, कुंडली मे बहुत विस्वास है, पूजा भी करते है सब लोग. सब औरते संस्कारी है, घर मे सारी मे ही रहती है कुछ इस टाइप की.
अब कहानी पर आते है:-
बात कुछ ऐसी है की परितोष और उसका परिवार दाद की नौकरी की वजे से बाहर रहते है दूसरे सिटी मे. बाकी का परिवार एक स्माल टाउन मे रहता है.
रीता को सिटी लाइफ पसंद है, उसे अपने सास ससुर के घर जाना नही पसंद. मॉडर्न नही है सिटी मे भी सारी, सूट्स मई ही रहती है.
साल मई कुछ 2-3 बार कुछ दीनो के लिए वो सब अपने घर जाते है. इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ था. तीनो लोग रीता, उसका पति और परितोष घर गये हुए थे सास ससुर के.
परितोष को रीता तो कई सालो से पसंद थी 12त से ही उसको छोड़ने के सपने देखता था. बुत कुछ किया नही कभी दर के मारे. रीता हॉट ही इतनी थी की वो क्या ही करे. उसे अपने बाप रे जलन होती थी की रीता जैसे बीवी उसको मिली. काश परितोष की बीवी होती वो… बुत क्या ही करे, जो है वो है.
कॉलेज के टाइम परितोष ने पार्ट टाइम जॉब की थी तो 4 साल मे उसने 4 लाख र्स जमा किए थे. सवे कर के बॅंक मे रखे थे किसी को बताया नही था. परितोष ने गूगले पर बहुत सारी मों सोन सेक्स स्टोरी पढ़ी थी बस वो उसी से मज़े लेता था. बुत इस बात उसकी जिंदगी ने उसको एक मोका दिया.
इस बार जब वो 3नो घर गये थे 15 दीनो के लिए तब की बात है ये.
जेठ जी कही बाहर गये हुए थे. दोनो बहू घर की किचन मे खाना बना रही थी. दाद अपने मा, बाप से हॉल मे उनसे बाते कर रहा था. और दोनो बेटे परितोष, हर्षित दूसरे रूम मे आपस मे बाते कर रहे थे.
हर्षित को पता था की परितोष को रीता पसंद है. हर्षित भी रीता के नाम की मूठ मरता था. दोनो बात ही कर रहे थे की तभी दाद ने परितोष को बुलाया और थोड़ी दूर एक जानने वेल अग्ग्रवाल अंकल के घर कुछ समान देने को बोला. तो परितोष चला गया उनके घर, हर्षित नही गया उसे कुछ और काम था.
परितोष की जुनबी:-
अरे यार ये क्या काम दे दिया पापा ने, इतनी तेज धूप मे जान ही निकल जाएगी. जल्दी से पहुछु और वापिस जौ एसी मे.
15 मिनिट चलने के बाद मई अग्ग्रवाल अंकल के घर पहुचा. अंकल तो जॉब पर गये होंगे ये सोच कर मैने बेल बजाई. घर पर आंटी तो होंगी ही सही. 2-3 बेल बजाने के बाद किसी ने गाते नही खोला तो मई वापिस जाने लगा. जब मई पीछे मुड़ा तो आंटी ने गाते खोला. वो मूज़े देख कर चॉक गयी, बोली अरे परितोष बेटा तुम यहा???
मैने उन्हे देखा तो उनकी सारी जल्द बाजी मे सेट करी हुई थी, बाल भी हीले हुए थे. मई समाज गया की अंदर कुछ चल रहा है. ज़रूर अपनी छूट मे कुछ डाल के हिला रही होगी.
तब मैने उन्हे बोला आंटी पापा ने ये कुछ समान बिजवाया है अंकल के लिए, ये लीजिए मई अंदर रख डू?
आंटी- अरे नही नही बेटा तुम मुझे दे दो मई रख दूँगी.
ये सुनते ही मई समाज गया अब तो पक्का है.
फिर मैने उन्हे समान दे दिया और वापिस जाने लगा. आंटी ने समान लिया और गाते बंद करके चली गयी. कुछ कदम आयेज जाके मई वापिस आया और उनके घर की रूफ पर जाने का एक रास्ता था साइड से मई वाहा से उपर चार गया और छत के रास्ते से नीचे आया चुप छाप. और उनके रूम की तरफ देखने लगा, अंदर से आवाज़ एयेए रही थी-
रूम- अफ आअहह और और डालो जी मज़ा आ रहा…
ये सब मई सुनकर चॉक गया क्यूकी मूज़े लगा की आंटी अकेली होगी पर अंदर तो कोई और था उनके साथ. मैने डोर खुला देखा तो अंदर देखने के लिए सोचा लेकिन अंदर कैसे देखु? अजाव हो गयी तो ये सोच कर जीन्स मे से मोबाइल निकाला और कॅमरा से अंदर देखने लगा.
अंदर देखा तो मेरी तो हालत खराब हो गयी.
अंदर जेठ जी (पापा के बड़े भाई) अग्ग्रवाल आंटी के साथ चुदाई कर रहे थे.
मूज़े तो कुछ समाज नही आया ये क्यू हो रहा. तब मूज़े हर्षित की बात याद है. वो बोल रहा था की उसके पापा बहुत चुड़ककर है. रात रात भाई उसकी मुम्मी की चुदाई करते है. वो माना करती है बुत फिर भी करते है और कई बार तो उसने उन्हे किचन मे भी करते देखा है.
मई समाज गया की अपनी बीवी से मॅन नही भरा होगा तो यहा आ गया सला.
तो मैने भी उस टाइम का सारी हरकते उनकी अपने मोबाइल मे रेकॉर्ड कर ली. पुर 20 मिनिट की वीडियो और 20-25 फोटो ली थी मैने.
साले का लंड सिर्फ़ 4 इंच का था बुत हन 20 मिनिट तक छोड़ा साले ने आंटी को. आंटी थोड़ी मोटी थी बुत बूब्स बर्ड थे उनके. मेरा भी कांड खरा हो गया ये देख कर.
फिर मैने सोचा अब क्या करू, तब मेरे दिमाग़ मे एक आइडिया आया. फिर मई अपने घर वापिस चला गया.
घर मे पापा ने पूछा इतना टाइम लगा? तो मैने बोला आइस्क्रीम खाने रुक गया था. फिर 30 मिनिट के बाद टॉ (पापा के बड़े भाई थे तो परितोष के टॉ लगेंगे) भी आ गये. परितोष उनको देख कर स्माइल किया और फिर अंदर चला गया. और अपने प्लान को कैसे करे उसकी डीटेल्स सोचने लगा.
आयेज क्या होता है जानने के लिए देखते रहिए पढ़ते रहिए फॉर पार्ट 2. फॉर फीडबॅक मैल मे अट