इतना इंतेज़ार करवाने के लिए सॉरी दोस्तों. पर अब आप चिंता मत कीजिए. मैं रेग्युलर स्टोरी पोस्ट करता रहूँगा. पहले की स्टोरीस पर बहुत आचे रेस्पॉन्स आए है. ई होप इस पर भी आएँगे. तो ज़्यादा टाइम ना वेस्ट करते हुए शुरू करते है.
जैसा की मैने आपको पिछली स्टोरी में बताया था की मम्मी को उन लोगों ने 10 दिन के लिए रख लिया था, और मैं घर आ गया क्यूंकी मैं उनका कुछ नही कर सकता था. क्यूंकी मैं उन लोगों से बहुत कमज़ोर था, और उन लोगों के पास मेरी मम्मी की वीडियोस थी, जिसमे मम्मी ने सारी हदें पार कर दी थी.
मैं उन लोगों पर लीगल आक्षन भी नही ले सकता था, क्यूंकी उन लोगों के पास जो वीडियो थी, उसमे मम्मी खुद उन लोगों से चूड़ने के लिए मर्री जेया रही थी. उनके पास मम्मी की कम चाट-ते हुए वीडियोस और कम खाते हुए वीडियोस भी थी, जो की वो विराल कर सकते थे.
इनसे मम्मी और मैं समाज में कही मूह दिखाने के लायक नही रहते, और मेरी और मम्मी की ज़िंदगी खराब हो जाती. मैं बहुत परेशन था. पर मेरे अंदर ही अंदर बहुत हवस भारी हुई थी. मम्मी की बड़ी गांद हिला-हिला कर चुदाई देख मेरा लंड काबू में नही था, तो मैं घर जेया कर मूठ मारने लगा.
मैं खुद को बहुत बड़ा नमार्द मान चुका था, जो इस हालत में हवसी बन कर मूठ मार रहा था. पर मैं और कर भी क्या सकता था. तभी एक-दूं से प्रीति रांड़ ग्रूप में एक वीडियो आता है, जिसमे मम्मी नंगी ज़मीन पर लेती होती है, और राज और राहुल मम्मी के उपर मूट रहे होते है. उसमे रिया और जाहनवी पीछे से बोल रही थी, “तुम्हारा हो जाए तो हमे भी आ रही है, जल्दी हटो”.
ये देख कर मुझे बहुत ज़्यादा बुरा लगता है की उन्होने मेरी मम्मी की क्या हालत कर दी थी. फिर मैं मम्मी वापस लाने के बारे में सोचने लगता हू.
फ्लॅट पर:-
राहुल: सुन बे रंडी, चल नहा जेया कर, और आचे से नहाना. बाद में बहुत काम है तुझसे. साला इतनी लड़कियाँ छोड़ डाली, पर इससे मॅन ही नही भर रहा.
राज: सही कहा भाई, ये प्रीति की गांद कुछ भी बोलो लाखों में एक है.
जाहनवी: अब भले ही लाखों में एक हो, है तो हमारी गुलाम ना.
प्रीति: प्लीज़ मुझे अब मत छोड़ना. अब तो मैं मॅर ही जौंगी.
राहुल: इसीलिए तो बोल रहा हू नहा जेया कर, और आराम कर. जो तेरी टाइट चूत का भोंसड़ा बन गया है, उसको फिरसे टाइट होने में समय लगेगा.
प्रीति: थॅंक योउ.
राहुल: इतनी जल्दी क्या है थॅंक योउ बोलने की? मैने तेरे लिए बहुत चीज़े सोची है. तुझे तो हम निचोढ़ ही देंगे.
प्रीति: अब क्या करने वाले हो तुम मेरे साथ? तुम्हारा पेट नही भरा?
राज एक-दूं से आयेज आता है, और मम्मी के गांद ज़ोर से पकड़ लेता है, और मम्मी की चीख निकल जाती है.
राज: साली रंडी तुझे बोलने की बिल्कुल तमीज़ नही है ना. रुक तुझे तमीज़ सिखाता हू.
राज मम्मी को घूमता है, और मम्मी की गांद पर अपनी पूरी जान लगा कर थप्पड़ मारता है. थप्पड़ की इतनी तेज़ आवाज़ आती है, की सब का मूह खुला रह जाता है. क्यूंकी बहुत ज़ोर का पड़ा था.
प्रीति: श, सॉरी माफ़ कर दो. अब कभी बदतमीज़ी से बात नही करूँगी.
राज: आ गयी लाइन पर रंडी. आज से हमे मलिक बोलना, और आप करके बात करना. वरना मैं कुछ भी समान उठा कर तेरी गांद में भर दूँगा, वो भी बिना तेल के, और तुझे भी पता है की कर ही दूँगा.
प्रीति: ऐसा मत करना मालिक. मैं माफी मांगती हू. आपकी रांड़ को माफ़ कर दीजिए.
राहुल: जेया नहा जेया कर, और इशिका इसको नहाने के बाद बॉडी लोशन और पर्फ्यूम वग़ैरा सारे प्रॉडक्ट्स दे देना. इस रंडी को एक-दूं मॉडेल बना देना.
इशिका: ओके.
मम्मी नहाने जाती है और जब वो नहा कर निकलती है, तो इशिका उन्हे बस ब्रा और पनटी पहनने के लिए देती है. सिर्फ़ ब्रा और पनटी मैं मम्मी बहुत माल लग रही थी, और जब वो रूम में आई-
राहुल: आ गयी ये, देखो तो कितना तैयार हो कर आई है हमसे चूड़ने के लिए.
प्रीति: मैं खुद मॅन से नही हुई हू. इशिका ने करवाया है. मैं नही चाहती थी तैयार हो कर तुमसे चूड़ना.
इस बार पंकज ने खड़े हो कर मम्मी को ज़ोर से थप्पड़ मारा, जिससे मम्मी का कान पूरा सुन्न पद गया.
पंकज: तुझे बोला है ना यहा बदतमीज़ी नही चलेगी. एक बार में समझ तो आता नही है. लगता है तुझे सज़ा देनी पड़ेगी.
राज: सही कहा.
राहुल: यहा लाओ इसे.
राहुल पंकज और राज तीनो अपना लंड निकाल कर प्रीति को घुटनो के बाल बिता देते है, और तीनो उसके मूह में एक साथ लंड दे देते है, और ज़ोर से धक्के लगाना शुरू करते है.
प्रीति: गुलपप्प्प्प्प गुलपप्प गुलपप्प्प ऊऊ ह्म्म्म्म.
एक-दूं से प्रीति मूह से लंड निकाल देती है.
प्रीति: मुझे माफ़ कर दो. मुझे साँस नही आ रही है.
राहुल अपना लंड ज़ोर से उसके मूह पर मारता है, जिससे वो धीरे से अया की आवाज़ करती है. राज और पंकज भी ऐसा ही करना शुरू करते है. तीनो अपने बड़े-बड़े साँप जैसे लौदो से उसके मूह पर ज़ोर-ज़ोर से मार रहे थे. और फिर तीनो ने फिरसे उसके मूह में लंड देना शुरू किया.
प्रीति साँस भी नही ले पा रही थी, और उसकी आँखें लाल हो गयी. तीनो ने 10 मिनिट तक उसके मूह को छोड़ने के बाद उसके मूह में एक-एक करके गले ताक लंड घुसा दिया, और अपना माल उसके गले में ही ढोल दिया.
उन्होने उसे वो माल पीने के लिए कहा, और वो पीने ही वाली थी, पर उसे ज़ोर से खाँसी आई और आधा माल उसकी नाक से निकल गया, तोड़ा मूह से, और तोड़ा वो पी गयी. अब फ्लोर पूरी कम से गंदी हो चुकी थी.
राहुल: आबे यार कैसी हरकतें करती है ये औरत? चल अब चाट कर सॉफ कर इसे.
राहुल ने जैसा कहा प्रीति वैसा ही करने लगी. वो घोड़ी बन कर पुर फ्लोर का माल चाट कर सॉफ कर रही थी, और उसकी गांद हवा में थी. फिर एक-दूं से राज ने पीछे उसकी पूरी गांद पर तेल डालना शुरू किया. प्रीति को समझ नही आ रहा था, की राज क्या कर रहा था.
उसकी गांद पूरी तेल में हो जाने के बाद राज ने उसकी पनटी के एलास्टिक को पकड़ कर ज़ोर से खींचा और छ्चोढ़ दिया. एलास्टिक प्रीति को गांद पर पट्ट से जेया कर लगा
प्रीति: आअहह, ये क्या कर रहे हो आप मालिक? मुझे बहुत दर्द हो रहा है.
उसने ऐसा 10-15 बार किया और प्रीति की जान अटक गयी. उसके बाद पंकज जेया कर नीचे लेट गया, और प्रीति को उसके उपर आने के लिए कहा. प्रीति उसके उपर जा कर बैठ गयी, और पंकज ने उसकी छूट में लंड डाल दिया और छोड़ने लगा.
प्रीति: उफफफ्फ़ ह्म आहह ऑश.
वो चुदाई का मज़ा लेने लगी थी. पर एक-दूं से राहुल ने अपनी पंत में से बेल्ट निकली, और उसकी गांद जो पूरी तेल में लिपटी थी, उस पर ज़ोर से मारा. पुर कमरे मैं बेल्ट के पड़ने की आवाज़ गूँज गयी और इशिका, रिया और जाहनवी जो की अंदर थे, वो बाहर आ गये.
प्रीति: ओह, मॅर गयी. मार दिया (प्रीति पूरा बोलने ही वाली थी की अचानक राज ने उसके मूह में अपना लंड दे दिया, और उसके गले को फिरसे छोड़ने लगा).
अब राहुल उसकी तेल में भीगी हुई गांद पे पीछे से बेल्ट मार रहा था. राज उसके गले को छोड़ रहा था, और पंकज उसकी छूट मार रहा था. वो चिल्लाना चाहती थी और रोना चाहती थी, पर उसके मूह में राज का मोटा लंड था, और उसके आँसू निकल रहे थे. प्रीति की ज़िंदगी तो जैसे मज़ाक ही बन गयी थी, और वो अब समझ चुकी थी की वो अब क्या थी, और उसकी औकात कितनी थी.
वो अंदर से हार मान चुकी थी, और आक्सेप्ट कर चुकी थी की अब ये तीनो उस जैसी रंडी को कभी नही छ्चोढने वाले, और हमेशा अपनी रंडी बना कर रखेंगे, और कोई कुछ नही कर पाएगा. अब उसे ये भी पता चल गया था की अगर जैसा ये लोग बोले वैसा वो नही करेगी, तो उसके साथ और भी बहुत कुछ होगा.
राहुल ने बेल्ट मारना बंद करके प्रीति की गांद में अपना लंड घुसा दिया, और छोड़ने लगा. प्रीति के सारे च्छेद बंद हो गये थे. छूट, मूह और गांद सब में वो लंड लेकर बैठी थी. कल तक एक आम औरत इतनी बड़ी रंडी बन चुकी थी. उसे खुद पर अंदर ही अंदर शरम आ रही थी, और उसके बेटे पर गुस्सा. पर वो कुछ कर भी नही सकती थी.
पहले पंकज ने उसकी छूट में माल ढोल दिया. फिर राज ने उसके मूह में. पर राहुल रुकने का नाम ही नही ले रहा था. राज का लंड निकालने की वजह से अब वो चिल्ला रही थी.
प्रीति: ऑश अहह राहुल बस करो. मालिक जाने दो अपनी रंडी को, अब मत छोड़ो.
राहुल: आ गयी ना लाइन पे. चल बोल तू सिर्फ़ हमारी रंडी है, और हमारी गुलाम है, और तेरा बेटा नमार्द है.
प्रीति: मैं सिर्फ़ तुम तीनो की रंडी हू, पर्सनल रंडी. और मेरा बेटा चूतिया नमार्द है, जो अपनी मा को इस हाल में छ्चोढ़ कर चला गया. तुम लोग मुझे जितना चाहो छोड़ सकते हो. और छोड़ो अपनी इस रंडी को, ह श. पर ज़रा धीरे, मेरी गांद का भोंसड़ा तो बना ही दिया है तुमने. अब गुफा मत बना देना.
राज: रांड़ तुझे तो इतना छोड़ेंगे की अगले जानम में जब पैदा होगी, तब भी तेरी गांद का भोंसड़ा बना हुआ होगा (सब हेस्ट है).
राहुल प्रीति की गांद में धूल जाता है, और आस यूषुयल वो उससे माल सॉफ करवाते है, और प्रीति अब हार मान चुकी थी, और खुद को उन लोगों को सौंप चुकी थी. आओ जानती थी की वो अब रंडी के अलावा कुछ नही थी. और इन सब चीज़ो की वीडियो इशिका बना कर ग्रूप पर पोस्ट करे जेया रही थी. फिर अचानक रिया का मेसेज ग्रूप पर आता है की “सम कल तेरी बारी”.
अगर आपको कहानी अची लगी हो तो प्लीज़ फीडबॅक ज़रूर देना. ज़्यादा फीडबॅक से मोटिवेशन मिलता है और स्टोरीस लिखने का. और अगला पार्ट जल्द ही आपको पढ़ने को मिलेगा.