ही दोस्तों, मेरा नाम राज है, और मैं 27 साल का हू. मेरी हाइट 5’11” है, और रंग गोरा है. दिखने में मेरी पर्सनॅलिटी महेश बाबू जैसी लगती है. अब आप समझ सकते है, की मैं काफ़ी हॅंडसम दिखता हू. लेकिन मेरी ये गुड लुक्स मुझ पर भारी पद गयी. चलिए जानते है कैसे.
मेरी फॅमिली में मैं और मा ही है बस. मेरे फादर की डेत काफ़ी साल पहले हो चुकी है. बड़ी मेहनत करके मैं एक अची जॉब पर लगा था. और अब मेरे सर पर पैसों का भूत सवार था.
हर लड़के की तरह मैं भी ये सोचता था, की किसी अमीर लड़की को पटौ, और उसकी दौलत पर ऐश करू. और ऐसा ही हुआ. मेरी दोस्ती रिंकी ठाकुर से हो गयी.
रिंकी एक इंडस्ट्रियलिस्ट की बेटी है, और बहुत हॉट है. उसका कोई भी लड़का दीवाना बन सकता है, लेकिन वो मेरी दीवानी हो गयी. फिर मैने उससे शादी की बात की.
मेरी मा ने मुझे माना भी किया, की वो बड़े लोग है, और हमारा उनका कोई मुक़ाबला नही है. लेकिन मेरी नज़र रिंकी के बॅंक बॅलेन्स पर थी. पहले रिंकी के पापा भी शादी के लिए नही मान रहे थे, लेकिन बेटी की ज़िद के आयेज उनको झुकना पड़ा.
फिर फाइनली हमारी शादी हो गयी. और सुहग्रात के टाइम मैने देखा, की रिंकी कपड़ों के बिना जितनी खूबसूरत लगती थी, कपड़ों के बिना तो उससे भी ज़्यादा हॉट दिखती थी.
उसका रंग दूध जैसा गोरा था, और बॉडी एक-दूं जिम फिट थी. उसका साइज़ 35-28-36 था. मैने उसके साथ पुर मज़े किए, और उसको बहुत छोड़ा. सब अछा चल रहा था. अब मैने उसके पापा की कंपनी जाय्न कर ली थी. पैसों की कोई कमी नही थी अब.
लेकिन टाइम के साथ-साथ सब कुछ बदलने लगा. अब वो शायद मेरे साथ सेक्स में वो मज़ा नही कर पा रही थी, जो शुरू-शुरू में करती थी. फिर उसने अपने फ्रेंड्स के साथ क्लब जाना शुरू कर दिया, जैसे पहले जया करती थी.
मुझे इससे कोई प्राब्लम नही थी. अब अमीर घर की लड़की क्लब में तो जाएगी ही, और दारू भी पिएगी. वैसे भी मेरा उससे शादी करने का रीज़न तो पैसा ही था. और पैसा मुझे बहुत मिल रहा था. फिर एक दिन कुछ ऐसा हुआ, जिससे मेरी गांद फटत लगी.
उसने अपने फ्रेंड्स के साथ मोविए देखने का प्लान बनाया. मैं फ्री था, तो मैं भी उसके साथ जाने के लिए राज़ी हो गया. मैने जीन्स त-शर्ट पहनी, और उसने एक वन पीस स्लीव्ले ड्रेस पहन ली लाइट ब्राउन कलर की. उसमे वो बहुत सेक्सी लग रही थी.
उसकी डीप क्लीवेज, गोरी लेग्स, स्मूद आर्म्स देख कर तो मेरा खड़ा होना शुरू हो गया. फिर हम गाड़ी में बैठे, और थियेटर पहुँच गये. वाहा उसके दोस्त भी थे.
उसके दोस्तों में 4 लड़के और 3 लड़कियाँ थी. फिर हमारा पूरा ग्रूप अंदर गया, और अपनी-अपनी सीट्स पर बैठ कर मोविए देखने लगा. अभी 15 मिनिट ही हुए थे, की रिंकी मुझे बातरूम जाने का बोल कर बाहर चली गयी. और मैं मोविए देख रहा था.
अब उसको गये को 15 मिनिट हो चुके थे, और वो वापस नही आई. ये देख कर मैने उसको कॉल की, लेकिन उसने फोन पिक नही किया. फिर मैने साथ बैठी उसकी फ्रेंड्स से पूछा, लेकिन उनको भी नही पता था. मैने सोचा पता नही क्या हो गया जो वो आई नही.
ये सोच कर मैं वाहा से उठा, और बाहर आ गया. फिर मैं बातरूम की तरफ बढ़ा, और मैने लॅडीस बातरूम में देखा. लेकिन रिंकी वाहा नही थी. मैं सोच में पद गया, की वो कहा गयी. मैने फिर उसको कॉल की.
जैसे ही मैने उसको फोन लगाया उसके मोबाइल बजने की आवाज़ मुझे सुनाई देने लगी. मैने आवाज़ को फॉलो किया, तो वो जेंट्स बातरूम से आ रही थी. मुझे कुछ समझ नही आ रहा था. मैं बातरूम के अंदर गया, तो आवाज़ एक कॅबिन में से आ रही थी.
मैं आयेज बढ़ा, और कॅबिन के दरवाज़े को धक्का दिया. लेकिन वो अंदर से लॉक था. फिर मैं साथ वाले कॅबिन में गया, और टाय्लेट सीट के उपर चढ़ कर अंदर देखा. अंदर देखते ही मेरे होश उडद गये. मेरी बीवी अपने घुटनो पर बैठी थी, और किसी ब्लॅक आदमी का लंड चूस रही थी. उसकी ड्रेस उसके बूब्स के नीचे थी, और उसके बूब्स बाहर थे.
उसके बूब्स पर चूसने के लाल निशान थे, और चेहरे पर थप्पड़ के निशान थे. मुझे समझ नही आ रहा था की मैं क्या करू. फिर मैने उसको आवाज़ दी-
मैं: रिंकी!
रिंकी ने मेरी तरफ देखा, और ऐसे बिहेव किया जैसे मुझे जानती ही ना हो. फिर मैने उसको दोबारा आवाज़ दी. वो फिरसे नही बोली, लेकिन वो ब्लॅक आदमी बोला-
वो आदमी: हे, वॉट इस युवर प्राब्लम (तुम्हे क्या दिक्कत है).
मैने फिर से रिंकी को आवाज़ दी, तो उस आदमी ने रिंकी से पूछा-
वो आदमी: दो योउ नो हिं( तुम इसको जानती हो)?
रिंकी बोली: हे इस मी हज़्बेंड (ये मेरा पति है).
वो आदमी मुझे बोला: युवर वाइफ इस आसम मान (तुम्हारी बीवी ज़बरदस्त है).
फिर रिंकी खड़ी हुई, और दूसरी तरफ मूह करके अपने हाथ कॅबिन की दीवार पर रख लिए. उस आदमी ने उसकी ड्रेस पीछे से उठाई, और उसकी पनटी खींच कर नीचे कर दी. फिर उसने अपना लंड उसकी छूट पर सेट किया, और ज़ोर का धक्का मार कर अंदर घुसा दिया.
रिंकी की आ निकली, और उस आदमी ने मेरी बीवी को छोड़ना शुरू कर दिया. उसका लंड मेरे लंड से काफ़ी बड़ा और मोटा था. उसके धक्के इतने ज़ोर के थे, की रिंकी हर धक्के पर हवा में उछाल जाती थी. फिर रिंकी बोली-
रिंकी: कम ओं रॉबर्ट! फक मे हार्ड रॉबर्ट! फक मे!
उसको बड़ा मज़ा आ रहा था. उस आदमी ने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी थी. वो अगले 15 मिनिट तक उसको उसी पोज़िशन में छोड़ता रहा. फिर जब उसका निकालने वाला था, तो रिंकी ने उसको अपना माल उसकी छूट में ही निकालने को बोला. उसने अपना सारा माल उसकी छूट में निकाल दिया.
फिर जब उसने लंड बाहर निकाला, तो उसका माल रिंकी की छूट से निकल कर उसकी जांघों पर बह रहा था. फिर वो आदमी वाहा से बाहर निकला, उसने अपने कपड़े ठीक किए, और बाहर चला गया.
रिंकी ने सस्यू किया, और वो बाहर आई. फिर मैने उसको गुस्से से बोला-
मैं: रिंकी ये क्या था!
रिंकी: देखो ज़्यादा हैरान होने की ज़रूरत नही है. यही मेरा लाइफस्टाइल है. और तुम्हारी दिक्कत क्या है? शादी की ना मैने तुमसे. ज़रूरी नही की मैं सिर्फ़ तुम्हारे साथ सेक्स करू. तुम अगर किसी और के साथ सेक्स करना चाहो, तो मैं तुम्हे नही रोकूंगी. तो एंजाय करो, और मुझे भी करने दो.
मेरे पास और कोई सवाल नही बचा था. और मैं समझ गया था, की जब बीवी किसी और से चुड्ती है, तो पैसे काम नही आते, और ना ही खुशी देते है.
कहानी ख़तम हुई.