ऑर्जी की मस्ती के बाद हेमा अपने भीमा को भूल गयी थी. वो चाहती थी की विकास भी वैसा ही करे जैसा हॉल में दोनो मर्दो ने किया था. हेमा वो सब कुछ करने को तैयार थी जो विकास चाहता था. लेकिन विकास ने उसको छोड़ने की कोशिश ही नही की.
हेमा ने भी विकास को छोड़ने के लिए नही कहा. ऑर्जी के चौथे दिन से हेमा का पीरियड आ गया. इस तरह जब वो दोनो कोचीन पहुँचे, तब हेमा की बर में 23 दीनो से कोई लोड्ा नही घुसा था. वो ज़बरदस्त चुदाई चाहती थी. लेकिन अपने पति के साथ वैसी ही डीसेंट बनी रही जैसा भीमा से छुड़वाने के पहले थी.
अगले दिन सनडे को दोनो ने लोकल साइट सीयिंग किया, और शाम का समय एक बीच पर गुज़ारा. बीच पर कुछ लोगों से दोस्ती हो गयी. उस ग्रूप के मर्दो ने ही नही औरतो ने भी कहा की जब कोचीन आए है तो “हेवेन मसाज पार्लर” में मालिश ज़रूर करवाए.
उन्ही लोगों ने पार्लर का अड्रेस और फोन नंबर भी दिया. होटेल वापस आते समय विकास ने हेमा से पूछा.
हेमा: तुम जानते हो की मैं अपने बदन पर तुम्हारे साइवा किसी दूसरे का हाथ बर्दाश्त नही कर सकती. तुम चाहो तो मालिश करवा लो. एक औरत बोल रही थी की मालिश करने वाली औरते चुदाई भी बहुत बढ़िया करती है. तुम जो चाहते हो वो सब करेंगी.
विकास ने मॅन ही मॅन कहा की जो खुशी वो अपनी घरवाली से चाहता था, वो सारी खुशी उसकी अपनी बेहन ने दे दी थी.
विकास: कोई कितनी भी खुशी दे, तुम्हे छोड़ कर जो मज़ा मिलता है, वो किसी और के साथ नही मिल सकता. हम कल सुबा पार्लर जाएँगे. औरतो ने कहा की उन्होने सिर्फ़ औरतो से ही मालिश करवाई थी.
हेमा मॅन ही मॅन बोली,“पहले भीमा ने रात भर छोड़ कर बर चूस चाट कर मेरे अंदर सोई हुई औरत को जगा दिया. और तुम्हारी बेहन ने ऑर्जी में ले जेया कर मुझे एक मस्त चुदसी माल बना दिया है. औरत ही क्यों मर्द से भी मालिश कार्ओौनगी, उसको भी अपना गुलाम बनौँगी.“
हेमा: सोच लो, अगर किसी मर्द ने हाथ लगाया तो मैं उसका खून कर दूँगी.
विकास खुश हुआ की हेमा मसाज के लिए तैयार हो गयी थी. उसको खबर नही थी की हेमा कितनी चालाकी से उससे बुढ्ढू बना रही थी. होटेल आ कर विकास ने पार्लर में फोन किया. उन्हे सुबा 10 बजे का टाइम मिला.
जैसा हेमा ने भीमा से कहा था, भीमा की चुदाई के बाद हेमा ने किसी से नही चुडवाया. उस रात दोनो रियली बहुत टाइयर्ड थे. 24त नाइट भी चुदाई नही हुई. दोनो सो गये. उन्हे नही मालूम था की अगला दिन दोनो की ज़िंदगी में तूफान लाने वाला था.
अगली सुबा डूस बजे के पहले दोनो “हेवेन मसाज पार्लर“ की रिसेप्षन में थे. ये डबल स्टोरी बिल्डिंग थी. बाहर से भी और अंदर से भी बिल्डिंग को बहुत सलीके से सजाया गया था. कुछ ही देर बाद रिसेप्षनिस्ट ने उन्हे अंदर जाने कहा. लेकिन हेमा को बैठने बोल कर विकास अकेला ही अंदर गया.
रिसेप्षनिस्ट: मेडम, मिस्टर विकास.
इतना बोल कर वो बाहर ही रह गयी. मेडम ने विकास को बैठने कहा. उसने विकास से हॅंडशेक करते हुए कहा,“हेवेन मसाज पार्लर” में आपका स्वागत है. मेरा नाम ज्योति है. मैं इस पार्लर की पार्ट्नर हू. आपकी वाइफ नही आई?
विकास ने पीछे घूम कर देखा. हेमा सोफा पर बैठ कर किसी मॅगज़ीन का पन्ना पलट रही थी.
विकास: आई है, सामने पिंक कलर की सारी पहनी हुई है जिसने, वो मेरी वाइफ हेमा है. हम यहा एक ख़ास पर्पस से आए है.
ज्योति: क्या ख़ास पर्पस?
विकास ने खुल कर बताया की सेक्स करते समय हेमा ने कैसी-कैसी कंडीशन्स रखी हुई थी.
विकास: सेक्स के लिए हमेशा तैयार रहती है, लेकिन अब उसकी कंडीशन के साथ सेक्स करते-करते तक गया हू. मैं चाहता हू की आप कुछ ऐसा करो की आज रात से ही बेड पर हेमा एक घटिया रंडी जैसी चुदाई करनी शुरू कर दे.
बोलते हुए विकास सामने बैठी 36-37 की औरत ज्योति को ध्यान से देखा,“गुलाबी गोरा रंग, बॉब्ब्ड कट, नेक तक आते घने काले बाल, बड़ी-बड़ी आँखें, मुस्कुराता चेहरा था इस अट्रॅक्टिव औरत का.
विकास को लगा की औरत की चूचियाँ 36″ इंच से भारी हुई और खूब मांसल है. कंधा था तो तोड़ा चौड़ा, लेकिन गोलाई लिए हुए था. वैसे ज्योति की चूचियाँ 34 इंच की ही थी. डेली एक्सररसाइज़ करती थी, स्विम्मिंग करती थी, अपने को बहुत ही स्लिम-ट्रिम रखा था.
पिछले 17 -18 सालों से रेग्युलर्ली छुड़वा रही थी. औसतन रोज़ 2 बार तो चुदाई करवाती थी, और उस समय तक इस पार्लर की सब से कीमती माल थी. ये ज्योति सिर्फ़ मिनिस्टर्स और बड़े-बड़े ऑफिसर्स और बहुत ही अमीर लोगों से ही चुड़वति थी. ज्योति ने विकास की बातें ध्यान से सुनी.
ज्योति: विकास, ये प्राब्लम सिर्फ़ आप का ही नही है, हमारे यहा रोज़ ऐसे 2-3 केसस आते है. सभी हज़्बेंड्स की ऐसी ही शिकायत रहती है. कोई कहता है की सेक्स के समय कपड़े नही खोलती, कोई कहता है की सिर्फ़ अंधेरे में ही चुदाई करती है.
ज्योति: 2 दिन पहले ही एक ऐसा कस्टमर आया था जिसने कहा की उसकी बीवी ना चूची दबाने देती है, और ना ही होंठ चूसने देती है. लोड्ा चूसना और बर चुसवाना तो बहुत डोर की बात है.
विकास को सुन कर भी विश्वास नही हो रहा था, की कोई औरत ऐसी बातें इतनी फ्रीली कर सकती थी.
ज्योति: लेकिन विकास जी, अब तक हमारे पर जीतने भी ऐसी कन्सर्वेटिव टाइप के औरतो के केस आए है, हमने सभी को ऐसा बना कर भेजा की वो चुड़वते समय किसी भी रंडी की हरकतों से ज़्यादा खुल कर चुदाई करेगी. लेकिन एक प्राब्लम है.
विकास: क्या प्राब्लम?
ज्योति तोड़ा आयेज झुकी, और बोली-
ज्योति: वैसी सभी औरतो को हम यहा एक आदमी से चुड़वते है. एक चुदाई के बाद ही औरत पूरी तरह से बदल जाती है. हम आपका भी केस लेंगे. लेकिन आपकी वाइफ को भी यहा किसी दूसरे आदमी से चुदाई करनी होगी.
ज्योति: आप खुद समझ सकते हो, औरत जब पति के अलावा किसी दूसरे से चुड़वति है, तभी उसके अंदर की शरम जाती है. मैं विश्वास से कहती हू, एक-डेढ़ घंटे के अंदर आपकी घर वाली जब एक-दूसरे आदमी से छुड़वा कर बाहर निकलेगी, तब आप खुद देखिएगा की वो कितनी बदल गयी होगी.
ज्योति: आप चाहेंगे तो वो आप के साथ यही हम सब के सामने चुडवाएगी. आपकी हर एक बात मानेगी.
ज्योति ने इतना कॉन्फिडेंट्ली और इतनी सेक्सी आवाज़ में, माधमस्त अंदाज़ में कहा की विकास तैयार हो गया.
विकास: अगर एक आदमी
के साथ चुदाई करके वो मेरी सब बातें मानने लगेगी, तो मैं तैयार हू. लेकिन हेमा किसी भी हालत में तैयार नही होगी. कोई दूसरा मर्द हाथ भी लगाएगा तो वो बहुत वाय्लेंट हो जाएगी. अगर आदमी का नही तो अपना नुकसान ज़रूर कर लेगी.
ज्योति: हमने सैंकड़ो ऐसी अकड़ वाली औरतो को रंडी जैसे छुड़वाना सिखाया है. आप विश्वास रखिए उसके साथ थोड़ी भी ज़बरदस्ती नही होगी. बिना उसकी मर्ज़ी के कोई उसका हाथ भी नही च्छुएगा. बुलाओ आप अपनी हेमा को.
विकास बाहर गया और हेमा को साथ लेकर आया. दोनो अंदर घुसे ही थे की ज्योति अपनी चेर से खड़ी हो गयी.
“ऑश मी गोद, योउ अरे सो ब्यूटिफुल. मैने इससे ज़्यादा सुंदर औरत पहले नही देखी. आइए बैठिए.”
ज्योति ने अपनी मीठी-मीठी बातों से हेमा को कंफर्टबल किया.
ज्योति: हेमा, हम औरतो की शादी हो जाती है तो हमारा सबसे बड़ा धरम होता है अपने पति को पूरा खुश करना. मुझे पूरा विश्वास है की तुम दोनो एक-दूसरे को खुश करते होगे. विकास ने कहा की तुम मालिश के लिए तैयार नही हो.
हेमा: मैं तैयार हू, लेकिन सिर्फ़ औरत ही मालिश करेगी, कोई भी मर्द आस-पास नही होना चाहिए.
विकास नही समझ पाया था, की उसकी पत्नी अब एक-दूं बदल चुकी थी. वो एक मर्द क्या, काई मर्दो से एक साथ मालिश क्या चुदाई करवाने को तैयार थी. लेकिन उसने अपनी पहले वाली शर्मीली मुस्कुराहट बिखेरते हुए कहा,
“ आक्च्युयली मुझे अकेले में भी कपड़े उतारने में शरम आती है.“
इतना बोल कर हेमा ने अपने ही हाथो से अपना चेहरा च्छूपा लिया.
ज्योति: विकास साहब, आपकी हेमा पूरी डाइमंड है. हेमा, तुमने कभी मालिश नही करवाई है, इसलिए कह रही हो. मालिश से सिर्फ़ शरीर ही हल्का नही होता है, दिल दिमाग़ सब दुरुस्त हो जाता है. एक बार हमारे यहा मालिश करा लो, तुम बार-बार यहा आओगी.
ज्योति ने इंटरकम पर बात की, और 2 बहुत ही यंग 20-22 साल की लड़कियाँ आई. ज्योति ने लोकल लॅंग्वेज में उनसे जो कहा उसका मतलब था,
“ इस औरत को ऐसा गरम करो, की सिर्फ़ अपने मालिश करने वाले के साथ ही नही, 2-3 दूसरे कस्टमर्स के साथ भी चुडवाए.“
ज्योति: ये दोनो हमारी सबसे बढ़िया मालिश मारने वाली लड़कियाँ है. हम ना आपको किसी भी तरह का ड्रिंक पीने देंगे, ना ही कोई दूसरी मेडिसिन देंगे. आप इन दोनो को अपनी छ्होटी या बड़ी बेहन समझते हुए इनसे मालिश कारवओ.
हेमा बहुत लज्जाते हुए, आँखें झुकाए हुए उन दोनो लड़कियों के साथ ज्योति के ऑफीस से दूसरी तरफ से बाहर चली गयी.
इसके आयेज की कहानी अगले पार्ट में.