ही फ्रेंड्स, मैं अरमान अपनी कहानी के दूसरे और आखरी पार्ट के साथ वापस आ गया हू. उमीद है आपको पहला पार्ट पसंद आया होगा. अगर पहला पार्ट पसंद आया है, तो ये भी पसंद आएगा. जिन लोगों ने पहला पार्ट नही पढ़ा है, वो प्लीज़ जाके पहले उसको पढ़ ले.
पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा था, की बबिता को न्यूज़ से एक कलश की चोरी का, और उस पर रखे गये इनाम का पता चलता है. फिर सब्ज़ी मंदी में उसको उस चोर का आदमी मिलता है जिसके ज़रिए वो उस चोर तक पहुँच जाती है.
उस चोर ने कल्लगिर्ल बुलाई होती है, जो शाम को आने वाली थी. लेकिन बबिता कल्लगिर्ल बन कर पहले ही चली जाती है. उस चोर को बबिता बहुत पसंद आती है. फिर बबिता कुछ पीने का बहाना करके ड्रिंक बनाने चली जाती है. अब आयेज बढ़ते है.
बबिता दारू की बॉटल निकालती है, और किचन में जाके ड्रिंक बनाने लगती है. फिर वो रमण से आँख बचा कर वो नींद की दवाई निकालती है, जो उसने केमिस्ट से ली थी. वो सारी दवाई रमण की ड्रिंक में मिला देती है, ताकि वो जल्दी से सो जाए, और बबिता कलश लेके वाहा से निकल जाए. लेकिन बबिता रमण के बारे में जानती नही थी.
रमण एक 5’11” हाइट वाला बंदा है. वो पूरा रंडी-बाज़ है, और उसका लंड 8 इंच का है. दिन रात वो नशे में डूबा रहता है, और सिर्फ़ चोरी करने के टाइम पर ही वो नशा करना बंद करता है. बबिता ने जितनी दवाई उसकी ड्रिंक में मिलाई थी, वो काफ़ी नही थी. लेकिन उसको इस बात का पता नही होता. बबिता को लगता है की उसके कपड़े उतारते हुए ही रमण सो जाएगा.
फिर बबिता ड्रिंक लेके उसके पास जाती है. वो ड्रिंक पकड़ता है, और एक ही घूँट में पी जाता है. बबिता भी ड्रिंक पी जाती है. अब वो इंतेज़ार कर रही थी, की कब रमण सो जाए. तब तक रमण उसको अपनी बाहों में भरता है, और उसको किस करने लगता है.
ये सोच कर की ये 5 मिनिट से ज़्यादा नही चलेगा, बबिता भी रमण का साथ देती है. वो पागलों की तरह बबिता के होंठ चूसने लगता है, और उसके चूतड़ दबाने लगता है. उसकी किस इतनी ज़बरदस्त थी, की बबिता गरम होने लगती है.
चूतड़ दबाते हुए रमण बबिता की ड्रेस को नीचे से उठा देता है, और पनटी के उपर से उसके चूतड़ मसालने लगता है. इससे बबिता को मस्ती चढ़नी शुरू हो जाती है. वो सोच रही होती है की अभी कुछ ही मिंटो में रमण पस्त हो जाएगा. लेकिन उसको ये नही पता होता, की ऐसा कुछ भी होने नही वाला था.
फिर रमण उसकी पूरी ड्रेस उतार कर उसको नंगा कर देता है. अब बबिता सिर्फ़ ब्रा और पनटी में उसके सामने थी. उसके खूबसूरत बदन को देख कर रमण की आँखें चमक जाती है. वो बबिता को उठा कर अपने कंधे पर रखता है, और उसको बेडरूम में ले जाता है. रूम में जाके वो बबिता को बेड पर पटक देता है.
बबिता अब तोड़ा घबराने लगती है, क्यूंकी अब तक उसके अकॉरडिंग रमण को सो जाना चाहिए था. फिर रमण अपने भी सारे कपड़े उतार देता है, और उसका लंबा मोटा लंड देख कर बबिता दर्र जाती है. उसके बाद रमण बबिता के उपर आता है, और उसकी गर्दन चूमते हुए उसकी ब्रा उतार देता है.
उसके सेक्सी बूब्स देख कर वो उन पर टूट पड़ता है, और दोनो हाथो में भर कर उसके बूब्स को मसालने लग जाता है. बबिता को दर्द होने लगता है, और वो दर्द भारी सिसकियाँ भरने लगती है. फिर रमण उसके दोनो बूब्स को एक-एक करके चूसने लगता है. वो इतनी ज़ोर से चूस्टा है, की बूब्स पर निशान पड़ने लगते है.
कुछ देर में बबिता के बूब्स सुर्ख लाल हो जाते है. फिर वो नीचे होके उसका पेट चाटने लगता है. बबिता फ़ासस चुकी थी. वो उसको माना भी नही कर सकती थी. अब रमण उसकी कक़ची तक पहुँच जाता है. वो कक़ची के उपर से उसकी छूट सूंघटा है, और कक़ची उतार कर कहता है-
रमण: वाह, आज तक मैने इतनी चिकनी और टाइट छूट किसी कल्लगिर्ल की नही देखी. नयी-नयी कल्लगिर्ल बनी हो क्या.
बबिता हा में सर हिलती है. रमण को क्या पता की आज तक बबिता की इस छूट में सिर्फ़ इएर का 4 इंच का लंड ही गया था. फिर वो कुत्टो की तरह उसकी छूट को चाटना और चूसना शुरू कर देता है. बबिता आ आ करने लगती है, और उसकी छूट में से पानी निकालने लगता है. कुछ देर चूसने के बाद रमण अपना लंड बबिता की छूट के पास लेके आता है, और उस पर रगड़ने लगता है.
बबिता भगवान से दुआ कर रही थी, की रमण को नींद आ जाए. लेकिन फिलहाल उसकी कोई दुआ कबूल नही होने वाली थी. तभी रमण ने अपना लंड उसकी छूट के मूह पर रखा, और ज़ोर का धक्का मार कर लंड अंदर घुसा दिया. रमण का आधे से ज़्यादा लंड बबिता की छूट चीरता हुआ अंदर चला गया.
बबिता ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगी, और उसको पीछे करने की कोशिश करने लगी. लेकिन उसकी कोशिश कामयाब नही हुई. रमण ने 2 और धक्के लगा कर अपना पूरा लंड बबिता की छूट में घुसा दिया. बबिता बहुत दर्द में थी. लेकिन रमण को उसकी छूट में लंड डाल कर बहुत मज़ा आ रहा था.
फिर वो तेज़ी से उसकी छूट छोड़ने लगता है. धीरे-धीरे बबिता का दर्द कम होता है, और उसको मज़ा आने लगता है. अब वो भी अपनी टांगे लपेट लेती है रमण की कमर पर, और गांद उठा कर अपनी छूट छुड़वाने लगती है. रमण फुल फोर्स में उसको छोड़ रहा था, और बबिता आ आ करके चुड रही थी.
रमण ने बबिता के बूब्स और गर्दन पर अपने दांतो के निशान डाल दिए थे. लंड और छूट के मेल से छाप-छाप की आवाज़े आ रही थी. बबिता काई बार झाड़ चुकी थी. फिर रमण भी आ आ करने लगा. बबिता उसको अंदर माल निकालने से माना करती रही. लेकिन उसने अंदर ही माल निकाल दिया.
माल निकलते ही रमण बेहोश हो गया. बबिता जल्दी से उठी, अपने कपड़े पहने, और कलश ढूँढने लगी. काफ़ी ढूँढने के बाद उसको कलश मिला. फिर वो वाहा से निकल गयी. अगले दिन बबिता ने कलश पोलीस को दिया, और उसको 50 लाख मिल गये.
तो दोस्तों कैसी लगी आपको ये कहानी. अगर पसंद आई हो, तो इसको आयेज शेर ज़रूर करे.