नमस्कार दोस्तों मेरा नाम निखिल है. मैं पंजाब से हु लेकिन मेरी फॅमिली दिल्ली में रहती है. मेरी उम्र २४ साल है और मेरा लुंड ७ इंच का है. मैंने कई लड़कियों को छोड़ा है और बहुत सी लड़कियों को चुड़ते हुए देखा है.
लेकिन आज तक की सबसे बेस्ट बेस्ट चुदाई वो है जिसको मैं कभी भूल नहीं पाटा. और वो चुदाई है मेरी बहिन की. ये बात तब की है जब मैं १२ साल का था. तो चलिए मैं बताता हु आपको अपनी बहिन की चुदाई का आँखों देखा हाल.
जैसा की मैंने बताया की बसीकली मैं पंजाब से हु. पापा की जॉब की वजह से हम लोग दिल्ली में रहते है. उन दिनों गर्मी की छुट्टिया चल रही थी. मेरी बहिन मुझसे ७ साल बड़ी है और उस वक़्त वो नयी-नयी कॉलेज में गयी थी.
छुट्टियों में मम्मी-पापा ने हम दोनों को दादा-दादी के पास गाओं में भेज दिया. गाओं में दादा-दादी का बहुत बड़ा घर था. उनके घर में दादा-दादी चाचा-चची और उनके बच्चे रहते थे.
वो लोग हमारे वह आने से बहुत खुश थे. हमारी वह काफी खातिरदारी की गयी. खाना-पीना और मौज मस्ती फुल थी वह. अब मैं अपनी बहिन के बारे में बता देता हु.
मेरी बहिन का नाम सोनम है. उसका रंग गोरा है. उस वक़्त उसका फिगर ३२″ २९″ ३४″ होगा. उसकी हाइट ५’७″ है. वो नयी-नयी कॉलेज में हुई थी और पता नहीं उसको किस बात की अकड़ थी. हर वक़्त उसका सर सातवे आसमान पे रहता था. वो मुझसे भी ढंग से बात नहीं करती थी.
सोनम ज़्यादातर जीन्स और टी-शर्ट्स पहनती थी. रात के वक़्त वो लेग्गिंग्स या पजामा पहनती थी. अगर मैं आज सोचु तो वो बहुत सेक्सी बन कर रहती थी. उसकी गांड और बूब्स की शेप को उसके कपड़ो में से पूरी तरह से देखा जा सकता था.
अब आते है कहानी के दुसरे मैं करैक्टर पर. उसका नाम है रोशन. रोशन दादा-दादी के घर का नौकर था और सारा घर वही संभालता था. वो लोग उसको अपने फॅमिली मेंबर की तरह ट्रीट करते थे.
रोशन ६ फुट लम्बा था और हत्ता-कट्टा लड़का था. उसकी उम्र २५-२६ के आस-पास थी. वो खेतो में भी काम करता था और बहुत मस्त बाँदा था.
दादा-दादी के घर में सबसे ज़्यादा मज़ा रोशन के साथ खेलने में आता था. वो हम सब बच्चो का हीरो था. लेकिन सोनम का उसके साथ बेहेवियर ठीक नहीं था.
मैं और रोशन ३-४ दिनों में ही पक्के दोस्त बन गए थे. लेकिन सोनम उसको एक नौकर की तरह ट्रीट करती थी. फिर एक दिन सोनम ने कुछ ऐसा किया जिसकी वजह से बाद में उसको रंडी बनना पड़ा.
हम लोग लूडो खेल रहे थे. तभी रोशन सब के लिए जूस लेके आया. वो किचन से आ रहा था और सोनम की पीठ किचन की तरफ थी. उसको नहीं पता था की रोशन पीछे से जूस की ट्रे लेके आ रहा था.
जैसे ही रोशन बीएड के पास आया तो सोनम ने बाल ठीक करने के लिए हाथ उठा लिया. उसका हाथ जूस की ट्रे को लग गया और ट्रे हिलने से थोड़ा जूस सोनम पर गिर गया.
ये देख कर सोनम गुस्से से पागल हो गयी. उसने बिना सोचे समझे रोशन पर थप्पड़ जड़ दिया. लेकिन रोशन ने उसको कुछ नहीं कहा और चुप-चाप वह से चला गया. हम बाकी सब बच्चो ने सोनम के थप्पड़ मारने को गलत बोलै और उसको रोशन को सॉरी बोलने को कहा.
लेकिन सोनम नहीं मानी. फिर मैं शाम को रोशन के पास गया. मैंने रोशन से माफ़ी मांगी तो रोशन बोलै-
रोशन: मेरी गलती नहीं थी यार. जो हुआ अचानक से हुआ. लेकिन ये थप्पड़ मारना सही नहीं था. अब मुझे भी कुछ करना पड़ेगा. मुझे तुम्हारी बहिन की अकड़ निकालनी है.
मैं भी सोनम के ऐसे बेहेवियर से परेशान था तो मैंने रोशन को कुछ नहीं कहा. लेकिन मुझे नहीं पता था की वो सोनम की अकड़ उसको चोद कर निकालने वाला था.
३ बाद रात में सब सो रहे थे. मैं और सोनम एक ही रूम में सोते थे. कोई १२ बजे का टाइम था की तभी हमारे दरवाज़े के खुलने की आवाज़ आयी. मुझे नींद नहीं आ रही थी तो मुझे आवाज़ सुन गयी.
मैंने देखा की रोशन अंदर आ रहा था चुपके से. मुझे लगा की सोनम से अपना बदला लेने आया होगा. मुझे भी सोनम का बेहेवियर ाचा नहीं लगता था तो मैं भी उसको पनिशमेंट मिलते हुए देखना चाहता था.
इसलिए मैंने जागते हुए भी सोने का नाटक किया. रूम में २ बीएड थे. एक पर मैं था और दुसरे पर सोनम थी. सोनम ने ब्लू लेग्गिंग्स के साथ वाइट टी-शर्ट पहनी हुई थी.
फिर रोशन सीधा सोनम के बीएड की तरफ गया. वो सोनम के पास गया और उसकी जांघो पर हाथ फेरने लगा. फिर वो नीचे हुआ और उसने सोनम की जांघो पर किश किया.
सोनम गहरी नींद में थी और कोई रिएक्शन नहीं दे रही थी. फिर रोशन किश करते-करते ऊपर गया और उसकी कमर और बूब्स को चूमने लगा. इससे सोनम थोड़ी उनकंफर्टबले हो गयी और वो सीढ़ी लेट गयी.
इससे तो रोशन का काम और आसान हो गया. वो सोनम के ऊपर आ गया और उसके गालो को चूमने लग गया. तभी सोनम की आँखें खुल गयी. फिर इससे पहले की वो कुछ बोल पाती रोशन ने अपने होंठ सोनम के होंठो से मिला दिए.
सोनम रोशन से छूटने की कोशिश कर रही थी लेकिन वो हिल भी नहीं पा रही थी. रोशन कुछ देर ऐसे ही सोनम के होंठ चूसता रहा. जब उसने सोनम के होंठ छोड़े तो वो बोली-
सोनम: हरामज़ादे तेरी हिम्मत कैसे हुई ऐसा करने की.
रोशन: तुम्हारी अकड़ तो अभी भी काम नहीं हुई.
सोनम: मैं चिल्लाऊंगी.
रोशन: चिल्ला ज़ोर से चिल्ला. मैं बोलूंगा तूने ही मुझे यहाँ बुलाया है और जब मैंने कुछ करने से मन किया तो तू चिल्लाने लगी.
इससे सोनम थोड़ा डर गयी और बोली-
सोनम: तू मरेगा देखना.
रोशन: लेकिन उससे पहले तुम्हारी अकड़ ज़रूर तोडूंगा.
ये बोल कर रोशन ने सोनम के दोनों हाथ ऊपर करके अपने एक हाथ से पकड़ लिए. वो अपने दुसरे हाथ से सोनम के बूब्स सहलाने लगा.
फिर उसने सोनम की टी-शर्ट ऊपर की और ब्रा नीचे करके एक बूब निकाल लिया. सोनम का निप्पल काफी मोटा था. फिर रोशन सोनम के निप्पल्स चूसने लगा. इससे सोनम और तड़पने लग गयी.
फिर रोशन अपना एक हाथ नीचे लेके गया और सोनम की छूट पर रगड़ने लग गया. सोनम अब आहें भर रही थी. रोशन ने सोनम की लेग्गिंग्स उतारने की कोशिश की लेकिन वो टाइट थी.
इस वजह से रोशन छूट वाली जगह से उसकी लेग्गिंग्स फाड़ दी. फिर रोशन अपनी उँगलियों को ज़ोर-ज़ोर से सोनम की छूट से रगड़ने लगा. कुछ ही मिंटो में रोशन का हाथ गीला हो गया.
फिर रोशन ने अपना पजामा नीचे किया और उसका बड़ा सा लुंड कूद कर बाहर आ गया. उसने अपना लुंड सोनम की छूट पर रखा और सोनम बोली-
सोनम: नहीं प्लीज ी ऍम सॉरी रोशन.
रोशन: अब सॉरी बोलने का फ़ायदा नहीं है.
ये बोल कर रोशन ने एक ज़ोर का धक्का मारा. उसने सोनम के मुँह पर पहले ही हाथ रख लिया था ताकि उसकी चीख डब्ब जाये. अब रोशन अपना लुंड मेरी बहिन की छूट के अंदर बाहर कर रहा था. ये देख कर मेरा भी लुंड टाइट हो गया था.
कुछ ही मिंटो में रोशन ने सोनम के मुँह से हाथ हटा दिया और उसके होंठ चूसने लगा. सोनम की आँखों में आंसू थे. फिर रोशन ने बोलै-
रोशन: ये मेरा थप्पड़ है. आज के बाद जितने दिन तू यहाँ रहेगी मैं तुझे रोज़ छोडूंगा. मुझे बस तेरी अकड़ तोड़नी थी.
ये कह कर उसने धक्के तेज़ कर दिए. कुछ मिंटो में सोनम भी रोशन का साथ देने लग गयी. उनकी ये चुदाई १५ मिनट चली. फिर रोशन आठ अहह करने लगा और सोनम बोली-
सोनम: नहीं अंदर नहीं आठ.
रोशन: अब तो ये अंदर ही जायेगा.
और उसने अपना माल मेरी बहिन की छूट में निकाल दिया. उस दिन के बाद से पूरे एक महीने तक रोशन ने मेरी बहिन को हर रात छोड़ा. अब सोनम भी किसी कुटिया की तरह रोशन से छोड़ने लगी थी.
दोस्तों कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो तो इसको लिखे और कमेंट ज़रूर करना.