हेलो फ्रेंड्स, कैसे हो आप सब? उमीद है सब कुशल मंगल हो. जैसे आप सब दोस्तों को पता है की हम पैड कपल है. लेकिन इस दीवाली पर हमने कुछ नया करने का सोचा. मेरी वाइफ दिशा बहुत हॉट है. दिशा बहुत से क्लाइंट्स से मिल चुकी है, लेकिन इस बार दीवाली पर हमने कुछ नया करने का सोचा. तो दोस्तों स्टोरी शुरू करते है.
हमने एक नया नौकर काम पर रखा था. उसको सिर्फ़ दो मंत ही हुए थे हमारे घर में काम करते हुए. उसका नाम था इक़बाल. दीवाली पास आ रही थी. मैने दिशा से पूछा की इस दीवाली पर क्या प्लान करे? दिशा ने बोला कुछ नया ट्राइ करते है.
मैने काफ़ी क्लाइंट्स से कॉंटॅक्ट किया. सब बिज़ी थे. इक़बाल देल्ही का रहना वाला था. मेरे दिमाग़ में ख़याल आया क्यूँ ना इस बार घर के नौकर के साथ एंजाय करे. लेकिन मैने अपना आइडिया दिशा को नही बताया. दीवाली का दिन आया. दिशा और इक़बाल घर की सजावट में लगे हुए थे. दिशा पूरा दिन नाइट सूट में थी. शाम को मैने दिशा से बोला-
मैं: आज हॉट ड्रेस पहन लेना. तुम्हारे लिए सर्प्राइज़ है.
इक़बाल हमारे घर के सर्वेंट रूम में रहता था. दीवाली की शाम मैने और इक़बाल ने साथ में दीवाली सेलेब्रेट की. मैने इक़बाल से बोला-
मैं: चलो आब तोड़ा कार्ड्स खेलते है, और कुछ ड्रिंक करते है.
मैने दिशा को आवाज़ लगाई, की हमे कार्ड्स और दारू ला कर दो. दिशा बहुत मस्त लग रही थी. उसने टाइट सूट और स्किन कलर की पाजामी पहन रखी थी. इक़बाल मेरी साइड में खड़ा था. मैने इक़बाल को इशारा किया की तुम सोफा पर बैठ जाओ. इक़बाल चुप-छाप बैठ गया. फिर दिशा कार्ड्स और दारू की बॉटल लेकर आई. मैने दिशा से बोला-
मैं: चलो मेरे लिए और इक़बाल के लिए पेग बनाओ.
दिशा ने हमे पेग बना कर दिया, और हमारे साथ बैठ गयी. मैने और इक़बाल ने बातें करते-करते हाफ बॉटल ख़तम कर दी.
फिर मैने इक़बाल को बोला: चल आज गॅंबलिंग खेलते है.
इक़बाल बोला: साहब मेरे पास तो कुछ भी नही है.
मैने इक़बाल से बोला: कोई बात नही, मैं तुम्हे 6 मंत्स सॅलरी अड्वान्स देता हू.
इक़बाल डरते हुए बोला: साहब मेरे 4 बच्चे है. अगर मैं हार गया तो उनका क्या होगा? वो क्या खाएँगे?
मैने बोला: तुम टेन्षन क्यूँ ले रहे हो? मैं हू तुम्हारे साथ.
दिशा ने मेरी तरफ गुस्से से देखा और बोली: आप इक़बाल को क्यूँ फोर्स कर रहे हो?
मैने बोला: तुम हमारे बीच मत बोलो दिशा. अंदर जाओ और लॉकर से पैसे ला कर इक़बाल को दो.
इक़बाल फुल नशे में था. उसने जोश में दिशा से बोला-
इक़बाल: भाभी आप जाओ, और पैसे ला कर दो.
दिशा अंदर चली गयी पैसे लेने. तो इक़बाल मेरे से बोला-
इक़बाल: साहब अगर आप सारे पैसे हार गये?
तो मैने बोला: मेरे पास बहुत कुछ है दाव पर लगाने को.
फिर दिशा ने पैसे ला कर इक़बाल को दिए, और कार्ड्स दिए हमे. मैं स्टार्टिंग में ही हार गया. मैने दूसरे रौंद में सब कॅश लगा दिया.
इक़बाल बोला: अगर सब हार गये तो?
मैने दिशा की और इशारा किया और बोला: अभी ये बाकी है मेरे पास.
दिशा मेरी बात सुनते ही समझ गयी की मेरे क्या प्लान था. उसने मुझे स्माइल दी. फिर नेक्स्ट रौंद भी इक़बाल जीत गया.
मैने इक़बाल से बोला: ये लास्ट रौंद है. इस बार तुम्हारी मालकिन दाव पर है.
इक़बाल ने दिशा को देखा और बोला: साहब क्या मालकिन राज़ी है? अगर मैं जीटा तो फिर मालकिन आज रात के लिए मेरी?
मैने बोला: मंज़ूर.
फिर मैने दिशा को अपने पास बुलाया और धीरे से बोला: ये इक़बाल ही तुम्हारा सर्प्राइज़ है. दिशा ने तोड़ा गुस्सा किया और बोली: ये हमारा नौकर है.
मैने बोला: तो क्या हुआ? नौकर से पहले ये एक मर्द भी तो है.
दिशा बोली: ठीक है, लेकिन तुम फिर हमारे साथ मत आना, अगर इस बार भी हार गये तो. मैं जेया रही हू चेंज करने. अगर हार गये तो इक़बाल को भेज देना बेडरूम में.
मैने बोला: जाओ तुम तैयार रहो, इक़बाल ज़रूर आएगा.
फिर दिशा चली गयी. इस बार भी मैने जान-बूझ कर इक़बाल को जीता दिया. इक़बाल खुशी से झूमने लगा और बोला-
इक़बाल: बहुत टाइम हो गया है मुझे किसी औरत को छोड़े हुए. मैने और इक़बाल ने दो-दो पेग और लगाए.
फिर मैने इक़बाल से बोला: आज रात के लिए तुम्हारी मालकिन तुम्हारी हुई, जितना दिल करे उतना छोड़ो.
इक़बाल हमारे बेडरूम की तरफ चला गया, और डोर लॉक कर लिया. मैं बिना देर किए विंडो के पास जेया कर बैठ गया. दिशा बेड पर लेती हुई थी. इक़बाल सोफा पर बैठ गया. इक़बाल की हिम्मत नही हो रही थी की वो दिशा से कुछ बोले. मैं समझ गया की मुझे ही कुछ करना होगा.
मैने दिशा को कॉल लगाया. वो सो रही थी. दिशा ने कॉल उठाई और बोली-
दिशा: क्या है?
मैने दिशा को बाहर बुलाया. दिशा की नज़र जैसे ही इक़बाल पर पड़ी, तो इक़बाल एक-दूं से बाहर आ गया, और हॉल में चला गया. फिर दिशा मेरे पास आई, और बोली-
दिशा: क्या यार, ये तो फटतू निकला.
मैने दिशा से बोला: फटतू नही है. तुम्हारे से घबरा रहा है. अगर तुम पहल करो तो ये ज़रूर तुम्हे मज़ा देगा. तुम सिर्फ़ ब्रा और पनटी में रहो. मैं उसको अंदर भेजता हू. उसके आने का इंतेज़ार करो.
मैं हाल में गया, और इक़बाल से पूछा: क्या हुआ, तुम बाहर क्यूँ आ गये?
इक़बाल बोला: साहब, मैं कहा मालकिन कहा.
मैं बोला: इक़बाल भूल जाओ की तुम हमारे नौकर हो. तुम दिशा को जीते हो आज रात के लिए. जाओ और अपने दिल की करो. मर्द बनो.
मैने इक़बाल को थोड़ी दारू और पीला दी. तभी दिशा भी आ गयी. इक़बाल दिशा को देख कर डांग रह गया.
दिशा मुझे बोली: आप जाओ आराम करो.
मैं समझ गया की अब दिशा खुद हॅंडल कर लेगी. मैं च्छूप कर देखने और सुनने लगा. दिशा ने दो पेग बनाए काफ़ी हार्ड वाले. एक खुद पीने लगी, और दूसरा इक़बाल को दिया.
दिशा इक़बाल से बोली: साहब के साथ तो दीवाली माना ली. क्या मेरे साथ नही दीवाली सेलेब्रेट करोगे?
इक़बाल ने दिशा की और देखा, और शर्मा गया.
फिर वो बोला: मालकिन साहब आज आपको हार गये.
तो दिशा ने इक़बाल के लंड को छूटे हुए बोला: तो फिर क्या इरादा है अब तुम्हारा?
कुछ ही सेकेंड्स में इक़बाल की पंत तंबू बन गयी. इस बार इक़बाल ने खुद दारू का पेग बनाया, और एक ही झटके में गतक गया. फिर उसने दिशा को उपर से नीचे तक देखा. दिशा ने उसका हाथ पकड़ा और बोली-
दिशा: चलो अंदर चलते है.
जैसे ही दिशा खड़ी हुई, इक़बाल दिशा के उपर टूट पड़ा.
दिशा बोली: चलो बेडरूम में चलते है.
लेकिन इक़बाल ने दिशा को सोफा पर ही लिटा दिया और बोला: साली रॅंड, आज तुझे बताता हू की चुदाई कैसे होती है. तेरा पति तो हरामी है. अगर वो तुझे आचे से छोड़ लेता तो आज तू मेरे नीचे ना होती.
इक़बाल फुल जोश में लगा हुआ था. दिशा इक़बाल का लंड मसल रही थी. कुछ देर के बाद इक़बाल उठा और फुल नंगा हो गया. दिशा उसका लंड देखते ही बोली-
दिशा: बहुत मोटा और लंबा है. आराम से पेश आना.
इक़बाल बोला: तू रुक ज़रा साली रॅंड. आज तुझे अपनी रखैल बना कर छोड़ूँगा.
फिर दिशा ने बिना देर किए उसका लंड मूह में लिया, और चूसने लगी. कुछ देर के बाद दिशा ने इक़बाल से बोला-
दिशा: चलो अंदर बेड पर चलते है.
तो इक़बाल बोला: रंडी को अंदर नही खुले में छोड़ा जाता है.
इक़बाल ने दिशा को उठाया, और बोला: चल मेरी रॅंड, कुटिया बन जा.
जैसे ही दिशा पोज़िशन में हुई, उसने दिशा की गांद पर ज़ोर-ज़ोर से थप्पड़ लगा दिए, और लंड को छूट पर सेट किया. फिर एक ज़ोरदार शॉट मारा, और पूरा लंड छूट के अंदर उतार दिया. दिशा की चीख निकल गयी. इक़बाल बहुत ताक़त से चुदाई कर रहा था. लगभग डूस मिनिट बाद दिशा ने उसका लंड बाहर निकाल दिया. इक़बाल को बहुत गुस्सा आया.
उसने दिशा से बोला: साली रॅंड, बाहर क्यूँ निकाला लंड.
दिशा बोली: तुम जानवर हो क्या? ऐसे कों चुदाई करता है? बहुत दर्द हो रहा है मुझे.
इक़बाल बोला: तेरे जैसी रॅंड को ऐसे ही चोदा जाता है. अभी तो शुरू किया है मैने छोड़ना. देख आज तेरी क्या हालत करता हू. तू साली रुक, चल नीचे लेट, और टाँगे फैला. ऐसे तो तू फिर निकाल देगी.
दिशा ने हेस्ट हुए बोला: कुछ देर पहले तो तू बिल्कुल शरीफ बना हुआ था.
इक़बाल ने दिशा को बालों से पकड़ा और बोला: चल साली टांगे फैला.
दिशा ने टांगे फैला दी और बोली: ज़रा रहम करना.
इक़बाल ने लंड छूट में डालते हुए बोला: ये तो तुझे सुबह पता चलेगा जब तू चलेगी टाँगे फैला कर.
इक़बाल ने फिर ताबड़तोड़ चुदाई शुरू कर दी. दिशा ने 5 बार पानी छ्चोढ़ दिया, लेकिन इक़बाल रुकने का नाम नही ले रहा था.
दिशा दर्द से तड़प्ते हुए बोली: प्लीज़ तोड़ा साँस लेने दो इक़बाल.
लेकिन इक़बाल ने चुदाई करते हुए बोला: तू मॅर नही जाएगी, बस मुझे खुश करने पर ध्यान दे.
दिशा बस आह आह आहह कर रही थी. काफ़ी लंबी चुदाई के बाद इक़बाल ने कस्स-कस्स के 5 से 7 शॉट मारे और अपना वीर्या दिशा की छूट में छ्चोढ़ दिया.
दिशा ने हानफते हुए बोला: तुम्हारा वीर्या बहुत गरम है.
इक़बाल ने पूरा लंड खाली होने के बाद लंड छूट से बाहर निकाला और बोला-
इक़बाल: कपड़े मत पहन लेना. मुझे एक बार और तुझे छोड़ना है.
दिशा धीमी आवाज़ में बोली: तोड़ा आराम कर लेने दो, फिर कर लेना.
लेकिन इक़बाल नही माना. उसने 15 मिनिट के बाद फिर छूट छोड़नी शुरू कर दी. इस बार चुदाई काफ़ी लंबी चली. लेकिन सुबह दिशा को सहारा देकर बेडरूम में लेकर गया.
फिर दिशा मुझे बोली: इसकी चुदाई मैं कभी नही भूल सकती.
तो दोस्तों कैसी लगी स्टोरी, मैल पर अपनी फीडबॅक ज़रूर बताना. हमारी मैल ईद है-