ही दोस्तो, मेरा नाम अनुज है. मैं बठिंडा का रहने वाला हू. मेरी उमर 24 साल है, और हाइट 5’8″ है. मेरा लंड 7 इंच का है. मैं देल्ही यूनिवर्सिटी में पढ़ा हू, और अभी-अभी बठिंडा वापस आके जॉब जाय्न की है.
ये जो कहानी है, ये मेरी और मेरी पहली गर्लफ्रेंड कश्मीरा की है. तो चलिए कहानी शुरू करते है.
मैं 19 साल की उमर में देल्ही यूनिवर्सिटी पढ़ने के लिए गया था. दो महीने हो गये थे, और मेरा पूरा ध्यान मेरी पढ़ाई पर था. तभी एक दिन मेरी नज़र कश्मीरा पर पड़ी. उसने जीन्स और त-शर्ट डाली हुई थी.
मुझे उसको देखते ही कुछ-कुछ होने लग गया. क्या बात थी उसमे. गोरा रंग था उसका और 33″27″36″ का फिगर था. चेहरा उसका बहुत भोला था, और 5’5″ की हाइट थी. उसका चेहरा इतना खूबसूरत था, की बंदा किस ही करता रहे.
फिर मैं उसके आयेज-पीछे रहने लगा. कुछ दीनो में उसने भी मुझे नोटीस कर लिया. वो मेरी तरफ देखती थी, लेकिन कोई रेस्पॉन्स नही देती थी. मुझे लग रहा था, की शायद वो शर्मा रही होगी. फिर एक दिन मैं हिम्मत करके उसके पास गया, और उसको बोला-
मैं: ही कश्मीरा.
कश्मीरा: ही….? मुझे आपका नाम नही पता.
मैं: मी नामे इस अनुज.
कश्मीरा: हंजी अनुज, बोलिए.
मैं: कश्मीरा आप मुझे बहुत अची लगती हो.
कश्मीरा: लेकिन हम तो आज पहली बार बात कर रहे है.
मैं: लेकिन मॅन में तो मैं आपसे बहुत बार बाते कर चुका हू.
ये सुन कर वो हासणे लग गयी. मैं उसको हस्ता देख कर खुश हो गया, और मुझे लगा मेरा काम बन जाएगा. फिर मैने बोला-
मैं: कश्मीरा मुझे अपना नंबर डेडॉ. यहा कॉलेज में बात करना ठीक नही रहेगा. ई’ल्ल Wहत्साप्प योउ.
कश्मीरा: ओक.
फिर उसने मुझे नंबर दिया, और हम बाते करने लगे. कुछ दिन की बातो से वो मुझसे काफ़ी इंप्रेस हो गयी. फिर एक दिन मैने उसको प्रपोज़ कर दिया. उसने भी मुझे हा बोल दी.
उस दिन के बाद हम दोनो खुल कर बाते करने लगे. अब मैं उसके साथ सेक्सी बाते करने लगा था. वो भी मुझे पूरा रेस्पॉन्स दे रही थी. फिर एक दिन मैने उसको उसकी सेक्सी पिक भेजने को बोला.
पहले तो वो नही मानी, लेकिन फिर उसने ब्रा में अपनी कुछ पिक्स भेजी. मैं तो उसकी पिक्स देख कर पागल ही हो गया. पता नही कितनी बार मैने उसकी पिक्स देख कर मूठ मारी होगी. फिर मैने उसको बिना ब्रा के पिक्स भेजने की रिक्वेस्ट की.
थोड़ी देर रिक्वेस्ट करने के बार उसने वो पिक्स भी भेज दी. एक दिन उसने मुझसे पूछा-
कश्मीरा: अनुज, तुम सच में मुझे प्यार करते हो ना?
मैं: हा बिल्कुल. मैं तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकता हू.
दोस्तो मेरा पहला-पहला रिलेशन्षिप था. तो मैने एमोशन्स में आके उसको बहुत सारे प्रॉमिसस कर दिए. लेकिन बंद अभी बजने वाली थी. एक दिन मैने उसको मिलने के लिए होटेल में बुलाया. वो भी मान गयी.
मेरा उसको छोड़ने का प्लान था, लेकिन उसको इस बात का आइडिया नही था. मैं सोच रहा था, की जब इतनी सेक्सी बाते हो ही गयी थी, तो उसको कोई प्राब्लम नही होनी चाहिए थे. फिर शाम को मैं होटेल चला गया.
होटेल के बाहर आके उसने मुझे रूम नंबर पूछा. मैं उसको रूम नंबर बताया, और वो 5 मिनिट में मेरे रूम के बाहर आके खड़ी हो गयी. जैसे ही उसने दरवाज़ा नॉक किया, मैने झट से दरवाज़ा खोला.
ऑम्ग! क्या कमाल की लग रही थी वो. उसने रेड कलर की शॉर्ट स्कर्ट पहनी हुई थी. ड्रेस के पीछे एक ज़िप थी, जो पीठ से स्टार्ट होके गांद तक थी. उसकी लेग्स कमाल की लग रही थी. उपर से उसकी क्लीवेज कहर ढा रही थी. मेरा तो दिल कर रहा था, की मैं उसको खा जौ.
फिर मैने उसका हाथ पकड़ा, और उसको रूम के अंदर ले आया. हम दोनो बेड पर बैठे, और हमने बाते शुरू की. फिर मैने खाना ऑर्डर किया. खाना खाने के बाद मैं उसके पास आके बैठ गया.
मैने उसके चेहरे पर आए हुए बालो को साइड किया, और उसको किस करने के लिए आयेज बढ़ा. उसने भी कोई हेसिटेशन नही दिखाई. फिर मैने अपने होंठ उसके होंठो से चिपका दिए. अब हमारी किस स्टार्ट हो चुकी थी.
दोस्तो किस का एहसास इतना शानदार था, की मैं बता नही सकता. हम लोग लगभग 5 मिनिट किस करते रहे. फिर मैने उसके गालो और गर्दन पर किस की. उसके बाद मैने उसके बूब्स पर हाथ डाला.
उसके बूब्स बड़े ही मुलायम थे. मैं ज़ोर-ज़ोर से उसके बूब्स दबाने लगा, और वो कामुक आहें भरने लगी. फिर हम दोनो खड़े हो गये. मैने उसको दूसरी तरफ घुमाया, और पीछे से उसको हग कर लिया.
थोड़ी देर मैने उसके बूब्स दबाए, और उसकी गांद पर अपना लंड रगड़ता रहा. फिर मैं उसकी कमर से होते हुए अपने हाथ नीचे लेके जाने लगा. जैसे ही मैं उसकी छूट पर पहुँचने वाला था, तो उसने मेरा हाथ रोक दिया.
वो अचानक से मुझसे डोर हो गयी. मैं ये देख कर हैरान हो गया. फिर मैने उससे पूछा-
मैं: क्या हुआ कश्मीरा?
कश्मीरा: हम ये नही कर सकता अनुज.
मैं: क्यू तुम मुझसे प्यार नही करती?
कश्मीरा: बहुत करती हू, लेकिन ये पासिबल नही है.
मैं: जब प्यार करती हो, तो ये पासिबल क्यू नही है?
कश्मीरा: ये मॅट पूछो अनुज.
ये बोल कर वो जाने लगी. तभी मैने उसका हाथ पकड़ा, और उसको अपनी तरफ खींच लिया. फिर मैं उसको बोला-
मैं: तुम ऐसे नही जेया सकती कश्मीरा. तुम्हे मेरी बात का जवाब देना होगा.
कश्मीरा: तुम मुझे ऐसे फोर्स नही कर सकते अनुज.
मैं: मैं बिल्कुल कर सकता हू कश्मीरा.
ये कह कर मैने उसकी ड्रेस की ज़िप खोली, और ज़बरदस्ती उसको उतार दिया. अब वो सिर्फ़ ब्रा और पनटी में थी. मैं उसके सेक्सी बदन को देख कर पागल हो गया. फिर मैने उसको बेड पर धक्का दिया, और उसके उपर आ गया.
मैं उसको किस करने लगा, लेकिन वो मुझे पीछे हटाने की कोशिश करने लगी. फिर जैसे ही मैने उसकी पनटी में हाथ डाला, तो मेरे हाथ-पैर ठंडे हो गये. उसकी पनटी में छूट नही, बल्कि लंड था. मैं उसी वक़्त उस पर से साइड हो गया. वो मेरी तरफ देखते हुए बोली-
कश्मीरा: यही वो रीज़न है जिसकी वजह से मैं माना कर रही थी. मैं तुमसे प्यार करती हू, और तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकती हू. लेकिन इस वजह से मैं तुमसे डोर नही हो सकती.
मैं तो बस उसको देख रहा था. मुझे समझ नही आ रहा था, की मैं कैसे रिक्ट करू. एक तरफ मुझे उसका बाकी जिस्म दिख रहा था, जिसको मैं खाना चाहता था, और दूसरी तरफ था उसका वो 4 इंच का लंड. फिर वो मेरे पास आई और बोली-
कश्मीरा: अनुज छूट नही हुई तो क्या हुआ? मेरी गांद तो है.
ये बोल कर वो मेरे सामने घूम गयी. उसकी प्यारी और सेक्सी गांद देख कर मेरा मॅन मचल गया. अब मुझे उसके साथ सेक्स करना था, फिर चाहे जो भी करना पड़े.
फिर मैने उसको उल्टा लिटाया, और उसकी गांद चाटने लगा. वो आहह अहः करना लगी. उसके बाद मैने अपने सारे कपड़े उतार दिए. फिर हम 69 पोज़िशन में आ गये. वो मेरा लंड चूसने लगी. मुझे इतना मज़ा आ रहा था, की मैने भी उसका लंड चूसना शुरू कर दिया.
वो भी अब पुर मज़े में थी. कुछ देर हमने एक-दूसरे का लंड चूसा. फिर हम उठे, और मैने उसको घोड़ी बना लिया. अब उसकी मस्तानी गांद मेरे सामने थी. मैने उसकी गांद पर थूका, और उस पर लंड सेट किया.
फिर मैने ज़ोर का धक्का मारा, लेकिन लंड अंदर नही गया. उसकी गांद बहुत टाइट थी. फिर मैने पहले एक उंगली उसकी गांद में डाली, और फिर दूसरी उंगली डाली. जब उसका छेड़ तोड़ा खुल गया, तो मैने फिरसे लंड सेट किया.
मैने उसके चूतड़ पकड़े, और ज़ोर का धक्का दिया. इस बार मेरे लंड का टोपा उसकी गांद के अंदर चला गया. उसकी ज़ोर की चीख निकली, और मुझे भी दर्द हुआ. फिर मैं प्रेशर डालता गया, और धीरे-धीरे मेरा पूरा लंड उसकी गांद में समा गया.
फिर मैने लंड अंदर-बाहर करना शुरू किया. मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. उसको कुछ देर दर्द हुआ, लेकिन फिर उसको भी मज़ा आने लगा. मैने आयेज होके उसके बूब्स भी दबाए. फिर मैने उसका लंड भी पकड़ कर हिलना शुरू कर दिया.
अब मैं उसकी गांद मारने के साथ-साथ उसका लंड भी हिला रहा था. 15 मिनिट मैं उसको ऐसे ही छोड़ता रहा. फिर मैने अपना माल उसकी गांद में ही निकाल दिया. उसके लंड ने भी माल छोढ़ दिया. अब हम दोनो साथ में लेते हुए थे. तभी वो मुझसे बोली-
कश्मीरा: अनुज.
मैं: हा.
कश्मीरा: मुझे भी तुम्हे छोड़ना है.
मैं: मतलब?
कश्मीरा: जैसे तुमने मेरी गांद मारी है, वैसे ही मुझे भी….
ये सुन कर मैं सोच में पद गया. फिर मैने सोचा, की ज़्यादा से ज़्यादा हो भी क्या जाएगा. ये सोच कर मैं उल्टा लेट गया, और बोला-
मैं: तुम्हे जो करना है कर लो.
फिर उसने पहले मेरी गांद छाती, और फिर अपना लंड मेरी गांद में घुसा दिया. शुरू में मुझे तोड़ा दर्द हुआ, लेकिन फिर मुझे भी मज़ा आने लगा. फिर थोड़ी देर में उसका भी माल निकल गया.
उसके बाद से हमने बहुत सेक्स किया. 2 साल तक मैने उसका पूरा मज़ा लिया. फिर मुझे कोई और लड़की मिल गयी, तो मैने उसके साथ ब्रेकप कर लिया.
थे एंड.