हेलो फ्रेंड्स मे राकेश, सॉरी ये स्टोरी का नेक्स्ट पार्ट पब्लिश होने मे तोड़ा टाइम लग गया.
सो लास्ट पार्ट मे अपने जाना की मनीषा की केसे मैने गांद मारी आंड वो स्कूल मे छूटी लेके मेरे साथ छोडई करवाती.
इस पार्ट मे जानेगे की केसे मैने मनीषा आंटी की दो सहेलियो को छोड़ा.
अब आयेज..
मनीषा आंटी की स्कूल मे बहोट चूतिया होने लगी थी आंड मे कई बार उन्हे पिकप करने के लिए जाता था.
मनीषा के स्कूल मे कम करने वाली दूसरी औरतो को उसपे तोड़ा शक होने लगा था.
उसमे से एक ने हमे एक बार बाहर जाते देख लिया था. उसका नाम तेज़ल है.
तेज़ल एक 42 यियर्ज़ की मॅरीड आंटी है. जिसके दो बाकछे है आंड पति एक मंक कंपनी मे जॉब करते थे.
तेज़ल ने बहोट बार मनीषा से मेरे बारे पे पूछा की ये लड़का कों है लेकिन मनीषा ने रिलेटिव्स है ऐसा बोल दिया. ऐसेही 2-3 महीने बीत गये. मेरे आंड मनीषा की छोडई कमाल की चल रही थी. एक दिन मुझे तेज़ल की फ्ब पे फ्रेंड रिक्वेस्ट आई तो मैने मनीषा को बताके असेप्ट कर ली.
अब तेज़ल मुजसे फ्ब पे छत करने लगी आंड उसे मुझे मनीषा के बारे मे पूछा तो मैने बता दिया की मेरी दोस्त के मों है. तो उसे और ज्यदा शक हो गया. अब वो मेरे साथ थोड़ी फ्रेंड्ली बाते करने लगी. जब मे स्कूल मे मनीषा को मिलने जाता तो तेज़ल भी मुझे स्माइल देती. ये सब बाते मे मनीषा के साथ शेर करता था.
एक रत तेज़ल का म्स्ग आया
तेज़ल- ही
मे- हिी
तेज़ल- केसे हो, स्कूल आते हो तो मुझे मिलते भी नही सिर्फ़ मनीषा से मिलके या फिर उसे लेके चले जाते हो. कभी मुझे भी मिल लिया करो.
मे- क्यू नही ज़रूर अपएभी मिलने आया करूँगा.
ऐसे ही हमारी बाते होने लगी.
अब वो तोड़ा ओपन्ली बाते कने लगी थी. जैसे की उसकी पर्सनल लाइफ के बारे मे. उसकी बतो से सॉफ पता चल रहा था की वो सेक्स की प्यासी है.
जब ये मैने मनीषा को बताया तो वो बोली की
मनीषा- देख टुजे तेज़ल आक्ची लगती है तो मे उसे बात करती हू.
2 दिन बाद मनीषा नेवमूज़े अपने घर बुलाया.
मे जब घर पोोचा तो घर मे मनीषा अकेली थी सो मे उसके उपर जपद पड़ा.. उसको किस करने लगा. उसका ड्रेस निकल के उसके आस दबाने लगा. उसको बेडरूम मे ले जाके मेरा लंड चूसने को कहा.
मनीषा – ठीक है लेकिन एक शरत पर.
मे – मुझे सब कुछ मंजूर है मेरी डार्लिंग.
मनीषा- टुजे आख बंद करनी होगी.
मे- इतनी सी बात, लो कर ली.
मैने आख बंद करली. वो एक एक करके मेरे कपड़े निकल रही थी. फाइनली उसने मेरी पंत उतरी आंड लंड हाथ मे लिया.
लेकिन वो टच मुझे तोड़ा अलग रहा था लेकिन मैने ध्यान नही दिया.
वो मेरे बॉल के साथ खेल रही थी आंड लंड मूह मे लेके चूस रही थी.
मे- सस्स्स्स्शह ऊओह फक मनीषा
वो बहोट ज़ोर से चूस रही थी.. थोड़ी देर मे मेरा निकालने वाला था. ऊहह ईईएसस्सस्स मनीषा मेरा निकले वाला है सस्स्शह.
उसने लंड मूह मे लॉक कर लिया आंड मैने पूरा रस उसके मूह मे छोड़ दिया. आंड मैने आखे खोलोली.
जब अख खुली तो देखा की मनीषा तो सामने बेड पे नगी ब्रेत खार हास रही थी. मैने जब नीचे देखा तो तोड़ा शॉक लगा क्यू की तेज़ल नीचे मेरा लंड मूह मे लेके चूस रही थी. मेरे लंड का रस्स छत रही थी.
मनीषा- अरे दर मत ये भी मेरी जैसे ही प्यासी है. तेरे साथ सेक्स करना चाहती है.
तेज़ल- एस बहोट दीनो से मेरी छूट प्यासी है. मेरे पति मेरे साथ सेक्स नही कर पाते.
मनीषा- सो आज तू हमे दोनो को भी शांत करेगा.
मुझे तो जैसे जन्नत दिख रही थी एक साथ दो दो छूट आंड गांद!
मे तेज़ल को लेके बर्थ रूम मे गया. मैने वाहा पिशब किया आंड तेज़ल को मेरा लंड सॉफ करने बोला.
अब तक तेज़ल फुल ड्रेस मे थी सो मैने उसे वही पे नगा किया. जब मैने उसकी छूट देखी तो उसपे बहोट बाल थे.
मैने उसकी छूट पे हाथ रखा तो उसे एक करेंट लगा. उसकी छूट बहोट गरम थी.
मैने उसे टाय्लेट सीट पर भेत्ने बोला आंड मे उसकी चोट को पानी से साथ करने लगा. इसे वो बहोट एक्षसित हो रही थी. उसके निपल टाइट हो रहे थे. वो मेरे बलोमे हाथ फेर रही थी.
छूट सॉफ करके मैने उसे बाहर भेजा आंड बेड पे लेटने बोला आंड मनीषा को बातरूम मे बुलाया.
मनीषा – आज किसिके तो मज़े है. दो छूट जो मिलने वाली है. नई छूट के चक्कर मे मुझे भूल मत जाना
मे – किस करते हुवे. अरे मेरे इतेआं तू तो मेरी जान है टुजे केसे भूल जौ.
अब हम दोनो भी बाहर आगाए.
तेज़ल हमे देख रही थी. मैने मनीषा को तेज़ल के बगल लेटने बोल दिया.
वो दोनो ऐसे लेती थी की उनके छूट बेड के किनारे हो.
मैने तेज़ल का हाथ हाथ मे लेके मनीषा के छूट पे रखा आंड बोला.
मे- देखो तेज़ल मुझे ऐसे क्लीन छूट आक्ची लगती है.
तेज़ल – ठीक है टेक्स्ट टाइम से मेभी क्लीन रखूँगी.
मैने तेज़ल की टाइस मे किस करने लगा..
अब आयेज क्या क्या होता है ये नेक्स्ट पार्ट मे बताता हू.
अगर स्टोरी आक्ची लग रही होगी तो मैल ज़रूण करना ‘’ कोई आंटी, गर्ल, अंकल, बॉय छत करना चाहे तो सेम ईद पे मैल कर सकते है.