मा से शादी करनी पड़ी-6 – पिछला पार्ट.
अब सुहग्रात के अगले दिन मई और मा नंगे सोए हुए थे. सुबह के 6 भजे तक हम दोनो नंगे एक दूसरे प्र तंग रख कर सो रहे थे. वही ताइजी और उनका बेटा भी वाहा नंगे एक दूसरे प्र तंग रख कर सो रहे थे.
फिर हम दोनो की आँखे खुली और उठते ही मैने मा के होंठ चूसने चालू किए. और मा नभी मेरा सहयोग देने चालू किया. वाहा ताइजी और मुन्ना भी कुछ इसी हॉल मे एक दूसरे को चूस रहे थे.
खैर फिर हम दोनो की मा और हम दोनो साथ मे बातरूम मे गये. वाहा मई और मा अपने बातरूम मे शवर के नीचे एक दूसरे को चूस रहे थे और जोरदार किस कर रहे थे और वो भी नंगे. वाहा मैने मा से पूछा-
मे- मा क्या पापा के साथ बातरूम मे कभी किया है?
मा- 1-2 बार, पर तेरे साथ अलग ही मज़ा आ रहा है.
फिर मैने देरी ना करते हुए उनके हर एक अंग को चूसा और वो पूरी तरह पागल हो गयी और कहती है-
मा- बेटे अब शांत कर दे अपना ज्वाला मूक्खी और पातिदेव मेरी भूख मिटाइए आ आह..
तब मई मा की छूट चूस रहा था. ये ज़्ब सुनकर मैने मा के अंदर खड़ा होकर लंड घुसाया और उनकी चुदाई चालू की.. आह आह आह फॅक फॅक फॅक फॅक फॅक..
मा- फाड़ दे आज इस छूट को!!
मे- मा क्या पापा के साथ चुदाई पर भी तुम ये सब साबद ईस्तमाल करती थी?
मा- हन मई ऐसे गलियाँ नही देती पर चुदाई के टाइम पता नही क्या हो जाता है उफ़फ्फ़ तू छोड़ बस मुझे..
आ आ आ आ आ फॅक फॅक फॅक फॅक फ़च फॅक फॅक..
ऐसे आवाज़ो के साथ लास्ट मे मई जाकर उनकी छूट के अंदर झाड़ गया और हुँने फिर से एक डीप किस की और नहा कर कपड़े पहनने लगे. वाहा ताइजी और मुन्ने भी बातरूम मे सेक्स करने मे लगे हुए वाहा भी सेम कॉन्वर्सेशन हुई. और आवाज़े आ रही थी फॅक फॅक फॅक फॅक फा है फॅक ठप ठप ठप..
पर वाहा मुन्ना ने ताइजी को कहा मुझे एक बार गांद मारने दे मेरी जान.
ताइजी- उफ़फ्फ़ बेटा मेरे पति वाहा दर्द होगा, तुम्हारे पिताजी ने मारी थी तब बहोट दर्द हुआ था. पर कोई ना तेरी ये इच्छा भी पूरी करेगी तेरी मा.
और फिर उसने अंदर से टेल लाया और अपनी मा की गांद मे लगाया और छेड़ मे लंड रखा और त्ताप ठप ठप ठप ठप..
वाहा ताइजी आह आह आह मार डाला रे मधर्चोड़ आहह गांद फाड़ दी!
मुन्ना- हा हा मा मज़ा आ गया हा टाइट गांद तेरी.
फिर वो झदाने वाला था तो ताइजी ने कहा की वाहा नही नीचे मेरी छूट मे आकर झाड़. फिर उसने छूट मारनी चालू की कुछ 10 जोरदार धक्को के बाद वो दोनो भी झाड़ गये और नहा कर कपड़े पहनकर बाहर आ गये.
यहा हम भी नहा कर कपड़े पहन कर बाहर आ गये.
वाहा दादाजी और पापा जी और तौजी बैठे थे. उनके सामने हम सबने भी ना चाहते हुए तोड़ा उदास सा मूह बना लिया. खैर उन्हे क्या पता था की हम ये सब बहोट मज़े से कर रहे है.
खैर 2 महीनो तक ऐसा ही चलता रहा. हम दोनो मा बेटे जो अब पति पत्नी थे, डेली रात को मज़े से चुदाई करते थे.
फिर 3 महीने पता चला हम दोनो की मा पेट से हो गयी है, 1 महीने का बचा आ चुका है.
खैर चेकिंग वगेरा हुई तो उसमे भी पता चला वो हुमारा ही बेटा है. और फिर 9 महीने बाद हम दोनो की मा ने बचा दिया. दोनो बेटे हुए और प्रथा अनुसार हम दोनो को आधी आधी ज़मीन मिली. जो की 1-1 क्रोरे के बराबर थी.
उसके बाद मा पापा की दुबारा शादी कराई गयी. हलकी कन्नॉनी रूप से तो वो अभी भी पति थे क्यूकी क़ानूनी रूप से हुँने मा से शादी नही की थी. पर गाओं वालो को दिखाने के लिए फिर से पापा लोगो से शादी करवाई.
अब मा पापा की और ताइजी तौजी की फिर से पत्नी थी.
खैर ये सब होने के बाद फिर हुँने कभी भी अपनी अपनी मा के साथ सेक्स नही किया. क्यूकी अब हम मा बेटे के रिश्ता का आदर करते थे. हलकी हम दोनो लड़को का और वाहा मा और ताइजी का मॅन बहोट करता था. पर हुँने इच्छाए दबाई.
फिर आख़िर मे हम दोनो को अच्छे घर की लड़कियाँ भी मिल गयी जिनसे हुमारी शादी हुई. और अब पूरा परिवार खुशी खुशी रह रहा है. वो बचू को अब मई और मेरी नयी पत्नी अपना बचा साँझ कर पाल रहे है. और सेम मुन्ना और उसकी अपनी उसके बचे को.
हलकी एक दिन शायद वो मेरा बर्तडे था और मेरी शादी हो चुकी थी और मा की उमर अब 47 साल हो चुकी थी. तो उनसे मैने कहा मई एक आखरी बार मेरे साथ वो सब कार्लो प्लीज़.
मा ने असचर्यजनक कहा ठीक है पर आखरी बार. और उस रात हुँने खूब चुदाई की. उस दिन घर मे कोई नही था पर हुमारी चुदाई के बीच पापा आ गये और उन्होने ह्यूम ये सब करते देख लिया. उन्हे बहोट बुरा लगा और वो रोने लगे.
पर फिर मैने और मा ने कहा हुँने सच मे शादी के बाद आज पहली बार ये सब किया. खैर उस दिन से 3-4 महीनो तक पापा ने हम दोनो से बात नही की.
प्र धीरे धीरे उन्होने जब देखा की मई अब सच मे मा को मा की तरह देखने लगा हू तो नॉर्मल हो गये. और अब हम सब खुशी खुशी रह रहे है. तो इस तरह इस कहानी का अंत होता है.
नमस्कार अब एक दूसरी कहानी चालू करूँगा.