पिछला पार्ट यहा पढ़े – मा से शादी करनी पड़ी-4
जैसा की अब तक आप लोगो ने पढ़ा की कैसे हुमारी मा लोगो ने हुंसे शादी करली थी. पर हम सब को ये नही पता था ये उन्होने क्यू किया. 5 मिनिट तक सब मों रहे, सबके मूह खुले हुए थे. जब हुमारी मा लोगो ने अपना घूँघट उठाया फिर उसके बाद पापा और तौजी एक स्वर मे बोले-
पापा- ऐसा क्यू किया, ये पाप क्यू किया??!
तौजी- हे प्रभु तूने भी ऐसा क्यू किया?!
उन दोनो की आँखो मे आँसू थे. वो दोनो दरअसल हुमारी मा से बहोट प्यार करते थे और हुमारी मा को छोड़ किसी दूसरी औरत की तरफ देखते भी नही थे. पर अब सब कुछ उठाओल पुथल हो चुका था.
अब मेरी मा ने बोलना शुरू किया-
मा- देखिए मुझे पता है अब आप सब ह्यूम ग़लत साँझ रहे होंगे. पर हुमारी जगह अपने आप को रख कर सोचिए. दरअसल बहू भाग गयी, उसे भी मेरे बेटे से शादी नही करनी. फिर अगर आज मेरे बेटे की शादी नही होती तो हुमारी बहोट बदनामी होती.
उसके अलावा इनके बेटे की शादी पहले हो जाती तो प्रॉपर्टी इनके नाम आ जाती और हम क्या कटोरा लेकर भीग माँगते?? मुझे ये नही पता था की इनकी बहू भी भाग गयी है वरना मई ये ना करती. पर सब कुछ इतनी जल्दी मे हुआ कुछ सोचने समझने का टाइम ही नही मिला.
ताइजी- मेरे भी कुछ यही हाल बदनामी और प्रॉपर्टी खोने के दर से मुझे भी ऐसा बड़ा कदम उठना पड़ा…
दादाजी- खैर ये चीज़ ग़लत है, बहोट ग़लत.. पर अब तुम दोनो की शादी इनसे हो चुकी है और जैसे की दोनो की शादी एक ही वक़्त मे हुई तो जिसका भी बाकच्छा पहले गर्व मे आईगा और डीयेने से वही आड़का उसका बाप होगा, वो ही घर का मुखिया बनेगा. मुझे पता है मेरी बात अजीब लग रही है पर जो हुआ उसके अनुसार ही कह रहा हू. अब तुम दोनो मेरी और मेरे दोनो बिटो की बहू हो.
पापा- नही ऐसा मत कहिए पिताजी, क्या पाप करवा रहे है आप इन दोनो को अपने ही बेटे के बचे की मा बनवा रहे, ऐसा पाप मत करिए मई ठोकर मारता हू ऐसी प्रॉपर्टी को, मुझे नही छाईए! सुनो तुम इसको तलाक़ दे दो, मई काग़ज़ ले अवँगा कल तक, ह्यूम नही छाईए ऐसा पैसा!!
तौजी – हा मुझे भी नही छाईए!
तौजी ताइजी से कहते है जैसे मेरे छोटे भे ने कहा मुझे भी नही छाईए और मई भी ऐसे पैसे को ठोकर मारता हू और कल तक मई भी तुम दोनो का तलाक़ करवा दूँगा!
मा- देखिए ऐसा मत कहिए, किसी दुश्मन को क्रोरो रुपी दे देंगे, वो मानवेंद्रा सिंग घाट लगाए बैठा है. देखिए मई और आपका बेटा अब पति पत्नी है और सिर्फ़ तब तक रहेंगे जब तक मेरे गर्व्ह मे आपके बेटे का बचा नही आ जाता. और देखिए खून तो वो भी हुमारा ही होगा ना. देखिए सिर्फ़ बचा गर्भ मे आने तक की बात है.
फिर मई खुद अपने बेटे को तलाक़ देकर आपके साथ पुनार विवाह कर लूँगी. हुमारे बेटे की शादी मुश्किल है. कम से कम इसी बहाने मई कुछ दिन उसे पत्नी वाला सुख दे सकती हू और बच्चे के बाप का भी. कूम से कूम उसकी खुशी के लिए सोचिए. वरना बेचारा ज़िंदगी भर अकेला रह जाइगा, उसे ये सुख नसीब नही होगा.
ताइजी- देखिए मेरी भी एक जैसी सोच है, आप करपया करके मान जाइए, कुछ दिन की बात है बस फिर मई फिर से आपकी हो जौंगी.
पापा- हे भगवान कैसा कैसा दिन दिखा रहा है. ठीक है अगर मेरे बीवी बच्चे की भलाई इसी मे है तो यही सही. मई दिल पर पठार रख कर कह रहा हू.
तौजी- मई भी आज बीवी बचू की ख़ुसी के आयेज हार गया.
दादाजी- चलो अब अपनी अपनी पत्नी और बिटो को मतलब तुम्हारी बहू बिटो को आअशीर्वाद दो बेटा.
फिर हुँने सबके पाओ छुए और सबने ह्यूम आशीर्वाद दिया. पापा और तौजी बहोट भावुक हो गये थे. खैर उसके बाद हम सब अपने अपने घर आए. फिर और रस्मे की जैसे अंगूठी दूध वाली जिसमे हम दोनो की मा जीती और भी सारी वैसे देखने वाली बात थी. हुमारी मा की आँखों मे एक आँसू नही था. इतना कुछ होने के बाद भी पापा लोग रो रहे थे बहोट जबकि.
खैर सब रश्मो के बाद अब रात थी सुहग्रत की. जिसके बारे मे मई आपको अगले पार्ट मे बतौँगा. तब तक बने रहिए और कॉमेंट करके बताइए यार कैसी लगी स्टोरी. बाइ टके केर, अगर कोई अपनी मा से सेक्स की स्टोरी मुझसे शेर करना चाहता है तो मुझसे कर सकता है.
बाकी देखा जायगा इसके नेक्स्ट पार्ट मे कैसी सुहग्रात बीट्टी है. कैसे हम दोनो अपनी अपनी मा के मूसल शरीर का मज़ा लेते है और कैसे उनके सरीर को जी भर के दबोचेंगे मज़े लेंगे. उनकी मोटी मोटी जांघे मोटे मोटे बूब्स उनकी गांद और क्या क्या होता है आयेज देखते र्हिएगा. बने र्हिएगा ये स्टोरी 10 पार्ट तक होगी या उस से उपर होगी.
बाकी एक नयी स्टोरी और चालू कर रहा हू उसका अपडेट स्लो होगा बुत इसका कॉन्स्टेंट रहेगा.