ही दोस्तों, मेरा नाम अर्चना है. मैं 27 साल की हू, और शादी-शुदा हू. मेरे 2 बच्चे है, और दोनो लड़के है. मेरे घर में मेरे अलावा मेरे पति, सास, ससुर, और देवर रहते है. ये कहानी 4 साल पहले की है. तो चलिए शुरू करते है.
मुझे कॉलेज में एक लड़के से प्यार हो गया था, जिसका नाम सुनील ( जो आज मेरा पति है) था. सुनील उस वक़्त 24 साल का था, और मैं 23 साल की थी. मेरी हाइट 5’6″ है, और उस वक़्त मेरा फिगर 34-28-36 था. मेरा रंग गोरा है, और उस वक़्त मैं कॉलेज की सबसे खूबसूरत लड़कियों में से थी.
सुनील भी हम नही था. उसकी हाइट 5’11” है, और उस वक़्त उसने काफ़ी अची बॉडी बनाई हुई थी. लड़कियाँ उस पर मारती थी. कॉलेज में आते-जाते ही पहले हमारी दोस्ती हुई, और फिर प्यार हो गया.
मैं एक अमीर घर से थी, और सुनील एक ठीक-ताक घर से था. फिर कॉलेज ख़तम हुआ, और हमारा प्यार दिन-बा-दिन बढ़ता जेया रहा था. अब मेरे घर वालो ने मेरे लिए रिश्ता ढूँढना शुरू कर दिया था. इससे पहले की वो कोई लड़का फाइनल करते, मैने घर पर सुनील के बारे में बता दिया.
घर वालो ने उससे मेरी शादी करवाने से माना कर दिया. इसकी दो वजह थी. एक तो वो फाइनॅन्षियली हमसे काफ़ी वीक थे, और दूसरा वो लोवर कास्ट के थे. मैने बहुत ज़िद की, लेकिन घर वाले नही माने.
मेरे सर पर प्यार का भूत सवार था, तो मैने और सुनील ने भाग कर शादी कर ली. सुनील के घर वाले हमारे साथ थे. लेकिन जब मेरी शादी के बारे में मेरे घर पर पता चला, तो उन्होने मेरे साथ अपने सारे रिश्ते तोड़ लिए. अब मेरे घर के दरवाज़े मेरे लिए हमेशा बंद हो चुके थे.
लेकिन मुझे इसका ज़्यादा दुख नही था, क्यूंकी सुनील मेरे साथ था. उसने घर वालो ने मेरा बहुत आचे से स्वागत किया. उसकी मा ने मुझे मेरी मा जैसा प्यार किया. फिर मुझे लहंगा पहना कर तैयार किया गया, और रूम में बिता दिया गया.
कुछ देर बाद सुनील रूम में आया, और मेरे पास पलंग पर बैठ गया. सासू मा ने मुझे दूध का ग्लास दिया था, जो मैने सुनील को पीला दिया. फिर उसने मेरा घूँघट उठाया. मैं बड़ी उत्साहित थी.
मैने उसकी तरफ देखा, और मेरी ज़िंदगी का प्यार मेरे सामने था. सुनील ने बिना कोई बात किए मुझे किस करना शुरू कर दिया. मैं भी उसका साथ देने लगी. हम दोनो के होंठ एक-दूसरे से चिपके हुए थे, और हम स्मूच कर रहे थे. हमने काफ़ी देर एक-दूसरे के होंठ चूज़, और मेरी सारी लिपस्टिक वो चूस चुका था.
फिर उसने मेरे गहने उतार कर मेरी गर्दन को चूमना शुरू किया. मैं मदहोश होने लगी. उसने पीछे मेरी पीठ पर हाथ ले-जेया कर मेरी चोली की डोरी खोल दी, और अब मैं उसके सामने रेड ब्रा में थी.
फिर वो मेरी क्लीवेज पर किस करने लगा, और ब्रा के उपर से मेरे बूब्स दबाने लग गया. मैं अब मदहोश हो रही थी. उसने मेरी ब्रा नीचे खींच कर मेरे बूब्स बाहर निकाल लिए, उनको मूह में लेके चूसने लगा.
मुझे इतनी ज़बरदस्त फीलिंग आ रही थी, जो पहले कभी नही आई. ये पहली बार कोई लड़का मेरे बूब्स को चूस रहा था. फिर उसने मुझे सीधा लिटा दिया, और मेरे लेग्स के पास चला गया. वो मेरा लहंगा उपर उठाने लगा, और मेरी लेग्स को चूमने लगा.
धीरे-धीरे वो मेरी जांघों तक आ गया, और चूमने लगा. मुझे अपनी छूट में गीला-गीला महसूस हो रहा था. मैं बहुत उत्तेजित हो रही थी. फिर उसने कमर से मेरे लहँगे को पकड़ा, और नीचे खींच कर उतार दिया.
अब मैं उसके सामने रेड पनटी में थी. उसने मेरी पनटी उतरी, और मेरी जांघें खोल कर अपना मूह अंदर डाल लिया. फिर उसने मेरी छूट पर एक किस किया. उसके किस करने से मेरी बॉडी में करेंट सा दौड़ने लगा.
फिर उसने अपनी जीभ मेरी छूट पर लगाई, और उसको छूट पर रगड़ने लग गया. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, और मैं आहह आ की आवाज़े निकाल रही थी. वो मेरी छूट को अपने दांतो से खींच रहा था.
फिर वो मेरी छूट में जीभ डाल कर चूसने लगा. मैं उत्तेजना की चरम सीमा पर पहुँच चुकी थी. और तभी मेरी छूट ने अपना पानी छ्चोढ़ दिया. उसने छूट पर मूह लगाए रखा, और सारा पानी पी गया.
फिर वो खड़ा हुआ, और उसने अपने सारे कपड़े उतार दिए. अब उसका काला लंड मेरे सामने था. मैं लंड देख कर काफ़ी उत्साहित थी. उसका लंड तकरीबन 7 इंच का था. वो अपने लंड को हाथ से को हिला रहा था, और मेरी तरफ देख कर स्माइल कर रहा था.
मैं उसकी तरफ देख कर शर्मा रही थी. फिर वो मेरे उपर मेरी टाँगो के बीच आ गया. उसने मेरी टांगे फोल्ड करी, और अपना लंड मेरी छूट पर रगड़ने लग गया. मैं आहह आ की सिसकियाँ ले रही थी. फिर जैसे ही लंड का टोपा छूट के द्वार पर अटका, तो उसने ज़ोर से अपनी कमर आयेज की.
उसके धक्के से उसका लंड मेरी सील तोड़ता हुआ अंदर चला गया. मुझे बहुत दर्द होने लगा, लेकिन उसने मुझे किस करना शुरू कर दिया, और मुझे बाहों में जाकड़ लिया. उसने अपने मूह से मेरे मूह को बंद रखा, और धक्के मारता गया. मेरी आँखों में आँसू आने लगे.
मुझे प्राउड था अपने आप पर की जिससे मैने प्यार किया, उसी को अपने अंदर डालने दिया. कुछ देर में मुझे भी मज़ा आना शुरू हो गया. गीली छूट में लंड जाते हुए पच-पच की आवाज़े आने लगी.
हम दोनो सेक्स में पूरी तरह से मदहोश हो गये थे, और एक-दूसरे को चूस-चूस कर चुदाई कर रहे थे. 30 मिनिट वो ऐसे ही मेरे उपर लेते हुए मेरी छूट छोड़ता रहा. फिर आख़िर में उसने अपने लंड का माल मेरी छूट में निकाल दिया.
आज मैं एक औरत बन गयी थी. चुदाई के बाद हम दोनो नंगे ही लेट गये, और सो गये. मुझे लग रहा था की अपने प्यार को पा कर मेरी ज़िंदगी सफल हो गयी. लेकिन कहानी में एक ट्विस्ट आने वाला था, जिसने मेरी ज़िंदगी बदल दी.
वो ट्विस्ट क्या था, जानने के लिए बने रहे हमारे साथ. अगला पार्ट जल्दी आएगा.
अगला भाग पढ़े:- 3 सुहग्रात वाली शादी-2