लॉकडाउन मे बचपन की दोस्त को चोदा

इससे पहले मई अफ़साना के साथ बिताई हुई रात भर की सेक्स की कहानी आप लोगो को बतौ. उससे पहले मई अफ़साना के बारे मे कुछ बाते बता देता हू.

अफ़साना 24 साल की एक बहुत ही सेक्सी लड़की है. वो थोड़ी सावली है, पर देखने मे पूरी परिणीति चोपड़ा जैसी लगती है. अफ़साना का फिगर 32″30″32″ है .

अफ़साना मेरे बचपन की फ्रेंड है. हम दोनो एक साथ स्कूल मे भी पढ़े थे और फिर कॉलेज तक एक साथ ही पढ़ाई की थी. फिर कॉलेज की पढ़ाई करते-करते अफ़साना की शादी हो गयी थी.

लेकिन शादी के दो साल बाद ही अफ़साना का डाइवोर्स हो गया, और अब वो अपने मम्मी-पापा के साथ रह रही थी. जब से वो अपनी घर आ गयी थी, तब से वो एक माल मे जॉब भी कर रही रही थी.

और जो माल मे अफ़साना जॉब कर रही थी, वो मेरे घर के 5 मिनिट की दूरी पर था. दर-असल मैने ही उसकी जॉब के लिए वाहा पर बात की थी. अब आते है स्टोरी पर.

बात है 23 जून 2020 की. जब लॉक्कडोवन् के बाद कुछ नियम के साथ, कुछ दुकाने खोल दी गयी थी. और गाडियो को चलाने का हुकुम दिया गया था. तो उसी बीच अफ़साना ने भी माल मे अपना काम शुरू कर दिया था. वो अपने घर से बस या ऑटो करके माल आ जाती थी.

पर नियम के हिसाब से शाम के 6 बजे के बाद सब बंद हो जाता था. और ठीक इसी तरह उस दिन भी हुआ. जब अफ़साना को माल से छुट्टी मिली, तो वो बस या ऑटो के लिए स्टॅंड तक गयी. लेकिन वाहा उसको कोई गाड़ी नही मिल पाई.
तब उसने मुझे कॉल करके बोला-

अफ़साना: मई यहा गाड़ी ना मिलने के कारण रास्ते मे ही फ़ासस गयी हू. और चारो तरफ अब सन्नाटा हो गया है. इसलिए अब मुझे दर्र लग रहा है .

मई उसकी बात सुन कर फ़ौरन अपने घर से निकल गया, और जल्दी से उसके पास पहुँच गया. फिर मई अफ़साना को अपने घर ले आया, और उसके घर पर कॉल कर दी. मैने उसके घर पे बोला-

मई: जी आज अफ़साना यही रह जाएगी. क्यूकी अब रास्ते मे कोई गाड़ी भी नही है, और रास्ता बंद भी हो गया है.

उसके घर वाले मुझे आचे से जानते थे. तो अगर मेरे घर मे अफ़साना रह जाती, तो इससे अफ़साना के मम्मी-पापा को कोई प्राब्लम नही थी. फिर अफ़साना वॉशरूम फ्रेश होने चली गयी, पर उसने तो माल वाली यूनिफॉर्म पहनी थी.

फिर मैने उसको अपनी त-शर्ट और त्रोसेर पहन-ने को दे दिए थे. कुछ देर बाद अफ़साना फ्रेश हो कर वॉशरूम से बाहर निकल गयी. मई उस वक़्त उसको ही देख रहा था. फिर हम दोनो बैठ कर इधर-उधर की बाते करने लगे. वक़्त गुज़रता गया, और डिन्नर का वक़्त हो गया. फिर हम दोनो डिन्नर करके टीवी देखने लग गये.

लेकिन टीवी मे कोई ख़ास चीज़ नही आ रही थी. फिर अफ़साना ने मेरे टीवी के अल्ट बालाजी अप्स ओं करके, एक वेब सीरीस ओं कर दी. उसमे एक सीरीस पहले से चल रही थी.मई भी उस प्रोग्राम को देखने लगा.

फिर कुछ देर प्रोग्राम देखने के बाद, उसमे सेक्स सीन शुरू हो गया. उस सीन को देख कर तो मई डांग रह गया. फिर मई अफ़साना को बोला-

मई: अर्रे यार, ये सब भी है इस सीरियल मे?

तब अफ़साना बोली: अर्रे ज़्यादा कुछ नही दिखाएँगे, तुम देखते जाओ बस. बहुत अछा सीरियल है ये. मई ये रोज़ देखती हू.

मई भी अफ़साना की बात सुन कर सीरियल देखने लगा. कुछ ही पल मे मेरा लंड खड़ा होने लगा, और मई उसको हाथ से दबाने लगा. लेकिन अफ़साना ने मेरा लंड देख लिया, जबकि मई लंड को अफ़साना से च्छूपा रहा था.

अफ़साना ने लंड देखते ही साथ ज़ोर से हसना शुरू कर दिया. फिर वो बोली-

अफ़साना: अर्रे विकी, इसमे तो कुछ दिखाया ही नही है अभी. और तुम तो फॉर्म मे भी आ गये. शूकर मनाओ की इसमे बस इतना ही था. अगर सब कुछ ओपन होता, तो तुम क्या करते?

मई खामोश बैठा था, और मेरा लंड अब छूट माँग रहा था. मेरा मॅन अफ़साना की तरफ घूम रहा था, की अगर अफ़साना को मई माना लू, तो रात भर अफ़साना को छोड़ सकूँगा.

कुछ देर के बाद, सीरियल ख़तम हो गया. तब हम लोग सोने की तैयारी करने लगे. अफ़साना बेड पर लेट गयी, और मई सोफे पर लेट गया था. मई मॅन ही मॅन ये सोच रहा था, की कैसे अफ़साना के साथ कुछ करू.

मेरा लंड अब भी खड़ा था. तब अफ़साना ने दोबारा मेरी पंत को देख लिया, और बोली-

अफ़साना: विकी तुम अभी तक ठंडे नही हुए हो क्या?

तो मैने उसको कहा: अब क्या करू मई? अभी कुवरा हू ना, तो जब ये सब कुछ देख लेता हू, तो कंट्रोल नही होता है.

अफ़साना: ऊओ..

फिर मई ये बोलने लगा: हा अगर तुम मेर गर्लफ्रेंड होती, तो आज मई तुम्हे नही छोढ़ता.

तब वो बोली: अछा? तुम क्या करते तब?

मई बोला: अब खुल कर बतौ क्या तुम्हे?

मेरी बात सुन कर अफ़साना शर्मा कर इधर-उधर देखने लगी. और फिर मई उसकी तारीफ करने लगा. फिर मैने उसको कहा-

मई: ऐसा करो, तुम मेरी गर्लफ्रेंड बन जाओ.

उस वक़्त मई ये बात मज़ाक मे बोल रहा था. लेकिन अफ़साना मेरी बात को सीरीयस लेते हुए बोली-

अफ़साना: मई अगर तुम्हारी गर्लफ्रेंड बन गयी, तो सब क्या बोलेंगे. की एक हज़्बेंड को छोढ़ कर दूसरे लड़के से सेट हो गयी. बदनाम होने से अछा है, की मई शादी ही ना करू कभी भी.

ये सुन कर मई अफ़साना को बोला-

मई: शादी मॅट करो, पर मेरी गर्लफ्रेंड बन जाओ.

ये सुन कर वो मुस्कुराने लगी, और मूह दूसरी तरफ घुमा कर अपना मोबाइल चलाने लगी. उसका मुस्कुराना मेरे लिए ग्रीन सिग्नल था. फिर मई जल्दी से अफ़साना की बगल मे गया, और उसको पीछे से हग कर लिया.

अफ़साना ने अपनी आँखें बंद कर ली थी. और मेरा खड़ा हुआ लंड अफ़साना के पीछे चुभ रहा था. फिर मई अफ़साना के कंधे और कानो पर किस करने लगा. अब अफ़साना आँखें बंद करके मेरे किस को एंजाय कर रही थी. फिर कुछ ही देर मे वो सीधी होकर मेरे लिप्स को मूह से चूसने लगी.

10 मिनिट तक लगातार किस होने के बाद, हम दोनो काफ़ी गरम हो गये थे. जब हम किस करते-करते अलग हुए, तो हम दोनो हाँफ रहे थे. मई अफ़साना के बगल मे लेट गया था, और अफ़साना सीधे मेरे खड़े हुए लंड पर अपना हाथ रख कर बोली-

अफ़साना: ये तो कितना गरम हो गया. कपड़े के उपर तक इसकी गर्मी आ रही है.

फिर उसने उठ कर मेरी ट्राउज़र को उतारा, और मेरे लंड को अपने हाथ मे लेकर उससे खेलने लगी. मई बहुत ही गरम हो चुका था. तब मैने उसको इशारे से लंड मूह मे लेने को बोला. फिर उसने मेरे लंड पर पहले किस कर दी, और उसके बाद मेरे लंड के चारो तरफ अपनी ज़ुबान फेरने लगी.

अब मई सातवे आसमान पर उडद रहा था. उसके बाद अफ़साना मेरे लंड को अपने मूह मे लेकर उसको चूसने और चाटने लग गयी. अफ़साना के मूह की गर्मी से मेरे लंड का हाल बुरा हो रहा था. फिर देखते ही देखते मई उसके मूह मे ही लंड का लावा गिराने लगा. वो मेरे लंड से निकला हुआ सारा पानी चूस गयी, और मेरे बगल मे आ कर लेट गयी .

उसको अब मेरे लंड की ज़रूरत थी. इसलिए उसने मेरे सीने पर किस करना शुरू कर दिया, और अब मई उसके कपड़ो को खोलने लग गया. अफ़साना ने जो त-शर्ट पहनी हुई थी, पहले मैने उसको खोला. उसके बाद मैने उसकी ट्राउज़र खोल कर उसको बिल्कुल नंगा कर दिया.

फिर अफ़साना मेरी गोद मे बैठ गयी, और हम दोनो एक-दूसरे को किस करने लगे. मई कभी उसके लिप्स को चूस रहा था, तो कभी उसके बूब्स को मसल रहा था. वो अब एक-दूं मदहोश हो चुकी थी. मई उसके कंधे पर बीते भी कर रहा था.

फिर उसने वैसे ही बैठ कर अपना सीना मेरे मूह के पास रख दिया, और मई उसकी चेस्ट को किस करने लगा. उसके बाद फिर मई अफ़साना के बूब्स के निपल्स को ज़ुबान से सहलाने लगा.
इस वजा से अफ़साना के मूह से अजब सी सिसकार्यो भारी आवाज़े निकालने लगी.

ऐसा लग रहा था, की जैसे उसको बहुत मज़ा आ रहा हो. मई भी उसकी सिसकार्यो की आवाज़ो से मदहोश होने लगा, और मेरा लंड एक बार फिरसे खड़ा हो गया था. मेरा लंड उसकी छूट के पास जेया कर दबा हुआ था.

फिर अफ़साना ने अपने बदन को हल्के से उठा कर, मेरे लंड को अपनी छूट के मूह मे सेट कर लिया. और मैने अफ़साना की कमर को पकड़ कर ज़ोर से उसको अपने लंड पर बिता दिया. इस कारण एक ही झटके मे मेरा पूरा लंड अफ़साना की छूट के अंदर चला गया.

लंड घुसते ही अफ़साना की मूह से आअहह की आवाज़ निकली, और उसने एक-दूं से अपनी साँस को रोक लिया. फिर वो वैसे ही मेरे लंड को अंदर लेकर बैठी रही. मेरा लंड अफ़साना की छूट मे था, और मुझे ऐसा फील हो रहा था, की जैसे कोई गरम-गरम भट्टी मे लंड घुसा हुआ हो.

फिर अफ़साना अपनी कमर आयेज-पीछे करके मेरे लंड का मज़ा लेने लगी.
और मई अफ़साना के बूब्स को अपने मूह मे भर कर उनको चूसने लगा. अफ़साना के मूह से उउउफफफ्फ़… उसस्स.. अया.. जैसी आवाज़े निकल रही थी. उसकी आवाज़ो से पता लग रहा था, की उसको काफ़ी दीनो से लंड की भूख थी.

फिर मैने अफ़साना की छूट से लंड निकाल कर उसकी बेड पर लिटा दिया, और उसकी एक टाँग को अपने कंधे पर रख कर, उसकी छूट मे अपना लंड डाल दिया. अब मई उसको जाम कर छोड़ने लगा. वो आहह उऊहह करके मुझसे छुड़वा रही थी, और मई अपने लंड को अफ़साना की छूट की गहराई मे डालते जेया रहा था.

इस तरह वो काई बार झाड़ चुकी थी. फिर मई उसकी छूट से अपना लंड बाहर करके उसकी टाँगो को बेड पर सीधा रख दिया. उसके बाद मैने उसकी टांगे दो तरफ फैला कर एक बार फिर अपना लंड उसकी छूट के अंदर डाल दिया .

इस बार मई और ज़ोरदार धक्का दे रहा था. अफ़साना को बहुत मज़ा आ रहा था, और वो अपने दोनो टाँगो को मेरी कमर पर रख कर मुझसे छुड़वाने लगी. तब मैने उसको हानफते हुए बोला-

मई: अफ़साना मेरा गिरने वाला है, तो उसने मुझे अंदर ही गिराने को कहा.

उसने बोला, की वो डॉवा खा लेगी.

इसके बाद मई लंड की तेज़ी को और बढ़ाते हुए अफ़साना को छोड़ने लगा. अफ़साना ने आँखें बंद की हुई थी. और मई अफ़साना की प्यारी सी सूरत को देख रहा था. अफ़साना भी नीचे से अपनी छूट को उठा-उठा कर मज़ा ले रही थी.

तब मेरे जिस्म मे एक गुदगुदी की लेहायर दौड़ने लगी, और मैने अफ़साना की छूट के अंदर ही अपने स्पर्म की बारिश कर दी. मेरा लंड काफ़ी मात्रा मे स्पर्म रिलीस कर रहा था उस दिन. उसके बाद फिर कुछ देर तक हम लोग एक-दूसरे को टाइट से पकड़ कर हानफते रहे. अब अफ़साना मुझे अपनी बाहो मे टाइट से पकड़ कर लेती हुई थी.

फिर अफ़साना मुझे थॅंक्स बोल कर ‘लोवे योउ’ बोली और मुझसे कहने लगी-

अफ़साना: अभी तो रात के 1 बजे है.

तब मई बोला: तुम घबराव मॅट. ये तो एक बार हुआ है. आज मई तुम्हे रात भर करूँगा.

अफ़साना हासणे लगी, और मुझे किस करने लग गयी.

तब दोस्तो कैसी लगी आपको मेरी ये स्टोरी? आप लोग मुझे कॉमेंट मे बताना ज़रूर. अगर इस स्टोरी का पार्ट 2 पढ़ना है, तो आप कॉमेंट मे ज़रूर बोलिएगा. आप मुझे मैल भी कर सकते है.

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तब तक देसी कहानी , और क्षाहनी.कॉम की बाकी भी सब स्टोरीस का आनंद लीजिए.