ही दोस्तो, मई हू हीना. मई एक शादी-शुदा औरत हू, और मेरी आगे 35 साल है. मेरे पति कॉर्पोरेट सेक्टर मे काम करते है, और उनकी सॅलरी काफ़ी अची है. मेरे 2 बच्चे भी है. मेरा फिगर 36″30″38″ है, और मई काफ़ी सेक्सी लगती हू.
ये कहानी 2 महीने पहले की है. मैने अभी तक ये बात किसी को नही बताई है. लेकिन आज आप सब के साथ शेर करने जेया रही हू.
हम लोग एक बिल्डिंग के 20त फ्लोर पर रहते है. उपर से नीचे आने के लिए 2 लिफ्ट्स लगी हुई है. अगर स्टेरकेस भी उसे करे, तो 3-4 फ्लोर से ज़्यादा नही उतरा जेया सकता. मई तो नीचे आने के लिए हमेशा लिफ्ट का ही इस्तेमाल करती हू. उस दिन भी यही हुआ.
सुबा 10 बजे का टाइम था, और मई मार्केट जाने के लिए रेडी हुई. मैने लाल रंग की सारी पहनी हुई थी. मई लिफ्ट मे चाड गयी, और ग्राउंड फ्लोर का बटन दबा दिया. 4 फ्लोर नीचे आके लिफ्ट मे एक आदमी और चढ़ गया. वो आदमी हटता-कटता था, और उसने जीन्स त-शर्ट पहनी हुई थी.
मैने उसको कभी सोसाइटी मे नही देखा था. तभी 2 फ्लोर नीचे आके अचानक लिफ्ट रुक गयी. लाइट ब्लिंक करने लगी, और लिफ्ट मे से अजीब-अजीब सी आवाज़े आने लगी. मई ये सब देख कर दर्र गयी. मुझे अंधेरी और बंद जगह मे वैसे भी घबराहट होने लगती है.
तभी लिफ्ट के स्पीकर मे अनाउन्स्मेंट हुई, की लिफ्ट चालू होने मे 2 घंटे लगेंगे. ये सुन कर मई और घबरा गयी, और मेरी साँस रुकने लगी. मैने चिल्लाना शुरू कर दिया, और ज़ोर-ज़ोर से लिफ्ट का दरवाज़ा पीटने लगी. मैने अपने पति को फोन करने की ट्राइ की, लेकिन वाहा नेटवर्क भी नही आ रहा था.
तभी उस आदमी ने मुझे पकड़ा, और बोला-
आदमी: माँ आप घबराव मत, कुछ नही होगा. अभी थोड़ी देर मे ये ओपन हो जाएगा, और हम बाहर चले जाएँगे. अगर आप ऐसे चिल्लाओगी, तो आपका दर्र और घबराहट और बढ़ेगी.
ये सुन कर मुझे हॉंसला मिला, और मई उसके गले लग गयी. 5 मिनिट मई आँखें बंद करके उसके गले लगी रही. फिर अचानक से मेरी साँस रुकने लगी, और मुझे साँस लेने मे दिक्कत होने लगी. ये देख कर वो आदमी भी घबरा गया, और उसने अपने होंठ मेरे होंठो से चिपका दिए.
जैसे ही उसके होंठ मेरे होंठो से लगे, तो मेरी साँस अटकना बंद हो गयी. लेकिन वो मेरे होंठ चूसने लग गया. मई घबराई हुई थी, तो मई भी उसका साथ देने लगी. अब हम दोनो एक-दूसरे के होंठ चूस रहे थे, और किस मे पूरी तरह से खो गये थे.
किस करते-करते वो अपने हाथ मेरी गांद पर ले गया, और मेरी गांद दबाने लगा. मुझे मज़ा आ रहा था, तो मैने उसको रोका नही. फिर उसने मेरा पल्लू हटाया, और मेरी क्लीवेज और शोल्डर्स पर किस करने लगा. मई भी उसके सिर मे हाथ फेर कर उसको उत्तेजित कर रही थी.
वैसे तो मई एक पति-व्रता औरत हू, लेकिन उस दिन पता नही क्यू मई अपना कंट्रोल खो बैठी थी. शायद ये दर्र की वजह से था. फिर उस आदमी ने मेरा ब्लाउस खोल दिया, और मेरी ब्रा के उपर से मेरे बूब्स मसालने लगा.
उसने मेरी ब्रा के कप्स मे हाथ डाला, और उनको नीचे खींच कर मेरे बूब्स बाहर निकाल लिए. फिर वो मेरे निपल्स को ज़ोर-ज़ोर से चूसने लग गया. मई उसके सिर को अपने बूब्स मे दबाने लगी, और वो मेरे निपल्स को काटने लगा.
इतने आचे से तो मेरे पति ने भी कभी मेरे बूब्स नही चूज़ थे. फिर उसने मुझे घुमाया, और लिफ्ट की दीवार के साथ लगा दिया. वो मेरी पीठ चूमने लगा, और चूमते-चूमते नीचे चला गया. उसने मेरी सारी खोली, और अब मई पेटिकोट मे थी.
फिर उसने मेरा पेटिकोट भी नीचे खींच कर निकाल दिया. अब मेरी मोटी गांद और सेक्सी जांघे उसके सामने थे. वो मेरी जाँघो को चूमने लगा, और मेरे छूतदो को काटने लग गया. उसने अपने मूह को पनटी के उपर से मेरी गांद मे दबाना शुरू कर दिया.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, और मई उसका सिर अपनी गांद मे दबाने लगी. फिर उसने मेरी पनटी उतार दी, और मेरी गांद के चियर मे जीभ रगड़ने लग गया. वो बड़े मज़े से मेरी गांद को चाट रहा था, और मुझे भी बड़ा मज़ा आ रहा था.
जब वो छूतदो को काट-ता था, तो मेरी आहह निकल जाती थी. फिर उसने मुझे सीधा किया, और मेरी छूट मे मूह मारने लग गया. उसके ऐसा करने से मुझे बड़ा चैन मिल रहा था. वो जीभ छूट अंदर डाल कर चाट रहा था, और मई उसके सिर को अपनी छूट मे दबा रही थी.
फिर उसने अपने कपड़े उतार दिए, और उसका 7 इंच कर बड़ा और मोटा लंड मेरे सामने आ गया. वो नीचे बैठ गया, और उसने मुझे उसकी गोद मे बैठने का इशारा किया. मई उसके पास गयी, और टांगे खोल कर उसकी गोद मे बैठ गयी.
मेरे बैठते हुए उसने अपना लंड पकड़ कर सीधा कर लिया. मैने उसके लंड को अपनी छूट पर सेट किया, और उपर बैठ गयी.
मई: आहह.. हाअ…
वो आदमी: ऑश.. क्या गरम छूट है.
फिर मई धीरे-धीरे उपर-नीचे होके उसके लंड को अपनी छूट मे लेने लगी. वो नीचे से मेरी छूट मे धक्के मार रहा था. बड़ा मज़ा आ रहा था उसके लंड को अपनी छूट मे लेने मे. वो साथ-साथ मेरे बूब्स भी चूस रहा था.
फिर उसने मुझे अपनी बाहो मे पकड़ लिया, और नीचे से तेज़-तेज़ धक्के देने लगा. मई आहह आह कर रही थी, और वो साथ मे मेरे बूब्स नोच रहा था. 15 मिनिट लगातार हमारी चुदाई चलती रही. मई अब तक दो बार झाड़ चुकी थी, लेकिन वो झाड़ ही नही रहा था. फिर मैने उसको बोला-
मई: मई तक गयी हू.
फिर उसने मुझे ज़मीन पर ही लिटा दिया, और मेरे उपर आ गया. उसने मेरी टांगे खोली और बीच आके घाप से लंड मेरी छूट मे घुसा दिया. मेरी चीख निकल गयी, और उसने मेरा मूह अपने मूह से बंद कर लिया. फिर वो मेरी छूट मे धक्के देने लगा.
मई 2 बार झाड़ चुकी थी, तो मेरी छूट मे दर्द होने लगा था. लेकिन मुझे मज़ा बहुत आ रहा था, क्यूकी मई कॉन्सा रोज़-रोज़ इतनी बार झड़ती थी. 10 मिनिट वो मेरी छूट मे धक्के देता रहा और फिर वो बोला-
आदमी: मेरा निकालने वाला है. कहा निकालु?
मई: आहह.. आहह.. जो चाहे करो आहह..
फिर उसने अपना पानी मेरी छूट मे ही निकाल दिया. मई उसके लंड की गरम पिचकारी को अपनी छूट मे फील कर पा रही थी. फिर उसने मुझे अपनी गोद मे बिता लिया, और मुझे चूस्टा रहा. मई भी उसका पूरा साथ दे रही थी. 10 मिनिट ऐसे ही करते-करते हम फिरसे गरम हो गया.
इस बार उसने मुझे घोड़ी बनाया, और मेरी गांद चाटने लगा. मेरे पति कभी मेरी गांद नही चाट-ते थे, तो मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. फिर उसने मेरी गांद मे एक उंगली डाली, तो मेरी आहह निकल गयी. मैने उसको कहा-
मई: ऐसा मत करो, मुझे दर्द होता है.
वो बोला: अभी तो लंड जाएगा इसमे.
मई: नही, मुझसे नही होगा.
वो बोला: होगा बिल्कुल होगा.
ये बोल कर उसने अपनी उंगली अंदर-बाहर करनी शुरू कर दी. मैने आज तक सिर्फ़ पॉर्न वीडियोस मे देखा था लड़कियो को गांद मरवाते हुए. मैने कभी रियल मे ये ट्राइ नही किया था, और ना ही मेरे हज़्बेंड ने मुझे कभी बोला था.
इसलिए मैने ये ट्राइ करने का सोचा, और उसको ना नही बोली. जब एक उंगली आराम से अंदर-बाहर जाने लगी, तो उसने दूसरी उंगली भी अंदर डालनी शुरू कर दी. दूसरी उंगली से भी पहले दर्द हुआ, और फिर मज़ा आने लगा. फिर उसने मुझे खड़ा किया, और मेरे हाथ दीवार पर रखवा लिए.
उसने अपना लंड मेरी गांद पर सेट किया, और उपर की तरफ एक ज़ोर का धक्का मारा. मेरी ज़ोर की चीख निकली, और उसका आधा लंड मेरी गांद मे चला गया. मुझसे दर्द बर्दाश्त नही हुआ, और मई साइड होने लगी.
लेकिन उसने मुझे जाकड़ लिया, और एक ज़ोर का धक्का मारा. मई दर्द से काँप रही थी, लेकिन वो धक्के पे धक्का मारे जेया रहा था. जब उसका पूरा लंड मेरी गांद मे चला गया, तो वो रुक गया. वो मेरी पीठ चूमने लग गया.
उसने मेरी छूट को मसलना शुरू कर दिया, जिससे मई गरम हो गयी, और मेरा दर्द भी कम होने लगा. फिर जब मई ठीक हो गयी, तो वो अपना लंड अंदर-बाहर करने लगा. अब मुझे मज़ा आने लगा, और मई भी अपनी गांद हिलाने लगी.
फिर मई घुटनो के बाल आके घोड़ी बन गयी, और उसने मेरे पीछे आके मेरी गांद छोड़नी शुरू कर दी. लिफ्ट मे ठप-ठप की आवाज़ गूँज रही थी, और बहुत मज़ा आ रहा था. जब उसकी जांघे मेरे छूतदो से टकराती थी, तो अजीब सा सुकून मिल रहा था.
15 मिनिट वो ऐसे ही धक्के देता गया, और फिर उसने अपने माल की पिचकारी मेरी गांद मे छोढ़ दी. झड़ने के बाद वो मेरे उपर ही लेट गया. फिर 10 मिनिट मे वो खड़ा हुआ, और उसने अपने कपड़े पहन लिए. मैने भी अपने कपड़े पहन लिए.
अब मई कंफर्टबल फील कर रही थी. फिर कुछ देर बाद लिफ्ट चल पड़ी, और हम दोनो अपने-अपने फ्लोर पर उतार गये. मुझे उसका नंबर लेना था, लेकिन वो बिना पीछे देखे बाहर चला गया. उस दिन के बाद मैने दोबारा उसको नही देखा. लेकिन उसके साथ की चुदाई को मई आज तक नही भूली.
दोस्तो कहानी का मज़ा आया हो, तो इसको लीके और कॉमेंट ज़रूर करना.