ही फ्रेंड्स, मैं अनुज आज आपके सामने अपनी कहानी का अगला पार्ट लेके आया हू. पिछले पार्ट में आपने पढ़ा था, की श्रुति (मेरे बॉस की बेटी) क्लब में एक लड़के के साथ चुदाई कर रही थी.
वो लड़का जल्दी झाड़ गया, और उसने श्रुति को कहा की उसका लंड थोड़ी देर में फिर खड़ा हो जाएगा. श्रुति निराश होके उसके पास ही बैठ गयी.
बाहर खड़ा मैं अपने बॉस की सेक्सी बेटी की चुदाई देख कर अपना लंड हिला रहा था. तभी पीछे से किसी ने मेरे कंधे पर हाथ रख. हाथ पड़ते ही मैं दर्र गया. अब आयेज चलते है.
जैसे ही मुझे मेरे कंधे पर हाथ महसूस हुआ, एक दूसरा हाथ मेरे लंड पर भी आ गया. जब मैने पीछे देखा, तो वो कोई लड़की थी.
वो लड़की काफ़ी सेक्सी थी. उसकी हाइट 5’6″ के आस-पास थी, और उसका फिगर 36-30-34 होगा. रंग उसका सावला था, और बाल कर्ली थे. उसने शॉर्ट्स आंड शॉर्ट त-शर्ट पहनी हुई थी.
उस ड्रेस में वो काफ़ी सेक्सी लग रही थी. बाल उसके थोड़े बिखरे हुए थे, और ऐसा लग रहा था जैसे अभी चुड कर आई हो. मुझे कुछ समझ नही आया, की उस लड़की ने मेरा लंड क्यूँ पकड़ा था. और वो मुझे देख कर मुस्कुरा भी रही थी, जब की मैने उसको आज से पहले कभी नही देखा था. फिर मैने उससे पूछा-
मैं: मेडम आप ये क्या कर रही है?
वो बोली: क्या मस्त लंड है तेरा, एक-दूं लोहे की रोड जैसा. इतना तगड़ा लंड लेके तू बाहर क्यूँ खड़ा है? कोई मिली नही क्या?
मैं: आक्च्युयली वो…
वो लड़की बात काट-ते हुए बोली: चल वो छ्चोढ़, मुझे छोड़ेगा?
मैं हैरान हो गया और बोला: जी? मैं, मैं कैसे?
वो बोली: देख मैं यहा अपने बाय्फ्रेंड के साथ आई थी. वो सला तो ढीला निकला. 2 मिनिट भी नही टिक पाया. लेकिन झड़ने से पहले मेरी आग को भड़का दिया. अब वो तो सला भाग गया है. लेकिन मेरी छूट को लंड की प्यास है. तेरे लंड को भी छूट नही मिली. तो क्यूँ ना एक-दूसरे की ज़रूरत पूरी कर दे?
उसकी ये बात सुन कर मेरा दिल खुश हो गया. ऐसा लग रहा था किसी ने कानो में मीठा रस्स घोल दिया हो. मुझे विश्वास नही हो रहा था की कोई लड़की मेरे पास खुद चूड़ने आई थी. और वो भी इतनी सेक्सी लड़की.
मैने एक सेकेंड भी वेट नही की, और बोला-
मैं: कहा चलना है मेडम?
वो बोली: यही 10 नंबर रूम में.
और वो मेरा हाथ पकड़ कर मुझे रूम की तरफ ले गयी. उसका जिस्म देख कर तो मैं फूला नही समा रहा था. उसकी वाइट शॉर्ट्स में मटकती गांद मेरा लंड माँग रही थी.
फिर हम कुछ ही सेकेंड्स में रूम तक पहुँच गये. हम दोनो रूम के अंदर चले गये. दरवाज़ा बंद करने के लिए कोई कुण्डी नही थी. मुझे लगा यहा पर दरवाज़ा बंद करने का कोई रिवाज़ नही होगा.
अंदर जाते ही हम एक-दूसरे के साथ चिपक गये, और स्मूच करने लगे. हम पागलों की तरह एक-दूसरे के होंठ चूस रहे थे. फिर उसने किस करते हुए मेरे हाथ पकड़े, और पीछे अपनी गांद पर ले गयी.
मैने उसकी गांद दबाई, और वो इतनी सॉफ्ट थी की क्या बतौ. मुझे अभी भी यकीन नही हो रहा था, की मैं इतनी सेक्सी लड़की की गांद को दबा रहा था. हम किस करते रहे, और मैं उसकी गांद दबाता रहा, और उसकी पीठ को सहलाता रहा.
5 मिनिट लगातार किस करने के बाद हम दोनो अलग हुए. हम दोनो की साँसे चढ़ि हुई थी. वो मुझे बड़ी कामुक नज़र से देख रही थी. फिर उसने अचानक से कपड़े उतारने शुरू कर दिए. उसको देख कर मैं भी नंगा होने लगा.
अब वो सिर्फ़ ब्रा पनटी में थी, और मैं सिर्फ़ अंडरवेर में. क्या कमाल की सेक्स बाला थी वो. फिर हम दोबारा से पागलों की तरह किस करने लग गये. मैने उसको दीवार के साथ लगा लिया, और उसकी ब्रा खींच कर निकाल दी.
फिर मैने उसके बूब्स को एक-एक करने चूसना शुरू कर दिया. वो आहह आ कर रही थी, और बूब्स चुसवाने का मज़ा ले रही थी. मैने उसका एक बूब चूस्टा, और दूसरा दबाता. फिर मैं ऐसे ही उसके बदन को चूमते हुए नीचे आने लगा.
पहले मैने उसके पेट पर किस किए, और उसकी नाभि को जीभ डाल कर छाता. फिर मैं और नीचे आया, और उसकी पनटी को दांतो से खींच कर निकाल दिया. अब उसकी काली छूट मेरे सामने थी. उसकी छूट पर हल्के-हल्के बाल थे.
मैने जल्दी से उसकी छूट पर मूह लगाया, और उसको चाटने लग गया. मैं उसकी क्लिट को अपनी जीभ से टीज़ करने लग गया. उसने मेरा सिर अपनी छूट में दबा लिया, और अपनी एक टाँग मेरे कंधे पर रख कर अपनी गांद हिलने लग गयी.
क्या मज़ेदार स्वाद था उस काली बिल्ली की छूट का, मुझे तो मज़ा ही आ गया. फिर उसने मुझे मेरे बाल पकड़ कर मुझे उपर खींचा, और बोली-
वो लड़की: यही छोड़ो मुझे.
मैने अपना अंडरवेर उतरा, और मेरा लंड बाहर निकाला. फिर मैं तोड़ा नीचे हुआ, और उसकी छूट पर लंड सेट करके उपर की तरफ पुश किया. जब मेरे लंड का टोपा उसकी छूट में अटका, तो मैने उसको कमर से पकड़ कर हवा में उठा लिया.
फिर मैने ज़ोर का धक्का मारा, और मेरा लंड उसकी छूट को चीरता हुआ पूरा का पूरा अंदर चला गया. उसकी ज़ोर की आ निकली. उसने अपनी टांगे मेरी कमर पर लपेट ली, और अपने नाख़ून मेरी पीठ पर गाड़ा दिए.
फिर मैने धीरे-धीरे लंड अंदर बाहर करने शुरू किया, और हमारी किस्सिंग फिरसे शुरू हो गयी. 2-3 मिनिट धीरे छोड़ने के बाद मैने अपनी स्पीड बधाई.
मैं उसको उपर की तरफ उछालने लगा, और नीचे से भी धक्के मारने लगा. लंड पूरा उसकी बच्चे-दानी तक जेया रहा था, और हम दोनो को जन्नत का मज़ा मिल रहा था. फिर वो बोली-
वो लड़की: आहह आ बहुत मज़ा आ रहा है. कम ओं टाइगर! और ज़ोर से करो. ऐसा लंड काश मेरे बाय्फ्रेंड के पास होता. तुम मेरा नंबर ज़रूर ले लेना.
मैं कुछ नही बोला, और बस धक्के देता रहा. 15 मिनिट हो गये थे मुझे उसको उछालते हुए, और मेरी बाहें तक गयी थी. वो 2 बार झाड़ चुकी थी, और उसकी ग्रिप ढीली पद रही थी. अब मेरा भी होने वाला था, तो मैने लंड निकाल कर उसको बेड पर फेंक दिया.
फिर मैने उसको लंड चूसने को कहा. वो घोड़ी बन गयी, और लंड चूसने लग गयी. मैं ज़ोर-ज़ोर से उसके मूह में धक्के देने लगा, और अपने माल से उसका पूरा मूह भर दिया.
इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करे. मिलते है अगले पार्ट में. [email protected]