ही फ्रेंड्स, मेरा नाम पुनीत है. मैं 21 साल का हू, और कॉलेज में पढ़ता हू. मेरी हाइट 5’8″ है, और बॉडी ठीक-ताक है. लंड मेरा 6 इंच का है. ये स्टोरी मेरी और मेरी लव्ली मौसी की चुदाई की है. तो चलिए आपको बताता हू की सब कैसे हुआ.
ये कहानी पिछले साल शुरू हुई. मेरी लव्ली मौसी 34 साल की है, और उनका फिगर बहुत सेक्सी है. उनका साइज़ 36-30-38 है, और वो एक डाइवोर्स है. पिछले साल ही उनका डाइवोर्स हुआ था, और उसके बाद मम्मी ने उनको हमारे घर में ही कुछ वक़्त रहने को बोला.
मौसी काफ़ी मॉडर्न थी, और सेक्सी और टाइट ड्रेसस पहनती थी. जब वो जीन्स या लेगैंग्स में होती थी, तो मेरी तो उनकी सेक्सी जांघों से नज़र ही नही हट-ती थी. उनके बूब्स भी बड़े-बड़े और रसीले थे.
जब कभी उन्होने व-नेक वाली त-शर्ट पहनी होती थी, तो झुकने पर उनकी सेक्सी क्लीवेज दिखती थी, जिसको देख कर तो मेरा बुरा हाल हो जाता था. एक दिन मैं मौसी के रूम में गया जब वो सोई हुई थी.
उन्होने लेगैंग्स पहनी हुई थी, और साइड लेके सोई हुई थी. उनके बड़े-बड़े चूतड़ देख कर मेरा खड़ा हो गया, और मैने वही उनके रूम में खड़े होके मूठ मारी.
अब मेरी हवस उनके लिए इतनी बढ़ गयी थी, की उनको छोड़े बिना मुझे चैन नही आने वाला था. फिर एक दिन कुछ ऐसा हुआ, की मुझे मौका मिल ही गया.
तो हुआ कुछ ऐसा की पापा के एक दोस्त के बेटे की शादी थी. इसलिए उसने हमारी पूरी फॅमिली को इन्वाइट किया था. मेरा कॉलेज था, तो मैं नही जेया सकता था. उधर मौसी ने भी जाने से माना कर दिया था, क्यूंकी वो बार-बार डाइवोर्स का रीज़न बता-बता कर तक चुकी थी.
जब मुझे पता चला, की मौसी नही जेया रही थी, तो मैं खुश हो गया. अब 3 दिन तक सिर्फ़ मैं और मौसी ही घर में होने वाले थे. फिर सब लोग बॅग्स पॅक करके चले गये, और उसके बाद मैं भी अपने कॉलेज चला गया.
उस दिन कॉलेज में कुछ ख़ास नही हो रहा था. और वैसे भी मैं मौसी को कैसे छोड़ूँगा ये सोच रहा था. फिर मैने घर जाने का डिसाइड किया, और बाकी की क्लासस स्किप कर दी.
जब मैं घर आया, तो मैने बेल नही बजाई, और दूसरी चाबी से दरवाज़ा खोल लिया. मैं देखना चाहता था की मौसी घर पर अकेली क्या कर रही थी.
जैसे ही मैं घर के अंदर जाके मौसी के रूम की तरफ गया, तो मुझे कुछ आवाज़े सुनाई देने लगी. ये आवाज़े किसी मर्द की थी. मुझे थोड़ी हैरानी हुई, की मौसी के साथ कों था. जब मैं रूम के और पास गया, तो मुझे आवाज़े क्लियर्ली सुनाई देने लगी.
पता नही क्यूँ वो इंग्लीश में बोल रहा था. फिर जब मैने दरवाज़े से अंदर झाँका, तो मुझे हासी आ गयी. मौसी पॉर्न वीडियो देख रही थी. फिर जब मैने मौसी की तरफ देखा, तो मेरा मूह खुला का खुला रह गया.
मौसी ने सिर्फ़ त-शर्ट पहनी थी, और नीचे से बिल्कुल नंगी थी. वो अपनी टांगे खोल कर बेड पर लेती हुई थी, और 2 पिल्लो अपने सर के नीचे रखे हुए थे. उनका हाथ उनकी छूट पर था, और वो तेज़ी से अपनी छूट सहला रही थी.
क्या मस्त नज़ारा था. इतनी सेक्सी और गोरी जांघें, और उनके बीच में जन्नत का हसीन द्वार जिसको वो रग़ाद रही थी. उनको देख कर मुझे कंट्रोल नही हुआ, और मैने उसी वक़्त अंदर जाके उन्हे छोड़ने का फैंसला किया.
मैने जल्दी से अपने कपड़े उतार दिए, और दबे पावं रूम के अंदर चला गया. मौसी पूरी मदहोश हुई पड़ी थी. फिर मैं जकड़ी से बेड पर चढ़ा, और इससे पहले वो कुछ समझ पाती, मैने उनकी जांघों के बीच आके लंड उनकी छूट में घुसा दिया.
जैसे ही लंड उनकी छूट में गया, उनकी आहह निकली, और आँखें खुल गयी. उनके बोलने से पहले मैने उनके लिप्स को अपने लिप्स से लॉक कर लिया, और नीचे से लंड अंदर-बाहर करने लगा. वो मुझे अपने से डोर हटाने की कोशिश करने लगी, लेकिन ऐसा हो नही पाया.
मैं उनके होंठ चूस्टा जेया रहा था, और उनको किस किए जेया रहा था. पहले 2-3 मिनिट उन्होने विरोध किया, लेकिन फिर वो मेरा साथ देने लगी. दोस्तों छूट की गर्मी भी क्या चीज़ होती है. जब तक ठंडी होती है, तब तक किसी से नही चुड्ती, और जब गरम होती है, तब किसी से भी चुड जाती है.
अब मौसी और मैं मज़े से एक-दूसरे के होंठ चूस रहे थे, और मैं मौसी की छूट छोड़ रहा था. मौसी भी गांद हिला कर मुझे सपोर्ट कर रही थी. बहुत मज़ा आ रहा था.
मौसी ने अपने दोनो हाथ मेरे छूटाओं पर रखे, और मुझे अपनी तरफ खींचने लगी. ऐसा लग रहा था, जैसे वो मुझे ज़ोर से छोड़ने का इशारा कर रही थी. मैने भी देर नही की, और अपने धक्कों की ताक़त और स्पीड दोनो बढ़ा दी.
अब मैने मौसी के लिप्स छ्चोढे तो वो बोली: आ ज़ोर से करो पुनीत. बहुत मज़ा आ रहा है. बहुत देर बाद लंड मिला है. प्यार करो मुझे, और फाड़ दो मेरी छूट आज. बहुत भूखी हू मैं.
फिर मैने उनकी त-शर्ट उतार दी, और उनकी क्लीवेज पर किस करने लगा. ब्रा में उनके काससे हुए बूब्स क्या शानदार लग रहे थे. फिर मैने उनकी ब्रा उतार दी, और उनके निपल्स पर टूट पड़ा.
मैने उनके निपल्स को चूसना शुरू कर दिया. वो मेरे सर को अपने बूब्स में दबा रही थी. उनकी आहें मेरे अंदर और जोश भर रही थी. नीचे से मेरा लंड लगातार अंदर-बाहर हो रहा था.
अब छाप-छाप की आवाज़े आने लगी थी. ऐसा लग रहा था जैसे मौसी का पानी निकल गया हो. मुझे जन्नत का मज़ा आ रहा था. मैने उनके बूब्स चूस-चूस कर लाल कर दिए थे.
अब मेरा निकालने वाला था, तो मैं पीछे हटने लगा. जैसे ही मैं तोड़ा पीछे हुआ, तो मौसी बोली-
मौसी: क्या हुआ?
मैं: मौसी मेरा निकालने वाला है.
मौसी: कोई बात नही, अंदर ही निकाल दो. मुझे गरम वीर्या का एहसास बहुत अछा लगता है.
ये सुनते ही मैने अपनी स्पीड तेज़ कर दी, और ज़ोर-ज़ोर से उनकी छूट छोड़ने लगा. 5 मिनिट में मेरे लंड ने अपना सारा लावा उनकी छूट में उगल दिया.
अगले 2 दिन हमने जाम के चुदाई की. आज भी हम दोनो घर के बाहर मिलते है, और मज़े से चुदाई करते है.
दोस्तों अगर आपको ये कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करना.