ही फ्रेंड्स, मेरा नाम विक्रम है. मैं बंगलोरे में रहता हू, और वाहा की एक रिप्यूटेड मंक में काम करता हू. मेरी हाइट 5’8″ है, और रंग गोरा है. थोड़ी बहुत एक्सर्साइज़ भी करता हू मैं, इसलिए फिट हू. आगे मेरी 28 साल है, और मेरी अभी शादी नही हुई.
मेरी काफ़ी गर्लफ्रेंड्स रह चुकी है. लास्ट ब्रेकप मेरा 2 महीने पहले ही हुआ है. मैं मानता हू की लड़कियाँ सिर्फ़ चुदाई करने के लिए ठीक रहती है. उनके साथ शादी करके घर बसने से बंदे की लाइफ बोर हो जाती है. मेरा लंड 7 इंच का है, और काफ़ी मोटा है.
आज जो कहानी मैं आप सब को बताने जेया रहा हू, वो अचानक से हुई एक चुदाई की है. तो चलिए अब ज़्यादा टाइम वेस्ट ना करते हुए मैं अपनी कहानी आप सब के सामने पेश करता हू. उससे पहले आप को एक बात बता डू, की मुझे “क्लॉसट्रोफोबीया” की दिक्कत है. मतलब किसी बंद जगह पर मुझे बहुत घबराहट होती है.
ये बात 4 महीने पहले की है. सुबा का वक़्त था. तकरीबन 9 बजे मैं ऑफीस पहुँच गया. मैं लिफ्ट में जब घुसा, तो वाहा एक 20-21 साल का लड़का पहले से था. फिर मैने अपने फ्लोर का बटन दबाया, और लिफ्ट चल पड़ी.
2 फ्लोर उपर जाने के बाद अचानक से लिफ्ट रुक गयी और झटके देने लगी. इससे मैं और वो लड़का दोनो दर्र गये. तभी लिफ्ट के स्पीकर में से आवाज़ आई की लिफ्ट में कुछ प्राब्लम हो गयी थी, और हमे हॉंसला रखने को बोला जेया रहा था.
जैसे की मैने आपको अपनी प्राब्लम के बारे में बताया है. तो मुझे बंद लिफ्ट के रुकने से घबराहट होने लगी. मेरी साँस फूलने लगी, और मुझे पसीना आने लगा. वो लड़का मेरी तरफ ही देख रहा था. जब उसने मुझसे पूछा, तो मैने उसको अपनी प्राब्लम के बारे में बताया. उसने भी मुझे हिम्मत रखने के लिए बोला.
तभी स्पीकर में अनाउन्स्मेंट हुई की लिफ्ट ठीक होने में 4 घंटे लगेंगे. ये सुन कर मेरी गांद फटत गयी, और मेरी साँसे और तेज़ होने लगी. तभी उस लड़के ने मुझे गले से लगा लिया. इससे मुझे थोड़ी राहत मिली, लेकिन मेरी धड़कन बढ़ती जेया रही थी.
पहले मैं उस लड़के के बारे में बता डू. वो एक दुबला-पतला सा लड़का था. उसकी हाइट 5’6″ होगी. रंग उसका बहुत गोरा था, और उसकी गांद उसकी बॉडी के मुक़ाबले थोड़ी मोटी थी.
जब उसने देखा की मेरी धड़कन धीमी नही हो रही थी, तो उसने अपने होंठ मेरे होंठो से मिला दिए. उसके ऐसा करने से मैं हैरान हो गया. मैने कभी किसी लड़के को किस नही किया था. लेकिन उस वक़्त उसके ऐसा करने से मेरी हालत में सुधार होने लग गया. इसलिए मैने उसको अपने से अलग नही किया, और उसका साथ देने लगा.
हम दोनो कम से कम 10 मिनिट तक किस करते रहे. इस दौरान मैने अपने हाथ उसकी गांद पर रख दिए, और उसकी गांद दबाने लग गया. गांद दबाने की वजह से उसकी किस और ज़ोरदार होने लग गयी.
फिर हम अलग हुए, और मैं पहले से बेहतर महसूस कर रहा था. लेकिन 2 मिनिट में मेरा फिरसे वही हाल होने लगा. ये देख कर वो जल्दी से अपने घुटनो के बाल बैठ गया, और मेरी पंत के उपर से मेरे लंड को सहलाने लग गया. उसके ऐसा करने से मेरा लंड खड़ा हो गया.
फिर उसने मेरी ज़िप खोली, और मेरा लंड पंत से बाहर निकाल लिया. मैं बस उसको देखे जेया रहा था. मेरा लंड पूरा खड़ा हो चुका था. उसने मेरे लंड को हाथ में लिया, और उसको हिलने लगा. इससे मुझे मज़ा आने लगा.
फिर उसने मेरी तरफ देखा, और देखते-देखते मेरा लंड अपने मूह में डाल लिया. अब वो मेरे लंड को मज़े से चूसने लग गया. इससे मेरी घबराहट डोर हो गयी, और मुझे मज़ा आने लगा. ये पहली बार था लाइफ में जब मेरा लंड कोई लड़का चूस रहा था.
फिर मैने उसके सर के पीछे अपना हाथ रखा, और अपनी कमर हिला कर लंड उसके मूह के अंदर-बाहर करने लगा. धीरे-धीरे मैने अपने धक्को की स्पीड बधाई, और फुल स्पीड में उसके मूह को छोड़ने लग गया. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
अगले 15 मिनिट तक वो मेरे लंड चूस्टा रहा, और मैं उसके मूह को छोड़ता रहा. फिर मैने उसको खड़ा किया, और अपनी बाहों में भर लिया. मैने अपने होंठ उसके होंठो के साथ मिलाए, और हम दोनो वाइल्ड किस करने लगे.
वो इतना सॉफ्ट था की मुझे लग ही नही रहा था की मैं किसी लड़के को बाहों में लिए किस कर रहा था. मुझे वो एक लड़की ही लग रहा था. फिर मैने उसके कपड़े उतारने शुरू किए, और अब वो मेरे सामने सिर्फ़ अंडरवेर में था. मैने फिर उसका अंडरवेर भी उतार दिया.
अब वो मेरे सामने पूरा नंगा था. उसकी लुल्ली 3 इंच की थी, और खड़ी हुई थी. मैने उसकी लुल्ली को अपने हाथ में लिया, और उसको हिलने लग गया. उसके मूह से आहह आ की आवाज़े निकलनी शुरू हो गयी.
फिर मैने उसको घुमाया, और उसकी गांद पर थप्पड़ मारने लगा. एक-दूं सफेद गांद थी उसकी. काई लड़कियों से भी बेटर थी उसकी गांद की. फिर मैने अपने भी कपड़े उतार दिए, और पूरा नंगा हो गया. मेरा बड़ा और मोटा लंड देख कर उसके चेहरे पर स्माइल आ गयी.
फिर मैने अपने लंड को थूक से गीला किया, और उसकी गांद के च्छेद पर रगड़ने लग गया. उसके मूह से आ आ की आवाज़े आने लगी. फिर मैने उसकी गांद के च्छेद पर थूक गिराई, और लंड अंदर पुश करने लगा.
वो आहें भरता गया, और मैं लंड अंदर पुश करता गया. मैं पूरा ज़ोर लगा रहा था, और लंड धीरे-धीरे करके उसकी गांद में चला गया. वाह! क्या मज़ा आ रहा था. काफ़ी टाइट गांद थी उसकी, और लंड उसमे एक-दूं कस्स गया था. फिर मैने जब कमर हिला कर लंड अंदर-बाहर करना शुरू किया, तो लंड उसकी गांद में रग़ाद खाने लगा.
उसकी सिसकियों की आवाज़े तेज़ होने लगी. फिर मैने उसके शोल्डर्स पे अपने हाथ रखे, और अपनी चुदाई की स्पीड तेज़ कर ली. अब मैं तेज़ी से और ज़ोर-ज़ोर से लंड अंदर-बाहर कर रहा था. लिफ्ट में ठप-ठप की आवाज़े आनी शुरू हो गयी थी, और साथ में उसकी आहें तो गूँज ही रही थी.
मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. काफ़ी टाइम से मैने कोई टाइट छूट नही छोड़ी थी, तो मुझे उसकी गांद मारने में बहुत मज़ा आ रहा था. मैं अपना एक हाथ आयेज लेके गया, और उसका लंड पकड़ के हिलने लगा. इससे उसकी आहों की स्पीड बढ़ गयी.
मैने उसके लंड को ज़ोर-ज़ोर से हिलना शुरू कर दिया. अब पीछे से उसकी गांद में लंड अंदर-बाहर हो रहा था, और आयेज से मैं उसके लंड की मूठ मार रहा था. हम दोनो को ही बड़ा मज़ा आ रहा था.
कुछ देर उसी पोज़िशन में छोड़ने के बाद मैने उसको सीधा किया, और ज़मीन पर लेटने को बोला. वो जल्दी से ज़मीन पर लेट गया. फिर मैं उसकी टाँगो के बीच आया, और टांगे उठा कर अपना लंड उसकी गांद में डाल दिया. अब हम दोनो मिशनरी पोज़िशन में चुदाई कर रहे थे.
मैं उसको किस कर रहा था, और उसकी चेस्ट दबा रहा था, और नीचे से उसकी गांद में लंड अंदर-बाहर कर रहा था. उसने अपनी टांगे मेरी कमर पर लपेट ली थी, और वो गांद उठा कर मेरा साथ दे रहा था.
आधा घंटा हम दोनो ऐसे ही चुदाई का मज़ा लेते रहे. फिर मेरा पानी निकालने वाला हो गया. मैने जैसे ही उसको बताया की मेरा पानी निकालने वाला था, तो उसने जल्दी से मुझे अपने उपर से हटने को बोला.
मैं जैसे ही उसके उपर से हॅट कर खड़ा हुआ, तो उसने घुटनो के बाल आके मेरे लंड को अपने मूह में ले लिया. अगले 5 मिनिट तक वो ज़ोर-ज़ोर से मेरे लंड को चूस्टा रहा. फिर मेरे लंड ने पिचकारी उसके मूह में ही छ्चोढ़ दी, जिसकी एक-एक बूँद वो पी गया.
हम दोनो तक चुके थे, और तेज़ साँसे ले रहे थे. फिर कुछ देर बैठने के बाद हम दोनो ने अपने-अपने कपड़े पहने. हम दोनो बातें कर रहे थे, और तभी लिफ्ट चल पड़ी. फिर हम अपने-अपने फ्लोर पर चले गये.
उस दिन के बाद से मैने उस लड़के को दोबारा से नही देखा. दोस्तों आप सब को कहानी कैसी लगी, हमे ज़रूर बताए.