हेलो दोस्तो, कहानी के पिछले पार्ट मे आपने पढ़ा था, की कैसे मेरी बेहन जीया ने हॉस्टिल की लड़कियो के साथ पंगा ले लिया था. फिर उन लड़कियो ने जीया की छूट फाड़ कर उसकी वीडियो बना ली थी. उन्होने जीया को कॉलेज की रंडी बना दिया था और उसके साथ काफ़ी सारे सेक्स एक्सपेरिमेंट्स किए थे.
फिर कॉलेज की चुट्टिया हुई और जीया ने अपने आखरी सेक्स के दौरान अपनी वीडियो अश्ली के फोन से डेलीट कर दी थी.
अब कहानी की दूसरा पार्ट शुरू होता है-
अब जीया आज़ाद थी, लेकिन इतना सब बर्दाश्त करने के बाद, अब वो दिन मे 2-3 बार फारिघ् हुए बगैर चैन से नही बैठ पा रही थी. उसने 2 महीने घर पे गुज़ारे थे और वो हर वक़्त रूम मे बैठी छूट मे फिंगरिंग करती थी, या सेक्स टाय्स के साथ खेलती रहती थी.
फिर जब वापस हॉस्टिल जाने का टाइम हुआ, तो वो वापस हॉस्टिल मे नही जाना चाहती थी. घर वालो ने जीया को 2 ऑप्षन दिए. पहली ऑप्षन, की या तो वो मेरे साथ शिफ्ट हो जाए. दूसरी ऑप्षन, की वो वापस हॉस्टिल मे जाके रहे.
उसने मेरे साथ रहना सही समझा और यूनिवर्सिटी शुरू होने से 2 हफ्ते पहले मेरे पास आ गयी. अब जो कुछ उसके साथ हुआ था, वो उसने किसी को नही बताया था.
जीया मेरे साथ रहने लगी थी. अब वो हर वक़्त अपने ही रूम मे रहती थी. मई भी उसको डिस्टर्ब नही करता था. अक्सर रात को मुझे पॉर्न और उसके मोन करने की आवाज़े आती थी. एक दिन मैने उसके रूम मे कॅमरा च्छूपा दिया. मुझे ये देखना था, की आख़िर वो क्या करती थी.
फिर मैने देखा, की वो दिन मे 2-3 बार अपनी छूट के साथ खेलती थी और दोनो होल्स का मज़ा लेती थी. ये सारा सीन देख कर मेरे अंदर पुरानी फीलिंग्स वापस आने लगी. अब मई उसको छोड़ना चाहता था.
एक दिन मैने एक प्लान बनाया. मई घर मे एक चुदाई के लिए एक लड़की लेके आया और मैने अपने रूम का दरवाज़ा तोड़ा खुला छोढ़ दिया. मैने सोचा, की अगर जीया लिव चुदाई देख ले, तो शायद उसके अंदर भी चूड़ने के अरमान जाग जाए.
फिर मैने भी उस लड़की को ऐसे छोड़ा, की पुर घर मे उसकी चीखो की आवाज़े गूँज रही थी. मई शुवर था, की जीया ने ज़रूर मेरे कमरे मे झाँक कर देखा होगा. क्यूकी अगले दिन से घर मे जो होने लगा था, वो बिल्कुल डिफरेंट था.
रात को मई उसके रूम के बाहर उसकी आवाज़े सुनने लगा. तब मैने नोटीस किया, की उसके रूम का दरवाज़ा तोड़ा खुला था. मैने अंदर देखा, तो मई उसको लिव अपनी छूट और गांद मे फिंगरिंग करते देख रहा था. फिर मैने भी वही खड़े-खड़े मूठ मारी.
अगले दिन जीया ने नहाते वक़्त दरवाज़ा खुला छोढ़ दिया. और मैने उसको नहाते हुए देख कर मूठ मारी. फिर अगले कुछ दीनो बाद, जीया ने घर मे सेक्सी-सेक्सी ड्रेसस पहन-नि शुरू कर दी. वो टाइट कपड़े पहनती थी और उसकी गांद और बूब्स उभरे हुए नज़र आते थे.
अब वो मुझे सिग्नल दे रही थी, लेकिन मई भी कुछ दिन उसको तड़पाना चाहता था, और देखना चाह रहा था, की वो किस हड्द तक जेया सकती थी. एक महीने तक मैने उसको तडपया. मई भी उसको टाइम तो टाइम लंड के दर्शन करवाता रहता था.
एक महीने के अंदर इतना सब बदल गया. अब हमारी बात-चीत शुरू हो गयी और वो घर मे छ्होटे-छ्होटे कपड़े पहन-ने लग गयी. वो मेरे साथ काफ़ी फ्रेंड्ली और टची भी होती थी. फिर एक दिन उससे रहा ना गया और उसने अगला स्टेप उठाया.
उस दिन मई रात को अपने रूम मे सो रहा था. तभी मेरी आँख खुल गयी और मैने देखा, तो जीया मेरी ट्राउज़र नीचे कर रही थी. फिर मैने उसको रंगे हाथो पकड़ लिया. पहले तो घबरा गयी, लेकिन फिर उसने मुझे बताया, की वो बहुत हॉर्नी थी. उसने मुझे बोला-
जीया: पहले तुमने मुझ पर ट्राइ किया था और आज मई तुम पर ट्राइ कर रही हू.
मैने भी उसको मज़ाक मे बोल दिया-
मई: लास्ट टाइम तुमने थप्पड़ मारा था मुझे. तो इसका मतलब अब मई भी तुम्हे थप्पड़ मार सकता हू?
उसने भी स्माइल देके जवाब दिया-
जीया: थप्पड़ भले मार लो, लेकिन उसके बाद छोड़ना भी पड़ेगा.
मैने ये सुना और उसको पकड़ के बेड पे फेंक दिया. मैने जीया के बालो को पकड़ कर, अपना लंड उसके मूह मे घुसा दिया. मई बहुत रफ्ली उसके मूह को छोड़ रहा था. वो भी मेरे लंड पे चोक कर रही थी. 20 मिनिट तक मैने उसके मूह की आचे से चुदाई की.
मूह छोड़ने के बाद, मैने उसकी सलवार फाड़ दी. मैने उसको रेडी भी नही होने दिया और लंड उसकी छूट मे घुसा दिया. जीया ने ज़ोरदार चीख मारी, लेकिन मैने परवाह नही की. मैने जीया के हाथ पकड़े और अपने होंठ उसके होंठो पे रख कर किस करने लगा.
फिर मैने एक और झटके से पूरा लंड अंदर डाल दिया. मैने बड़ी तेज़ और रफ चुदाई की उसकी छूट की. 15-20 मिनिट तक उसको दर्द हो रहा था. उसके बाद वो चिल्ला-चिल्ला के बोल रही थी-
जीया: फक मे भाई, फक मे हार्डर आहह..
फिर थोड़ी ही देर मे वो फारिघ् हो गयी.
मैने लंड निकाला और जीया को उल्टा लिटा दिया. फिर मैने उसकी गांद पे लंड सेट किया और वो बोलने लगी-
जीया: प्लीज़ वाहा नही, तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है. मुझे बहुत दर्द होगा.
लेकिन मैने उसका मूह पिल्लो मे दबा दिया और लंड आराम-आराम से उसकी गांद मे घुसाने लगा. उसकी गांद बहुत टाइट थी, तो मैने आराम-आराम से उसकी गांद छोड़ी. जब उसका दर्द कम हुआ, तो मैने आहिस्ता-आहिस्ता अपनी स्पीड बधाई.
फिर मैने उसको डॉगी-स्टाइल पोज़िशन मे सेट किया और असल चुदाई शुरू की. अब मई ज़ोर-ज़ोर से धक्के मार रहा था और वो भी मज़े से मोन कर रही थी. दूसरे हाथ से मई उसके बूब्स दबा रहा था. फिर चुदाई करते-करते मई उसकी छूट को मसालने लगा.
जीया को इतना मज़ा आ रहा था, की वो तो पागल हो गयी थी. कुछ ही देर मे वो दूसरी बार फारिघ् हो गयी. उसने मुझे रुकने को बोला, लेकिन मई झड़ने वाला था. मैने अपनी फक्किंग स्पीड जारी रखी और उसकी छूट मे फिंगरिंग करने लगा. वो ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रही थी-
जीया: प्लीज़ रुक जाओ, प्लीज़.
फिर अचानक जीया की छूट से पेशाब निकालने लगा. जीया उछाल के आयेज हो गयी और तेज़-तेज़ साँसे लेने लगी. मैने लंड उसके मूह मे दे दिया और उसका मूह छोड़ने लगा. कुछ सेकेंड बाद मैने लंड उसके गले तक दे दिया और फिर मेरा पूरा माल उसके गले मे बहने लगा.
वो भी रंडी थी, और वो मेरा पूरा माल पी गयी. उसके बाद हम दोनो एक दूसरे की बाहो मे सो गये. उस दिन के बाद मैने जीया को खूब छोड़ा. उसकी छूट, गांद, मूह, बल्कि पुर जिस्म के पुर मज़े लिए मैने. अब मई कभी-कभी अपने दोस्तो के साथ मिल कर उसका गंगबांग करता हू.
आज इस बात को 2 साल हो गये है. जीया की कुछ महीने पहले शादी हो गयी और अब भी हर कुछ दिन बाद वो मेरे पास आती है अपनी छूट को शांत करने के लिए.
अगर आपको मेरी स्टोरी अची लगी, तो [email protected] पे मैल करके बताए.