मेरी गर्लफ्रेंड थी इंदु. वो अपने डाइवोर्स के चक्कर में बंगलोरे आई हुई थी. हमने पहले कभी सेक्स नही किया था, बस फोरप्ले तक ही सीमित थे.
अब वो बंगलोरे मेरी थी, और मैं भी बंगलोरे की एक मंक में काम कर रहा था. हम दोनो में उसकी शादी के बाद कोई भी कॉंटॅक्ट नही था. पर अचानक एक दिन उसने मेरा नंबर ट्रॅक किया, और मेसेज किया. ये वो टाइम था जब हमारे पास स्मार्ट फोन्स या फिर सोशियल मीडीया नही था.
थोड़े दिन चाटिंग के बाद एक दिन हमने मिलने का प्लान बनाया. हमने केफे कॉफी दे मेरा मिलना था.
हम 4-5 साल बाद मिल रहे थे, आंड तो मी सर्प्राइज़, वो बहुत बदल चुकी थी. उसके बूबे उसकी ब्रा के बाहर निकल गये थे, और उसकी आँखें बहुत नशीली हो गयी थी.
हम मिले, और थोड़ी देर बात करने के बाद हम बिके पे घूमने चले गये. वो जब पीछे बैठी थी, तो मेरा तो लंड खड़ा हो गया. मुझे उसके बूब्स अपने पीछे से महसूस हो रहे थे, और वो कितनी गरम थी वो भी महसूस हो रहा था.
थोड़ी देर बिके पे मस्ती करने के बाद, मैने उसको प्ग पे ड्रॉप कर दिया. मुझे तो उसको छोड़ने का बहुत मूड था, पर दर्र था की उसका डाइवोर्स अभी कन्फर्म नही हुआ था.
फिर जल्द ही हमने वापस न्यू एअर 2011 की पार्टी का प्लान बनाया. उस दिन शाम के वक़्त हम मिले. पहले तो हमने “टीस मार ख़ान” फिल्म देखी, जो की इतनी बोरिंग थी की हम इंटर्वल में ही निकल गये. फिर हम मेरे रूम पे रात 1 बजे टके आ गये.
रूम पे आने के बाद अब आग तो दोनो तरफ लगी थी. पर मैने उसको अब तक छोड़ा नही था, तो मैं तोड़ा बककफूट पर खहले लगा. जब वो मेरे पास बैठी, तो मुझे एहसास हुआ की वो कितनी गरम हो चुकी थी.
फिर मैने उसको बेड पे लेटने को कहा, और उसके उपर आ कर किस्सिंग शुरू की. ये मेरी पहली किस थी मौत तो मौत ओं बेड उसके साथ. उसने भी मेरा खूब साथ दिया, और ये किस्सिंग अगले 10 मिनिट तक चलती रही. हमारे दोनो की जीभ अब दुखने लगी थी. फिर इंदु बोली-
इंदु: अरुण, तुम कितना वाइल्ड किस करते हो.
मैने कहा: अभी तो बहुत कुछ वाइल्ड देखना बाकी है.
आओ सलवार कमीज़ में थी, और मैं जीन्स और त-शर्ट में. मैने उसकी सलवार नीचे की, और उसके बूब्स चाटने लगा. उसके बूब्स को मैने खूब दबाया, और चूसा भी. उससे अब रहा नही जेया आहा था.
फिर मैने उसके सारे बदन पर हाथ फेरा, और गांद दबाने लगा. उसकी तो हालत खराब हो रही थी. वो मेरे लंड को पंत के उपर से सहलाने लगी, और दबाने लगी.
फिर इंदु ने कहा: बहुत गर्मी हो रही है, चलो अपने कपड़े निकाल देते है.
उसने अपना सलवार कमीज़ उतार दिया. अब वो सिर्फ़ अपनी पनटी और ब्रा में थी, और मैं सिर्फ़ अपने अंडरवेर में. वो मेरे अंडरवेर में च्छूपे हुए लंड को घूरे जेया रही थी.
वो बिस्तर पर बैठी थी, और मैं उसके मूह के पास अपना अंडरवेर में खड़ा हुआ लंड लेके गया. फिर वो मेरे लंड को अपने होंठो से चूमने लगी, और हाथो से सहलाने लगी.
फिर इंदु ने कहा: ये तो बहुत बड़ा लग रहा है.
मैने उसको वापस बिस्तर पर लेटने को कहा, और वो मिशनरी पोज़िशन में लेट गयी. फिर मैं उसके बदन को चूमने लगा, और ब्रा निकाल दी. वो और गरम होती जेया रही थी. मैने उसका हाथ लेके उसकी छूट पर रखा, तो वो अपनी छूट सहलाने लगी.
फिर मैं उसको जांघों और छूट के पास चूमने लगा. वो भी इसका बहुत मज़ा ले रही थी. फिर उसने कहा-
इंदु: अरुण मेरी पनटी उतार दो.
मैने धीरे से उसकी पनटी उतार दी. इट वाज़ नोट आ सर्प्राइज़, उसकी छूट पूरी तरह से गीली हो चुकी थी. अब वो अपनी छूट में उंगली डाल कर अंदर-बाहर करने लगी, आंड मैं उसकी जाम के चाट रहा था.
मैने उसको मोड़ा, और उसकी जब उंगलिया चल रही थी, तो मैने उसकी बटक्स छाते और दबाए. इससे उसका पानी एक बार झाड़ गया. फिर वो मुझे अपने उपर लेकर कस्स कर हग करने लगी. मेरे अंडरवेर से मेरा लंड उसकी छूट पर घिस रहा था.
फिर मैं साइड में आ कर लेट गया, और अपनी अंडरवेर निकाल दी. वो मेरा लंड पहली बार देख कर बहुत ही खुश हो गयी. फिर वो अपने हाथ को मेरे पेट से सहलाते हुए धीरे से मेरे लंड की तरफ ले गयी, और लंड को पूरा हाथ में ले लिया. अब वो लंड को उपर-नीचे हिलने लगी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. बीच में हमने थोड़ी किस्सिंग की.
फिर मैने उसको कहा: चलो मुझे अब छूट छोड़ने दो.
उसने कहा: पहले मुझे मूह में आपना लंड लेने दो.
फिर वो मुझे लिटा कर नीचे मेरे लंड के पास अपना मूह ले गये. उसने पहले तो लंड पर थोड़े किस किए. मेरा तो प्री-स्पर्म निकल रहा था. फिर उसने अपने हाथो से मेरी बॉल्स को दबाया, और धीरे से अपने लिप्स मेरे लंड पर रख दिए.
मेरी बॉडी में तो करेंट सा दौड़ने लगा. उसने अब मेरे लंड का टोपा अपने मूह में लिया, और चूसने लगी. फिर उसने मेरा पूरा लंड अपने मूह के अंदर ले लिया, आंड ज़ोर से चूसने लगी. मुझे बहुत हे मज़ा आ रहा था.
वो कभी मेरी बॉल्स को मूह में लेती, तो कभी मेरे लंड को. वो एक एक्सपर्ट की तरह ब्लोवजोब दिए जेया रही थी. मैं बिल्कुल सर्प्राइज़ हो गया था, जब वो मेरी बॉल्स के नीचे के एरिया की तरफ चाट रही थी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
वो बिल्कुल नीचे गयी, आंड तोड़ा सा हल्के से मेरी गांद के छेड़ को चाट लिया, जिससे मैं बहुत एग्ज़ाइट हो गया. फिर उसको लगा होगा की पहली बार के लिए ये ज़्यादा था, तो मेरे उपर आ कर मुझे हग करने लगी.
मैने उसको मिशनरी पोज़िशन में लिया, और अपने लंड को छूट पे रख कर पूछा.
मैं: इंदु, क्या तुम्हे मेरा लंड चाहिए?
वो बोली: अरुण अपने लंड से मेरी छूट की प्यास बुझा दो.
फिर मैं धीरे से लंड उसकी छूट के अंदर डाल कर उसको छोड़ने लगा. वो हर एक शॉट पे अया अया अया करने लगी.
फिर वो बोली: अरुण क्या तुम मुझे पीछे से छोड़ोगे?
मैने कभी डॉगी-स्टाइल में छोड़ा नही था, पर ऐसी ऑपर्चुनिटी कों छ्चोढता है. फिर वो बिस्तर पे झुक के अपने हाथो के सपोर्ट से डॉगी-स्टाइल में आ गयी. अपने हाथ से उसने मेरे लंड को अपनी छूट पे लिया. मैने एक ज़ोर का धक्का दिया, और पूरा लंड उसकी छूट में चला गया. वो मज़े से बोल ने लगी-
इंदु: छोड़ो अरुण, मेरी प्यासी छूट को छोड़ो. मुझे ज़ोर से छोड़ो.
मैं ज़ोर-ज़ोर से लंड अंदर-बाहर करने लगा. 5 -7 मिनिट तक छोड़ने के बाद वो झाड़ गयी. झड़ने के बाद वो बोली-
इंदु: अब तुम बिस्तर पर लेट जाओ.
उसने फिरसे मेरे लंड को मूह में लिया, और हाथो से हिलने लगी. मैं झड़ने वाला था. जब मैने उसको ये कहा, तो उसने और ज़ोर से मेरे लंड को अपने मूह में लिया, आंड मैं उसके मूह के अंदर ही झाड़ गया .
इसके बाद हम दोनो ने 2 बार और उस रात सेक्स किया, और हमने कार में भी सेक्स किया. अगर आपको ये कहानी अची लगी हो, और आप आयेज ये सुनना चाहते हो, तो प्लीज़ कॉमेंट करके बताना.