ही फ्रेंड्स, स्वागत है आपका इस बाप-बेटी की सेक्सी स्टोरी में. इसमे आप पढ़ेंगे की कैसे मैं अपने पिता की पत्नी बन गयी, उनसे खूब मज़े किए, और उन्हे अपने बच्चे का बाप बनाया. मैं जानती हू की ये सुनने में ग़लत लगता है. बुत जब एक-दूसरे के लिए प्यार हो, तो फिर दूसरा कोई रिश्ता नही बचता.
मैं अपने बारे में बता डू. मेरा नामे निक्किता है. मैं 25 साल की हू. मेरी हाइट 5’6″ है, वेट 60 क्ग है, फिगर 32-30-32 है. मैं ऐसी हू, की किसी का भी सोया लंड खड़ा हो जाए मुझे देख के.
अविनाश मेरे दाद है, जो की अब मेरे हब्बी है, और उनसे मुझे एक बेटा भी है. वो अभी 1 एअर का है. मेरे हब्बी की आगे 48 हाइट 5’11”, वेट 74 क्ग है. बुत खुद को मेनटेन किया है उन्होने.
वो डेली जिम भी करते है, और उनका डिक साइज़ 8 इंचस है. वो एक मंक में मॅनेजर है. मेरी मों और दाद का डाइवोर्स हो गया था, जब मैं 3 यियर्ज़ की थी. क्यूंकी मों दाद से प्यार नही करती थी. जब दाद की जॉब चली गयी तो मों ने किसी और के साथ शादी कर ली थी. अब आपको ज़्यादा बोर ना करते हुए कहानी स्टार्ट करते है.
बात तब की है, जब मैं सेकेंड एअर में थी. तब मेरी आगे 19 थी, तब मैं सेक्स के टॉपिक में बच्ची थी. मुझे ज़्यादा कुछ पता नही था. जब मैं स्कूल में थी, मेरे फ्रेंड सर्कल की सारी फ्रेंड्स शरीफ थी. कोई इस टॉपिक पे बात नही करती थी, और मैं लड़कों से ज़्यादा बात भी नही करती थी.
पर जब मैं कॉलेज में आई तो वाहा सब एक-दूसरे से फ्रॅंक थे. सब गफ़/ब्फ बनाने में लगे हुए थे. मैं ज़्यादा किसी से बात नही करती थी स्टार्टिंग में, पर धीरे-धीरे मुझे भी इन सब की आदत लग गयी.
उसके बाद तो मैने काई सारी वीडियोस देखी, और सेक्सी स्टोरीस भी पढ़ी, और साथ में मैं मास्टरबेट करती थी. मैं सिर्फ़ 2 उंगलिया ही डालती थी अपनी छूट में, जब ज़्यादा उंगली करने जाती थी, तो मुझे दर्द होता था बहुत.
ऐसे ही स्टोरीस पढ़ते-पढ़ते मैने उसमे मा-बेटा बाप-बेटी की चुदाई स्टोरी भी पढ़ी. मुझे तो बिलीव नही हुआ की ऐसा भी होता है क्या. मैं तो कुछ दीनो तक बस यही सोचती रही, की सेक्स के लिए लोग रीलेशन भूल जाते है.
फिर मेरे दिमाग़ में यही ख़याल आ रहा था, की दाद ने इतने सालों से कैसे कंट्रोल किया होगा. डाइवोर्स के बाद दाद ने दूसरी शादी नही की. जब दादी ने उन्हे कहा भी, की दूसरी शादी कर लो, तो दाद ने कहा की उन्हे किसी पे बिलीव नही.
उन्हे यही लगा की मेरी मेरी न्यू मों शायद मुझे प्यार ना करे, इसलिए उन्होने दूसरी शादी नही की, और वो डाइवोर्स के बाद टूट गये थे. जब मैं छ्होटी थी तो दाद और दादी के साथ रहती थी. उनके अलावा मेरा कोई नही था. जब 11 की हुई तो दादी भी छ्चोढ़ के चली गयी. फिर मैं और दाद एक-दूं अकेले हो गये थे.
मैं स्कूल पढ़ाई में बिज़ी, और दाद ऑफीस के काम में बिज़ी रहते थे. हम दोनो ज़्यादा टाइम साथ नही रह पाते थे, बिकॉज़ दाद को एक मंक में जॉब मिली थी. उनकी सॅलरी ज़्यादा थी, पर वर्क लोड भी था.
उन्होने घर के काम के लिए एक मैड रखी हुई थी. ऐसे ही हमारी लाइफ काट रही थी. पर मैं बचपन से दाद से फ्रॅंक थी. दाद भी कभी मुझे दाँत-ते नही थे. मैं घर में हमेशा त-शर्ट और शॉर्ट्स में रहती थी विदाउट ब्रा-पनटी. पर दाद ने कभी मुझे गंदी नज़रों से नही देखा.
जब से मैने वो स्टोरीस पढ़ी थी, मुझे बहुत अजीब लग रहा था. मैं यही सोच रही थी, की दाद इतने सालों से सिर्फ़ मेरे लिए अकेले थे. और मुझे उनका अकेलापन डोर करने के लिए कुछ करना पड़ेगा.
फिर मैने दाद से कहा: आज से घर के सारे काम मैं करूँगी.
तो दाद बोले: तुम क्यू?
तो मैने कहा: शादी के बाद तो मुझे ये सब करना ही पड़ेगा. अगर अभी से नही सीखूँगी तो बाद में प्राब्लम होगी. फिर मेरी मों भी आप हो, तो आपको मुझे रोकना नही चाहिए.
दाद ने बोला: ओक बेटा, सीख लो सारे काम. फिर तो एक दिन तुम मुझे छ्चोढ़ के चली जाओगी (तब दाद की आँखों में नामी थी).
मैने दाद को कस्स के हग किया लीके हिज़ वाइफ. मेरे बूब्स दाद के सीने से टच हुए, पर दाद नॉर्मल थे तब भी.
मे: दाद मैं आपको प्रॉमिस करती हू, की मेरी शादी भी हुई, तब भी आपको छ्चोढ़ के नही जौंगी. (उनके फोर्हेड पे एक किस किया और उनकी आँखों को सॉफ किया)
अवी: तो क्या बेटा पूरी ज़िंदगी मेरे साथ रहोगी तुम? तुम्हारे ससुराल वाले क्या सोचेंगे?
मे: वो जो भी हो, पर मैं आपको छ्चोढ़ के नही जौंगी. मैं जानती हू की मेरी खुशी के लिए आपने दूसरी शादी नही की, और पिछले काई यियर्ज़ से अकेले हो.
अवी: वो तो सच है बेटा. बुत अब तू मेरे लिए आपनी लाइफ क्यूँ खराब कर रही है?
मे: योउ अरे मी दाद. आपके लिए कुछ भी कर सकती हू.
फिर मैने दाद को फोर्हेड पे किस किया. अब दाद ऑफीस के लिए गये, और मैं मैड से सारे काम सीखने लगी. कॉलेज से आने के बाद मैं मैड से कुकिंग सीखती, और घर के बाकी काम में भी उसको हेल्प करती.
अब मैं घर के सारे काम जानती थी, सो मैने दाद से कहा, की अब मैड की कोई ज़रूरत नही थी, और सारे काम मैं खुद करूँगी.
दाद: बेटा तेरा कॉलेज है, पढ़ाई है, कैसे मॅनेज करेगी तू?
मे: डॉन’त वरी दाद, मैं सब कर लूँगी.
फिर मैने तोड़ा फोर्स किया, तो दाद मान गये.
दाद: ओक बेटा, जैसा तुझे ठीक लगे तू कर.
मे: थॅंक्स दाद.
मैं अब बहुत खुश थी, की मेरी सारी विश पूरी हो रही थी. मैने सोच लिया था की दाद को अपना बनाना था. फिर मैं कॉलेज गयी और दाद ऑफीस. अब मेरे 2न्ड एअर के एग्ज़ॅम ओवर हो गये थे, और मैं घर में ही रहती थी.
रोज़ सुबा मैं जल्दी उठती थी. जब दाद जिम जाते थे, तो मैं घर की सॉफ-सफाई करती. फिर मैं उनके लिए जूस बनती. जब वो जिम से आते, तो मैं उन्हे जूस देती. जब वो नहाने जाते, फिर मैं उनका ब्रेकफास्ट बनती. फिर उन्हे ऑफीस भेज के खुद भी फ्रेश होती थी.
एक दिन मैने देखा की दाद बातरूम में मास्टरबेट कर रहे थे. मैं उनके लंड को देख नही पाई, क्यूंकी उनका फेस दूसरी तरफ था. पर वो काफ़ी देर तक हिला रहे थे. उन्होने लगभग 20 मिनिट तक हिलाया होगा, तब जाके उनका पानी निकला था.
फिर दाद ऑफीस के लिए रेडी हुए, और चले गये. दाद ने बोला, की आज उनकी एक इंपॉर्टेंट मीटिंग थी, तो घर लाते से आएँगे. तो उन्होने मुझे बोला की मैं खाना खा के सो जौ.
उसके बाद मैं फ्रेश हुई, थोड़ी देर फ्रेंड्स के साथ घूमने गयी, पर दाद के बारे में सोच रही थी, की अब आयेज कैसे सब प्लान करू. फिर मैने मेरे लिए खाना पॅक करवाया, और घर आ गयी, और डिन्नर किया.
उसके बाद मैं पूरी न्यूड हो गयी. फिर लॅपटॉप पे बाप-बेटी की स्टोरी पढ़ने लगी, और वीडियोस भी देखने लगी, और फिंगरिंग करने लगी. तभी मुझे लगा की कोई मुझे देख रहा था. जब मैं हल्की सी पीछे देखी, तो मैने दाद को देखा. मेरे पैरों तले ज़मीन खिसक गयी. मैं बहुत दररी हुई थी की अब क्या होगा.
सो फ्रेंड्स इसके आयेज की कहानी नेक्स्ट पार्ट में. उम्मीद करती हू की आपको ये पार्ट पसंद आया होगा. आयेज आपको पता चलेगा की कैसे दाद और मेरी शादी हुई, और हमारे बीच और क्या हुआ. तब तक आप अपना फीडबॅक ज़रूर देना. सो गुड बाइ फ्रेंड्स.