ही दोस्तों, मेरा नाम कमाल है. मेरी उमर 35 साल है. मैं शादी-शुदा हू, और एक बच्चे का बाप भी हू. मेरी हाइट 5’8″ है, और लंड 6.5 इंच का है. मैं एक मल्टिनॅशनल कंपनी में जॉब करता हू, और मेरी सॅलरी अची है. ये कहानी मेरी साली के बारे में है. तो चलिए शुरू करते है.
मेरी बीवी की एक बेहन और एक भाई है. बीवी मेरी 30 साल की है, और उसकी बेहन 27 साल की है. भाई उसका 24 साल का है. मेरी साली का नाम सिया है, और वो भी शादी-शुदा है. उसकी शादी एक साल पहले ही हुई है, और उसका हज़्बेंड बहुत अमीर है.
सिया गोरी-चित्ति है, और मेरी बीवी से ज़्यादा खूबसूरत है. वो काफ़ी मॉडर्न है, और सेक्सी ड्रेसस पहनती है. उसके हज़्बेंड की तरफ से उसको कोई रोक-टोक नही है. साली का फिगर 34-27-36 है.
वो जिम जाती है, और अपनी फिटनेस का पूरा ख़याल रखती है. उसकी मेरे से अची बनती है. शादी के कुछ महीने बाद जब वो मेरे घर आई, तब मुझे उसका बिहेवियर बदला हुआ सा लगा. पहले वो मुझसे दूरी बना कर रखती थी, लेकिन अब वो बार मेरे करीब आने लगी थी. लेकिन मैने ज़्यादा ध्यान नही दिया.
ये बात 3 महीने पहले की है. साली के हज़्बेंड को एक कांट्रॅक्ट मिला था, जिसमे उसको बहुत फ़ायदा हुआ. इस खुशी में उसने एक पार्टी दी थी, और काफ़ी लोगों को बुलाया था.
हम भी पार्टी में गये थे. हमारा घर दूसरे शहर में है, तो मैं और मेरी बीवी एक दिन पहले ही चले गये थे. जब वाहा जाके मैने सिया को देखा, तो मैं देखता ही रह गया. वो पहले से ज़्यादा हॉट आंड बोल्ड हो चुकी थी.
हम लोग शाम में वाहा पहुँचे. उनके नौकर ने दरवाज़ा खोला, और हमे अंदर सोफा पर बिताया. जब सिया आई तो उसने डेनिम शॉर्ट्स और त-शर्ट पहनी हुई थी. उसकी शॉर्ट्स में से उसकी पूरी जांघें दिख रही थी. बस गांद के तोड़ा नीचे तक थी उसकी शॉर्ट्स.
उसकी त-शर्ट काफ़ी ऊँची थी. त-शर्ट में से उसकी नाभि तो दिख ही रही थी, लेकिन जब वो आयेज पीछे हो रही थी, तो उसकी ब्लॅक ब्रा भी दिख जाती थी. मैं तो उसको उपर से नीचे तक देख रहा था. फिर जब उसने मुझे देखा, तो मैने अपनी नज़रे उससे हटा ली.
फिर वो हमे हमारे रूम में लेके गयी. आयेज चलते हुए जब उसकी गांद मटक रही थी, तब मेरा लंड खड़ा होना शुरू हो गया. वो जब भी मेरी तरफ देख रही थी, तो एक कामुक स्माइल पास कर रही थी.
फिर रात हो गयी, और सब सो गये. लेकिन मुझे नींद नही आ रही थी. मेरे मॅन में सिया के ही ख़याल आ रहे थे, और मेरा लंड पूरा तन्ना हुआ था. फिर मैने पास लेती बीवी के साथ रोमॅन्स करना शुरू किया. लेकिन उसने थके होने की वजह से सेक्स करने से माना कर दिया.
फिर मैं बाहर चला गया गार्डेन में टहलने को. मैं अभी टहल ही रहा था की पीछे से सिया आ गयी. वो बोली-
सिया: जीजू आप यहा क्या कर रहे हो?
मैं: नींद नही आ रही थी, तो सोचा तोड़ा घूम लू.
मेरा ध्यान अभी भी उसके जिस्म पर जेया रहा था. ये देख कर वो मुस्कुराइ और मेरे बिल्कुल पास आके बोली-
सिया: जीजू अगर चाहु तो हाथ से भी चू कर देख सकते हो. आँखों से तो कब से चू रहे हो.
मैं: मतलब?
सिया: मतलब तो आपको तभी समझ जाना चाहिए था, जब मैं आपके घर पर आके आपके करीब आ रही थी बार-बार.
मैं: नही सिया, ये ग़लत होगा.
सिया: कुछ ग़लत नही होगा. इसके लिए तो बिल्कुल नही (उसने मेरे खड़े हुए लंड की तरफ देख कर बोला).
ये बोलते ही वो घुटनो पर बैठ गयी, और मेरा पाजामा और अंडरवेर नीचे करके मेरा लंड बाहर निकाल लिया. मैं चाह कर भी उसको रोक ना सका. या शायद मैं चाहता ही नही था उसको रोकना.
उसने मेरा लंड हाथ में पकड़ कर मेरी तरफ देखा, और एक कामुक स्माइल दी. फिर उसने अपना मूह खोला, और मेरा लंड मूह में डाल लिया. आहह! जन्नत. इतनी सेक्सी लड़की जब इस तरह से आपका लंड मूह में डालती है, तो उसका मज़ा आप में से कुछ ही लोग समझ सकते है.
फिर सिया ने मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया. मैं भी धीरे-धीरे अपनी कमर हिलने लगा, और अपना लंड उसके मूह के अंदर-बाहर करने लगा बहुत मज़ा आ रहा था. सिया किसी प्रोफेशनल की तरह मेरा लंड चूस रही थी.
उसने एक हाथ अपनी शॉर्ट्स के उपर से अपनी छूट पर रखा, और उसको सहलाने लग गयी. अब मैने उसके सर पर अपना हाथ रखा, और तेज़ी से धक्के देके उसके मूह को छोड़ने लग गया. मेरा लंड उसके गले तक जाके उसको चोक कर रहा था, और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
कुछ देर लंड चूसने के बाद वो खड़ी हुई, और मेरा लंड पकड़ कर थोड़ी डोर ले गयी. उनका गार्डेन काफ़ी बड़ा था, और वाहा पेड़-पौधे थे. वो मुझे एक पेड़ के पीछे ले गयी, और वाहा जाके हम किस करने लगे.
फिर उसने अपने शॉर्ट्स और पनटी नीचे की, और बोली: जीजू आज मेरी छूट को आपके लंड की ज़रूरत है.
मेरा लंड भी उसकी छूट में जाने के लिए फंफना रहा था. मैने उसको घुमाया, और पेड़ पर उसके हाथ रखवा कर उसको झुकाया. वो बड़े ही सही तरीके से गांद बाहर निकाल कर घोड़ी बन गयी. अब उसकी गांद बिल्कुल मेरे लंड के सामने थी.
मैने उसकी छूट पर लंड रखा, और उसको उपर-नीचे करके रगड़ने लग गया. वो आ आ कर रही थी. उसकी छूट बिल्कुल गीली थी. फिर जैसे ही लंड छूट के मूह पर टीका, मैने लंड पुश करके उसकी छूट में घुसा दिया.
आहह! क्या गरम छूट थी मेरी साली की, एक-दूं ओवेन की तरह. फिर मैने लंड अंदर-बाहर करना शुरू किया, और हमारी चुदाई चालू हो गयी. उसकी आ आ की आवाज़े और गांद से जांघों दे टकराने की ठप-ठप की आवाज़े आने लगी.
फिर वो बोली: जीजू बहुत मज़ा आ रहा है, और ज़ोर से छोड़ो ना.
उसके ये कहते ही मैने फुल स्पीड पर धक्के देने शुरू कर दिए. उसकी आ आ और ठप ठप की आवाज़े भी बढ़ गयी. मैने उसके कंधे पकड़े, और फुल स्पीड पर उसको छोड़ने लगा.
15 मिनिट तक मैने ऐसे ही उसकी छूट छोड़ी, फिर मैने अपना लंड बाहर निकाला, और उसकी छूट के मूह पर अपना माल निकाल दिया. वो भी मेरे साथ ही झाड़ गयी. अब उसका और मेरा माल उसकी जांघों पर बह रहा था. फिर उसने अपनी पनटी और शॉर्ट्स उपर चढ़ाई, और हम दोनो वापस घर के अंदर आ गये.
इसके आयेज पार्टी में क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. कहानी का मज़ा आया हो, तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.