ही फ्रेंड्स, मैं हू आर्यन. और मैं वापस आ गया हू “तारक मेहता का ऊलतः चश्मः” के कॅरेक्टर्स पर बेस्ड एक नयी कहानी लेके. तो चलिए शुरू करते है.
जेथलाल अपनी बीवी दया और बापू जी के साथ कोई पार्टी अटेंड कर रहा होता है. वाहा जाके उनको पार्टी पर इएर और बबिता भी मिलते है. जेथलाल बबिता को देख कर बड़ी-बड़ी हांकना शुरू हो जाता है, और बबिता भी उसकी बातों से इंप्रेस हो जाती है. बबिता को इंप्रेस होते देख इएर को जलन होने लगती है.
जेथलाल: अर्रे मुझसे अची बिज़्नेस सेन्स किसी को नही है. देखो मैने अपना बिज़्नेस कहा से कहा पहुँचा दिया.
तभी इएर बोलता है: जेता भाई इतना भी कोई एंपाइयर नही बना लिया आपने. इतना तो कोई भी कर सकता है.
जेथलाल: इएर भाई, आप मुझे चॅलेंज कर रहे है?
इएर: अगर चॅलेंज करने से आपका ओवर कॉन्फिडेन्स कम होता है तो चॅलेंज ही समझ लीजिए.
ये सुन कर जेता को गुस्सा आ जाता है. फिर वो बोलता है-
जेथलाल: चलिए ऐसा करते है, हम लोग सेम समान की दुकान लगते है. फिर देखते है की किसका समान पहले बिक जाता है.
तभी पता नही कहा से अंजलि आ जाती है. वो जेथलाल को बोलती है-
अंजलि: क्या हो गया जेता भाई?
जेथलाल: अर्रे अंजलि जी, ये देखिए इएर मेरी बिज़्नेस सेन्स पर शक कर रहा है.
अंजलि: इएर जी, आपको क्या ज़रूरत है इनसे पंगा लेने की?
इएर: अर्रे ये बिना वजह की हवा करता है. मैं तो बस थोड़ी हवा कम करना चाहता हू.
जेता: हा ज़रूर करो. चलो कल कॉलोनी में मिलते है. फिर देखते है क्या करना है, और कैसे करना है.
अगले दिन फिर वही सब सोसाइटी में इकट्ठे होते है. जेता के साथ दया और बापू जी होते है, और इएर के साथ बबिता और अंजलि होते है. जेता जब बबिता को देखता है, तो उसका मॅन मचल जाता है. वो इएर को कहता है-
जेथलाल: इएर भाई, दुकान लगाने से पहले बंदे भी टॉस करके बाँटेंगे.
इएर जेता की बात मान जाता है. फिर वो बाकी के चार बंडो को खड़ा करके एक-एक के नाम का टॉस करते है. एंड में बबिता और बापू जी जेता की साइड पर आते है, और अंजलि और दया इएर की साइड पर. बबिता के अपनी साइड पर आने से जेता बहुत खुश हो जाता है. लेकिन दया इससे खुश नही होती. तभी जेता उसको कहता है-
जेता: ये तो अची बात है मेरी जान. अगर तुम ऑपोसिशन वाली साइड रहोगी, तो हमे उनकी स्ट्रॅटजी समझने में आसानी रहेगी. हमारे लिए ये अछा है. दुश्मन खेमे का भी पता होना चाहिए.
फिर अगले दिन दोनो टीम्स अपनी दुकान का सेट-उप लगा लेते है. जेता और बापू जी अपनी वाली दुकान पर खड़े होते है. तभी बबिता आती है. उसने पाजामी-सूट पहना होता है. जेता के दिमाग़ में उसको देख कर एक आइडिया आता है, और वो उसको कहता है-
जेता: बबिता जी आप दुकान पर ऐसे कपड़े नही पहन सकती.
बबिता: तो क्या पहनु जेता जी?
जेता: कुछ ऐसा जो मॉडर्न हो. अगर आप मॉडर्न कपड़े पहनोगी, तो कस्टमर्स ज़्यादा आएँगे.
बबिता: तो मैं क्या पहनु जेता जी?
जेता: आप शॉर्ट्स और स्लीव्ले टॉप पहन कर आइए.
बबिता: अर्रे नही जेता जी, मुझे शरम आती है.
जेता: ये तो फिर चीटिंग हुई बबिता जी. आप तो हमारी टीम में आके भी सपोर्ट नही कर रही.
बबिता: चलिए ठीक है, मैं पहन आती हू.
फिर बबिता जाती है, और 10 मिनिट में वापस आ जाती है. वो ब्लुसे शॉर्ता और रेड स्लीव्ले टाइट टॉप पहन कर आती है. शॉर्ट्स में से उसकी घुटनो से 6 इंच उपर तक जांघें नज़र आ रही थी, जो बिल्कुल मलाई जैसी थी. उसकी टॉप स्लीव्ले थी, और उसमे से थोड़ी कमर भी नज़र आ रही थी. उसको इन कपड़ों में देख कर जेता के मूह में पानी आ जाता है. फिर जेता बोलता है-
जेता: बबिता जी, अब लग रही हो आप सेलेज़्गर्ल. अब देखना कस्टमर्स की लाइन लग जाएगी.
फिर वो बबिता को काउंटर पर खड़ा कर देता है. अब बबिता काउंटर पर थी, और जेता और बापू जी पीछे खड़े थे. वो दोनो बबिता का फिगर अपनी आँखों से नाप रहे थे. बापू जी बबिता की सुराही-दार कमर देख रहे थे, और जेता उसकी मटकती गांद.
तभी बबिता कुछ समान उठाने के लिए नीचे बैठती है. इससे उसकी टॉप उपर चढ़ जाती है, जिससे उसकी कमर का काफ़ी एरिया दिखने लगता है. उसको देख कर बापू जी का लंड खड़ा हो जाता है. बबिता की गांद नीचे बैठने से और चौड़ी हो जाती है. इसको देख कर जेता का लंड खड़ा हो जाता है.
तभी बापू जी अपने लंड को मसालने लगते है, और जेता ये देख लेता है. फिर जेता उनकी आँखों की तरफ देखता है. उसको पता चलता है की बापू जी की नज़र बबिता पर थी. ये देख कर जेता खुश हो जाता है की बापू जी भी वही चाहते थे जो वो चाहता था. अब जेता सोचने लगता है की बबिता को चुदाई के लिए मनाया कैसे जाए. तभी उसके दिमाग़ की बत्ती जलती है.
जेता आस-पास से कोई कीड़ा ढूँढने लगता है. उसको पता होता है की लड़कियाँ कीड़ो से बहुत डरती है, और इसी चीज़ का उसका फ़ायदा उठना होता है. बड़ी मुश्किल से उसको एक काला सा कीड़ा मिलता है. जेता उसको एक पेपर पर उठता है, और बबिता के पास से निकलते हुए उसके शोल्डर पर फेंक देता है.
कीड़ा देखते ही बबिता उछाल पड़ती है. वो चिल्लाने लगती है. तभी कीड़ा नीचे गिर जाता है, लेकिन बबिता को ये पता नही चलता. पर जेता उसको देख लेता है, और उसको पैर से साइड कर देता है. फिर वो बबिता से पूछता है-
जेता: क्या हुआ बबिता जी?
बबिता (चिल्लाते हुए): मेरे उपर एक काला कीड़ा गिरा है.
जेता: अर्रे वो तो बहुत ख़तरनाक है. काट ले तो दर्द बहुत होता है. स्वेल्लिंग आ जाती है. निकला क्या.
बबिता: नही.
जेता: अर्रे निकालो उसको, चाहे तो टॉप उतार दो.
बबिता जल्दी-जल्दी में काटे जाने के दर्र से अपनी टॉप निकाल देती है. जब फिर भी कीड़ा नही मिलता तो जेता उसको ब्रा निकालने के लिए कहता है. वो जल्दी-जल्दी में वो भी निकाल देती है.
इसके आयेज क्या होता है, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर आपको कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो इसको अपने फ्रेंड्स में ज़रूर शेर करना.