ही फ्रेंड्स, मैं अरमान आपके लिए “तारक मेहता का ऊलतः चश्मः” के कॅरेक्टर्स पे बेस्ड स्टोरी लेके आया हू. उमीद है की आपको स्टोरी पसंद आएगी. तो चलिए शुरू करते है.
बबिता को तो आप सब जानते ही है. क्या मस्त फिगर है उसका. बबिता के पास 4 पॅंटीस थी, और उसने वो रात को धो कर बाहर वाइयर पर सूखने के लिए डाली थी. सुबा जब वो उठी, और उसने वाइयर देखी, तो उस पर कुछ भी नही था. उसकी सारी पॅंटीस गायब थी.
अब बबिता को टेन्षन पद गयी, क्यूंकी उसके पास पहनने के लिए कोई पनटी नही थी. अभी वो खड़ी सोच ही रही थी, की तभी रीता रिपोर्टर ने वाहा से निकलते हुए उसको देखा. जब बबिता के चेहरे पर रीता को टेन्षन नज़र आई, तो उसने बबिता से पूछा-
रीता: क्या हुआ बबिता? तुम कुछ टेन्षन में लग रही हो.
बबिता: क्या बतौ यार. मैने यहा पर अपनी 4 पॅंटीस सूखने के लिए रखी थी. अब एक भी नही मिल रही.
रीता: अर्रे ये तो ग़लत हो गया. चलो मैं अपना रिपोर्टर वाला दिमाग़ लगती हू, और आपकी पॅंटीस ढूँढने में मदद करती हू.
बबिता: हा प्लीज़, मेरी मदद कर दो.
फिर रीता बबिता की पॅंटीस ढूँढने निकल जाती है. बबिता घर के अंदर कपड़े चेंज करने जाती है. वो ग्रीन कलर की फ्रॉक पहन लेती है, क्यूंकी अगर जीन्स पहनती, तो उसमे सॉफ पता चल जाता की उसने पनटी नही पहनी थी. और अगर कही छूट गीली हो जाती, तो और पंगा पद जाता.
फिर वो अपनी पॅंटीस ढूँढने लगती है. वो हर एक के घर के बाहर जाके बाहर सूखने डाले हुए कपड़े देखती है. तभी वो जेथलाल के घर के बाहर पहुँचती है. वाहा एक कपड़े का टब पड़ा हुआ था, और उसमे काफ़ी सारे धुले हुए कपड़े पड़े थे.
बबिता सोचती है, की शायद उसकी पॅंटीस उस टब में ना हो. वो दया को आवाज़ देती है, ताकि उससे पूच कर टब चेक करे, लेकिन दया शायद घर पर नही होती. फिर वो वैसे ही टब में हाथ मार कर कपड़े देखने लगती है.
टब ज़मीन पर पड़ा था, और बबिता झुक कर टब में कपड़े देख रही थी. इससे उसकी फ्रॉक पीछे से उपर हो गयी, और उसकी नंगी गांद पीछे से दिखने लग गयी. लेकिन बबिता को इस बात का ज़रा भी अंदाज़ा नही था. उसका ध्यान बस कपड़ो में था.
तभी जेथलाल दुकान से वापस आ रहा था. वो घर से थोड़ी ही डोर था, की उसको घर के बाहर बबिता झुकी हुई दिखाई दी. जैसे-जैसे वो पास आता गया, उसकी बबिता की सेक्सी जांघें, और गांद सॉफ दिखने लगी. ये सब देख कर जेथलाल का लंड खड़ा हो गया.
फिर वो पास आया, और उसका दिल बबिता को छूने का किया. लेकिन उसने सोचा की आस-पास कोई देख ना ले. ये सोच कर वो बोला-
जेथलाल: बबिता जी आप क्या ढूँढ रही हो?
अचानक से उसकी आवाज़ सुन कर बबिता सीधी हुई और बोली- मेरे कपड़े नही मिल रहे, तो वो ढूँढ रही हू.
जेथलाल: मिले क्या?
बबिता: नही जी.
जेथलाल: वैसे अंदर और काफ़ी कपड़े है. कही उनमे ना हो.
बबिता: मैं चेक कर लू?
जेथलाल: हा बिकुल बबिता जी, आप ही का घर है.
ये बोल कर जेथलाल बबिता को अंदर ले जाता है बातरूम में, और घर का दरवाज़ा बंद कर लेता है अंदर से. फिर बबिता कपड़े चेक करने लगती है. सारे कपड़े फर्श पर पड़े थे, तो उसको दोबारा से झुकना पड़ता है. इस बार बबिता की गांद और छूट देख कर अपने आप को रोक नही पाता.
फिर वो उसके पीछे घुटनो पर बैठ जाता है, और फ्रॉक उठा कर उसकी गांद में मूह डाल कर उसकी छूट चाटने लगता है. अपनी छूट पर अचानक हुए इस हमले से बबिता सिसक जाती है. उसकी पूरी बॉडी में करेंट दौड़ जाता है, और मूह से आ निकल जाती है. फिर वो बोलती है-
बबिता: जेथलाल जी, आप ये क्या कर रहे हो.
जेथलाल: आपकी छूट का नज़ारा देख कर मुझसे रहा नही गया, और मेरा इसको खाने का दिल कर पड़ा. इसलिए मैने इसको मूह लगाया है.
बबिता भी गरम हो जाती है, और जेथलाल को कहती है: खाइए ना फिर जेथलाल जी, बड़ा ही मस्त खाते है आप.
फिर जेथलाल अपने दोनो हाथ बबिता के छूतदों पर रखता है, और मज़े से उसकी छूट को चूसना लगता है. बबिता ज़ोर की आहें भरना शुरू कर देती है. उसकी छूट पानी छ्चोढने लगती है. जेथलाल बबिता की छूट की फांको को अपने हाथ से खोलता है, और जीभ अंदर डालने लगता है.
कुछ देर छूट चुसवाने के बाद बबिता कहती है: बस करिए जेथलाल जी, अब ये जीभ से नही लंड से ही ठंडी होगी.
जेथलाल: मेरा लंड तो आपके लिए हमेशा ही अवेलबल है.
ये बोल कर वो खड़ा होता है. फिर वो अपनी पंत और अंडरवेर उतारता है, और लंड बाहर निकाल लेता है. वो बबिता को वॉशिंग मशीन पर हाथ रखने को बोलता है, और बबिता वैसा ही करती है.
फिर वो फ्रॉक पूरी उपर कर देता है, जिसको बबिता आयेज से उतार देती है. अब बबिता जेथलाल के सामने घोड़ी बनी हुई थी, और उसने सिर्फ़ ब्रा पहनी थी. जेथलाल अपना लंड पीछे से उसकी छूट पर रगड़ता है, और उसको तड़पता है.
फिर वो छूट के मूह पर लंड टिकता है, और एक ही झटके में लंड अंदर घुसा देता है. लंड अंदर, और चीख बाहर. फिर जेथलाल बबिता की ब्रा का हुक खोल कर अपने हाथ उसके कंधो पर रखता है, और पीछे से धक्के लगाने शुरू कर देता है.
बबिता आयेज से ब्रा पकड़ कर खुद से अलग कर देती है, और मज़े से जेथलाल से चूड़ने लगती है. अब जेथलाल बबिता के छूतदों पर थप्पड़ मारते हुए ज़ोर-ज़ोर से उसको छोड़ रहा था. बबिता मज़ा ले रही थी, और उसके चूचे हवा में उछाल रहे थे. वो आहह आ कर रही थी.
तभी जेथलाल बबिता की बॅक पर किस करता है, और उसके चूचों पर अपने हाथ डाल कर मसालते हुए उसको छोड़ने लगता है. दोनो मज़े के सातवे आसमान पर थे. 15 मिनिट उनकी चुदाई ऐसे ही चलती रही. फिर जेथलाल बबिता की छूट से लंड निकाल कर उसको घुटनो पर बिता लिया, और लंड उसके मूह में डाल दिया.
अब जेथलाल बबिता के बाल पकड़ कर उसके मूह को ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लग गया. बबिता भी उसके लंड को मज़े से छोड़ रही थी. अगले 2 मिनिट में जेथलाल बबिता के मूह को माल से भर देता है, और बबिता सारा माल पी जाती है.
इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा.