गोकुलधाम में काफ़ी कुछ हो रहा था. सब के सब काफ़ी मज़े ले रहे थे. आपको ये स्टोरी कैसी लगी, मुझे पक्का बताईएएगा. अगर कोई बात पूरी नही है, तो भी मुझे मैल कीजिए. आप अगर अपनी कोई कहानी शेर करना चाहते है, तो वो भी मेरे साथ शेर कर सकते है.
अब गोकुलधाम में दया अपने घर पर काम कर रही थी. उधर जेथलाल भी अपना काम कर रहा था. तभी जेथलाल के फोन पर किसी का फोन आ गया. फिर जेथलाल ने फोन पिक किया, और बात करनी शुरू की. सामने वाले ने उसको बोला, की आज जेथलाल को मीटिंग के लिए सूरत जाना था.
उसकी बात सुन कर जेथलाल तोड़ा सा उदास सा हो गया था. क्यूकी आज उसका मूड घर पर आराम करने का था. फिर जेथलाल ने दया को बताया, की उसको काम के सिलसिले में सूरत जाना था. दया ने जल्दी से जेथलाल के कपड़े तैयार कर दिए. फिर जेथलाल भी रेडी होने लग गया.
जेथलाल ने सुखी को फोन कर दिया, की वो आज दुकान पर नही आने वाला था. उसके बाद जेथलाल ने नटू काका और बाघा को भी बता दिया, की वो नही आने वाला था.
बाघा को कुछ काम था, इसलिए उसने जेथलाल से छुट्टी माँग ली. जेथलाल ने भी उसको माना नही किया, और छुट्टी दे दी. अब दुकान पर सिर्फ़ सुखी और नटू काका रहने वाले थे. और देखने वाली बात ये है, की उनमे कुछ होने वाला था या नही. चलिए ये तो आपको आयेज जाके पता चल ही जाएगा.
अब सुखी अपने घर का काम करने लग गयी. उधर दया ने भी जेथलाल का बाग पॅक कर दिया था. बाग पॅक होने के बाद जेथलाल तैयार होके बाहर की तरफ चल पड़ा.
अब हम चलते है मोटे-मोटे बूब्स वाली रोशन भाभी के घर पर. रोशन भाभी घर का काम कर रही थी, और आज सोढी भी काम पर जल्दी चला गया था.
उधर गोगी अपने घर पर था. पहले गोगी ने सोचा, की आज दया को पीटना है. फिर बाद में उसको याद आया, की आज जेथलाल अपने घर पर हो सकता था. ये सोच कर गोगी ने दया को फोन नही किया. फिर उसको रोशन ने बाहर से छाई लाने को बोला, और गोगी बाहर से छाई लाने के लिए चला गया.
बाहर जाके गोगी ने अपनी बिके को देखा, जो की सामने खड़ी थी. अभी वो बिके पर बैठा ही था, की तभी पीछे से उसको आवाज़ आई-
आवाज़: गोगी बेटे, रूको ज़रा.
तभी जब गोगी ने पीछे मूड कर देखा, तो पीछे जेथलाल खड़ा था. जेथलाल को देख कर गोगी ने ज़्यादा कुछ नही सोचा. लेकिन जब उसने जेथलाल के हाथ में बाग देखा, तब वो समझ गया, की जेथलाल कही बाहर जेया रहा था. ये देख कर गोगी खुश हो गया, और उसने मॅन में सोचा, की आज तो वो दया को कुटिया बना ही देगा.
फिर उसने जेथलाल की बात का जवाब दिया-
गोगी: हंजी अंकल जी, बोलिए?
तभी जेथलाल भाग कर आया, और बोला-
जेथलाल: बेटा मुझे दुकान पर ड्रॉप कर्दे. मुझे वाहा कुछ काम है.
अब जेथलाल की बात मान कर गोगी ने जेथलाल को अपनी बिके पर बिता लिया. फिर गोगी जेथलाल को दुकान तक ले गया. रास्ते में गोगी को ये भी पता चल गया, की चंपक लाल भी घर पर नही था. अब गोगी जान चुका था, की जेथलाल के घर पर दया के अलावा कोई नही था. और आज उसने दया के साथ मज़ा करने का प्लान बना लिया था.
अब गोगी ने जेथलाल को उसकी दुकान पर ड्रॉप कर दिया, और उसके बाद वो अपना काम करने चला गया. इधर कारण भी अपने काम पर जाने के लिए तैयार हो रहा था. तभी उसको माधवी का फोन आया, और उसने कारण से कहा-
माधवी: मेरी बेटी को याद से ले जाना.
ये सुन कर कारण ने माधवी को बोला-
कारण: हा मेरी जान मुझे याद है. तुम टेन्षन मॅट लो.
अब कारण घर से बाहर आया, और बिके को आयेज कर लिया. कारण बिके पर बैठ गया, और सोनू की वेट करने लगा. तभी सोनू पीछे से आई, और कारण के पीछे बैठ गयी. कारण को सोनू में कोई इंटेरेस्ट नही था. और सोनू को भी कारण में कोई इंटेरेस्ट नही था.
फिर कारण ने पीछे खड़ी माधवी को देखा, और उसको आँख मार दी. उसके बाद उसने बिके स्टार्ट की, और सोनू को लेके चला गया. माधवी उन दोनो को जाते हुए देख रही थी.
फिर थोड़ी देर में कारण और सोनू कॉलेज पहुँच गये. कारण ने सोनू को कॉलेज में छोढ़ दिया, और आयेज चला गया. उसको किसी काम के लिए जाना था, तो वो अपने काम पर चला गया.
इधर जेथलाल अपने काम के लिए सूरत की तरफ निकल चुका था. वो रास्ते में मस्त होके सॉंग्स सुन रहा था, और साथ-साथ कोई काम भी कर रहा था.
उधर सुखी तैयार हो चुकी थी, और फिर वो दुकान की तरफ चली गयी. जेथलाल दुकान पर नही आने वाला था, तो अभी के लिए सुखी वाहा सेठ थी. आज उसने बूब्स भी कुछ ज़्यादा नज़र आ रहे थे. सुखो को अपने बूब्स को मर्दो को दिखना बहुत अछा लगता था, और लंड लेने में भी उसका कोई जवाब नही था.
अब चलते है गोगी के घर पर. गोगी घर पर था, और उसने सोचा हुआ था, की आज वो दया के साथ मज़ा करेगा. तभी उसने दया को फोन मिलाया. जब दया ने गोगी का फोन देखा, तो वो दर्र गयी. दया ने सोचा, की आज वो गोगी को झूठ बोल देगी. ये सोच कर दया ने फोन पिक किया. फिर वो बोली-
दया: हेलो, हा गोगी बोलो.
तभी गोगी ने कहा: मैं अओ क्या तेरी लेने को?
दया ने सोचा, की गोगी उसको तंग करेगा. और ये सोच कर उसने गोगी को झूठ बोलने का फैंसला किया. ये सोच कर दया ने जल्दी से गोगी को जवाब दिया-
दया: नही, आज टापू के पापा घर पर है.
उसका ये झूठ सुन कर गोगी को गुस्सा आ गया. क्यूकी वो दया के साथ मज़ा करना चाहता था. लेकिन दया का झूठ सुन कर गोगी को बुरा लगा. उसने सोचा, की आज तो दया की पिटाई करनी ही पड़ेगी उसको. ये सोच कर गोगी ने दया को कहा-
गोगी: साली मुझे झूठ बोलती है. मैं अभी जेथलाल को छोढ़ कर आया हू. अब मैं एक घंटे में आ रहा हू. तू बस अब तैयार हो जेया कुटिया.
गोगी को गुस्सा देख कर दया घबरा गयी. वो अभी कुछ बोलने ही वाली थी, की तभी फोन कट हो गया. अब दया की गांद फटने लगी थी. वो सोच रही थी, की उसको क्या करना चाहिए था. लेकिन वो कुछ भी नही कर सकती थी.
दया अब सोच ही रही थी, की तभी उसको कारण की याद आ गयी. उसने सोचा, की उसको कारण को फोन कर देना चाहिए. फिर उसने कारण को फोन किया, और सारी बात बता दी. कारण ने दया को एक आइडिया दिया, जिससे वो गोगी से बच सकती थी.
दया ने भी कारण की बात सुन ली. कारण की बात उसको सही लगी, और उसने उसकी बात फॉलो करने का डिसिशन लिया. फिर थोड़ी देर बाद कारण दया के घर पर ही आ गया.
इसके आयेज क्या होने वाला है, वो आपको नेक्स्ट पार्ट में पता चलने वाला है. आप मुझे मैल करके मुझसे बात कर सकते हो.